RE: Antarvasna Sex kahani जीवन एक संघर्ष है
रेखा-"सॉरी में भूल गई"रेखा शर्म के कारण अपनी गलती क़बूल करते हुए आराम से बोली। सेल्स गर्ल रेखा और सूरज को साथ ले जाती है पेमेंट काउंटर पर ।सूरज जेब से क्रेडिट कार्ड निकालता है, पेमेंट काउंटर पर सेल्स गर्ल ब्रा और पेंटी का मूल्य बोलती है।
सेल्स गर्ल-"दो ब्रा 36 साइज़ की और दो पेंटी 40D साइज़ की,एक हज़ार रुपये हुए सर"सूरज अपनी माँ का साइज़ सुन कर शर्म से पानी पानी हो जाता है,लेकिन रेखा अपनी ब्रा का साइज़ सुनकर चोंक जाती है चूँकि उसने 38 साइज़ की ब्रा मांगी थी, रेखा विवस होकर बिना शर्म किए मजबूरन सेल्स गर्ल को बीच में रोकती हुई बोली।
रेखा-" सुनिए मैंने 38 साइज़ माँगा था,आप 36 साइज़ बोल रही हैं" रेखा हिम्मत करके सूरज की मौजूदगी में बोलती है,और खुद शर्मिंदगी महसूस करने लगती है,इधर सूरज जब अपनी माँ की ब्रा का साइज़ सुनता है तो खुद मन में माँ के बूब्स याद आ जाते हैं जब उसने अपनी माँ को बाथरूम में बेहोसी की हालात में नग्न देखा था,सूरज को झटका लगता है,और अपनी सोच को धिक्कारता है ।
सेल्स गर्ल-"सॉरी मेंडम शायद मैंने भूल से 36 साइज़ की ब्रा दे दी,में एक बार कन्फर्म कर लेती हूँ,आप ब्रा दिखाइए" सूरज की की मौजूदगी में रेखा भी शर्म महसूस करते हुए ब्रा निकाल कर सेल्स गर्ल को देती है, सेल्स गर्ल ब्रा का पैकेट खोल कर निकालती है, सूरज एक आँख से ब्रा देखने लगता है, एक पिंक ब्रा और एक सफ़ेद ब्रा थी,जो साधारण औरते पहनती है,उन पर फूल पत्तियों की डिजाइन बनी हुई थी । सेल्स गर्ल ब्रा का साइज़ देखती है जिस पर 36 साइज़ ही लिखा था।
सेल्स गर्ल-" आपने सही बोला मेडम,दोनों ब्रा 36 की हैं,सॉरी मेडम में अभी 38 साइज़ की ब्रा लेकर आती हूँ" सेल्स गर्ल दोनों ब्रा ले जाती है,10 मिनट बाद ब्रा के तीन चार डिब्बा उठा कर रखती हुई बोली । ऐसा लग रहा था जैसे ब्रा की पूरी दूकान ही उठा लाई हो, रेखा ये देख कर हैरान थी,38 साइज़ की दो ब्रा लाने के बजाए तीन चार डिब्बा लाने की क्या आवश्यकता थी । सूरज और रेखा को एक के बाद एक झटका लग रहा था ।
सेल्स-" सॉरी मेडम, आपने जिस डिजाइन की ब्रा मांगी थी,उसमे 38 साइज़ की ब्रा ख़त्म हो गई हैं, में आपको 38 साइज़ में लेटेस्ट और न्यू ब्रांड की ब्रा दिखा देती हूँ" सेल्स गर्ल एक डिब्बा खोलती है जिसमे न्यू शार्ट ब्रा थी,जिनके कप बहुत छोटे थे, रेखा ऐसी ब्रा देख कर दंग रह जाती है,इस प्रकार की ब्रा उसने आज तक नहीं पहनी, सेल्स गर्ल दूसरी ब्रा दिखाती है जिसके कप जालीदार कपडे के थे ।
रेखा शर्म के कारण कुछ भी बोल नहीं पा रही थी।
