RE: Porn Sex Kahani रंगीली बीवी की मस्तियाँ
10 दिन मेरे लिये बड़े ही भारी होने वाले थे,सभी अफसरों का बहुत ही प्रेसर था वही काजल को भी एक बड़ा प्रेशर था काम को पूरा करने का,पहला दिन तो ऐसे गुजर गया की पता ही नही चला,हम दोनो ही थककर आये और बिना ही कुछ ज्यादा बात किये ही सो गए,रेणु को भी घूरने का मन नही कर रहा था ,अब समझ आया साला काम किसे कहते है की आपको टाइम ही ना मील जिस काम को लेकर आप हमेशा तैयार रहते है उसे करने की इच्छा भी नही करती उसे ही काम का बोझ कहते है,
मैं अपने काम के बोझ में दबा जा रहा था साला सपने में भी काम ही सूझता था,दूसरे दिन मैंने फैसला किया की अब थोड़ी जॉगिंग योगा मेडिटेशन किया करूँगा ताकि दिन भर फ्रेश रहू साथ ही मन भी शांत रहे,मैं काजल को भी जल्दी से जगा कर उसे अपने साथ गार्डन ले गया,वो भी इस बात से बहुत खुश हुई काम तो रेणु और प्यारे मिलकर कर देंगे और अब उसे खाना बनाने की भी फिक्र नही थी इसलिए वो भी सुबह का समय तो अपने हेल्थ और मन की शांति के लिए दे ही सकती थी ,वो अपने टाइट टी शर्ट और लोवर के साथ दौड़ने निकली मुझे नही पता था की उसके पास ऐसा कपड़े भी है क्योकि मैंने उसे इस कपड़े में कभी देखा ही नही था,वो मेरी आंखों को देखकर शायद समझ गयी…
“अरे वो ये मैंने जिम के लिये लिया है “
मेरी आंखे और भी बड़ी हो गयी ये कब से जिम जाने लगी वो फिर से कहा ,
“वो होटल के जिम का काम पूरा हो गया थी ना और रॉकी तो रोज ही वर्कआउट करता है इसलिए मैं भी ये कपड़े ले ली हु,वहां अगर थोड़ा टाइम मील तो एक्सरसाइज भी कर लेती हु,और ऐसे भी हम जिम को शुरू कर दिए है,और लड़कियों को सीखने के लिए मुझे भी तो कुछ आना चहिये ना,
“ओह तो तुम लेडिस ट्रेनर बनने वाली हो ,”
“हा क्यो नही ,ऐसे भी मैं मार्शल आर्ट और कराटे में ब्लैकबेल्ट} हु…”
मैंने थोड़ा आश्चर्य जताते हुए कहा
“अच्छा मुझे तो तुमने बताया ही नही”
वो थोड़ी सी शर्मा गयी क्यो पता नही ,और मेरे पास आकर मेरे सीने पर अपना हाथ रख दिया ,
“सॉरी जान वो कभी बात ही नही निकली ,,ऐसे आपसे कुछ भी तो नही छुपा है पर कुछ चीजे बताना भूल जाती हु ,
वाह से मेरी बीवी ना जाने क्या क्या बताना भूल गयी ही ये...जिसका मुझे पता ना जाने कब चलेगा और जब चलेगा तो पता नही मेरे साथ क्या होगा….
हम दोनो घर से निकल कर गार्डन की ओर चल पड़े आज मुझे पता चला की अगर सुंदर लड़की कसे हुए कपड़े पहन ले तो क्या होता है साले सभी हमे ही देख रहे थे और हमे कहना गलत है क्योकि वो सिर्फ काजल को ही देख रहे थे…….
