RE: Porn Sex Kahani रंगीली बीवी की मस्तियाँ
रोबर्टो मेरे होठो को चूसता हुआ जोर से धक्का लगा देता है ,और उसका पूरा लिंग मेरे अंदर समा गया…
“ओ ओ ओ ह ओह ओह आह आह आह जाआआननन”
जैसे उसका लिंग किसी बहुत ही सकरी सी नली में धस गया हो वो थोड़ी भी हलचल नही कर पा रहा था ,रोबर्टो ने जोरो से उसे खिंचा और मैं फिर से जोरो से चीख पड़ी ,फिर उसने पूरे ताकत से उसे अंदर किया मैं फिर से चीखी ,लेकिन थोड़ी ही डरे में चीखों ने सिसकियों का स्थान ले लिया था मैं बस आह आह करने लगी थी,
मेरे अंदर जब उसका लिंग जाता तो मैं मेरे भगसिसन को रगड़ जाता और मेरे पूरे शरीर में उस अहसास से एक मजे का जन्म होता ,मैं जैसे इसे कभी भी खत्म नही करना चाहते थी ,लेकिन मैं बार बार इस सुखद अहसास से टूट जाती और मेरे योनि से एक जोरो की धार फुट पड़ती ये ना जाने कितनी बात हुआ हर बार मैं रोबर्टो के कंधे पर अपने दांतो को गड़ा देती थी,कभी वो मेरे निप्पलों को खा जाता कभी मैं अपने नाखूनों को उसके पीठ गड़ा कर उसे चिर देती कभी वो मेरे कंधों पर अपने दांतो से निशान बना देता ,वो भी पूरी ताकत लगा रहा था और मैं भी ,लेकिन दोनो ही इंसान ही थे ,उसने भी जोरो की धार मेरे योनि में छोड़ दी ,मुझे लगा जैसे किसी ने तपते तवे में पानी की एक बाल्टी उड़ेल दी हो ,मैं जोर से झटके खाकर शांत हो गई वो भी मेरे ऊपर मुर्दो सा गिर गया,मैं उनके बालो को अपने हाथो से सहलाने लगी,मुझे पहली बार ये अहसास हुआ की किसी को अपना पूरा अस्तित्व सौप देना क्या होता है,और उसका मजा क्या होता है,मुझे सचमे ऐसा लगा की जो शख्स मेरे साथ सोया है वही मेरा सबकुछ है और पूरी दुनिया जैसे कुछ पालो के लिए मेरे लिए खत्म हो गई थी,
मेरी आंखे पहली बार खुली और मिश्रा जी पर मेरी नजर पड़ी उनका कपड़ा खुला हुआ था उन्हें नंगा कर दिया गया था ,ये कब हुआ मुझे पता भी नही चला वो अब भी बंधे थे लेकिन उनका लिंग पूरी तरह से अकड़ा हुआ था,वो मुझे ऐसे देख रहे थे जैसे किसी बच्चे की टॉफी छीनकर कोई उसके ही सामने खा रहा हो ,मेरे चहरे पर मुस्कान आ गई जैसे मैं उन्हें और भी चिढ़ाना चाहती थी,रोबर्टो की वीर्य की धार मेरे योनि से बाहर बह रही थी जो मुझे बहुत सुकून दे रही थी ,मैं उसे सहलाने लगी और उसे चूमने लगी,
थोड़ी देर तक हम ऐसे ही पड़े रहे ,अब मेरा नशा खत्म हो चुका था,शायद हम नींद में चले गए थे,जब मेरी आंखे खुली तो वो मेरे ऊपर ही सोया था,मैं भी उसे उठाना नही चाहती थी, मुझे कुछ आभास हुआ ,कमरे में लोग भी बोर से खड़े थे बेचारे करते भी क्या ,ये सब देखकर भी कुछ कर नही पा रहे थे,मेरा दिमाग अचानक ही किसी घटना को परख गया था,नेहा और जूही जिस कमरे में थे मैंने वहां नजर दौड़ाई मेरे होठो में एक मुस्कान आ गई ….
