RE: Antarvasna Sex kahani जीवन एक संघर्ष है
सूरज-"देखो दीदी मेरा भी पानी निकला है, आपको इस तरह देख कर, लेकिन आपकी चूत से ज्यादा पानी निकल रहा है,मन करता है चाट लू जीव्ह डालकर" तान्या यह सुनकर हैरान रह जाती है,चूत चाटने के नाम पर पानी और ज्यादा बहने लगता है।
तान्या-" कैसा भाई है तू अपनी ही बहन की चूत चाटने की बात कर रहा है, बहुत गन्दा है तू, यह भी कोई चाटने की चीज है"
सूरज-' दीदी आज में आपका भाई नहीं बल्कि गुरु हूँ, आप मेरी शिष्या हो, दीदी एक बात सच सच बोलो!"
तान्या-" हाँ बोल सूर्या"
सूरज-" क्या आपको मेरी बातें सुनकर अच्छा लग रहा है" तान्या सोच में पड़ जाती है ।
तान्या-" हाँ सूर्या मुझे अच्छा लग रहा है, तेरी बातों में पता नहीं कैसा जादू है"सूरज यह सुनकर खुश हो जाता है ।
सूरज-"दीदी क्या मुझे आप अपनी चूचियाँ दिखा सकती हो, और चूत भी" तान्या फिर से चोंक जाती है,लेकिन आज आग तान्या के जिस्म में भी लग चुकी थी, तान्या भी चाहती थी,सुर्या चूत को चाटे,और बूब्स को मसले"
तान्या-" देख कर क्या करेगा सूर्या, तू तो मुझे पहले भी नंगा देख चूका है, यह मुझसे न हो पाएगा"
सूरज-"प्लीज़ दीदी एक बार" तान्या कुछ देर सोचती है फिर बोलती है।
तान्या-"तू खुद देख ले सूर्या,मुझे कपडे उतारने में शर्म आती है" सूरज यह सुनकर खुश हो जाता है और तान्या को गले लगा लेता है, तान्या की चूची सूरज के सीने से रगड़ जाती है,और सूरज का लंड तान्या की चूत पर रगड़ता है ।
सूरज-"दीदी आपके राशीले होठ चूसने का मन कर रहा है" सूरज इतना ही बोलता है और तान्या के राशीले होठो को चूसने लगता है, तान्या भी गर्म थी,दोनों लोग एक दूसरे को चूमने चाटने लगते हैं, तान्या अपनी जीव्ह सूरज के मुह में डाल देती है,सूरज उसको लोलीपोप की तरह चुस्त है।
दस मिनट लिप्स चूसने के बाद सूरज तान्या की चूचियाँ मसलने लगता है, ब्रा उतार कर निप्पल मरोड़ने लगता है, सूरज तान्या को बेड पर लेटा कर बूब्स मसलता है,चूसता है,तान्या के लाल निप्पल को होठो से मसलता है, तान्या कामुक हो जाती है, सूरज एक हाँथ से पेंटी के ऊपर से चूत मसलता है। एक ऊँगली से कुरेदता है, तान्या झटके लेने लगती है,उसकी सिसकारी और चीखे फूटने लगती है। सूरज पेंटी उतार कर तान्या की चूत में जीव्ह घुसाने का प्रयास करता है, तान्या मचल जाती है, सूरज अपनी कठोर और नुकीली जीव्ह से तान्या को चोदने लगता है, तान्या झड़ने लगती है,सूरज चूत का सारा पानी पी जाता है ।
सूरज-"दीदी सेक्स करोगी मेरे साथ" तान्या तड़पते हुए"
तान्या-"हाँ सूर्या सेक्स करुँगी तेरे साथ" तान्या झटके खा कर कई बार में झड़ती है ।
तान्या-"ओह्ह्ह्ह सूर्या बहुत अच्छा लगा"
सूरज-" दीदी जब ये लंड़ चूत में घुसेगा तो और मजा आएगा" सूरज कच्छे से लंड को आज़ाद कर देता है,तान्या सूरज के लंड़ को देख कर हैरान रह जाती है ।
तान्या-" ओह्ह इतना बड़ा,ये कैसे घुसेगा,में मर जाउंगी सूर्या, इसको मत डालना"
सूरज -"दीदी कुछ नहीं होगा,में अपनी दीदी को प्यार से चोदुंगा, दीदी एक बार इसको पकड़ कर देखो"तान्या कपकपाते हांथो मूसल जैसे लंड को पकड़ती है,ऐसा लग रहा था जैसे कोबरा सांप पकड़ा हो।
तान्या-"कितना भयानक है ये,फड़फड़ा रहा है, मेरी चूत तो फट जाएगी इससे"
सूरज-"नहीं दीदी, आप चूत की गहराई को नहीं जानती हो, एक बार चूत में घुस गया तो,फिर आपके मजे हो जाऐंगे,रोज लंड मांगोगी, दीदी अब मेरे लंड को चूस कर तो देखो"
तान्या-"नहीं सिर्फ किस्स कर ले रही हूँ,तान्या लाल टोपे पर जीव्ह फिराती है,लंड झटके मारने लगता है।