मैंने भी धयन दिया तो मैं भी थोड़ा चौक गया क्योकि वो देखने के लायक ही था ,उसके स्तन ऐसे भी बहुत ही बड़े और कसे हुए थे वो पूरे अपने सुरूर में किसी चोटी की तरह से दिखाई पड़ रहे थे ,लेकिन मुख्य आकर्षण तो उसके लेगीस थे जो इतना टाइट और काजल के पिछवाड़े इतने गजब के थे की मुझे भी एक बार लगा की साला छोड़ो वाक को और घुस जाओ फिर से बिस्तर में ,वो उसके पिछवाड़े के दोनो फेंको को साफ साफ अलग कर रहे थे थोड़ी देर में ही उसने मुझे भी उसे देखता पाया और खुद ही शर्मा गयी ,
“चलो घर चलते है …….”
“अरे क्या हुआ ,”
“अरे नही प्लीज् “
“बताओ तो सही की क्या हुआ है “
“नही सभी मुझे ऐसे देख रहे है तो आपको बुरा लगेगा और ये बहुत ही टाइट है ,मैं इसे चेंज कर लेती हु “
मेरे चहरे पर एक मुस्कुराहट आ गई ,भगवान सभी को इतनी समझदार बीवी दे ,........बस वो आपकी ही रहे किसी और की नही मेरी बीवी में हर वो चीज थी जो एक मर्द चाहता है,पर बस एक चीज ऐसी थी जो शायद की कोई मर्द चाहे ,जी जा अपनी पत्नी का किसी दूसरे मर्द से जिस्मानी संबंध……
“अरे जान अगर तुम ऐसा शर्माओगी की तो जिम में कैसे करोगी,वहां भी तो लड़के आते होंगे ना “
तब तक वो घर की ओर मुड़ चुकी थी ,
“अरे वहां की बात अलग है पर यहां आपके सामने ये सब नही होगा कम से कम मुझे एक स्पोर्ट जैकेट पहनने दीजिये “
मेरे सामने नही होगा मतलब मेरे पीछे सब होगा ,वहां रे मेरी काजल …….
“आप बुरा मत मानना पर आपके सामने मुझे कोई घूरे ये मुझे अच्छा नही लगता,और आप ना हो तो मुझे कोई भी फर्क नही पड़ता की कौन क्या कर रहा है………”
क्या कर रहा है??????
मैं बस शक ही कर सकता था अभी तक मैंने देखा तो नही था की वो क्या करती है और जो देखा था वो बहुत ही कम था,
वो अंदर से जल्दी से जैकेट पहन कर आ गयी और हम फिर से गार्डन की तरफ जाने लगे ,इसबार हम दौड़ने लगे जैकेट के कारण काजल का मादक अंग नही दिख पा रहा था पर वो कपड़े वही पहने थी ,जब हम गार्डन पहुचे तबतक दोनो ही पसीने से भीग चुके थे पर मुझे आज पता चला की उसके अंदर कितनी ज्यादा स्टेमना है ,जहा मेरी सांसे फूली हुई थी वही उसे देखकर ऐसे लग रहा था जैसे उसने अभी कुछ किया ही नही हो.
हम कुछ एक्सरसाइज करने लगी और देखते ही देखते वहां लोग इकट्ठा होने लगे ,कारण था काजल के द्वारा किये जाने वाला एक्सरसाइज वो योगा और अलग अलग तरीके के कठिन कठिन *स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज़ को ऐसे कर रही थी जैसे की वो उनमे *एक्सपर्ट हो ,और उसे ऐसी कलाबाजियां करते देख थोड़ी ही देर में क्या बूढ़े क्या जवान और क्या बच्चे ,,,क्या महिलाएं और क्या पुरुष सभी बस खड़े होकर देखने लगे ,,,,
बाकियों का तो नही पता पर कुछ नवजवान से लड़के बस उसके जिस्म की कसावट को देख रहे थे उनकी आंखे ऐसे चौड़ी हो रही थी जैसे कोई अजूबा सा देख लिया हो ……….
