RE: Chudai Story लौड़ा साला गरम गच्क्का
शिशु का निर्माण से होता हे ..जिसे वंश -अंश भी कहते हे .."
शास्त्री जी की बात पूरी ही नहीं हुई की तनु बोल पड़ी-
" मुझे इतनी शुद्ध हिंदी समझ में नहीं आती ' ...
तनु जान बूझकर शास्त्री जी अश्लील भाषा का प्रयोग करने के लिए उकसा रही थी !
पुरुष कोई भी हो किसी स्त्री के कामुक संकेतों को अनदेखा नहीं कर सकता !
एक पल के लिए शास्त्री जी ने तनु की कजरारी आँखों में झाँका और फिर थोडा
तनु के पास आ कर बोले -
" आपके पति आपकी बूर को ठीक से चोदते हे या नहीं ....?"
" इस्सस ....प्लीज ऐसा मत बोलिए ..."
तनु ने अपनी पलकें बंद करली उसका एक एक पोर झनझना कर रह गया !
उसकी इस अदा पर शास्त्री की आँखों में वासना के साये लहराने लगे !
|