RE: Porn Sex Kahani रंगीली बीवी की मस्तियाँ
विकास की नजर से
काजल मेरे पहुचने के कुछ देर बाद ही पहुच जाती है और आते ही मुझसे लिपट गई,
पता नही काजल ने रॉकी को क्या कह रखा था की रॉकी मुझे नमस्ते कर सीधे ही वरुण के कमरे में चला गया,काजल के व्यवहार से मुझे उसके मन की दुविधा का साफ साफ अनुमान लग रहा था लेकिन मेरा मन भी कम विचलित नही था,उसकी आंखे भीगी हुई थी ,ना जाने मन की गहराइयों में वो किस सोच में डूबी हुई थी ,
“काजल मेरी जान क्या हुआ तुम्हे “
वो बस अपना सर उठाती है और एक नजर मुझे देखती है ,उसकी भीगी हुई वो आंखे ना जाने कितने सवाल एक साथ मुझसे पूछ रही थी,कुछ शिकायत थी तो बहुत सारा प्यार भी था,शायद हम दोनो ही इस दुनिया में कुछ अजीब से अजूबे थे,हमारी एक दूसरे को लेकर जो शिकायते थी हम उसे भी प्यार की चादर में ढक देते थे,हम एक दूजे की कमजोरियों को भी ताकत ही मानते,हम एक दूजे के इतने प्यार में थी की हम समाज के नियमो,और शादी की मर्यादा की भी फिक्र नही करते थे,हम दुनिया के हर बंधनो से अलग थे ,हमारा प्यार सामाजिक मर्यादा से अछूता ही था,
वो फिर से मुझसे लिपट गई ,लेकिन मैंने उसे अपने से अलग करते हुए उसके लिए पानी की बोतल लायी ,वो सोफे में बैठी थी और मैं उसके बाजू में ,मेरा और उसका दिल एक साथ ही उसी गति से धड़क रहा था,हम दोनो को ही पता था की ये यहां क्यो आयी है,वो उठी और बैडरूम की तरफ जाने लगी,मैं उसके पीछे ही आ रहा था लेकिन उसने मुझे रोक दिया…
“जब बुलाऊ तो आना”
उसके चहरे में कोई भी शरारत नही थी जैसा की जब वो ऐसा कुछ बोलती तो होता था,वो बस अंदर चले गई ,थोड़ी देर में फिर से कमरा खुला इसबार उसके बाल खुले हुए थे और कपड़ो के नाम पर उसने एक झीनी सी नाइटी डाले हुए थी जो वो अधिकतर ही पहनती थी ,उसने कोई अदा नही दिखाई वो रूखी सी थी मैं अंदर गया वो बिस्तर में लेते हुई थी मुह तकिए से लगा हुआ था,पीछे से उसके रूप को देखकर शायद मैं दीवाना ही हो जाता लेकिन आज नही मैं बस उसके बाजू में जाकर बैठा और उसके बालो को सहलाने लगा,वो थोड़ी उठकर मेरे गोद में अपना सर रख लेटी रही ,
“एक बात पुछु “
“ह्म्म्म “
“क्या हुआ है तुम्हे “
“मैं एक बात पुछु “
“बोलो “
वो थोड़ी देर तक खामोश रही जैसे की सोच रही हो की आखिर शुरुवात कैसे करू
“क्या मैं आपको पसंद हु “
मेरी हँसी ही छूट गई
“ये कैसा सवाल है मैं तुमसे प्यार करता हु मेरी जान “
“किससे मेरे जिस्म से या मुझसे “
इस बार खामोश मैं था,
“जो भी तेरा है सबसे ,तेरे जिस्म से भी तुझसे भी ,तेरे मन से भी ,तेरी बातो से भी ,तेरी अदाओं से भी ,तेरे नखरों से भी …”
“बस हो गया ….”वो उठकर मेरे सीने से लग गई और मेरे सीने में एक किस किया,
“आप तो मुझसे बहुत प्यार करते हो ये मैं भी जानती हु लेकिन मेरे जिस्म को अगर कोई दूसरा छुवे तो …..”
