RE: Porn Sex Kahani रंगीली बीवी की मस्तियाँ
काजल सच में रो पड़ी थी
“अभी “
“मैं आ रही हु “
फोन काट दिया गया …
मेरे दिल ने जोर का झटका दिया सचमे काजल आ रही है ,मुझे तो यकीन ही नही हो रहा था,अभी रात के 9 बज रहे थे और ये जंगल था ,शाम यहां मुर्दो जैसे होती है और रात इतनी डरावनी और घनी की आपको अपना हाथ भी ना दिखे मैं सचमे डर गया और तुरंत ही काजल को काल लगाया …
इस बार काजल ने थोड़ी देर में काल उठाया …
“बस एक घंटा मैं और रॉकी आ रहे है…..”
“अरे सुनो तो …….”
मैं कुछ बोलता इससे पहले ही काल कट हो चुका था ,मैं फिर से काल करता हु
“बेटू रात बहुत हो चुकी है तुम कल आ जाना …”
मैंने एक ही सांस में कहा ….
“सर वो रूम में तैयार हो रही है …”
इसबार रॉकी ने काल उठाया था,
“तो तुम कहा हो “
“सर मैं तो अपने कमरे में था ,काजल ने मुझे जल्दी बुलाया और आपके पास जाने को बोला वो ऐसे बोली की मैं मना नही कर पाया ,मैं उसके रूम के बाहर खड़ा हु मुझे फोन देकर बोली की अगर आपका काल आये तो बोलना की बस एक घंटे में पहुच जाएंगे ….”
मैं जानता था की रॉकी अपने नही काजल के रूम में ही था,लेकिन मेरे लिए ये कोई विषय नही था,
“साले चूतिये हो क्या तुम लोग अभी आओगे और एक घंटे में कैसे पहुच जाओगे यहां मजाक है क्या,जानते हो कितना खतरा है यहां पर “
मैं गुस्से में आ गया था,
“सर काजल को कैसे समझाऊ ,मेरी बात तो वो सुनती नही कल एक क्लाइंट से इम्पोर्टेन्ट मीटिंग भी है और ये है की …”
मैं जानता था की किस क्लाइंट से मीटिंग थी ...पर मैं अब क्या बोलू मैं थोड़ा शांत हुआ की की काजल की आवाज आई ,
और वो फोन ले ली
“जान मैं बस निकल रही हु ,और कुछ मत कहना बस एक घंटे,रॉकी बहुत अच्छी बाइक चलता है ,”
“रॉकी को दे “
“जी सर “
“अगर काजल को कुछ हुआ तो तेरे गांड में सरिया घुसा दूंगा ….”
उधर से कोई भी रिप्लाई नही आया और काल कट गया….
सुनी सी राह हो और किसी का इंतजार हो तो एक एक पल सदियों से लगते है,हल्की हवा के झोंके भी दर्द देने लगते है,और अगडाइयो में एक चुभन होती है,
घड़ी का वो कांटा आज पहली बार मुझे अपने होने का अहसास दिला रहा था,वो हर टक टक में मेरी बेताबी का इन्तहां लेने पर आमादा था,
“क्या हुआ साहब “
रेणु भी मेरे पास आकर बैठ गई
“कुछ नही काजल आने वाली है “
रेणु ने अपनी नजर थोड़ी चौड़ी कर दी
“अभी “
“हा “
“सच में साहब दीदी आपसे कितना प्यार करती है …”
मैं उसके चहरे को देखने लगा ,वो बड़ी मासूम सी लग रही थी ,ना जाने कौन सी ताकत होती है जो किसी भी का व्यवहार बदल देती है ,यही लड़की है जो कभी अपनी अदाओं से मेरे सामने मचला करती थी और आज यही है जो इतनी सभ्य और संस्कारी सी लग रही है,
दो चहरे होना शायद कोई मिथक नही है लेकिन ये पूरी तरहः से सच भी नही है,असल में माहौल और जिंदगी की मजबूरियां होती है ,कुछ आदते कुछ संस्कार जो हमे अलग अलग स्थानों में अलग अलग चहरे दिखाने पर मजबूर कर देते है…
सच ही कहा है हमारे पूर्वजो ने की जिंदगी एक माया है एक नाटक है और हम इसके किरदार...
कही वो लड़की एक बदचलन लड़की का किरदार निभाती है तो कही एक संस्कारी औरत बन जाती है ,कही कठोर तो कही नरम ,
मैं अपनी सोच में डूबा हुआ उसके चहरे पर थम गया था,वो मुझे ऐसे देखता पाकर थोड़ी शर्मा गई
“क्या हुआ साहब “
“कुछ नही आज तू अलग लग रही है,लगता है वरुण का नशा चढ़ रहा है ,
वो थोड़ी शरमाई ...
