RE: Nangi Sex Kahani जुनून (प्यार या हवस)
“कुछ बोलो ना”अजय अब भी उसके बालो को सहला रहा था,
“उ हु ,मैं कुछ भी नही बोलूंगी बस ऐसे ही रहो ,सारी जिंदगी बस अब ऐसे ही बीत जाय,और मुझे कुछ भी नही चाहिए “
अजय ने उसे प्यार से देखा लेकिन उसका चहरा अजय के सीने में गड़ा हुआ था,वो उसके सर पर ही एक किस करता है,
“अच्छा चलो अब देर हो रही है सभी हमे ही ढूंढ रहे होंगे “
खुसबू फिर से ना में सर हिला देती है ,वो बिना कुछ बोले यू ही एक दूजे के चिपके हुए ना जाने कितने देर तक बैठे रहे,समय थम चुका था,बस धड़कने थी कोई जिस्म कही नही था,फ़क़त कुछ सांसे थी,और था वो अहसास एक दूजे के होने का,एक दूजे में खो जाने का …….
तभी किसी के पायलों की आवाज आने लगी दोनो अपनी दुनिया से बाहर निकले ,ही थे की सोनल ने दूर से उन्हें देख लिया,वो जल्दी से अलग हुए …
“ओहो ओहो अब चिपके ही रहो मुझे देख के अलग क्यो हो रहे हो “
खुसबू बुरी तरह से शर्मा गई थी वही अजय भी थोड़ा नर्वस हो रहा था,दोनो ही खड़े हो गए
“हम इन्हें कहा कहा ढूंढ रहे है और ये है की यहां प्रेम की पींगे हांक रहे है,ओहो क्यो मेरी खुसबू रानी “
सोनल जाकर खुसबू को छेड़ने लगी खुसबू घबराकर वहां से भागी,लेकिन खुसबू ने उसे पकड़ लिया और उसके चहरे पर एक किस कर दिया ,अजय ये सब देखकर सोनल के लिए प्यार से भर गया वो अपनी बांहे फैलाकर सोनल को उसमे आने का निमंत्रण देता है और सोनल दौड़ते हुए उसके सीने से लग गई ,खुसबू तो दौड़ कर बाहर चली गई ,और सोनल अजय के बांहो में थी,
“क्यो भइया आखिर हमे भाभी मिल ही गई “
“हम्म मेरी जान ,”
“तो लव यु वगेरह बोला की नही “
“जब दिल में ही प्यार हो तो क्या बोलना “
“अरे भइया बोलना भी जरूरी होता है बस प्यार करना ही नही बल्कि उसे जताना भी जरूरी होता है “
“ठीक है मेरी मा वो भी कर देंगे लेकिन अब नीचे चल सब ढूंढ रहे होंगे “
“हा भइया जल्दी चलिए “
नए नए प्यार का नशा ,वो खुमार वो खुसबू ,कुछ अलग ही फिलिंग होती थी ,अजय खुसबू के प्यार की खुसबू में खोया हुआ था ,और ये बात हवा में बह रही खुसबू जैसे चारो ओर फैलाने लगी थी,लगभग सभी बच्चों तक ये बात पहुच गयी और सभी इससे बहुत खुस थे ,दोनो ही एक दुसरो को रह रह कर देखते और खुसबू इससे शर्मा जाती और सोनल उसे छेड़ने का कोई भी मौका नही छोड़ रही थी,सुमन की बिदाई का समय आ गया था ,रोने वाला कोई था ही नही ,क्योकि सभी इस रिश्ते से बेहद खुस थे ,लेकिन उसकी मां की आंखों में आंसू आ ही गया ,
ठाकुरो की हवेली में किशन का कमरा फूलो से सजाया गया था,ऐसे तो किशन ने अब तक ना जाने कितनी लड़कियों के साथ सेक्स किया था लेकिन आज उसका दिल जोरो से धड़क रहा था,ये बात भी स्वाभाविक थी क्योकि सुमन उसका प्यार था,और ये पहली बार था …..