रोबर्टो भी उठ चुका था ,वो उठाकर बैठा,मैंने भी अपने कपड़े पहनने शुरू किये उसने मुझे मना किया लेकिन मैंने उसे कहा की अभी नही जब आप और मैं रहेंगे तो कभी कपड़े नही पहनूँगी वो ऐसे खुस हो रहा था जैसे की मैं सच में उसकी नई पत्नी हु ,उसके वीर्य के साथ ही कुछ खून के धब्बे भी बिस्तर में पड़ चुके थे,
“मजा आया की नही काजल “
“बहुत मजा आया ,ये मैंने पहले क्यो नही किया …”मैं मदहोशी में बोली
“अब तो रोज होगा फिक्र मत करो “वो भी मुस्कुराया
“एक बात बोलू “
“हा “
“आपकी मेरे जितनी एक बेटी भी है ना “
वो मुझे अजीब निगाहों से देखने लगा
“हा क्यो “
“मैं कसम खाती हु की उसे भी ऐसे ही चुड़वाऊंगी “मैं जोरो से हँसी उसके चहरे में आयी पूरी खुसी जाती रही
“मादरचोद “उसने हाथ उठाया ही था की दरवाजे के टूटने की आवाज आयी ,नेहा और जूही जिस कमरे में थे वहां से गैस के गोले फेके गए,और धुवा पूरे कमरे में फैलने गया,गालिया चलने की आवाजे आने लगी ….रोबर्टो ने मुझे देखा और वहां से भागने लगा …………...
चारो तरफ अफरा तफरी मची थी और गोलियो की आवाजे आ रही थी,मैंने किसी तरह मिश्रा जी को खोला और उनके इशारे में हमे जगह दी गई लेकिन निकले किधर से ये ही समझ नही आ रहा था,अभी तक नेहा और जूही का कोई भी पता नही लग पाया था,वो एक तरफ फंस गए थे ,वही दोनो ओर से गोलियां चलने लगी,अचानक ही हमे एक हेलीकाफ्टर की आवाज सुनाई दी ,उस घने जंगल में ये हेलीकॉप्टर कहा से आया और कहा था,ऐसे मुझे कैसे पता होता,मैं तो एक रूम से बाहर नही गई थी,जब वो हमे नजर आया तब तक वो बहुत ऊपर जा चुका था,वहां खड़े पोलिस वालो ने तुरंत फोन करना शुरू कर दिया,रोबर्टो उसमें बैठा हमारे तरफ हाथ हिला रहा था,लेकिन हमारी आंखे तब चौड़ी हो गई जब जूही और नेहा भी उसके साथ थे,उनकी हालत बदहवास थी ,उसने उन्हें रस्सियों से बांध रखा था और वो हेलीकॉप्टर से बंधे झूल रहे थे,रोबर्टो के चहरे पर कमीनी मुस्कान आयी ,उसने अपने आंखों के पास दो उंगलिया करके मुझे देख लेने का इशारा किया और पहले जूही फिर नेहा की रस्सियों को कांट दिया,दोनो ही जमीन पर गीर गए,मेरे हलक से एक चीख निकली जिसने भी ये मंजर देखा वो चीख पड़ा,बचाव दस्ता जल्दी से उस ओर मुड़ा जहा उनके गिरने की आशंका थी,रोबर्टो को लोग जिन्हें उसने शायद मरने के लिए ही रखा था वो ज्यादा देर तक नही टिक पाए,जंगलो को छान मारा गया जूही एक पेट में फसी मिली लेकिन नेहा का कही पता नही चला,एक्सपर्ट्स ने हवा की दिशा और हेलीकॉप्टर की दिशा और जूही के मिलने की जगह,और जूही और नेहा को गिराने के बीच के समय के अंतर से जो डेटा निकला उससे यही पता चला की नेहा उस झरने में गिर गई होगी ,लेकिन बॉडी का कही भी पता नही चला ,नदी के साथ साथ बहुत खोज के महीनों तक चली लेकिन फिर भी कोई परिणाम नही ,वो नदी जाकर बांग्लादेश से होकर बंगाल की खड़ी में चले जाती थी,भारत के बोडर से बाहर होने के कारण खोज भी रुक गई और नेहा की फाइल सीक्रेट रूप से गायब कर दी गई , वजह साफ थी शासन की बदनामी,इस पूरे कांड को वहां के पेपरों ने बड़े बड़े शीर्षकों में छापा लेकिन मेरा और नेहा का नाम ही गायब था,मिश्रा और जूही को हीरो बना दिया गया,जूही को और प्रमोशन मिल गया,कहा गया की बड़े गैंग का पर्दाफाश,रोबर्टो का नाम फिर से गायब था,उसका जिक्र ही कही नही था,पता नही क्यो मिश्रा उसका नाम छुपा रहा था,कोई तो बड़ा कारण रहा होगा,
इधर नेहा के दुख में मैं पागलो सी हो गई थी,बड़ी मुश्किल से खुद को सम्हाल रही थी,मेरा साथ देने वाला कोई भी नही था,मिश्रा को मैं नेहा की मौत का जिम्मेदार समझने लगी थी और उससे दूरी बनाये हुए थी ,वो मेरे रूम भी आता लेकिन मैं उससे बात तक नही करती ,वो अपने कमरे में सोता ,साथ बैठकर खाना भी खाते लेकिन मुझे तो उसे देखना भी पसंद नही था,,मैं वो रूम नही छोड़ना चाहती थी,क्योकि उसमे नेहा की यादे जुड़ी हुई थी,........................