उसके सीने मेरे सिनो से टिके हुए थे और वो जोरो से सांसे ले रही थी यही हाल मेरा भी था,दिल की धड़कन बढ़ चुकी थी ,और सांसे अनियंत्रित थी ,उसे पता था की ये क्यो हो रहा है और मुझे भी पता था की ये क्यो हो रहा है…
“मैं उसकी जान ले लूंगा”
मैंने एक स्वाभाविक सी प्रतिक्रिया दी जो शायद मेरे दिल की गहराइयों से ही निकली थी ,
वो झट से अपना सर उठाई और किसी आश्चर्य से मुझे देखने लगी,उसकी आंखे अब बड़ी बड़ी हो गई थी जैसे उसे मेरे इस जवाब की उम्मीद ही नही थी,वो मेरे होठो को अपने होठो में भरकर जोरो से चूसने लगी ,हम दोनो ही बिस्तर में गिर चुके थे ,उसकी आंखों से पानी अब भी बह रहा था लेकिन हल्के हल्के ,जब हम थोड़े अलग हुए तो वो मेरे गालो को सहलाने लगी ,
“और अगर कोई छूने से ज्यादा मेरे साथ करे तो आप क्या करोगे “उसके चहरे में एक मुस्कान आ गई ,एक अजीब सी मुस्कान जिसने मेरे दिल को चीरकर रख दिया ,
मेरी आंखों में जैसे खून उतर रहा था मैं किसी भी प्रकार के जवाब देने की स्थिति में ही नही था ,वो फिर से मेरे गालो को सहलाने लगी ,
“मैं आपको एक कहानी सुनना चाहती हु ,एक बार एक लड़की थी , जो बहुत ही साधारण सी थी,बहुत सुंदर और मासूम थी ,नेकदिल थी ,लेकिन उसपर एक भेड़िए की नजर पड़ी ,और उसने लड़की को अपने प्यार के जाल में फंसा कर उसे एक दूसरे भेड़िए को बेच दिया,दोनो में सौदा हुआ ,दोनो ही हवस से भरे हुए थे,दोनो को ही लड़कियों को नोचने में मजा आता था,लेकिन लड़की की किस्मत बहुत ही अच्छी थी ,वो ना सिर्फ उनसे बच गई बल्कि उन्हें अपनी मासूमियत और जिस्म से काबू में भी कर लिया ,इसके लिए उसे कुछ कुर्बानियां भी देनी पड़ी ,उसे अपनी मासूमियत ही दाव पर लगानी पड़ी ,वो अब मासूम नही रह गई ,लेकिन फिर भी वो प्यार कर सकती है शायद बेहद प्यार ,किसी अपने से जो उसे बहुत प्यार करता है,उसे वो अपना भी मिल गया,लेकिन अब उसे अब पता चला की जिसने उसकी जिंदगी से मासूमियत छीनी थी वो लोग अब भी आराम से जी रहे है ,लकड़ी अब उनकी जिंदगी हराम करना चाहती है ,उन्हें कुत्तों की मौत मारना चाहती है,लेकिन इसके लिए उसे अपने प्यार से भी धोखा करना पड़ा ,....”
वो चुप हो गई अब मेरे आंखों में भी पानी थे लेकिन मुझे ये समझ ही नही आ रहा था की आखिर वो ये सब मुझे क्यो बता रही है मैं संवेदनाओ में बहना नही चाहता था मैंने बहुत ही मुश्किल से खुद को नियंत्रण में रखा था,
“अगर उसके प्यार को उसके धोखे का पता चल जाएगा तो क्या उसका प्यार उससे दूर चले जाएगा “आखिर उसने वो कह दी दिया जो वो कहने आयी थी ,उसे मुझसे नाराजगी नही थी वो यही समझती थी की मैं उसकी जासूसी कर रहा हूं और शायद कुछ …
मैं बस उसे देख रहा था और वो मुझे …
“क्या सुनना चाहती हो “
“वही जो आपका दिल कहे”
“कौन है वो लड़की “
“ये एक कहानी है “
“हर कहानी हमेशा ही सच्चाई से जन्म लेती है “
वो थोड़ी देर तक चुप रही
“शायद ये भी कोई सच्चाई है ,आपने जवाब नही दिया “
“अगर लड़की का प्यार और उस लड़के का प्यार सच्चा होगा तो वो लड़का उस लड़की को समझेगा “
वो थोड़ी रिलेक्स हुई
“एक चीज और पूछनी थी “
“क्या “
“क्या कोई पति अपनी पत्नी को किसी दूसरे मर्द के साथ देखकर खुस हो सकता है “
साली कामिनी मुझे ही फंसा रही है,मुझे इसपर इतना गुस्सा कभी नही आया जितना की अभी आ रहा था,
“मुझे क्या पता ,”मैंने चिढ़ते हुए कहा
वो खिलखिलाकर हँस पड़ी मैंने उसे अजीब नजरो से देखा ,
