RE: Nangi Sex Kahani जुनून (प्यार या हवस)
अजय को होश आया तो वो अपने बिस्तर में पड़ा हुआ था,वो तेजी से उठकर खड़ा हुआ, पास खड़ी नर्स ने उसे रोका लेकिन
“निधि निधि कहा “
“आप शांत हो जाइए वो बाजू वाले कमरे में है और अच्छी है”
अजय को बहुत ही थकान महसूस हो रही थी लेकिन वो बेचैन था ,उसने हाथ मे लगी ड्रिप को निकाल फेका,
“अरे रुकिए “
नर्स उसके पीछे चलने लगी कमरे के बाहर परिवार का हर सदस्य मौजूद था,मुख्यमंत्री बंसल भी वहां आये हुए थे,सभी अजय को देखकर खड़े हो जाते है,लेकिन उसे इन सबकी फिक्र कहा थी,वो निधि के कमरे में गया, वो अभी भी आंखे बंद कर सोई हुई थी, पास ही उसकी बहने खड़ी थी,
“निधि निधि “
वो धीरे से आंखे खोलती है और बहुत ही प्यार से अजय को देखती है,
“आप कैसे हो ,”वो बहुत कमजोर लग रही थी, अजय के आंखों में आँसू था लेकिन निधि के चहरे में मुस्कुराहट ,
“आप फिक्र मत करो मैं अच्छी हु”
वो हल्के से मुस्कुराते हुए बोली
“जिसने भी ये किया है उसे मैं जिंदा नही छोडूंगा “
अजय की आवाज कांपने लगी थी
वो उठ कर बाहर आ चुका था,
“अगर पेशेंट को होश आ रही हो तो हमे बयान लेना होगा”
बाहर खड़ा sp डरते हुए बोला
“कोई बयान बाजी नही होगी,बस किडनैप किया गया और मिल गए इतना ही लिखो रिपोर्ट में “अजय की आंखे देखकर sp थोड़ा सहमा
“लेकिन सर”
“गुनहगारों को ढूंढने और सजा देने की जहमत तुम मत उठाओ sp वो मैं कर लूंगा ,तुम बस फार्मेलटी पूरी करो और मेरी बहन का कोई बयान नही लिया जायेगा उसे आराम करने दो”
पास ही खड़े बंसल ने sp को इशारा किया और वो चलता बना
“अजय मेरा या मेरी पार्टी का इस सबसे कोई भी ताल्लुक नहीं है जैसा की ये मीडिया वाले कह रहे हैं,”
बंसल ने अपनी सफाई दी
“मुझे पता है अंकल और आप फिक्र मत करे मैं मीडिया के सामने आ कर सब कुछ क्लियर कर दूंगा,”सामने खड़ा हुआ विजय की आंखों लाल सूर्य जैसे धधक रही थी,
“वो तांत्रिक बचकर नही जा पायेगा भैया हम हर जगह उसे ढूंढ रहे हैं,”
“वो एक नही दो थे ,पुनिया हा यही नाम था उस दूसरे व्यक्ति का “
विजय थोड़ी भी देर लगाए बिना वँहा से निकला…
इधर
“मादरचोद तेरे इस शैतान के चक्कर में जिंदगी झंड हो जाएगी ,सभी तुझे कुत्तों की तरह ढूंढ रहे हैं,”
“मैंने कहा था, तूने ही तो जल्दबाजी की थी ,”
दोनो ही घने जंगल के बीच किसी अज्ञात स्थान पर छुपे हुए थे,
“खैर मरने मारने का फैसला तो कर ही चुके है,तो अब डरना कैसा “
पुनिया का चेहरा लाल हो चुका था..
इधर
अजय अब भी बहुत कमजोर महसूस कर रहा था, उसे सबने समझा कर उसके कमरे में सुला दिया था ,
एक सुबकने की आवाज ने उसकी नींद तोड़ी,
“तुम???”