प्रजेंट में ...
मैं एक गहरी सांस लेकर उठ गई ,बिता हुआ समय तेजी से मेरे आंखों के सामने इस गुजर गया ,मेरे बाजू में विकाश जी सोए थे,मेरे पति जिन्हें मैं सबसे ज्यादा प्यार करती हु,आज ही मैं जूही से मिली ,मिश्रा ने उसे मेरी मदद के लिए यहां भेज है ,अब वो इंस्पेक्टर बन गई है,वो भी पूरे थाने की मालकिन .इतने कम सालो में उसने इतने प्रमोशन पाए,वो सच में बहुत ही बहादुर लड़की है,उसे भी सेक्स का भूत सवार रहता है और वो भी अपने पति से दिलो जान से प्यार करती है ,लेकिन मेरे और उसके स्वभाव में जमीन आसमान का अंतर है, उसके पति उसे संतुस्ट ही नही कर पाते ,लेकिन मेरे विकाश जी ….वाह ,कितना प्यार करते है वो मुझे,जब हम पहली बार मिले थे तो मुझे यकीन ही नही आया था की गांव में पला बढ़ा ये लड़का मेरे भावनाओ को समझेगा,मैंने जब उन्हें अपने वर्जिन ना होने के बारे में बताया तो वो बस हँस पड़े ,उन्होंने इसे मेरी कमी नही माना ,वो बहुत ही भोले भाले है,मैं सच में लक्की हु की मुझे इनके जैसा पति मिला,समझदार है,बेहद प्यार करने वाले है…..
मुझे देखने उनसे पहले भी कई लड़के आये ,वो उनसे ज्यादा पढ़े लिखे थे,कोई बड़ी नॉकरी में था तो कोई बड़े पैसे वाला लेकिन मैं किसी को भी धोखे में नही रखना चाहती थी,लेकिन मैं जैसे ही किसी को अपने वर्जिन ना होने की बात बताती वो शादी तोड़ देता,मेरे घरवालों को भी ये समझ नही आ रहा था की आखिर ये हो क्या रहा है,मैंने अपनी बड़ी भाभी को सबकुछ बता दिया था,लेकिन इतना ही की शहर में एक बॉयफ्रेंड था,उससे ज्यादा उन्हें नही बता पाई क्या कहती की ना जाने कितनो के साथ…भाभी ने भैया के कानो में ये बात डाली की मैं बिना सच बताये शादी नही करना चाहती,मेरे भइया मुझसे बेपनाह प्यार करते है.उन्होंने भी बात को समझा,तभी कही से उन्हें विकास जी के बारे में पता चला(अब मुझे पता है की मिश्रा जी ने ये रिश्ता किसी के माध्यम से भिजवाया था)उस ड्रग्स ने और नेहा की जुदाई ने मुझे पागल बना दिया था,जब मैं अच्छी होती तो सामान्य होती लेकिन जैसे ही कोई भी दुख टेंशन मेरे दिमाग में आता मैं बेचैन हो जाती मुझे सिर्फ शराब की तलब लगती फिर सेक्स की ,अब मुझे समझ आ रहा था की नेहा की हालत आखिर कैसे रहती रही होगी,मैं पार्टीयो में जाने लगी,वहाँ मैंने कुछ बॉयफ्रेंड भी बना लिए ,मेरे लिए ये कभी मुश्किल नही था,लड़के मेरे पीछे दुम हिलाते फिरते थे लेकिन मैं अपने रेस्पेक्ट को कभी कम होने नही दिया,जिससे भी सेक्स किया उसकी गुलाम बनकर नही बल्कि उसकी मालकिन बनकर….
लेकिन मुझे विकाश जी ने गुलाम बना लिया ,पहले मुझे लगता था की मैं इनके साथ खुस नही रहूंगी,इनकी पोस्टिंग जंगल में थी,मैं हमेशा से बड़े घर में रहने वाली और इनके पास था सरकारी क्वाटर ,मैं नाजो से पाली बढ़ी थी,अपना हुक्म सबपर चलाया था,लेकिन मैं घर वालो को भी दुखी नही करना चाहती थी,मैंने इनसे शादी कर ली,पहली रात में ही मुझे पता चला की आखिर प्यार नाम की भी कोई चीज होती है,लेकिन मेरे लिए तब भी प्यार और अपने हवस में फर्क करना आसान नही था,मैं उनके साथ जितना समय बिताते गई मैं इनकी होने लगी,पहली बार लगा की अगर कोई मुझे मेरे दुखो और वासना की आग से निकाल सकते है तो ये है,इनके प्यार ने मुझे जीत लिया,मैं भी इन्हें भरपूर प्यार देना चाहती थी,लेकिन मेरी भी कुछ मजबूरियां थी,
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