“आप ना बहुत ही प्यारे हो मेरी जान “वो थोड़ा ऊपर सर किये मेरे होठो को अपने होठो में भर लि और इस बार वो बहुत ही जोरो से इसे चूसने लगी …….लेकिन मैं इस बार ठंडा था,
“अब आपको क्या हुआ “
“कुछ नही तुम हो मैं हु,हमारे बीच का प्यार है ,बस मेरे लिए इतना ही सही है,इससे ज्यादा ना इससे कम …”
वो मुझे बड़े ही प्यार से देख रही थी,
“कोई बीवी अपने पति को धोखा दे रही है तो उसे गलत कहने से पहले पति को ये जान लेना चाहिए की वो ऐसा क्यो कर रही हो,जरूरी नही की एक लड़की किसी और के बांहो में हो तो वो गलत ही हो,हो सकता है की जिस्म की कुछ ऐसी फरमाइस हो जिसे पति ही पूरा नही कर पा रहा है,या कोई मजबूरी हो,या बस उसका मन हो तो भी वो गलत नही है जबकि जिस्म उसका है वो किसी को भी परोसे इसमें वफ़ा और बेवफाई की बात कहा से आती है “
ये सब मैंने अनायास ही बोला लेकिन इससे काजल का मुह और मेरा दिमाग दोनो ही खुल गए,अनजाने में ही सही मुझे मेरे सभी सवालों का जवाब मिल गया था,हा जिस्म उसका है,और किस अधिकार से मैं उसके जिस्म का मालिक हु,सिर्फ क्या शादी कर लेना काफी होता है,
“लेकिन जान शादी और मर्यादा भी तो कोई चीज है”
काजल को शायद मेरी बात अटपटी लगी,
“ह्म्म्म वो तो है लेकिन ये किसने कहा की शादी से आपको दूसरे के जिंदगी का अधिकार मिल जाता है,उसके जिस्म का अधिकार मिल जाता है,जब कानून भी शादी के बाद बिना मर्जी के सेक्स को बलात्कार मानता है तो हम ये कैसे कह सकते है की शादी के बाद जिस्म पर अधिकार हो जाता है,हा शादी एक मर्यादा देती है लेकिन ये बनाया गया है हमारे सहूलियत के लिए ,तो हम इसे अपनी सहूलियत के लिए तोड़ भी तो सकते है “
मेरा चहरा थोड़ा दृढ़ हो गया वही काजल एक अजीब से नजर से मुझे देख रही थी ,
“आप को क्या हो गया है ,क्या अगर मैं अपने जिस्म को किसी दूसरे के हवाले करू तो आपको कोई भी फर्क नही पड़ेगा “
मेरी नजर उसपर पड़ी उसकी आंखों में अब एक अजीब सी तकलीफ थी ,
“पड़ेगा बहुत पड़ेगा,लेकिन ये बात जिस्म की नही इमोशन की है,तुम्हारा जिस्म किसी के साथ भी रहे लेकिन अगर तुम्हारे जस्बात मेरे लिए नही है तो शायद मैं टूट जाऊंगा ..”
मेरी नजर नीची हो गई जैसे मैंने उसे अपने दिल की बात कर दी हो ,वो मेरे गालो को सहलाती है ,
“मेरे जस्बात हमेशा आपके ही लिए रहेंगे जान ,लेकिन एक लड़की अगर हवस के अंगारों में जल रही हो तो उसे क्या जस्बात की समझ होगी “
वो धीरे से बोली ,
“जस्बात जिस्म से नही दिल से निकलते है रानी …”
दोनो की ही आंखे अब नम थी दोनो ही एक दूसरे से अपना सच छुपा रहे थे जबकि दोनो ही जानते थे की हमे एक दूसरे का सच पता है ,शायद यही हमारा प्यार था…
“लेकिन जान …”
काजल कुछ बोलने को हुई लेकिन मैंने उसके होठो पर अपने उंगलिया रख दिए
“अब नही जान बस …….”मेरा दिल जोरो से धड़कने लग गया था,
“मुझे तुम्हारा प्यार चाहिए ,लेकिन छीनकर नही तुम्हारे प्यार पर मेरा कोई भी काबू नही है ,लेकिन मेरे प्यार पर मेरा काबू है ,मैं तुम्हे दिलो जान से प्यार करता हु,और चाहे जो भी हो जाए करता रहूंगा,बस और कोई बात नही ,जो है जैसा है वो बस है,मुझे कुछ भी नही बदलना मुझे कुछ भी नही करना बस तुम्हे प्यार करना है और मुझे कुछ भी नही चाहिए,मुझे तुम्हे पर करने का अधिकार है ,तुम्हारा प्यार पाना मेरा अधिकार नही बस किस्मत है ……..”
मैं अपने भीगे हुए नयनो से काजल को देखने लगा वो बस थोड़ी देर मुझे देखती रही और रोते हुए मुझसे लिपट गई…
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