खुसबू की आंखों में बस आंसू थे वो कुछ भी ना बोली वो उसके पैरों के पास बैठी हुई थी,
“अब कुछ बोलोगी भी”
लेकिन खुसबू की नजर अभी भी नीचे ही थी,अजय उठा और उसके हाथो को पकड़ कर अपने ऊपर खिंच लिया,खुसबू अब उसके ऊपर सोई हुई थी आंखों से आंसू बह रहे थे ,लेकिन वो अजय की छाती से चिपके हुए थी ,वो अपने सर को उठाने की थोड़ी भी जहमत नही उठा रही थी,
“मुझे पता चला कि उस तांत्रिक ने आपके और निधि के साथ क्या किया “वो और भी थोड़े जोर से अजय के सीने से लग गई,
अजय थोड़ी देर के लिए तो गम सा हो गया लेकिन फिर उसे निधि के चहरे के भाव दिखाई दिए और उसके चहरे में एक मुस्कान खिल गई ,लेकिन उसे भी ये डर लगा की कही खुसबू को ये भाव ना दिख जाय ,उसे उन दो लोगो पर बहुत ही हँसी आ रही थी जो की चाहते थे की भाई बहन का बलात्कार करे वही निधि को इतने मजे में उसने कभी नही देखा था साथ ही उसे भी इतने गहराई का अहसास कभी भी नही हुआ था,वो खुसबू को अपने से और भी सटा लेता है और उसे कसकर पकड़ता है ,उन यादो का असर उसके पेंट के नीचे के हिस्से में हो रहा था,उसे थोड़ा आश्चर्य हुआ की जिस चीज को लेकर वो इतना अपसेट था,और अपना खून जला रहा था जो की उसके और उसके परिवार के लिए सुरक्षा का विषय था ,उस बात में भी उसका लिंग अंगड़ाई मार रहा है,कहते है ना की शैतान बाहर ही नही एक शैतान अंदर भी होता है ,अजय को अपनी ही सोच पर हँसी आयी लेकिन फिर उसे याद आया की खुसबू ने आखिर कहा क्या है ,उसे पता चल गया मतलब की पूरे घर को इस बात का पता होगा,शायद कोई भी उसे कुछ कहे नही लेकिन ,,....ओह ये मौत सी खामोशी का कारण यही था…
वो खुसबू के बालो ने हाथ फेरता है ..
“तो तुम अब हमारे रिस्ते के बारे में क्या सोचती हो…”
अजय के बात से खुसबू उससे अलग हो गई और उसे बड़े ही दर्द भरे नजरो से देखने लगी ,
“आपको क्या लगता है “
अजय बिना कुछ बोले ही उसे देख रहा था,
“मैं आपकी हो चुकी हु और जो भी हुआ वो सब तो एक साजिश की तहत कराया गया था ,इसमें आप दोनो की गलती ही क्या है ,वो एक हादसा था जिसे भूल ही जाना चाहिए “
वो अजय की आंखों में देखती है
“कोई भी लड़की कभी ये सहन नही कर पाएगी की उसके प्यार के शरीर के साथ कोई और …”
अजय के बोलने से पहले ह खुसबू ने अपने उंगलियों को उसके होठो पर रख दिया
“बस अब चुप ,मैं जानती हु की आप क्या हो ..”
उसके होठो में एक मुस्कान तैरने लगी
“अच्छा क्या हु मैं “
“मेरे भगवान ..”खुसबू अपने होठो को अजय के होठो के पास ले जाने लगी थी लेकिन अजय ने उसे वही रोक दिया ,
“ये मेरा निधि के साथ पहला सेक्स नही था खुसबू ,मुझे भगवान की उपाधि देने से पहले ये सोच लो ,की मेरे शाररिक संबंध मेरे बहन के साथ भी रहे है और ऐसा किसी गलती से एक बार नही हुआ है ये सोच समझ कर कई बार हमारे बीच हुआ है ,और इसका कोई भी गिला कभी भी मेरे दिल में नही रहा ना ही रहेगा ,मैं अपनी बहन से बेतहासा प्यार करता था करता हु और करता रहूंगा,मैं जानता हु की ये सब सुनने के बाद तुम मेरा यकीन नही करोगी लेकिन यकीन मानो मैं तुमसे भ बहुत प्यार करता हु “
अजय की बातो का खुसबू के कानो को विस्वास ही नही हो रहा था ,वो झटके से उठी और उठते ही लड़खड़ा गई ,वो थोड़ा सम्भली और अपने आंसू पोछकर अजय को अजीब से निगाहों से देखने लगी जैसे पूछ रही हो की क्यो ,आखिर क्या हुआ ये ...खुसबू बस देखती ही रही लेकिन अचानक जैसे उसे झटका लगा की आखिर हुआ क्या है वो झट से उठी और सीधे ही कमरे के गेट की तरफ अपने कदम बड़ा दिए ………
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