RE: Porn Sex Kahani रंगीली बीवी की मस्तियाँ
कजल की नजरो से
“क्या वो मुझे देख रहे थे “
मैं थोड़ी बेचैन थी ,अभी अभी मैं टाइगर के पब से उसके इनविटेशन पर उसके घर आई थी ,वो मेरे साथ एक स्टेप बढ़ने की खुशी में मुझे और रॉकी को अपने बंगले में इनवाइट किया था,रॉकी अभी टाइगर के साथ बैठा ड्रिंक ले रहा था और मैं नेहा (रेहाना) के साथ छत में टहल रही थी ,टाइगर भी अजीब आदमी था उसका अंदाज भी बड़ा ही जुदा था कोई और होता तो शायद इतना होने के बाद जल्दबाजी दिखता लेकिन नही टाइगर को तो हर चीज बड़े ही आराम से चाहिए थी और जैसा की नेहा ने मुझे बताया था मैं उसके लिए खास थी वो जल्दबाजी नही करना चाहता और मुझे हमेशा अपने साथ रखने की कोशिस करेगा,मुझे नेहा से विकास जी के बारे में जानना था हम अभी अकेले हुए थे ...मेरी बात से नेहा के चहरे में एक मुस्कान खिल गई ,
“तेरा पति तो यार बड़ा ही मजेदार है,आज तो अपनी बीवी को देखकर ऐसे भड़क गया था की खुद के हाथो को ही तोड़ने में तुला था,वो तो अच्छा हुआ की मैं वँहा पहुच गई ,मैं उसके बारे में बहुत ही गलत थी काजल वो तुझसे बहुत प्यार करता है ,मुझसे तो उसकी ये हालात देखी भी नही जा रही थी,लेकिन क्या करती पता नही क्यो वो ऐसे जल रहा है,...”
नेहा थोड़ी देर को चुप हो गई जिससे मेरे चहरे का रंग ही उड़ गया ,
“इसका मतलब की विकास जी को ये सब अच्छा नही लगा,क्या वो ,अरे यार अब मैं क्या करू “मेरे लिए आगे के सिचुएशन को सम्हालना थोड़ा मुश्किल हो रहा था,
“तुझे ऐसे डरने की कोई जरूरत नही है क्योकि तेरी बहन ने अपने जीजाजी की खूब सेवा की है “
नेहा के चहरे में खुरापाती सी मुस्कान खिल गई थी ,मैं उसके इस मुस्कान को पहचानती थी,पहली बार मुझे आज नेहा से जलन होने लगी थी,
“क्या वो मान गए “मैंने धीरे से कहा विकास जी नेहा के साथ,ओह मेरा तो दिमाग ही गर्म हो गया लेकिन एक खुजली भी मच गई थी
“नही लेकिन सच में बहुत मेहनत करवा दी जीजा ने मुझसे आखिरकार वो भी तो मर्द है कब तक ना नुकुर करते जबकि स्क्रीन में इतना हॉट सीन चल रहा था,”
नेहा जोरो से हँसी साथ ही मैं भी ,लेकिन अब मुझे समझ आया की आखिर जलन क्या होती है और विकास जी पर क्या बीतती होगी ,
“यार तेरा पति तो तुझसे भी आगे निकल गया,तू तो अपने जिस्म की नुमाइश बस कर रही है वो तो मुझे अच्छे से भोग ही लिया ,कसम से जवानी की याद दिला दी “नेहा ने मुझे चिढ़ाने वाले अंदाज में कहा मैने उसे एक मुक्का मार दिया,
