RE: Porn Sex Kahani रंगीली बीवी की मस्तियाँ
काजल की नजरो से
विकास जी से बात करके मुझे बहुत ही शुकुन मिला पता नही क्या हो गया था मुझे जो मैं पागलो की तरह उनसे बात करने चली आयी,मुझे क्या जानना था,की विकास जी क्या कर रहे है,और मुझे पता क्या चला ???????
मुझे पता चला की वो मुझे बेइंतहा मोहोब्बत करते है ,अब वो कुछ भी कर रहे हो मुझसे उससे कोई भी परेशानी नही थी ,वो क्या है मुझे उसके बारे में नही जानना,जो मुझे जानना था वो मैं जान चुकी थी ,और मुझे क्या करना था????
मुझे वही करना था जो मुझे करना है ,मैं उनसे रात भर प्यार करके उनकी बांहो में थी ,सुबह के 4 बजे थे की मेरे फोन की घण्टी बजी,देखा मिश्रा जी का काल था,
“हैल्लो “
“अगर तुम विकास के पास हो तो उससे दूर जाकर बात करो “
मैं उठाकर कमरे से बाहर निकली
“काजल विकास अपने काम में जा ही नही रहा है पता नही वो कहा जा रहा है ,तुम होशियार रहना “
मेरे होठो में एक मुस्कान आ गई
“ह्म्म्म किससे ?”
“विकास से और किससे “
मैं एक गहरी सांस लेकर छोड़ती हु
“आपको किसने बताया “
“रॉकी ने ,वो वरुण से बात कर रहा था कल रात दारू के नशे में उसने सब उगल दिया साला वरुण उसे तो मैं बाद में देखूंगा “
“रिलेक्स ….वो कहा जाएंगे जाते होंगे कही घूमने ,और रही बात विकास जी से होशियार रहने की तो मुझे उनसे कोई प्रोब्लम ना कभी थी ना अब है वो जो करते है वो उनका पर्सनल मेटर है ,और आप तो मुझे समझना छोड़ ही दीजिये मुझे जो करना है मैं वो कर लुंगी “
मिश्रा झल्ला गया
“देखो काजल तुम इस मिशन में जाना चाहती थी मैंने मना नही किया लेकिन अब तुम ऐसे बेपरवाह होकर “
“देखिए मिश्रा जी मैं अपने फैसले खुद लेती हु ,अब मैं तो कालेज की काजल नही रह गई ,तो मुझपर प्यार जताना बंद करो और अपना काम करो मेरे या मेरे पति के काम में दखलंदाजी मुझे पसंद नही ,और हा ये विकास की जासूसी करना बंद कीजिये आप”
मेरा माथा गर्म हो गया था ,मिश्रा भी कुछ नही बोल पाया और चुपचाप फोन रख दिया ,
मैंने अपना मोबाइल देखा ,और एक आह भरी जूही का मेसेज आया था,अब काम जल्दी से खत्म करने का वक़्त आ गया था……..
विकास की नजर से
मेरी नींद पानी के कुछ बूंदों से खुली,जब सर उठाये देखा तो काजल का वही प्यार चहरा सामने आया जिसके आगे मुझे दुनिया का कोई भी सही गलत नही दिखता था,काजल नहाकर आ रही थी,उसके शरीर से ताजा नहाने के कारण एक प्यारी सी खुसबू मेरे नथुनों को भर रही थी,वो बड़े ही प्यार से मेरे चहरे को देखे जा रही थी मेरी भी एक मुस्कान खिली और मैंने उसे बांहो में भर लिया,उसके शरीर में भी थोड़ी नमी थी जिसका प्यारा सा अहसास मेरे जिस्म को भी हुआ,थोड़ी देर हम यू ही लेटे रहे फिर वो उठी और तैयार होने लगी मैं अब भी बिस्तर में ही था,
“तुम्हारे लिए कुछ लाया था,सोचा था की किसी खास पल में दूंगा लेकिन रहा नही जा रहा है,”
काजल मेरी ओर देखने लगी ,मैं उठा और अपने आलमारी से एक छोटा सा रिस्टवाच निकालकर उसके सामने कर दिया …
“वाओ कितना प्यारा है,ये कब ले लिए “
“जब शहर गया था ,”वो उसे अपने हाथ में थामकर देखती है और मेरे गले से लग जाती है,वो प्लेटिनम की पट्टी वाला वाच बहुत ही खूबसूरत था,वो उसे देखकर फिर से मेरे गालो में एक प्यार भरा चुम्मन ले लेती है ,
“जान मुझे छोड़ने बाहर तक नही आओगे …”काजल जाने को तैयार हो चुकी थी ,मैं उठकर उसे पीछे से पकड़ लिया ,
“नही तुम्हे जाते देखना सबसे दुखद काम है “वो मोदी और हमारे होठ मील गए ,थोड़ी देर में ही काजल वापस अपने काम में जा चुकी थी ……