काजल के मूव भी थे बहुत ही सेक्सी कोई भी सामान्य सा हवसी आदमी अगर उसे देखकर हवस का शिकार हो जाय तो कोई भी बड़ी बात नही थी,जैसे ही वो एक मूव पूरा करती वहां खड़े बच्चे और बुड्ढे तालिया बजाते और काजल उन्हें देखकर मुस्कुराती लगभग आधे घंटे तक यही चाहता रहा ,जब काजल ने ये सब खत्म किया तो वहां के कुछ लोग उससे मिलने आये ….जिनमे कुछ बुजुर्गों का ग्रुप था ,जिनमे महिला और पुरुष सभी थे ,साथ ही कुछ नवजवान और बच्चे अभी भी उसे घुरते हुए खड़े थे ,
“बेटा आप योग टीचर हो ‘
एक महिला ने कहा
“नही आंटी जी *बस कुछ सीखा हुआ है ,और कोर्स किया था मैंने तो….”
“वाह क्या कमाल का शरीर है बेटा तुम्हारा “
इसबार एक बुजुर्ग अंकल ने कहा लेकिन उनका मतलब गलत बिल्कुल भी नही था बस वो उससे प्रभावित थे और उनकी आंखों में मुझे कोई भी हवस नही दिखी…
“थैंक्स अंकल “
“बेटा हम कुछ कहे तो बुरा तो नही मानोगे “
अंकल ने फिर से कहा
“हा हा बोलिये ना “
“बेटा मै हमारे शहर के सीनियर सिटीजन सोसायटी का प्रेजिडेंट हु ,यहां पर बहुत से सरकारी अधिकारी रिटायर के बाद बस गए है,ये जगह है ही बहुत ही सुहानी सी ,हमने ये क्लब बनाया है ,हम सोच रहे थे की हम एक योग टीचर हायर करे जो हमे योगा सिखाए क्यो ना आप ही ये काम कर दे “
काजल ने मुझे देखा मैंने अपने कंधे उचकाए और उसे ही फैसला करने को कहा,जिससे वहां खड़े हुए सभी लोगो को शायद पता चल गया था की मैं उसका पति हु ,
अंकल मेरी तरफ रुख करते हुए कहा
“बेटा आप ही कुछ कहो ..”
“अंकल मैं क्या कहु ऐसे ये भी काम करती है और शायद ही वक़्त निकल पाए “मैंने काजल की ओर देखते हुए कहा.
“अच्छा कहा काम करती हो बेटा “
“अंकल वो हमारा खुद का एक होटल है जो कुछ ही दिनों में शुरू हो जाएगा ,”
“कौन सा होटल “
काजल ने नाम बताया
“अरे वहां तो रॉकी भी काम करता है ना आप जानते हो रॉकी को *वो मेरे ही घर के बाजू में रहता है …….”
रॉकी के घर के बाजू में यानी ये मिश्रा साहब ही रिटायर्ड IAS ऑफिसर ,मैंने उन्हें ऊपर से नीचे तक देखा बहुत कुछ सुन रखा था इनके बारे में ये कभी हमारे राज्य के चीफ सेक्रेटरी हुआ करते थे.मुख्यमंत्री के सबसे खास ऑफिसर कुछ सालो *पहले ही रिटायर हुए थे और इन्हें ये जगह बहुत ही पसंद थी शायद ये कोलाहल से दूर ही रहना चाहते थे इसलिए यहां जमीन खरीदकर बस गए ,
“सर आप मिश्रा जी है ,सर आपके बारे में बहुत सुना है आपसे मिलना मेरे सौभाग्य की बात है “मैंने अपना हाथ बढ़ाया
“अच्छा तो आप भी सरकारी ऑफिसर है “
“जी सर मैं *** पोस्ट पर काम करता हु “
उनके सामने ऐसे तो मेरी औकात कुछ भी नही थी पर फिर भी वो मुझसे मुस्कुराते हुए हाथ मिलाया
“यार तुम भी सरकारी आदमी हो ,और रॉकी के साथ आप (काजल )काम भी कर रही है तो फिर तय रहा की आप हमे कल से योग सिखाएंगी ,और आप चाहे तो हम इसके लिए आपको पे भी करेंगे”
“नही नही अंकल ऐसा नही है ,मुझे इस काम के लिए पैसे नही चाहिये पर अभी होटल का काम जोरो पर है और 10 दिनों में ही मुख्यमंत्री जी के उसका उद्धाटन करवाना है ,मैं और रॉकी उसी काम में लगे हुए है तो अभी तो संभव नही है पर ये काम हो जाय तो मैं आपलोगो को *एक दो घंटे तो दे ही सकती हु ,बस मेरी एक शर्त है ,”
“हा हा बोलो “
“मैं यहाँ गॉर्डन मेंआने वाले सभी लोगो को सिखाऊंगी,जो भी आ जाय उसे फ्री में ही सिखाऊंगी और साथ ही इसके लिए आप मुझे कोई भी फीस नही देंगे और रॉकी भी मेरे साथ सिखाएगा …….”
