RE: Porn Sex Kahani रंगीली बीवी की मस्तियाँ
“सर ये तो हिंदी बोलती है “
“हा तो क्या हुआ होगी विदेशी रहती इंडिया में होगी ,या आती जाती होगी ,या और कुछ होगा छोड़ ना यार जल्दी से चल साला समान बहुत भारी है ,एक अधिकारी को कुली बना दिया है …”
रघु मेरी बात को सुनकर हसने लगा ,मैंने ध्यान से उसके पिछवाड़े को देखा साला मिश्रा इसे महिला कह रहा था,ये तो कातिल सी जवानी थी ,24-25 की उम्र थी लगभग पतले स्कर्ट में उसकी जाँघे बहुत चमकीली लग रही थी ,सुडौल और मध्यम आकर के उसके उजोरो की खाई बड़ी ही प्यारी लग रही थी ,चहरा मासूम सा था,वो सेक्सी नही प्यारी लग रही थी जो उसका आकर्षण था ,
कार में समान लोड कर मैंने उसे पीछे बैठाया और रघु के साथ सामने बैठ गया …
“आप कहा से है मेडम ...यानी वेयर…”
वो हँस पड़ी ,
“मुझे हिंदी आता है “
मैं हल्के से मुस्कुराया हा समझ आ गया की तुझे कितना हिंदी आता है ….
“मैं इटली से हु ,मैं एक एंथ्रोपोलॉजिस्ट हु और यहां कुछ असिएंट चीज को ढूंढने आया हु “
“ओह …”मैं मन में सोच रहा था की यहां कौन सी पुरानी चीज है जिसे ये ढूंढने आ गयी
रघु मुझे प्रश्नवाचक नजर से देखा
“ये पुरानी चीजो को खोजती है ,”मैंने रघु को बताया
“मतलब “अब मैं इसे कैसे समझता
“गाइड फ़िल्म देखी है देवानंद की “
“जी देखी है “
“तो जो हीरोइन का पति होता है ना वैसे ही ये भी है “
“ओह ….पर सर इससे इन्हें मिलता क्या होगा “
मुझे उसपर हल्के से गुस्सा आ गया
“तू अपना काम कर बे लौड़े “
रघु झेप कर आगे देखने लगा …
“हे विकाश ये लौड़े क्या होता है …”मलीना ने प्रश्न दाग दिया और रघु की हँसी निकल गयी पर मैंने जैसे ही उसे घूर कर देखा वो अपनी हँसी दबा कर आगे देखने लगा ,पर उसके चहरे पर मुस्कान अब भी थी …
“वो मेडम “
“मेडम नही हमे तुम मलीना ही बोलना ,और हमशे हिंदी में बात करो हम हिंदी सिख रहा है “
“ओक्के मलीना जी उसका मतलब होता है लड़का या बॉय ...वो एक संबोधन है …”
“क्या है ???”
“वो its like addressing वर्ड ...लड़को को प्यार से लवंडे बोल देते है या लौड़े …”
मैं झेंपते हुए बोल पाया लेकिन मन में यही सोच रहा था की मेरी बात को वो जल्दी से भूल जाय…
तभी रघु ने कहा ,
“शायद मेडम केशरगढ़ के किले को देखने आयी होगी “
“हो सकता है पर वहां तो केवल खण्डर है वहां क्या मिलेगा “
“एक्सीटॉली मैं वही देखने आयी हु ...विकाश तुम भी मेरे साथ चलना “
“लेकिन मेडम सॉरी मलीना वहां आपको क्या मिलेगा वो तो बस खण्डर है “
मलीना के होठो पर एक मुस्कान सी आ गयी
“वही तो मेरा काम है “
हम मिश्रा जी के घर पहुच गए,मिश्रा जी का घर नही बंगाल था जहा वो अकेले ही रहते थे ,पता चला था की शादी के कुछ साल बाद ही उनका डिवोश हो गया था ,बाल बच्चे थे नही …
नॉकरो ने दौड़ाते हुए आकर कार से समान निकल लिया,,
वही मिश्रा जी आगे बड़े ,और मलीना भी उनके गले से लग गई …
“कैसे हो लौड़े ,बहुत पतले हो गए हो”
मलीना के बोल से मिश्रा जी तो संट हो गए और मैं अपना चहरा छिपने लगा ,मिश्रा जी ने मुझे घूर के देखा ,वही रघु हल्के हल्के हस रहा था …
“बेबी ये तुम्हे किसने सिखाया ,”
मिश्रा जी मुझे देखते हुए बोले,मलीना भी बहुत एक्साईटेड होकर बताने लगी