सूरज-"दीदी अब मुझपर रुका नहीं जा रहा है,आप लेट जाओ, आज आपकी चूत का उदघाटन कर देता हूँ" तान्या को लेटा कर चूत के मुह पर लंड रख कर सहलाने लगता है, और एक हलके झटके के साथ लंड का टोपा चूत में घुस जाता है।
तान्या-"ओह्ह्हफ़्फ़ग़ाफ़ सूर्या आराम से दर्द हो रहा है" सूरज लण्ड को निकाल कर दुबारा डालता है,कई बार अंदर डालता और निकालता तभी सूरज ने एक झटके के साथ पूरा लंड ठोंक देता है। तान्या दर्द से चिल्लाई।
तान्या-"ओह्हफ़्फ़्फ़्फ़् सूर्या ये क्या किया,प्लीज़ निकाल लंड को दर्द हो रहा है" तान्या की चूत से खून निकलने लगता है, सूरज चूत को साफ़ करता है, चूत को एक कपडे से बिलकुल साफ कर देता है । अब सूरज लंड को निकाल कर तान्या की चूत में फुक मारता है,थोड़ी देर बाद फिर से लंड घुसेड़ता है, इस तरह तीन चार बार घुसेड़कर निकालता है और फूंक मारता है,तान्या को अब आराम मिलता है, सूरज फिर से लंड डालकर धक्के मारता है, तान्या की चूत भी अब पानी छोडने लगती है जिससे लंड आराम से अंदर जाता और बहार निकल आता।
तान्या-"उफ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ़ आह्ह्ह्ह्ह् सूर्या अब धक्के मार, सुरज तेज तेज चोदने लगता है।
तान्या-"दीदी बहुत टाइट है आपकी चूत, मेरे लंड को जकड़ लिया है चूत ने" सूरज लगा तार धक्के मरता है ।
तान्या झड़ने बाली होती है ।
तान्या-"सूर्या में झड़ने बाली हूँ"
सूरज-"दीदी आप मेरे मुह में झड़ना, में आपकी चूत का पानी पिऊंगा" इतना कह कर तान्या सूरज के मुह पर बैठ जाती है, और ऊँगली से चूत की फांको को मसलती है तभी एक तेज धार के साथ तान्या की चूत से पानी का सैलाब निकलता है। सूरज सारा कामरस पी जाता है ।चूत को चाट कर सारा पानी पिने के बाद, तान्या को चौदने लगता है और 5 मिनट बाद तान्या की चूत में झड़ जाता है ।तान्या भी सूरज के साथ झड़ जाती है । 1 5मिनट बाद सूरज और तान्या बाथरूम में नहाते हैं,
तान्या और सूरज बाथरूम में जाकर फब्बारे से नहाते हैं, तान्या अपनी चूत पानी से धोती है,उसकी चूत की फांके सूज चुकी थी,अंदर पूरा लाल हो चूका था, तान्या को बड़ा दर्द सहना पड़ रहा था। सूरज तान्या के जिस्म में साबुन लगा कर उसके बूब्स और पुरे जिस्म को साफ करता है।
सूरज जैसे ही तान्या की सूजी हुई चूत देखता है तो हैरान रह जाता है।
सूरज-' दीदी आपकी चूत सूज कर लाल हो चुकी है"
तान्या-'इतना बड़ा मूसल इस बेचारी कोमल जगह में डालेगा तो सुजेगी नहीं क्या" सूरज चूत को साफ करता है तो तान्या दर्द से चीखती है।
सूरज-"दीदी क्या ज्यादा दर्द हो रहा है?"
तान्या-"हाँ बहुत दर्द हो रहा है, अंदर से चूत पूरी घायल हो चुकी है, ठीक होने में समय लगेगा"
सूरज-" परेसान न हो दीदी,में दवाई ले आऊंगा"
तान्या-" हाँ ठीक है सूर्या" दोनों लोग नहा कर रूम में आकर खाना खाते हैं। खाना खाने के बाद सूरज दवाई के लिए मार्केट निकल जाता है हेलिना को लेकर, तभी संध्या का फोन आता है ।
संध्या-"सूर्या कैसा है तू,कब आएगा"
सूरज-"माँ में ठीक हूँ,आज रात में फ्लाइट है"
संध्या-"तेरी बहुत याद आ रही है सूर्या,तेरे बिन सब सूना सूना सा है"
सूरज-" माँ याद तो मुझे भी आपकी बहुत आ रही है, माँ आपको मेरी याद आ रही है या मेरे लंड की?"
संध्या-" अब क्या बताऊ यकीन नहीं कर पाती हूँ ,
तुमने भी मुझको याद किया !
और मैं हूँ ऐसी पगली ,तेरी खातिर खुदा को भुला दिया !!
जब चंदा मुस्काता था ,मस्त हवा जब बहती थी !
याद तुम्हारी आते ही ,गुदगुदी चुत में होती थी !!
रिमझिम -रिमझिम बरखा में ,जब बिलकुल तनहा मैं होती !
तकिये पे सर को रख करके ,
तेरे लंड की याद में थी रोती !!सोच के दिल भर आता है ,
संग होते तो क्या हो सकता था !