तो धक धक करते जिया के साथ वो छत में टहल रहा था,उसकी इतनी हिम्मत नही हो रही ही की वो अपने कमरे में जाय
तभी उसे किसी के आने की आहट हुई अजय उसके पास आया था ,
उसे देखते ही वो उसके पास चला गया ,अजय ने अपने चहरे में एक मुस्कुराहट लाते हुए उससे आंखों से ही पूछ लिया की क्या हुआ ,
“पता नही भैया बहुत घबराहट हो रही है”
अजय की मुस्कान चौड़ी हो गई
“ये तेरे साथ पहली बार तो नही है “
“नही भइया वो बात नही है पर ना जाने क्यो बहुत ही घबराहट हो रही है,ऐसा लग रहा है जैसे की ये पहली बात हो ,पहले कभी ऐसे दिल नही धड़का था,सांसो ने तो जैसे आंदोलन कर रखा है,समझ नही आ रहा की ये क्या हो रहा है “
अजय उसके कंधे पर प्यार से अपना हाथ रखकर कहता है,
“अरे पगले तेरा ये हाल है ओ जरा सोच की उसका क्या हाल होगा,ये स्वाभाविक है होता है ,और अगर तू ऐसे डरेगा तो उसे कैसे समझयेगा ,अब तेरी शादी हो चुकी है मतलब की वो अब तेरी जिम्मेदारी है ,उसका सुख दुख अब सब तुझसे ही होगा ,अब चल गहरी सांसे ले और नीचे चल ,सब ठीक होगा “
अजय के पास होने के अहसास से ही किशन के दिल में हिम्मत आ गई वो 2-4 गहरी सांसे लेकर
“चलो भइया किला फतह करते है “
अजय की हँसी छूट गई
“किला मुझे नही तुझे फतह करनी है ,चल अब नीचे “
किशन कमरे में आया तो चौक गया ,सभी औरते वही जमावड़ा डाले बैठी थी,उसका पूरा जोश ही ठंडा होने लगा ,सभी उसे देखते ही मजाक उड़ाने लगी वो बेचारा पसीने से भीग चुका था,लेकिन सभी उसकी हालत देखकर उसपर थोड़ा तरस खाकर वहां से जाने लगे लेकिन रानी और निधि अब भी वही थी ,किशन ने दोनो को सवालिया निशान से देखा ,
“ऐसे कैसे चले जाएंगे भइया,हमारे रश्म के पैसे कहा है “
रानी के चहरे पर मुस्कान थी उसे पता था की किशन ने ऐसा कभी सोचा भी नही होगा,वो सच में घबरा गया …
“ये ये कैसा रस्म है मुझे तो किसी ने कुछ बताया है नही “
“ओहो देखा भाभीजी आपका पाला किस बुद्धू से पड़ गया ,अरे मेरे प्यारे भइया जी आज जब तक आप हमे हमारे मुह मांगे पैसे नही दे देते हम इस कमरे से नही जाएंगे “
किशन थोड़ी देर सोचा लेकिन उसके चहरे में एक मुस्कान आ गई
“अरे मेरी बहनों तुम्हारे लिए पैसा क्या मैं अपनी जान भी दे दु “
“अभी के लिये तो पैसे ही काफी है ,भइया जल्दी दो मुझे बहुत नींद आ रही है “इस बार निधि के अपने मासूमियत वाले अंदाज में कहा ,
“तो अपनी भाभी के साथ सो जा ना ,ऐसे भी तुम्हारे यंहा रहने से मुझे कोई परेशानी नही है “
“अच्छा तो मैं तो यंही सो रही हु गुड नाइट “निधि बिस्तर में मुह गड़ाकर सो गई ,
“अरे ये क्या कर रही है ,तुझे कहा था ना की जब तक भाई पैसे ना दे यही रहना और तू यहां सोने लगी आज इनकी सुहागरात है पगली ,और अब ये कमरा भाभी जी का है हमारा नही “रानी निधि को हिलाते हुए बोली ,किशन उसके पास आकर बैठ गया ,वो सुमन के बाजू में ही बैठी थी ,सुमन अभी दुल्हन के जोड़े में सिकुचाई हुई पैर मोड़कर बैठी हुई थी उसे देखकर लगता ही नही था की ये इस घर में इतने दिनों से रह रही थी,किशन रानी के बाजू में बैठ गया ,निधि अपनी आंखे खोले उन्हें देख रही थी ,किशन ने रानी के बालो को अपने हाथो से सहलाया ….और उसे गौर से देखने लगा ,पता नही क्यो लेकिन रानी की आंखों में उसका स्पर्श पड़ते ही आंसू आ गए ,वो अपने भाई की खुसी से बहुत ही खुश थी पर उसे व्यक्त नही कर पा रही थी ,कभी किशन एक आवारा सा लड़का हुआ करता था इस लड़की के प्यार ने उसे क्या से क्या बना दिया,
“मेरे पास जो भी है वो तेरा ही तो है पगली ,क्या चाहिए तुम दोनो को अगर तुम्हारे भाई के बस का रहा तो जरूर दूंगा ,लेकिन ये मत कहना की ये कमरा अब तुम्हारा नही रहा,या मैं तुम्हारा नही रहा तुम्हे यंहा रहना है तो यही रहो ,और मैं तो जीवन भर तुमलोगो का रहूंगा,मुझे मेरी बहनों से दुनिया की कोई भी ताकत अलग नही कर सकती “
रानी के मुह से कोई बोल ही नही निकल रहे थे ,वो बस आंसू लिए अपने भाई को देख रही थी वो किशन से लिपट गई ….
“लव यू भाई,मुझे तुमसे कुछ भी नही चाहिए और मुझे पता है मेरा भाई मुझसे कितना प्यार करता है मैं आज बहुत खुश हु भाई ,मेरे भाई को उसका प्यार मिल गया …”
वो दोनो थोड़ी देर तक एक दूसरे से चिपके रहे ,तभी निधि बोल पड़ी
“भइया मुझे तो चाहिए “
“तू बोल तो सही मेरी प्यारी गुड़िया को क्या चाहिये “किशन उसके बालो में हाथ फेरने लगा
“जल्दी से एक प्यारा सा भतीजा ….और इसमें देरी नही होनी चाहिए “रानी और निधि हँसने लगे वही सुमन बेचारी थोड़ी सकुचा गई ,वो जरूर घूंघट के नीचे मुस्कुराई होगी …
“अरे बहन अब इन्हें छोड़ देते है नही तो भतीजा आने में देरी हो जाएगी “रानी और निधि फिर से हँसे और किशन और सुमन को किस करके कमरे से निकल गए……..
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