सेल्स गर्ल-"मेडम ये जाली बाली ब्रा ले लीजिए,ये बहुत आरामदायक होती हैं, इनकी लास्टिक बहुत मजबूत होती है" सूरज ब्रा देख कर कल्पना करने लगता है, लेकिन तभी सूरज को याद आता है की ये मेरी माँ है । रेखा बहुत शर्मिंदगी महसूस कर रही थी इसलिए जल्दी से बोलती है ।
रेखा-" आप कोई भी दे दो,जल्दी करो प्लीज़" सेल्स गर्ल दो ब्रा पैक कर देती है, रेखा और सूरज को शान्ति मिलती है लेकिन तभी सेल्स गर्ल एक डिब्बा खोलती हुई बोली, जिसमे लेटेस्ट पेंटी थी,एक पेंटी दिखाती हुई बोली।
सेल्स गर्ल-" मेडम इन दोनों ब्रा के साथ यह पेंटी भी हैं" रेखा पेंटी देखती है,तो हैरान रह जाती है,पेंटी पूरी लास्टिक की थी,सिर्फ चूत बाले स्थान पर हलकी जाली लगी हुई थी,हॉट पेंटी को देख कर सूरज का मन विवस होकर कल्पना करने लगता है,और उसका लंड में सुरसुराहट सी होने लगती है। सूरज के मन और लंड में संघर्ष होने लगता है ।
सूरज दूसरी तरफ मुह कर लेता है,रेखा समझ जाती है सूरज शर्मिंदगी महसूस कर रहा था ।
रेखा-"आप दे दीजिए" सेल्स गर्ल ब्रा और पेंटी पैक करके दे देती है। पेमेंट गर्ल क्रेडिट कार्ड से पैसे काट कर क्रेडिट कॉर्ड सूरज को दे देती है । रेखा और सूरज तुरंत मॉल से निकल आते हैं, ऐसा लग रहा था जैसे कोई चुड़ैल उनके पीछे लग गई हो ।
रेखा सूरज की तरफ देखती है,सूरज के चेहरे पर शर्म के भाव थे, सूरज रेखा की तरफ देखता तो रेखा भी शर्म से नज़रे झुका लेती है। मॉल के बाहर निकलते ही सूरज को एक जनरल स्टोर की शॉप दिखाई देती है।
सूरज-"माँ और कुछ खरीदना है क्या" सूरज खामोशी तोड़ते हुए बोला।
रेखा-"हाँ सूरज,थोडा मेकअप का सामन खरीदना है" सूरज उस जनरल शॉप पर ले जाता है और मेकअप का सारा सामन खरीद लेता है। रेखा ने कई सालो बाद आज मेकअप का सामन ख़रीदा था,चूँकि वो अब तक एक विधवा के रूप में जीती आई थी,आज वो पुनः अपने आपको एक सुहागन मेहसुस कर रही थी । सूरज शॉप से बाहर निकलता है तो सामने एक ज्वेलरी की शॉप दिखाई देती है । सूरज रेखा को उस शॉप में लेकर जाता है,रेखा हैरत से सूरज को देखती है ।
ज्वेलरी की शॉप पर आकर सूरज सोने का एक हार,अंगूठी,और चूड़ियाँ आर्डर करता है, रेखा तो हैरान थी ।
रेखा-"सूरज ये क्या कर रहा है तू,ये तो बहुत महंगे होंगे" सूरज हसते हुए अपनी माँ को देखता है ।
सूरज-" माँ आप अब पैसो की क्यूँ चिंता करती हो, अब आप अरबो रुपए की मालकिन हो, पापा ने मेरे बैंक खाते में करोडो रुपए डाले है, अब हम गरीब नहीं रहे माँ, अब आप दुनियां के सभी शौक पुरे कर सकती हो" रेखा यह सुनकर खुश होती है।
सूरज रेखा के लिए गहने खरीद लेता है,यदि रेखा यदि उन गहने को पहने तो रानी लगे। सूरज और रेखा सारा सामान गाडी में रखते हैं।
