RE: Hindi Porn Story कहीं वो सब सपना तो नही
तभी मैने कॅंटीन वाले को अपने पास बुलाया ,,,,
मेरा एक काम करेगा,,,,
जी भाई एक क्या मैं 2 काम करूँगा,,,,,
अच्छा तो ऐसा कर सुरेश और अमित के पास जा और उनको बोल कि आज सुमित कॉलेज आने वाला है
अगर पूछे कि तुझे कैसे पता चला तो बोलना तूने किसी को फोन पर बात करते सुना है
लेकिन भाई आपको कैसे पता कि वो आज कॉलेज आने वाला है,,,,
तभी मैने उसको आँख मार दी और वो समझ गया और चला गया अमित के पास उसको बताने की आज
सुमित कॉलेज आने वाला है,,,,,,
कुछ देर बाद कॅंटीन वाला वापिस आ गया और आते ही 500000 रुपय टेबल पर मेरे सामने रख
दिए,,,,,
अबे ये क्या है,,,,,,मैने हैरान होके पूछा,,,,,
भाई सुमित की बात बताने पर अमित ने अपनी कॅंटीन का बिल पे कर दिया और बोला बाकी के
ज़मा करले अकाउंट मे,,,,ये पैसे आप रखलो वैसे भी मैने आपसे पैसे उधार लिए हुए
है,,,,,
वो तूने तब लिए थे जब तुझे ज़रूरत थी,,,अब जब मुझे ज़रूरत हुई मैं खुद माँग
लूँगा तेरे से,,,अभी ये पैसे अपने पास रख तू,,,,
लेकिन भाई,,,,,वो कुछ बोलने ही लगा तो मैं बोल पड़ा,,,,अब अगर ज़िद्द की तो तेरी कॅंटीन
मे आना बंद कर दूँगा समझा,,,,
उसने हँसके पैसे अपने पास रख लिए,,,,और वहाँ से चला गया
मैं वहाँ बैठकर सुमित का वेट करने लगा,,,
मेरा और ख़ान भाई का प्लान था सुमित को कॉलेज लेके आना ,,फिर अमित ने सुमित को देखना था
तो उनका पंगा शुरू हो जाना था ,,उन लोगो ने सुमित को मारना शुरू कर देना था और तभी
ख़ान भाई ने आके उन सबको गिरफ्तार कर लेना था,,,,,क्यूकी ख़ान भाई अपनी टीम के साथ अभी
इस कॉलेज के बाहर ही घूम रहे थे,,,,,ख़ान भाई के लोगो ने सुमित के बॅग मे वो सीडीज़
भी डाल दी थी जिसमे सारी वीडियोस थी ,,,उस सीडी पर हर जगह सुमित के ही फिंगरप्रिंट्स
थे,,,जब ख़ान भाई ने सबको गिरफ्तार करना था तो सुमित के बॅग से वो सीडीज़ मिल जानी थी
और अमित और उसके दोस्तो के खिलाफ एफआइआर दर्ज हो जानी थी,,,,हम लोगो का प्लान अमित और उसके दोस्तो
को गिरफ्तार करना था,,,,और फिर कोर्टरूम मे पेश करना था,,,बाकी का काम मधु और उसके
मंत्री जी का था,,,,उन्होने सब तैयारी की हुई थी,,,,ख़ान भाई के वकील ने भी तैयारी की हुई
थी कि अमित का बाप उसकी जमानत नही करवा सके,,,,
अब बस सब लोगो को सुमित का इंतजार था,,,,और फिर वो घड़ी आ गयी जब सुमित चलता हुआ
कॉलेज गेट से अंदर दाखिल हो रहा था,,,इधर अमित और सुरेश अपने दोस्तो के साथ तैयार
थे सुमित को मारने के लिए,,,,जैसे ही अमित और सुरेश की नज़र पड़ी सुमित पर वो उसकी
तरफ भागे ,,,सुरेश और बाकी लड़को को अपनी तरफ आता देख सुमित गेट से बाहर रोड की
तरफ भागा ,,,,मैने भी उनके पीछे भागा ,,,तभी मैने देखा कि अमित सुमित के पीछे
नही बल्कि अपनी कार की तरफ भाग रहा था,,,,और कुछ ही देर मे अमित की कार मेरे करीब
से बड़ी तेज़ी से गुजरती हुई सुमित की तरफ जा रही थी,,,,,सुमित रोड पर भाग रहा था