“ओह साली जलन हो रही है क्या,बेचारे के सामने 3 हट्टे कट्टे आदमियों के सामने नंगी लेटी थी तो वो क्या करता “
उसके होठो में फिर से एक मुस्कान थी साली बहुत कमिनी हो गई थी ,
“अब बस चुप कर ,मेरे सीधे साधे पति को तो बिगाड़ दिए और अब पूरा दोष मुझपर लगा रही है “
नेहा मेरे पास आकर मेरे नितम्भो में हाथ फेरने लगी वो आज कालेज वाली नेहा लग रही थी उसके पुराने रूप को देख कर मैं बहुत खुस थी,
“हाय साले तेरे ये भरे हुए पिछवाड़े ,साली बहुत मजे कर रही है तू,विकास जी ,रॉकी ,मिश्रा और अब टाइगर और उसका वो कुत्ता ...काश तेरे जगह मैं होती तो अपनी चुद में हमेशा किसी ना किसी का ले के ही रखती “वो जोरो से हँसी मैं फिर से उसके कंधे पर के जोरदार मुक्का मार दिया
“तुझे तो हमेशा यही सूझता है,मुझे तो विकास जी की फिक्र हो रही है,मलीना तक तो ठीक था लेकिन अब तेरी जैसी रंडी भी ...है भगवान “मैंने मुह बनाकर कहा ,और नेहा फिर से जोरो से हँस दी ,हम दोनो के बीच ऐसी बाते होते रहती थी,मैं उसे हमेशा ही रंडी कहा करती थी,वो भी भी मुझे गंदी गालिया देती थी लेकिन हमारा प्यार बिना बताये और लड़ाई करने के बाद भी एक दूसरे के लिए अपरिमित था जिसे हम दोनो ही जानते थे…
“हा हा साली मैं रंडी हु और तू हो गई है बड़ी सती सावित्री …(वो मुस्कुराई ) लेकिन ये मलीना कौन है ,???”
“मिश्रा और रोबर्टो के सामने कसम खाई थी की उनकी बेटी की सील तुड़वाऊंगी सो तुड़वा दी ,और अपने पति के लिए भी कसम खाई थी की मैं तो उन्हें कुवारी नही मिल सकी लेकिन एक ना एक दिन उन्हें एक कुवारी लड़की दिलवाऊंगी,दिल में ये तमन्ना हमेशा से थी ,तो एक तीर से दो निशाना साध दिया “
मेरी बात से नेहा की आंखे बड़ी हो गई ,
“तू तो बहुत बड़ी खिलाड़ी निकल गई रे “
“वो तो है मेरी जान “
तभी टाइगर का फोन नेहा के मोबाइल में आया
“चलो आ गया बुलावा “
दोनो ही हँस पड़ी ,लेकिन चलने से पहले नेहा ने मुझे रोका
“कल टाइगर का एक बड़ा माल आ रहा है “
“जानती हु वो सब मेरे के बंदे देख लेंगे “
“तुझे कैसे पता “
“बेटा यहां आने से पहले ही पूरी पलटन जमा के रखी है,पहले ही तरह नही की बस किसी ने कहा और आ गए “
“तो मिश्रा जी सम्हाल रहे है कमान “
“नही “मेरे चहरे में मुस्कान खिल गई
“तो…”
“एक एक बंदा बड़े काम का है उसके कहने पर ही ये सब फिर से करने की हिम्मत कर पाई हु ,काम होने दे समय आने पर मिलवाऊंगी तुझे “नेहा मुझे अजीब निगाहों से देख रही थी लेकिन मैं उसका नाम अभी तो नही ले सकती थी कोई भी गड़बड़ी बने बनाये प्लान को बर्बाद कर सकता था ….