मैं हर पल चूमा करती तुमको ,हर लम्हा मेरा हो सकता था !!
अब जब तुम आ जाओगे ,चुन लेंगे हम फिर से खुशियाँ !
चूमुंगी हर पल लंड को , मधुर बनायेंगे घड़ियाँ !!एक 3 दिन से तनहा हूँ ,
मिलने पर आँखें भर आएँगी !तेरे बदन को छूते ही ,चुत मेरी बह जायेगी!""" संध्या कविता के माध्यम से कामुक सिसकियाँ लेते हुए बोली। सूरज समझ जाता है माँ चूत में ऊँगली कर रही है ।
सूरज-" वाह्ह्ह् माँ आपने तो मेरा खड़ा कर दिया, आपकी रस भरी बहती चूत का पानी पिने के लिए में और मेरा लंड दोनों बैचैन है, माँ बस आज का दिन और जैसे तैसे काट लो,कल से तुम्हारी चूत को बहुत प्यार करूँगा आकर"
संध्या-"अब और सहा नहीं जा रहा है, बस तू आजा मेरे लाल, पानी मेरी आँखों से न निकल कर मेरी चूत से बह रहा है, अब तो छोटे डिडलो से भी मेरी प्यास नहीं बुझती है"
सूरज-" माँ अच्छा किया आपने याद दिला दिया,आपके लिए एक मोटा डिडलो लेते आऊंगा, मेरी गैर मौजूदगी में आप अपना काम चला सकती हो उससे"
संध्या-"ठीक है सूर्या"
सूरज फोन काट देता है, हेलिना सूरज की हिंदी भाषा समझ नहीं पा रही थी, सूरज एक मेडिकल सोप पर जाकर चूत के दर्द के लिए एक जैल क्रीम लेता है और एक 7 इंच लंबा और तीन इंच मोटा डिडलो लेकर अपने बेग में रख लेता है, हेलिना कार में ही बैठी थी। सूरज कार में बैठ जाता है तभी तनु और पूनम का फोन आता है ।
तनु-" हेलो सूरज कहाँ है अभी"
सूरज-"दीदी अमेरिका आया हूँ बिजनेस के सिलसिले में" तनु सुन कर चोंक जाती है।
तनु-" क्या अमेरिका, तू सच बोल रहा है सूरज"
सूरज-"हाँ दीदी"
तनु-" सूरज अमेरिका से मेरे लिए कुछ ले आना"
सूरज-" बोलो दीदी क्या लेकर आऊं"
तनु-"तू कुछ भी ले आना सूरज"
सूरज-"ठीक है दीदी ले आऊंगा" तभी पूनम तनु से फोन लेकर अलग जगह जाकर बात करने लगती है ।
पूनम-" सूरज मेरे लिए क्या लेकर आएगा,अमेरिका से?"
सूरज-" बोलो दीदी आपके लिए क्या लेकर आऊँ?"
पूनम-" मेरे लिए अच्छी सी ड्रेस लेकर आना" सूरज सोच में पड़ जाता है की दीदी अमेरिकन ड्रेस कैसे पहनेंगी, अमेरिका में ड्रेस लेने के लिए लड़की का पूरा फिगर पता होना चाहिए।
सूरज-"दीदी अमेरिका के लोग अच्छे कपडे नहीं पहनते हैं, आप यहाँ की ड्रेस पहन नहीं पाओगी"
पूनम-"तुझे नहीं लाना है तो मना कर दे" पूनम नाराज होती हुई बोली ।
सूरज-"अरे दीदी नाराज क्यूँ होती हो, अच्छा ठीक है में कुछ न कुछ लेकर आऊंगा आपके लिए" पूनम खुश हो जाती है ।
पूनम-" अमेरिका किसके साथ गया है?"
सूरज-"तान्या दीदी के साथ"
पूनम-' ओह्ह्हो तान्या, अब तो वाही तेरी बहन है मुझे तो तू भूल ही गया, जब से शहर में आई हूँ तू मुझे कहीं घुमाने नहीं ले गया है"
सूरज-' दीदी इंडिया आने पर आपको कहीं घुमाने ले जाऊँगा"
पूनम-"सच में या मुझे गोली दे रहा है"
सूरज-"सच में दीदी"
पूनम-" कब आएगा तू"
सूरज-"आज रात में बैठूंगा,कल आपके पास आऊंगा'
पूनम-"ठीक है सूरज, जल्दी आना, और हाँ अमेरिका कैसा है मुझे व्हाट्सअप पर फोटो भेज, तान्या के भी फोटो भेज देना, में भी देखूं कैसी है तेरी नई दीदी"
सूरज-"ठीक है दीदी में फोटो भेज दूंगा" फोन काट कर सूरज मार्केट जाता है। तनु और पूनम के लिए कपडे खरीद कर बेग में रख लेता है । सूरज को तनु का साइज़ पता था इसलिए ब्रा और पेंटी खरीदता है नई नई ब्रांड की औए पूनम के लिए एक सिम्पल सी जीन्स और टीशर्ट खरीदता है ।
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