पीछे से सुरेश और उसके दोस्त,और उनके पीछे था मैं और कुछ और भी लड़के थे जो कॉलेज
के बाहर आ गये थे ये देखने के लिए की क्या हो रहा है,,,,कॅंटीन वाला भी बाहर आ गया
था,,,,,तभी सब लोग हैरान हो गये,,,अमित अपनी कार को तेज़ी से भगाता हुआ मेरे करीब से
तो निकल गया और फिर सुरेश और अपने दोस्तो के करीब से भी निकल गया,,,,फिर उसने कार को
सुमित के पीछे दौड़ाना शुरू किया और कुछ ही देर मे उसने सुमित को कार से टक्कर मार दी और
सुमित को कुचलता हुआ आगे रोड पर भाग गया कार लेके,,,,
इतने मे लोग ज़मा हो गये सुमित के पास,,,,भीड़ के बीच मे से ख़ान भाई सुमित के पास आए
उन्होने सुमित का हाथ पकड़ कर नब्ज देखी तो पता चला सुमित मर गया था,,,तभी ख़ान
भाई के इशारे पर एक पोलीस की कार अमित की कार का पीछे करने लगी,,,,उन्होने आगे जाके
अमित को रोक लिया था और उसको गिरफ्तार कर लिया था,,
कुछ लोग सुरेश और दूसरे लड़को की तरफ गये तो उन्होने भी भागने की कोशिश की लेकिन वो
भी पकड़े गये लेकिन सुरेश बचके निकल गया और भाग गया वहाँ से,,,,,बहुत लोगो ने देखा
था अमित की कार को सुमित को टक्कर मारते हुए ,,,कुछ लोग गवाही को भी तैयार हो गये,,उन
लोगो मे वो लड़के भी थे जिनको अमित के बाप ने सुरेश को आंब्युलेन्स मे ना डालने के लिए
पोलीस के हवाले किया था और पोलीस को उनकी खातिरदारी करने को बोला था लेकिन मैने ख़ान
भाई को बोलके उनको बचा लिया था,,,,अब वो लोग मेरी और ख़ान भाई की वजह से गवाही देने
को तैयार थे बदले मे ख़ान भाई ने उनकी सेफ्टी का वादा किया था उनसे,,,,
कुछ देर मे आंब्युलेन्स आ गयी और सुमित की लाश को ले गयी,,,,अमित भी पकड़ा गया और उसके
कुछ दोस्त भी लेकिन सुरेश बचके भाग गया था,,,,,
माना की अमित की कार को बहुत लोगो ने देखा था,,,कुछ गवाही को भी तैयार हो गये थे लेकिन
हम लोगो को पक्का सबूत चाहिए था,,तभी मेरा ध्यान पड़ा कॉलेज के करीब एक बॅंक एटीएम
पर,,,,जिसके बाहर एक सीसीटीवी कॅमरा लगा हुआ था,,,,मैने ख़ान भाई को इशारा किया तो वो जल्दी
से एटीएम के अंदर गये और वहाँ की वीडियो चेक की तो हम लोगो को वो वीडियो मिल गयी जिसकी हम
लोगो को ज़रूरत थी,,,,,उस वीडियो मे अमित की कार और उसका चेहरा सॉफ नज़र आ रहे थे और
वो सब नजारा वीडियो मे क़ैद हो गया जब अमित ने सुमित को कार से टक्कर मारी थी,,,ये भी एक
पक्का सबूत बन गया था अमित के खिलाफ,,,,
मैं और ख़ान भाई बहुत खुश थे ,,अमित पकड़ा गया था,सुमित के पास से वो बॅग भी पकड़ा
गया जिसमे सीडीज़ थी,,,,अमित के दोस्त भी पकड़े गये सुरेश को छोड़ कर,,,,हालाकी हम लोगो
ने कभी सोचा नही था कि सुमित मारा जाएगा लेकिन उसके मरने का अफ़सोस भी नही था
क्यूकी वो भी कहीं ना कहीं अमित जितना ही क़सूरवार था,,,,,
हम सब लोग बहुत खुश थे और कॉलेज मे भी लोग काफ़ी खुश दिख रहे थे,,,,कॅंटीन
