RE: Porn Sex Kahani रंगीली बीवी की मस्तियाँ
दरवाजे की खटखटाहट से मेरी नींद खुली,3 बज रहे थे ,
“इतनी रात को कौन है “मैं भुनभुनाता हुआ दरवाजे तक पहुचा
खोला तो मेरे दिल ने एक जोर का झटका मारा ,सामने काजल खड़ी थी साथ ही वरुण और रॉकी भी थे,
काजल अंदर आयी और दरवाजा बंद कर दिया
“इतने रात को “मैं आगे कुछ बोल पाता की काजल ने अपने होठ मेरे होठो में मिला दिए ,उसके वो नरम होठ मेरे सवालों को जैसे काफूर ही कर दिया ,
मैं अपने सवालों को खुद ही ढूंढ नही पा रहा था ,मेरे हाथ उसके कमर पर गए और मैंने भी होठो में थोड़ी ताकत लगाई,दोनो के जीभ अब एक दूसरे से लिपटे हुए थे और थूक से सने होठो से नरम नरम गर्मी का आभास हम दोनो को होने लगा था,काजल की बंद आंखों में आंसुओ की कुछ बूंदे तैरने लगी थी जो उसके गालो से लुढ़ककर मेरे गालो को छू रही थी ,उसके फुले हुए गालो की गर्मी ने मेरे गालो पर चोट पहुचाया और मैं उसके आंसुओ का अहसास पाते ही उससे थोड़ा अलग हुआ ,अब भी उसके हाथ मेरे गले से होते हुए मेरे बालो पर थे वही मेरे हाथ उसकी कमर को कसे हुए थे,मैं उसे थोड़ा और अपनी ओर खिंचा उसके आंखों से लुढ़कते हुए आंसू को अपने होठो में समा लिया ,
“इतनी रात को परेशान किया आपको “
मैं फिर से उसके निचले होठो पर अपने दांतो का हल्का सा वार किया ,वो मुस्कुराई
“हमारे इस प्यार में परेशान तो बेचारा रॉकी हो जाता है “मेरे बोलने से काजल के होठो में एक मुस्कुराहट आ गई
“अपने तो आज याद ही नही किया और मेरे काल का जवाब भी नही दिया इसलिए भागते हुए चली आई ,सॉरी “उसने अपने कानो को पकड़ते हुए कहा ,
उसकी वो मासूमियत जिसमे मैं अपना सब कुछ लुटाने को तैयार बैठा था ,और उसका वो रूप जिसे देखकर कोई भी पति शक में पड़ जाय ,दोनो में सच क्या था ??
मेरे लिए तो दोनो ही सच थे ……
मैंने उसके गुलाबी गालो पर हल्के से अपने दांत का वार किया
“बस ऐसे ही रह ना ...मेरे पास रह मेरे साथ रह ,इस काम ने हमे बहुत जुदा सा कर दिया है “
मेरी आंखे भी भरने को हुई लेकिन मर्द था मुश्किल से ही रोता था ,वो मेरे होठो पर अपनी उंगली रख दी और हल्के से उसे सहलाया ,उसके लाल होठो में मुझे फिर से प्यार भारी चुम्बन की रसीद दी ,लेकिन उंगली के ऊपर से ही ,
वो जानती थी की मैं क्या बोलना चाहता हु
“बस कुछ दिन और फिर हमेशा ही आपके बांहो में रहूंगी ,”
वो अपने काले रंग के सलवार सूट में थी ,जिसमे उसका यौवन ढका हुआ था ,लेकिन उसकी मादकता किसी के दिल से भी आह निकाल देती ,शायद कुछ दिनों में ही ये यौवन कोई और भी भोगेगा,अभी तक तो काजल ने बड़ी ही खूबी से इसे बचा कर रखा था लेकिन कब तक ,ये खयाल आते ही मेरा मन फिर से उदास हो गया ,लेकिन जैसे काजल ने मेरी उदासी को भांप लिया था ,
“अच्छा फोन क्यो नही उठाया “उसका लहजा शिकायत से भरा हुआ था
“ह्म्म्म शायद साइलेंट में था ,और ऐसी भी क्या बेताबी मेरी जान ,इतनी रात हो गई है और तुम .”