रेखा-"बेटा अब डॉक्टर के यहाँ चले या और भी कुछ बाकी रह गया है"रेखा हसते हुए बोली, लेकिन सूरज कुछ सोच रहा था। सामने उसे ब्यूटी पार्लर दिखाई देता है, सूरज रेखा को लेकर ब्यूटी पार्लर जाता है।
रेखा-"बेटा ये कौनसी दूकान है,यहाँ से क्या खरीदना है?" रेखा को नहीं पता था,ब्यूटी पार्लर में क्या होता है ।
सूरज-"माँ एक बार चलो तो अंदर, वो जैसा कहें वैसा करवाते रहना" सूरज अंदर जाकर ब्यूटीशियन से बोल देता है,की फेसियल,आई ब्रो, और हेयर कटिंग करो।
ब्यूटीशियन रेखा की फेसियल करती है और आई ब्रो बनाती है,रेखा मासूम बच्ची की तरह बैठी यह सब करबाती रहती है, फेसियल और आई ब्रो करने के उपरान्त ब्यूटीशियन रेखा के बाल सेट करती है।
ब्यूटीशियन-"मेडम शीशे में देखिए,अपने आपको"रेखा जैसे ही शीशे में अपने आपको देखती है तो हैरान रह जाती है, रेखा नई लड़कियों को भी मात दे रही थी,ऐसा लग रहा था जैसे किसी कॉलेज की प्रोफ़ेसर हो।
रेखा-" थेंक्स" इतना कह कर रेखा जैसे ही बाहर आती है,सूरज अपनी माँ को देखता रहता है, उसे यकीन नहीं हो रहा था की ये माँ है मेरी, ऐसा लग रहा था जैसे पूनम की बड़ी बहन हो। रेखा खुद सूरज को देख कर शर्मा जाती है ।
सूरज-"woww माँ आप तो बहुत सुन्दर लग रही हो" रेखा शरमा जाती है ।
रेखा-"सूरज ये सब किसलिए किया"
सूरज-"माँ अब आप शादी शुदा हो,अब आप पर वो कपडे और गहने बहुत अच्छे लगेंगे,देखना पापा के तो होश उड़ जाएंगे" सूरज की इस बात पर रेखा शर्मा जाती है।
रेखा-"बस कर बेटा" रेखा मुस्कराती हुई नज़रे झुका लेती है शर्म से।
सूरज-" माँ आप शरमाते हुए और भी सुन्दर लगती हो" रेखा नज़रे उठाकर सूरज की और देखती है।
रेखा-"आज मुझे जितनी शर्म आई है उतनी तो कभी नहीं आई"रेखा शरमाते हुए बोली। सूरज समझ जाता है माँ का इशारा ब्रा और पेंटी बाली घटना से था ।
सूरज-" कोई बात नहीं माँ,ऐसा हो जाता है कभी कभी,सभी सेल्स गर्ल होती ही ऐसी हैं" सूरज नज़रे झुका कर बोला।
रेखा-"तेरे सामने इस तरह उन कपड़ो को नहीं दिखाना चाहिए था" रेखा ब्रा और पेंटी को कपडा कह कर संबोधित करती है ।
सूरज-"जो होता है अच्छे के लिए ही होता है माँ"
रेखा-"मतलब समझी नहीं में" रेखा सूरज की बात का मतलब नहीं समझ पा रही थी।
सूरज-" व् व् वो माँ अगर सेल्स गर्ल आपको बुलाती नहीं तो 38 की जगह 36 पहनना पड़ता आपको" सूरज हिम्मत करके बोलता है,रेखा सूरज की इस बात को सुनकर शर्म से पानी पानी हो जाती है। और इस टॉपिक को ख़त्म करने के लिए बोलती है।
रेखा-"सूरज अब जल्दी चल डॉक्टर के पास भी जाना है" सूरज और रेखा गाडी में बैठ कर हॉस्पिटल पहुँच जाते हैं। रेखा डॉक्टर की केबिन में जाती है, सूरज बाहर खड़ा रहता है ।
डाक्टर-"आपने मालिस की तीनो समय?"