मैं भी जल्दी से फ्रेश होकर बाहर आया नाश्ता कर मैंने वरुण को अपने ऑफिस चलने कहा ,ऐसे भी मेरा मन मेरे काम पर नही लग पा रहा था और इससे मुझे प्रॉब्लम हो सकती थी ,मैं फिर से कमरे में आया और एक छोटा सा माचिस की डिबिया सरीख यंत्र उठा लिया और उस यंत्र में लगे एक एक बटन को दबाया पास पड़े एक हेडपीस को अपने कानो में घुसाया जो की वायरलेस होने के कारण इतना छोटा सा था की वो बस कानो के अंदर और बाहर थोड़ी से जगह बस घेर रहा था,मैंने इयरपीस लगाया है ये भी बहुत ध्यान से देखने पर ही पता लगता मैंने उसे उस यंत्र से ब्लूटूथ के माध्यम से कनेक्ट किया था,मुझे कुछ भी सुनाई नही दिया ,बस रेडियो की आवाज ,शायद काजल अभी गाड़ी में होगी,मैंने जो रिस्टवाच काजल को दिया उसमे एक छोटा लेकिन बहुत ही प्रभावी माइक लगा हुआ था,जिसका रिसीवर वो छोटा सा यंत्र था,जिसको मैंने अपने इयरपीस से कनेक्ट कर रखा था,ये आईडिया डॉ ने मुझे दिया था लेकिन मैं इसे अभी तक टालता रहा था लेकिन अब जब मुझे पता था की काजल अपने मिशन को लेकर कितने हद तक समर्पित है और कैमरे से मुझे बस तस्वीरे दिख सकती है ,और जूही और रेहाना से हुई मुलाकात के बाद , मैंने सोचा की क्यो ना इससे ही उसके बारे में पता लगाया जाय…
मैं उसे यथावत ही लगे रहने दिया और मैं अपने काम को निकल पड़ा,वँहा मेरी मुलाकात सुरेश से हुई जो की वहां का प्रभारी था जो की मैं पहले ही बता चुका हु ,उसने मेरा बहुत साथ दिया और मेरा काम बस कुछ सिग्नेचर ही थे,वहां से निकलकर मैं फिर से अकेले शहर की ओर रुख किया...अब कुछ कुछ काजल की आवाजे आ रही थी कभी किसी और की लेकिन ऐसा कुछ अभी तक नही सुना था की कुछ गौर करू,मैं बाइक को तेजी से भागते हुए डॉ के घर पहुचा ,...
घर में दाखिल होते ही मैं चुका एक भारी शरीर का आदमी पूरे सोफे में फैला हुआ बैठा था,मुझे उसे पहचानते देर नही लगी ये तो इकबाल भाई थे,
“आप यहां “
“बस आपसे कुछ बात करनी थी “
“ मुझसे बात आखिर क्या बात करनी है,”
“ मैं यह जानना चाहता था कि आप की तैयारी कहां तक हुई है”
“ किस बारे में “
“मुझे लगा तुम्हें पता होगा,”
“ क्या”
“ यही कि टाइगर नया असाइनमेंट लाने वाला है समुद्र के तट पर कल रात 12:00 बजे ड्रग्स का पूरा एक जखीरा उतरेगा”
मैं हैरान होकर उन्हें देखने लगा
“ सोचा तुम्हें बता दू, शायद तुम्हारे कुछ काम आ जाए”
“ लेकिन मैं इसमें क्या कर सकता हूं”
“ वह तो तुम्हें सोचना है”
वह उठकर चले गए और मैं बस दिखता रह गया , आखिर मैं क्या कर सकता था,
वहां पर डॉक्टर और मलीना दोनों उपस्थित थे, उनके चेहरे में एक मुस्कुराहट थी
“ तुम लोगों को क्या हुआ”
मैं आश्चर्य से बोला,
“ बस देख रहे हैं कि तुम कितना सीरियस हो”
“ किस चीज के लिए”
“ टाइगर से लड़ने के लिए”
“ मुझे कोई बदला नहीं लेना, मुझे तो बस काजल को बचाना है ,”
“ आखिर हुआ क्या वो तो तुमसे मिलने आई थी ना”
“ हां मिलने जो आई थी, बस यार बहुत कंफ्यूज हु, कभी-कभी समझ नहीं आता कि क्या करूं”
“ क्या कर सकते हो जो चल रहा है चलने दो”
मैंने मायूस होकर डॉ को देखा वो अब भी मुझे ही देख रहा था
“अब तुम्हें क्या हुआ,”
“ कुछ नहीं और तुम्हारा काम कैसा चल रहा है “
मैंने मलीना को देखते हुए कहा
“ कहां फंसा दिया यार बिल्कुल फालतू है, दिन भर बस घूमते रहो”
“ क्यों ना कल टाइगर के असाइनमेंट में रेट पढ़वाई जाए”
मैं चौक कर डॉक्टर को देखने लगा, देखो इससे ऐसा होगा कि टाइगर काजल से ध्यान हटा कर अपने काम पर ध्यान देगा इस काजल को मौका मिलेगा और शायद वह कुछ अच्छा कर पाए जो हम नहीं कर पा रहे, डॉक्टर की बात मेरे समझ में आ गई , मैंने तुरंत हामी भर दी, मेरे कान मे इयरपीस अभी भी लगा हुआ था, लेकिन अभी भी कोई खास बात काजल नहीं कर रही थी, आखिर वह कहां है,
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