मैं कुछ आगे बोलता की काजल के उंगली फिर से मेरे होठो पर चले गए
“आपसे मिलने को मुझे रात दिन का फर्क समझ नही आता ,बस ..अब यही खड़े रहे “उसकी नजर में एक शरारत थी मैं उसे उठा कर अपने बैडरूम में ले गया,बिस्तर में पटकते ही उसने अपनी बांहो को फैला कर मेरा अभिवादन किया ,मैं उसके ऊपर था ,दोनो के सांसे एक दूजे से टकराने लगी थी ,मैंने उसका पल्लू हटाया और उसके गोरे गर्दन पर अपने होठो को रख दिया ,उसके हाथ अब मेरे बालो पर थे ,वो हल्के से सिसकिया ले रही थी ,लेकिन उसके हाथ बहुत ही प्यार से मेरे बालो को सहला रहे थे उसे कोई जल्दी नही थी ना ही मुझे ,मैं अपने चहरे को ऊपर कर उसके प्यारे से मुखड़े को निहारने लगा…
वो कुंदन सी उसकी काया जो मेरे बांहो में दमक रही थी ,उसके चंचल काले नयना जिसमे बस प्यार ही प्यार दिख रहा था ,वो उसके उठे हुए नाक की ऊँचाई जिसमे अभी अभी मैंने किस किया था,वो उसके फुले हुए गाल जो गुलाबी काया से दमक रहे थे ,शर्म से उसके गालो में जैसे खून उतर आया हो,उसका वो माथा जिसे मैंने अपने होठो से सहलाया था ,वो रेशमी बाल जो मेरी उंगलियों में उलझे थे,और वो तड़फते हुए होठ जिनका गुलाबीपन मुझे अपने अंदर जाने को आमंत्रित कर रहा था…
मैंने भी बिना देर किये उसके होठो को अपने होठो में भर लिया था ,हम दोनो ही प्यार की गहराइयों को अपने होठो के जरिये से नापने की कोशिश में लगे हुए थे ,हमारे जीभ आपस में मिल रहे थे ,हमारी सांसे एक दूसरे में गूथ रही थी ,हमारे शरीर की गर्मी ने एक दूसरे का सहारा लिया था ,हम एक दूसरे के बदन को हाथो से सहला रहे थे और हमारे आंखों से बहता हुए वो पानी जो थोड़ा खारा तो था लेकिन खोटा नही था ,
वो हमारे प्यार की शुद्धता का प्रतीक था ,कभी कभी मैं काजल के होठो को सहलाते हुए उसके आंखों से बहते हुए पानी को अपने होठो से अंदर ले लेता था,वो भी यही कर रही थी ,हम दोनो ही आज ये नही पूछ रहे थे की ये पानी आया क्यो है क्योकि हमे पता था की हमारी आंखे क्यो भीगी हुई थी,एक दूसरे के होने का सुख और एक दूसरे से अलग होने का दुख हम साथ साथ झेल रहे थे ,हमारा जिस्म एक दूसरे से गुथा जा रहा था ,हमारे जिस्म आज ही दुसरो की बांहो में थे ,इसके हर अहसास दुसरो के लिए थे लेकिन हमारी आत्मा हमारी भावनाएं बस एक दूसरे के लिए ही थी,हमारे ये आंसू बस एक दूसरे के लिए ही थे इसलिए ही तो शायद ये इतने अनमोल थे …
मेंरे हाथ काजल के पीछे जाकर उसके कमीज की चैन खोलने लगे ,मैं कोई भी मेहनत नही कर रहा था ये तो बस हो ही रहा था ,वासना की आग ने अभी चिंगारी भी नही लगाई थी ये तो बस खालिस प्यार ही था जो हमारे अंदर से बाहर आ रहा था ,
उसके कमीज के अंदर हाथ घुसाते ही मैं उसे सहलाने लगा वो और भी मेरे करीब आ रही थी हम दोनो को आखिर सांस लेना भी मुश्किल हो गया था ,दोनो ही अपने होठो को अलग कर सांसे भरने लगे ,आंखों में आंसू और होठो पर मुस्कुराहट ये तो प्यार में ही हो सकता है,दोनो एक दूसरे को देखकर मुस्कुराने लगे ,मानो सभी गीले शिकवे खत्म हो गए हो ,उसने अपना हाथ ऊपर किया और अपनो कमीज निकाल फेंकी ,उसके ब्रा से उसके स्तनों की गहराई देखकर मुझे आज का वाकया याद आ गया लेकिन मैंने जल्द ही अपने सर को झटका ,मैं नही चाहता था की ये सब मैं याद करू,आज मेरे बांहो में मेरी काजल थी मेरी अपनी काजल ,मैं फिर से वो याद करके उसे दूर नही करना चाहता था ,मैं उसमे हक से समाना चाहता था ,उसी अपनत्व से उसी भावनाओ से ,