हम जब नीचे पहुचे तो रॉकी दारू पी के टुन्न था ,पता नही टाइगर को क्या क्या बक चुका था,टाइगर मुझे देखकर एक शैतानी मुस्कान में मुसका रहा था
“तुम दोनो तो बहुत ही जल्दी दोस्त बन गई “टाइगर ने हमे देखते हुए कहा
“हु जब शिरत(आदते) मिले तो दोस्ती होने में देर नही लगती “नेहा उर्फ रेहाना ने बड़ी खूबसूरती से कहा जिससे शायद टाइगर का लिंग भी एक झटका मार गया होगा ,वो समझता था की आखिर दोनो की कौन सी शिरत मिल रही है,उसे लगा होगा की उसने रेहाना को मेरे साथ अकेले भेज कर अच्छा ही किया ,अब मैं उसके और भी कब्जे में हु,वो मुझे भी रेहाना की तरह अपनी पर्सनल रखैल बनाना चाहता था,जब उसे पता चलेगा की मैं कौन हु ,और क्यो आयी हु ,उससे भी ज्यादा झटका तो उसे रेहाना उर्फ नेहा की हकीकत जान कर होगा...हम दोनो ही मन में मुस्कुरा गए …
“तो काजल जी यही असली नाम है ना आपका ,”मेरे चहरे में मुस्कान आ गई
“तो काजल आज कैसा रहा ,मालिश में मजा आया “
मैं उसके बाजू में जाकर बैठ गई नेहा मेरे लिए पैक बना रही थी,
“बड़ी जल्दी पूछ लिया आपने”
टाइगर एक जोरो की हँसी हँसा
“नई नई दोस्ती हुई है ,कुछ सम्हाल कर चलना पड़ता है ना जाने कौन सी बात आपको गलत लग जाय “
“हम्म बहुत ही सम्हाल कर तो चल रहे हो ना जाने मंजिल तक कब पहुँचोगे और हमे पहुँचाओगे “मेरी अर्थ पूर्ण बात से टाइगर के का चहरा खिल गया वो अपने पेंट के ऊपर से ही अपने लिंग को जोरो से मसाला,साला बहुत ही बेशर्म था और हम भी कौन से शर्मीले थे ,
“फिक्र ना करो जल्दबाजी में काम बिगड़ जाता है,जब मजे ही लेना है तो आराम से लेते है “वो अपना हाथ मेरे एक वक्ष पर लाकर रख दिया , और बहुत ही धीरे से सहलाया
“हम्म तो जनाब का मुड़ फिर से बन गया “मैं शरारती हो गई थी ,मेरी शरारत भरी मुस्कान ने उसका हौसला और भी मजबूत कर दिया ,वो अपने हाथो के दबाव को बढ़ाने लगा
“अरे जान मुड़ खत्म ही कहा हुआ था “
“ओह ,तड़फाना तो कोई तुमसे सीखे “मैंने के सिसकी भरी और तुरंत ही उठ गई मैं नही चाहती थी की कुछ ज्यादा बात बड़े
“अरे क्या हुआ लगता है की बुरा लग गया “
“नही लेकिन मैं नही चाहती की अब मैं फिर से गर्म हो जाऊ तुम तो इसे बुझाओगे नही “
“अरे जान तुम कहो तो पूरी आग अभी निकाल दु “
मैं अपने ही बातो में फंस गई थी
“हम्म नही तुमने ही कहा था ना इंतजार ….”मैंने चहरे में एक शरारती सी मुस्कुराहट लाई
“अब थोड़ा इंतजार तुम भी करो और थोडा मुझे भी तड़फने दो ताकि जब तूफान आये तो कुछ भी ना बचे “मैं हँसती हुई वँहा से जाने को हुई रॉकी को बस घूर के देखना ही काफी था वो उठकर खड़ा हो गया ….
विकास की नजरो से
उस कमरे में चल रहा तूफान शांत हो चुका था साथ ही मैंने भी नेहा की योनि को अपने वीर्य की धार से सराबोर कर दिया था ,वो मुस्कुराती हुई वँहा से निकल गई मैं अपनी अवस्था को देख रहा था ,काजल शांत होने के बाद कुछ देर तक यू ही पड़ी रही फिर जल्दी से अपने कपड़े पकड़ कर उसी छोटे रूम में भाग गई इस बार कमरे की कोई भी फुटेज मुझे नही दिखाई गई ,मुझे समझ आ गया था की शो खत्म हो चुका है ,मैं जल्दी से वँहा से निकल गया,
वीर्य गिरने के कारण मुझे थोड़ी शांति महसूस हो रही थी ,मैं अब बेचैन नही था ,काजल की आवाज मेरे कानो में अब भी पड़ ही रही थी ,मैं तुरंत गाड़ी शुरू कर अपने स्थान में जाने लगा ,मुझे अब ना तो यहां रास आ रहा था ना ही मुझे मलीना से मिलने का ही मन था मैं अब थोड़ा आराम और अपने डिपार्टमेंट का काम देखना चाहता था ,लेकिन काजल को टाइगर से मिले ऑफर ने फिर से मेरे कान खड़े कर दिए वो उसे अपने घर इनवाइट कर रहा था ,मुझे इतना तो समझ आ चुका था की काजल का सिचुएशन में कन्ट्रोल है ,मैं अपने घर आकर सिगरेट सुलगाये हुए कस भरते हुए काजल और नेहा की बाते सुन रहा था ,मैं सुन रहा था की कैसे नेहा और काजल मेरे बारे में बाते कर रही थी मुझे इस बात की खुसी थी की काजल को भी उस जलन का थोड़ा तो अहसास हुआ जो मुझे होता है,लेकिन ये सुनकर मैं आश्चर्य से भर गया की मलीना से मेरी सेटिंग उसने कराई थी,आखिर कैसे ???