“ थैंक्यू जो आपके कारण ऐसा लड़का मुझे मिला “
वो शर्मा गई थी
“कैसा “
मैं भी थोड़ी शरारत के मूड में था
“वो बहुत अच्छा है और अब तो समझ लो मेरा दीवाना हो गया है ,सोच रही हु इससे ही शादी कर लू “
मैं आंख फाडे उसे देखेने लगा इतनी जल्दी वो इसका दीवाना हो गया आखिर क्या कर दी …
“साहब आपको एक बात बताऊ मिश्रा जी रोज उसको फोन करते है और आपके बारे में पूछते रहते है,ये भी उनसे बहुत झूट बोलता है ,की वो आपके साथ है,प्लीज सम्हाल लेना अगर मिश्रा जी कुछ बोले तो …”
मेरे चहरे पर एक मुस्कान आ गई
“अच्छा बड़ी फिक्र हो रही है ..ठीक है और उसे बोलना की जब भी मिश्रा का फोन आये तो यही बोल दे की वो मेरे साथ है और मैं किसी काम में बिजी हु …”
“ठीक है साहब और एक बात और उसे मिश्रा ने आपकी जासूसी करने के लिए ही भेजा है ,पता नही मिश्रा को आपसे क्या ऐसा काम है ….लेकिन वो मुझे सब बताता है ..”
वो इठलाते हुए बताती है…
“ह्म्म्म ठीक है,उसे तो नही पता की तुम मुझे ये सब बताती हो “
“नही साहब मैं पागल हु क्या “
“और तुम्हारी मेडम को भी पता नही चलना चाहिए “
“जी साहब लगता है आपका उस मलीना से कोई चक्कर है ,साहब एक चीज बोलू काजल दीदी आपसे बहुत प्यार करती है उन्हें धोका मत देना ..”
उसकी आंखे बता रही थी की वो सच बोल रही है …
“मेरा कोई भी चक्कर नही है और काजल तो मेरी जान है ये तो तू भी जानती है ……”
तभी गाड़ी के रुकने की आवाज आती है,शायद दोनो पहुच गए थे,
काजल टी शर्ट सुर जीन्स में थी ऊपर एक जैकेट पहने हुए थी ,वो भागती अंदर आयी और मुझे देख कर वो दरवाजे में थी ठिठक गई,दोनो के नजर मिले और उसकी आंखे भीग गई……
वो हल्के पैरो से चलते हुए मेरे पास आई मैं अपनी जगह पर खड़ा उसे अपनी ओर आते देख रहा था,दोनो की नजर बस एक दूसरे की नजरो में ही खोई थी ,उसके पायल के थोड़े से घुंघरू हल्के हल्के से आवाज कर रहे थे,जैसे जैसे वो मेरे पास आती वो आवाज थोड़ी और बढ़ रही थी ,
इतने देर का इंतजार और अचानक ही जब वो सामने हो ……..दिल की धड़कने भी थोड़ी बढ़ ही जाती है ,वो आकर मेरे सामने खड़ी हो गई ,हम एक दूसरे को देखने के सिवा और कुछ भी नही कर रहे थे,उसका चहरा मेरे चहरे के पास आया और हमारे होठ मिल गए,मेरे हाथ अनायास ही उसके बालो में फसकर उसके चहरे को अपनी ओर खिंच रहे थे,और मेरी जीभ उसके होठो से अंदर किसी अस्तित्व की तलाश में जा चुके थे……..
हम काफी देर तक युही एक दूसरे से लिपटे हुए बस एक अहसासों की दरिया में डुबकी लगा रहे थे,पूरी दुनिया जैसे खो चुकी थी और समय कि कोई सीमा नही थी ,समय मानो खो गया था…..
जब हम एक दूसरे से अलग हुए मैंने सामने रॉकी को पाया उसके चहरे पे पसीना था,इस ठंड के मौसम में वो जंगलो से गाड़ी चलता हुआ आया था ,नियम के अनुसार उसे अभी ठंड में गुल्फ़ी बन जाना था लेकिन उसके चहरे का पसीना कुछ कहानी कह रहा था ,शायद एक जलन तो उसके सीने में भी उठी होगी,लेकिन मुझे उसपर कोई गुस्सा नही था,मेरे मन में उसके लिए कोई भी बुरा भाव नही था,ना जाने क्यो आज वो मुझे बड़ा अच्छा लग रहा था,उसने मेरी जान को मुझतक लाने के लिए इतनी मेहनत जो की थी ,मैं आगे बढ़कर उसके सामने अपना हाथ बढ़ाया,दोनो के हाथ मिले उसके हथेलियों से निकलने वाला पसीना मुझे उसकी मनोदशा का बयान कर रहा था,
“सॉरी यार मैंने तुम्हे जो भी कहा उसके लिए”
“कोई बात नही सर समझ सकता हु “
उसकी बात में ना ज्यादा एनर्जी थी ना ही ज्यादा हल्कापन …
मैं रॉकी को बैठने को कहा और रेणु से गर्म गर्म चाय बनाने,रेणु के होठो में हल्की मुस्कान थी …
और मैं काजल की तरफ देखा
“बहुत प्यार आ रहा था जान सॉरी ,आपसे कभी अलग नही रही ना तो अजीब लग रहा था…”
वो अपने कान पकड़कर बोलती है…
मैं उसके पास जाकर फिर से उसके गालो में एक किस ले लेता हु ,
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