वो फिर से मेरे सर को अपने पास खिंचने लगी होठ मिले और सिलसिला शुरू हो गया,देखते ही देखते कब सारे कपड़े निकल चुके थे पता ही नही चला ,
काजल ने मेरे लिंग को सहलाया ,जो की अकड़ कर टूटने की कगार में था,ये काजल के यौवन का ही जादू था की आज फिर से ये इतना अकड़ा हुआ था,मेरे हाथ काजल के भारी नितम्भो को सहला रहे थे,नरम और कोमल लेकिन फिर भी गद्देदार उभरे हुए उसके नितम्भ ,मेरे थोड़े ही जोर से उसने उन्हें मेरे कमर के और भी नजदीक ला दिया,उसकी योनि से निकलता हुआ रस अब मेरे लिंग को भी कभी कभी भिगो देता,मेरे लिंग ने उसके गीलेपन का अहसास किया और वो थोड़ा और भी तन गया,अब भी हमारे होठ एक दूसरे से मिले हुए ही थे,दोनो के कमर मिले,लिंग को योनि में काजल ने ही डाला ,गर्म तपी हुई उसकी योनि ने मेरे लिंग को निगल लिया था,उसकी गर्मी का अहसास मुझे और भी पागल बनाने लगा था,मेरे लिंग की चमड़ी सरकते हुए नीचे आने लगी और सुपडे के घिसने के अहसास से मेरे रोंगटे खड़े होने लगे,नशे फूलने लगी थी,काजल की कसी हुई योनि ने ऐसे मेरे लिंग को जकड़ा हुआ था की थोड़ी सी हलचल ही हम दोनो के मुह से आह बनकर निकलने लगी थी,
होठ अब भी मिले हुए ही थे,वो मेरे ऊपर आ गई थी और अपने कमर को हल्के हल्के से चला रही थी ,जल्दी ना मुझे थी ना ही उसे दोनो ही एक दूसरे में डूबने का पूरा मजा ले रहे थे,उसके होठो ने मेरे होठो को छोड़ा और मेरे गले को चूमने लगे
“ओह मेरी जान “मेरे होठो से अनायास ही फुट गया
“हम्म उम्माआआ “उसके थूक से मेरा गाला तर हो गया था ,मैं उसके चहरे को पकड़कर अपनी आंखों के सामने लाया ,उसके बाल फैल चुके थे ,माथे में एक लाल बिंदी दमक रही थी और मांग का सिंदूर फैल चुका था ,उसका हुस्न देखकर मैं उसे अपने नीचे ले आया और जोरदार 2-3 धक्के लगा दिए
“आह आह आह “वो मेरे पीठ पर अपने हाथ रखकर मुझे धक्के देने में मदद करने लगी थी,मैं फिर उसके गालो में आये पसीने को अपने गालो से रगड़ने लगा और धीरे धीरे धक्कों से उसके अंदर बाहर आने जाने लगा ,उसने उसे भी स्वीकार करते हुए मेरे पीठ पर पाने नाखूनों को गड़ा दिया,दर्द का आभास तो नही लेकिन मजे के अतिरेक ने मुझे फिर से जोरदार धक्के देने पर मजबूर कर दिया,अब हम दोनो ही अनियंत्रित थे मेरे कमर उसके कमर पर जोरो से चलने लगे थे और दोनो ही नंगे जिस्म एक दूसरे में सामने लगे थे,उसकी योनि से रिसाव बढ़कर मेरे लिंग को भिगो रहा रहा और दोनो के मिलन से आने वाली आवाजो ने कमरे के माहौल को बहुत ही कामुक बना दिया था ,छप छप और चप चप की आवाज ,और काजल की चूड़ियों पायल की आवाजो से मैं और भी उत्तेजित हो रहा था वही मेरे और उसके मुह से अनायास और स्वाभाविक रूप से आहे और सिसकिया निकल रही थी ,जिस्म मिलते गए वो तूफान बढ़ता गया ,मेरे दांत उसके गले में गड गए थे वही उसके मेरे गले में ,मेरा पीठ उसके नाखूनों से छिल गया था और उसके होठो को मेरे दांतो ने ऐसे काटा था की वो खून की छोटी सी धार छोड़ रहे थे लेकिन ,ना कोई दर्द था ना ही कोई शिकन था तो बस हम थे हमारी सांसे थी और वो आवाजे थी…..