जो भी हो ,हो सकता है की मिश्रा से कह कर लेकिन मिश्रा अपनी ही बेटी के साथ ऐसा कैसे कर सकता था,हो सकता है की मलीना का मेरे लिए प्यार काजल को पता चला हो और उसने मुझे ज्यादा स्पेस दिया हो ,या और कुछ भी हो सकता है ,ये बड़ा खेल था जिसमे खिलाड़ी तो कई थे लेकिन किसी को भी नही पता था की वो किसके लिए खेल रहा है ,सभी को बस यही लग रहा था की उसका ही खेल रही चल रहा है लेकिन कोई और भी उसपर नजर रखे हुए है ये किसी को भी नही पता ,जैसे टाइगर सोच रहा था की काजल उसकी होने वाली है वो बहुत ही खुस था की एक और चिड़िया उसके जाल में फंस रही थी,लेकिन उस बेचारे को क्या पता था की वो ही किसी के जाल में फंस रहा है,वो भी एक मोहरा था जाल तो किसी और के लिए भी बिछाया जा रहा था,रोबर्टो सबसे बड़ी मछली को फसाने का प्लान था,...
मुझे लग रहा था की मैं सब कुछ जानता हु लेकिन मेरी सारी जानकरी काजल के पास थी और अब टाइगर के पास भी ,मिश्रा ने भी मुझे फसाया था…
मिश्रा को लग रहा था की काजल उसके कहने पर ये सब कर रही है लेकिन आज काजल ने कह दिया की मिश्रा भी एक मोहरा है,वो किसी और के कहने पर ये सब कर रही है और उसे मिश्रा से भी बदला लेना है ,वो कोई और ही खिचड़ी पका रही थी,...
डॉ को लगता है की उसकी पहुच बहुत ऊपर तक है लेकिन जो जानकारी इकबाल भाई ने उसे दी थी वो तो काजल को भी पता थी ,और ना जाने की वो किसके बारे में बात कर रही थी जो उसको सपोर्ट कर रहा था,
काजल को लगता है की मैं उसे सिर्फ टाइगर के क्लब में देख और सुन रहा हु लेकिन मैं उसपर 24 घंटे की नजर रखे हुए हु
यंहा हर कोई एक दूसरे की रेडार में है ,सभी की अपनी अगल चाहत है,और सभी की अपनी मजबूरियां …….
जब काजल टाइगर से बात कर रही थी तो मुझे समझ आय की काजल खेलने में कितनी एक्सपर्ट है ,टाइगर को यकीन ही नही होगा की ये लड़की जो उससे एक चालू लड़की की तरह बाते कर रही है उसकी मारने आयी है,और नेहा ..उस बेचारी के बारे में क्या कहु इतने सालो के इंतकाम की आग में वो जल रही है,फिर भी कितनी नार्मल है ,मेरे लिए उसने कितना कुछ खेल खेल में ही कर दिया ,मेरे चहरे में एक शर्म आ गई ,पता नही अगर काजल ये सब खत्म होने के बाद हम दोनो को मिलवायेगी तो मैं उससे नजर कैसे मिला पाऊंगा ,मैं इसी सोच में बैठा था ,ये जो सब हो रहा था उसको सोचकर पता नही क्यो आज बस मुस्कान ही निकल रही थी ……..
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