वाला भी बहुत खुश था,,,और हंसते हुए मुझे देख रहा था,,,वो समझ गया था कि ये सब
मेरी वजह से हुआ है लेकिन वो बोला कुछ नही बस मेरे गले लग्के मुझे शुक्रिया बोला और वापिस
कॅंटीन मे चला गया,,,,
ख़ान भाई भी पोलीस स्टेशन चले गये अब उनको बहुत काम था,,,,मैं भी खुशी खुशी
कॅंटीन मे बैठकर कॉफी पीने लगा,,,,तभी प्रिन्सिपल अपनी कार मे बैठकर कॉलेज से
निकल गया,,ये भी पक्का पोलीस स्टेशन गया होगा,,,,कॉलेज मे सब लोग बहुत खुश थे
जैसे कि आज कॉलेज मे कोई पार्टी हो,,,,,
अमित का बाप अमित की ज़मानत की कोशिश करेगा लेकिन ख़ान भाई और उनके वकील लोगो ने
सारा इंतेज़ाम पहले ही किया हुआ था,,,अब तो एफआइआर दर्ज करके उसको कोर्ट मे पेश करना था,
कुछ देर कॉलेज मे टाइम बिताकर मैं घर की तरफ चल पड़ा,,,,,घर पहुँचा तो सोनिया
और कविता अभी टीवी देख रही थी,,, मैं भी जाके उनके पास बैठ गया,,
कविता तो ठीक थी लेकिन सोनिया गुस्से मे थी,,,,
तभी कविता बोली,,,,,क्या बात थी तूने आज हमको कॉलेज क्यूँ नही जाने दिया,,,
अरे मैं कॉलेज से आया हूँ ना चाइ ना कॉफी सीधा सवाल करना शुरू ,,,,,
तभी सोनिया बोल पड़ी,,,,,चाइ कॉफी बाद मे जल्दी बता कॉलेज क्यूँ नही जाने दिया मुझे
वो थोड़ी गुस्से मे बोली,,,
तभी मैने उन लोगो को सारी बात बता दी,,,,जो भी आज कॉलेज मे हुआ,,,,
तभी कविता उठी और सोनिया के सामने मेरे गले लग गयी और मुझे गालों पर किस करने लगी
ओह्ह सन्नी तुझे नही पता तूने कितनी अच्छी खबर सुनाई है आज,,,अच्छा हुआ वो कमीना अमित
पकड़ा गया,,,,अब पूरे कलाज को चैन की सांस मिलेगी,,,पूरा कॉलेज बहुत खुश होगा आज
हां हां बहुत खुश थे सब लोग,,,ऐसा लग रहा था आज कॉलेज मे कोई पार्टी हो जैसे,
तभी सोनिया बोल पड़ी,,,,,,,ओह्ह्ह ये सब मिस हो गया,,,,काश हम भी कॉलेज गयी होती,,कितना
अच्छा लगता उस सूअर के बच्चे अमित को गिरफ्तार होते देख कर,,,,,सोनिया खुश होके बोली और
फिर उदास होके मेरी तरफ देखने लगी,,,
क्या हुआ तुझे एक पल खुश हुई और अब उदास क्यूँ हो गयी,,,,,
तूने हम लोगो को कॉलेज क्यूँ नही जाने दिया,,,,तेरी वजह से सब मिस हो गया,,,,सोनिया
थोड़ा गुस्सा करते हुए बोली,,,,
कविता अभी तक मेरे गले लगी हुई थी,,,तभी मैने सोनिया के सामने कविता को गोद मे बिठा
लिया कविता थोड़ा शर्मा रही थी और दूर जाने की कोशिश कर रही थी लेकिन मैने उसको
पकड़ा हुआ था,,,,,
क्यूकी मैं तुम लोगो को बहुत प्यार करता हूँ ,,,मैं नही चाहता था कॉलेज मे कोई पंगा
हो और तुम लोगो को कोई नुकसान हो इसलिए मैने तुम लोगो को घर पर रहने को बोला था,,
मैने इतना बोला तो कविता ने मुझे एक किस और की गालों पर,,,,हाइ कितना ख्याल है तुझे
हम लोगो का,,,,,फिर वो उठी और सामने वाले सोफे पर जाके सोनिया के पास बैठ गयी,,,,
तभी सोनिया फिर हल्के गुस्से मे,,,अब क्यूँ आ गयी यहाँ मेरे पास,,,,जा जाके बैठ उसकी
गोद मे,,,,,
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