तूफान शांत हो चुका था काजल ने अपने लावा से मेरे बिस्तर को भी भिगो दिया था वही मेरा वीर्य उसके अंदर जाकर उसकी गर्मी को शांत कर चुका था लेकिन अब भी कमर में हल्की हल्की हलचल हो रही थी ,ना ही वो उठने को तैयार थी ना ही मैं,मेरा लिंग उसकी गहराइयों में ही आराम करने लगा ,वो अब भी पूरी तरह से मुरझाया नही था,हम दोनो ही एक दूजे को कसकर पकड़े हुए थे,और दोनो के ही कमर चलते रहे जब तक की हमे नींद नही आ गई ………..
जब मेरी नींद खुली तो मेरी जान सोई हुई थी ,अभी 4 ही बज रहे थे,हम अभी एक ही घंटे पहले तो सोए थे,मैंने उसे डिस्टर्ब करना सही नही समझा और मैं फ्रेश होकर दौड़ाने निकल पड़ा,कुछ देर ही में मेरे मोबाइल पर एक मेसेज आया,वो डॉ का मेसेज था,टाइगर का पूरा असाइंमेंट पकड़ा गया है और पूरे ड्रग्स के कारोबारियों में दहशत का माहौल है,इसे कदम से जरूर रोबर्टो का इंडिया आना और भी जरूरी हो जाएगा,थोड़ा सम्हल कर रहना होगा……
मैं क्या सम्हलकर रहू???काजल और नेहा के लिए वो सबसे बड़ा खतरा बन सकता है क्योकि वो उन्हें पहले से ही जानता था,लेकिन डॉ ने कुछ सोच कर ही बोला होगा,,,मैं मन में सोचता हुआ दौड़ाने में लग गया,और थककर एक पेड़ के नीचे बैठ गया,आंखे बंद कर मैं बीते समय को सोचने लगा,क्या क्या हो गया,मेरे सीधे साधी से जीवन में ये कैसा तूफान आया है,ना जाने ये कब तक चलने वाला था…….
3 दिन बीत गए ना ही मैं टाइगर के बार में गया था ना ही काजल ,काजल अपने होटल में ही थी ,मैं उसकी बाते सुनता जो की अधिकतर काम से रिलेटेड ही होती थी ,इस कांड से टाइगर बौखला सा गया था और उसने ही काजल को बार में आने से मना कर दिया था,मलीना को डॉ ने मना किया हुआ था वो आजकल मिस मेरी के साथ ज्यादा समय बिताया करती थी,ऐसे भी अब उसका काम हो चुका था मुझे और काजल को बार में प्रवेश बिना किसी शक के मिल गया था,मलीना के ना आने से टाइगर को ये तो समझ आ ही जाएगा की लड़की अपना काम कर गई और उसे पता भी नही लगा,
चाहे जो भी हो कुछ दिनों के आराम ने मुझे बहुत ही शुकुन दिया और मेरे काम से जुड़े हुए लोगो से जुड़ने और उन्हें जानने का मौका दिया,मैं हर रोज की तरह अपने साइट विजिट में गया हुआ था ,घने जंगल में एक पगडंडी पर हम लोग चल रहे थे साथ में कुछ गार्ड और वहां का सुपरवाइजर सुरेश भी थे,गाड़ी दूर ही छोड़नी थी,और वहां के आदिवासियों से मुझे सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन की जानकारी लेनी थी,तभी मुझे एक हेलीकाप्टर उतरता हुआ दिखाई दिया ,मैं देखकर ही दंग हो गया,
“यहां कोई आर्मी या किसी और सुरक्षा एजेंसी का कोई केम्प है क्या “मैंने सुरेश को पूछा
“नही तो सर,हा इस इलाके में जरूर है लेकिन वो हमारे ही कस्बे के पास में है इतने दूर तो नही “
“तो ये हेलीकॉप्टर”
उसने भी अपने कंधे उचकाए
“चलो देखते है “मैंने थोड़ी उत्सुकता दिखाई
“सर जी जंगल को समझने की ज्यादा कोसिस मत कीजिये ना जाने जिंदगी रहे या ना रहे ,इसकी जानकारी आप केम्प में दे दीजिये हमारा जाना खतरनाक हो सकता है “गार्ड की बात से मैं चौक गया,
“ओक तो ट्रांसमीटर से संपर्क साधो “
“सर जाकर ही बताये तो अच्छा होगा,”सुरेश ने कहा ,मैं इस इलाके में नया था तो मैंने भी ज्यादा होशियारी दिखानी सही नही समझी और हम अपने काम को पूरा करने निकल पड़े ,लेकिन मैंने वो लोकेशन और पूरी बात डॉ को सेंड कर दी,ताकि वो ये पता लगा सके की यंहा कोई हेलीपेड है भी की नही ...थोड़ी देर में ही डॉ का मेसेज आया की मेप में तो कोई भी नक्शा नही दिखा रहा है जरूर कोई एमरजेंसी लेंडिंग किआ होगा लेकिन इतने घने जंगल में उसे जगह कहा से मिल गई होगी,.......???????