“विकाश ने मुझे आते हुए बताया ,देखो मैं कितनी जल्दी सिख गयी ,”
“ह्म्म्म ‘मिश्रा जी उसके साथ अंदर को चलने लगे और मुझे भी साथ बुला लिया उन्होंने नॉकर से उसका कमरा दिखाने को बोल दिया और उसे फ्रेश होने को ऊपर भेज दिया,एक महंगी सी शराब की बोतल बाहर निकाली,
“क्यो मेरे मेहमान को तुम ये सब सीखा रहे हो “
मैं शर्मिंदा हो गया
“सर वो गलती से मुह से निकल गया था ,ड्राइवर के लिए ,मलीना बार बार उसका मतलब पूछने लगी तो बताना पड़ा …”
मिश्रा जी हस्ते हुए एक ग्लास में विस्की भरकर मुझे बढ़ाया…
“कोई बात नही सुनो यार तुम यहां पर रहे हो और ये लड़की तुम्हारे ही उम्र की है तुम शायद इसकी मदद कर सकते हो ,इसे यहां के किले विले घुमा दो ,ये कुछ शोध करने आयी है ,इसके पिता मेरे भाई के अच्छे दोस्त है वो भी इटली में ही रहते है ,लड़की आधी इंडियन और आधी इटालियन है ,मा इसकी इंडियन है ….”
“ओह “
“तुम साथ चल दोगे तो मेरा एक टेंशन खत्म हो जाएगा “
“सर ऑफिस “
“वो फिकर मत करो मैं सम्हाल लूंगा ,तुम इसे सम्हालो ..जरूरत पड़ी तो चले जाना ऑफिस भी कभी कभी वरना अब तुम्हे इसीलिए वहां डलवाया है की तुम्हे भी आराम मिले ऐसे भी तुम रिस्वत तो लेते नही तो कम से कम आराम से तो रहो …”
“ओके सर “मैं हस्ते हुए बोला ...
रात जब मैं घर पहुँचा तो रॉकी और काजल बैठे बाते कर रहे थे,वहां जाते ही काजल मुझसे लिपट गयी,
“कहा थे आप आज ,फोन भी नही उठाया,”
मेरे मुह से आती शराब की हल्की बदबू को भी वो ताड गयी…
“आप शराब पिये हुए हो “
मैं थोड़ा घबरा गया क्योकि मैं कभी भी काजल के सामने नही पीता था ना ही कभी पी के घर आया था,
“अरे वो आज …..”
मैं सोफे में जा बैठा और सारी बात काजल को बताया,
“अच्छा तो मिश्रा जी ने आपकी ड्यूटी लगा दी “
इसबार रॉकी था वो हल्के से मुस्कुरा रहा था ,
“हा यार ,तुम जानते हो मलीना को “
“नही जानता तो नही पर मिश्रा जी के पास तो कई फॉरेनर आते रहते है,”
“हम्म कोई नही कल मिल लेना कल उसे भी मिश्रा जी के साथ ही गार्डन बुलाया हु …”
काजल और रॉकी ने बस एक मुस्कान दी और रॉकी ने हमसे बिदा लिया,
शराब के थोड़े सुमार में मैंने काजल को पकड़ा ,और उसके होठो को किस करने की कोशिस की वो हल्के से मुस्कुराई ,और अपना मुह हटा लिया ,
“पहले फ्रेश तो हो जाओ और खाना खा लो ,कैसी बदबू आ रही है आपके मुह से ,”
ये शायद पहली बार था की काजल ने मुझे यू मना किया पर मुझे बिल्कुल भी बुरा नही लगा और मैं उसके गालो में एक चुम्मन देकर अपने कमरे में चला गया…
सुबह मलीना और काजल मिले ऐसा लगा जैसे की वो बहुत पुराने दोस्त हो ,इतनी आत्मीयता से दोनो एक दूसरे से मिल रहे थे,आज मुझे मलीना के साथ ही उन खण्डरहो को देखने जाना था जहा मैं कभी भी नही गया था,इतने दिनों के बाद भी ,मुझे मिश्रा जी ने अपनी जिप्सी ले जाने को कहा था जंगल थोड़ा घना और रोड की हालात बहुत खराब तो मैंने रघु को छुट्टी दे दी लेकिन उसे आगाह कर दिया था की जब भी काल करू तुरंत उपस्थित हो जाय,,,....
मलीना एक छोटा से स्कर्ट और टीशर्ट पहने निकली
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