रेखा-"हाँ"
डॉक्टर-" अपने कपडे ऊपर करके अपनी योनी दिखाओ" रेखा अपना पेटीकोट ऊपर करके पेंटी उतार देती है,डॉक्टर ऊँगली से योनि देखने लगती है।
डाक्टर-" पहले से आपकी योनी ठीक लग रही है,आज और मालिस कर लो,कल से हस्तमैथुन करना तेल लगा कर" डॉक्टर रेखा की योनी में छोटी ऊँगली डालकर देखती है,तो उसे हलकी नमी दिखाई देती है ।
रेखा-"डॉक्टर में सेक्स करना चाहती हूँ,मेरे पति 10 दिन बाद आ रहें हैं"
डॉक्टर-"यह तो बहुत अच्छी बात है,लेकिन 10 दिन बाद आ रहें हैं तब तक आप,ऊँगली से करो,में आपको दवाई देती हूँ,सुबह शाम टेबलेट खाती रहना,और आज रात में मसाज जरूर कर लेना" रेखा कपडे ठीक करके बाहर जाने लगती है।
डॉक्टर-" मेडम पांच मिनट रुकिए,में नर्स से दवाई भेजती हूँ आपकी बाली"
रेखा-"ठीक है डॉक्टर,में बाहर बैठी हूँ" रेखा बाहर आकर सूरज के पास आती है, रेखा को बहुत तेज पिसाब लगी थी,इसलिए रेखा इधर उधर टॉयलेट देख रही थी । तभी उसे दूर टॉयलेट दिखाई देता है।
रेखा-"सूरज तू बैठ में अभी आई" जैसे ही रेखा जाती है,तभी नर्स सूरज के पास आकर टेबलेट देती है।
नर्स-"ये लीजिए रेखा जी की दवाई, मसाज करने से 20 मिनट पहले खिलानी है,इसे खा कर थोडा सा नशा हो जाएगा,मसाज करने के उपरान्त नींद आ जाएगी" सूरज तो भौचक्का रह गया यह सुनकर। नर्स चली जाती है, सूरज सोचता है की अब में माँ को कैसे बताऊंगा यह बात, तभी रेखा आ जाती है।
सूरज-'माँ बो नर्स ये टेबलेट दे गई हैं"
रेखा-"अच्छा ला दे मुझे, लेकिन यह खानी कब है मुझे?" रेखा के इस प्र्शन से सूरज घबरा जाता है, सूरज किसे बताता अपनी माँ को की खाने के बीस मिनट बाद मसाज करनी है ।
सूरज-'माँ आप जाकर डॉक्टर से पूछ लो, मे यहीं बैठा हूँ"
रेखा-"हाँ में पूछ कर आती हूँ,तू रुक" रेखा डॉक्टर की केबिन में जाती है,
रेखा-" डॉक्टर यह टेबलेट कब खानी है" रेखा के इतना बोलते ही नर्स बोल पड़ती है,।
नर्स-"अरे अभी बताया तो था उस लड़के को,योनी की मसाज करने से 20 मिनट पहले खानी है,इसको खाने के बाद थोडा सेक्स का नशा चढ़ेगा आपको,मसाज या ऊँगली के बाद नींद आ जाएगी" जैसे ही रेखा यह सुनती है की तो उसे झटका लगता है की नर्स ने सूरज को बता दिया दवाई कैसे खानी है। रेखा एक बार फिर शर्मसार हो जाती है खुद की नज़रों में, रेखा समझ जाती है की सूरज ने खुद शर्म के कारण मुझे नहीं बताया इसलिए उसने डॉक्टर से पूछने के लिए मुझे भेजा । रेखा बाहर निकल कर आती है, आज दिन भर की घटना चक्र को सोच कर उसे शर्मिंदगी महसूस हो रही थी, सूरज से नज़रे नहीं मिला पा रही थी । सूरज भी समझ जाता है। दोनों लोग घर आ जाते हैं।
पूनम और तनु रेखा की खूबसूरती देख कर हैरान रह जाती है। सूरज अपने कमरे में जाकर आज की सभी घटना केबारे में सोचता है। सोचते सोचते सूरज का लंड खड़ा हो जाता है,मसाज की बात सुन कर, सूरज ध्यान हटाने का प्रयत्न करता है और सो जाता है। शाम को 8 बजे नींद खुलती है । पूनम उसे जगाने आई थी।
पूनम-"सूरज उठ जा, आज तुझे माँ के साथ गाँव जाना है, माँ पूछ रही है, गांव जाएगा?" सूरज को याद आता है की आज रात में गाँव जाने का उसने वादा किया था ।
सूरज-"हाँ दीदी जाना है गाँव, माँ से कह दो,10 बजे" सूरज फ्रेस होकर नीचे जाता है।
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