सभी के चहरे पर खुशी नाच गयी खासकर उन नवजवानों के चहरे पर जो दूर खड़े उनकी बाते सुन रहे थे
“बिल्कुल ठीक है बेटा पर ,उस नालायक रॉकी को कुछ आता भी है “
“अंकल हमारे होटल में एक हेल्थ सेंटर शुरू हो चुका है,जो रॉकी ही देखता ही और होटल के उद्घाटन के बाद से ही ये महिलाओं के लिए भी खुल जायेगा “
“वाह बहुत अच्छा बेटा ये हमारे इलाके में अपने तरह का पहला हेल्थ सेंटर होगा जिससे *महिलाओं को भी फायदा होगा,मैं खुद मुख्यमंत्री के साथ वहां मौजूद रहूंगा,”
सभी खुस होकर वापस आये मैं रास्ते भर काजल को मिश्रा के किस्से बता रहा था की वो कितना खतरनाक हुआ करता था और कैसे उससे सबकी फटती थी ,,,,,,,,,
जब हम घर पहुचे तो वहां रॉकी पहले से मौजूद था,आजकल वो जल्दी आने लगा था,काजल ने जाते ही उसे अपने गले से लगाया जैसे की वो उसका कोई बहुत ही अच्छा दोस्त है ,और रॉकी ने मुझसे बड़े ही तमीज से हाथ मिलाया जैसा की वो हमेशा ही करता था…..पास ही खड़ा प्यारे जो अभी अभी रॉकी के लिए चाय लेकर आया था रॉकी और काजल एक प्रेम पर ऐसे जल रहा था जैसे की वो ही उसका पति हो …….
साला रॉकी भी इसी उम्मीद में वहां जल्दी आ गया होगा की उसे उस दिन जैसे आज भी कुछ मिल जाय ………
रेणु ने खाना लगभग बना ही दिया था काजल जल्दी जल्दी तैयार होकर वहां आयी और जल्दी से खाना खाकर वहां से निकल गयी..आज काजल ने एक ब्लैक टॉप और ब्लू जीन्स पहने हुई थी ,उसके सभी सेप बड़े ही खूबसूरत लग रहे थे,मेरी काजल साड़ी से सलवार और अब जीन्स तक आ चुकी थी ,कोई भी बड़ी बात नही की कुछ दिनों में वो स्कर्ट वगेरह भी पहनने शुरू कर दे,वो अपने साथ एक बेग भी ले जाती थी पता नही उसमे क्या था,शायद उसे भी चेक करू कभी….काजल के उभरे हुए कर्व को देखकर मैं भी मोहित हो गया ,काजल बाहर को चले गयी थी और रॉकी के साथ उसके बाइक में उसकी कमर को पकड़े बैठी थी जब मैंने उसे आवाज दी…
“काजल जरा सुनो जल्दी आओ कुछ काम है ….”
|