हम वहां से निकले और मैंने हेडफोन लगा के काजल की बात सुनने की कोशिस की ,
“तो आज क्या करवाने वाली हो “रॉकी की आवाज सुनाई दी जिसमे एक बेताबी सी साफ झलक रही थी
“मुझे क्या पता लेकिन शाम को तैयार रहना टाइगर ने बुलाया है ,”
“कुछ तो बताया होगा,”रॉकी के आवाज में छेड़ने वाली अदा थी ,
“अब चुप रहो और काम करने दो जल्द ही निपटा के तैयार हो जाना “
यानी आज काजल टाइगर के बार जाने वाली थी ,
थोड़ी ही देर में मेरे पास एक नए नंबर से मेसेज आया ,
‘मैं रेहाना हु और टाइगर साहब ने आपको याद किया है”
मैंने वो नंबर सेव कर लिया ,
लगभग एक घण्टे और बीत चुके थे,मैं अपने कमरे में आ चुका था ,मैं फ्रेश होकर अभी ही निकला था की एक मेसेज फिर से मेरे मोबाइल में आया ये भी रेहान का ही था,इसमें कुछ नंबर थे जो की किसी कोड की तरह थे …
‘इस मेसेज को तुरंत काट देना और ये नंबर याद कर लेना ,तुम मुझे बहुत पसंद आये इसलिए तुम्हे मेरी तरफ एक एक तोहफा है ,,ये उन सारे कैमरा का कोड है जी की टाइगर ने तुम्हे नही बताया है ,इससे तुम पूरे बार को एक्सेस कर सकते हो ….’
रेहाना मेरे ऊपर इतनी मेहरबान क्यो हो रही थी ...क्या वो चाहती थी की मैं काजल को देखु.लेकिन वो तो टाइगर भी चाहता था ,तो रेहाना ने मुझे टाइगर से छिपकर पूरे बार के कोड क्यो दे दिए …..मैं सोच में पड़ा हुआ था की मेरे पास डॉ का फोन आ गया,
“क्या बात है टाइगर के पास नही जा रहा आजकल “
वो शरारत भरे लहजे में बोला जैसे उसे पता हो की आज काजल बार में जाने वाली है ,मैंने उसे पूरी बात बताई साथ ही ये भी की मुझे रेहाना ने बार के कैमरा कोड दिए है ,डॉ ने वो कोड मांगे ,और मैंने बिना किसी परव्वाह के उसे दे भी दिए ,
“वो लड़की पता नही किस मकसद से तुझे ये कोड दे रही है लेकिन इससे हम बहुत कुछ और भी कर सकते है “डॉ की बात तो अर्थपूर्ण थी ,
“ह्म्म्म”
“रोबर्टो आने वाला है ,तूने जो लोकेसन बताई थी वँहा मैंने आदमी भेजे थे लेकिन वहां कुछ भी नही मिला ,हा लेकिन इतनी जगह जरूर थी जंहा हेलीकॉप्टर उतारा जा सके ,जरूर हो ना हो इससे रोबर्टो का भी संबंध हो सकता है इस जगह पर हमे नजर रखनी पड़ेगी और क्योकि अगर वो आया यंहा से है तो जाएगा भी वही से ,सबकी नजर से दूर,...और अगर वो सचमे आ चुका है तो समझ लो की काजल और नेहा के लिए खतरा भी बढ़ने वाला है,”
डॉ की बात से मैं घबरा गया
“तू टेंशन मत ले मैं देख लूंगा,तू वो देख जिसे देखने टाइगर ने तुझे बुलाया है “साला कमीना डॉ ……..जोरो से हँसने लगा था ..
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