RE: Hindi Porn Story कहीं वो सब सपना तो नही
मैं थोड़ा डर गया कहीं सोनिया ने इसको मेरे बारे मे कुछ बता तो नही दिया लेकिन फिर मैने बात को मज़ाक
मे बदल दिया,,,,,,,,,,,,,,,,,,वो क्या करे बेचारी तेरे जोक्स होते ही इतने घटिया है कि हँसता हुआ इंसान भी
उदास हो जाता है,,,,
मज़ाक मत कर सन्नी,,,वो सच मे उदास रहती है 2-3 दिन से,,पहले भी उदास रहती थी लेकिन इतना नही,,बहुत
जबसे बीमार हुई है तबसे तो कुछ ज़्यादा ही उदास रहने लगी है,,,,,शायद बीमारी की वजह से हो सकता है
,,लेकिन इतनी उदास तो कभी नही होती वो,,बीमारी मे भी मस्ती करती रहती थी पहले तो,,,,ऑर जब मैं पूछती
हूँ तो बोलती है कुछ नही हुआ मुझे,,,
हाँ हो सकता है कविता वो बीमार होने की वजह से उदास रहने लगी हो,,बाकी मुझे कुछ नही पता तेरी
दोस्त है वो तुझे बेहतर पता होगा,,,,,
मुझे कुछ नही पता सन्नी,ऑर मेरे से कहीं ज़्यादा बेहतर तू उसको समझता है,,,तेरी दोस्त है वो ज़्यादा
मेरे से भी कहीं ज़्यादा,,,,तुझे पता होगा उसके बारे मे कि क्या हुआ है उसको आज कल,,,ऑर अगर नही पता तो
प्ल्ज़्ज़ पता करो सन्नी क्यूकी जैसे तू उसकी आँखों मे आँसू नही देख सकता मैं भी उसके चेहरे पर उदासी
नही देख सकती ,,,,,
ठीक है मैं पता करूँगा कि उसकी उदासी का चक्कर क्या है,,,,वैसे हो सकता है उसका कोई बाय्फ्रेंड हो
जिसके साथ उसका झगड़ा हो गया हो ऑर उसी की वजह से वो उदास रहती हो,,
मेरी बात सुनके कविता ज़ोर से हँसने लगी,,,बॉय फ्रेंड ऑर सोनिया का,,किसी को उस से बात करके अपना सर फुड़वाना
है क्या,,,,,वैसे भी वो किसी लड़के से बात नही करती,,,,ऑर अगर करती तो मुझे ज़रूर पता होता..
हो सकता है उसने तुझे नही बताया हो ऑर तेरे लिए सर्प्राइज़ हो,,,बाद मे तुझे बताने का इरादा हो उसका,,,
ओह्ह्ह ष्हित्त ,,,सर्प्राइज़ से याद आया तेरे घर पे तेरे लिए एक सर्प्राइज़ आया है,,,मुझे पता है उसके बारे मे
तुझे अभी तक किसी ने नही बताया होगा,,,,पक्का,,,
सर्प्राइज़ ,कैसा सर्प्राइज़,,,,,
अरे बुद्धू सर्पाइस है तो बता कैसे सकती हूँ,,वो तो तुझे खुद देखना पड़ेगा घर जाके,,,मैने बता
दिया तो सर्प्राइज़ कैसा ,,,,
अभी वो बात कर ही रही थी कि एक कड़क सी गुस्से वाली आवाज़ से मैं सिहर उठा ऑर डर भी गया,,,क्यूकी ये
आवाज़ थी हिट्लर की जिस से मैं ज़िंदगी मे सबसे ज़्यादा ख़ौफ़ ख़ाता था,,,,,
तू यहाँ क्या कर रही है इस बब्लॅकी के साथ,,,,वो थोड़ा गुस्से मे बोली थी,,,पहले तो मैने सर झुका लिया
लेकिन जब मैने सर उठा कर हिम्मत करके उसकी तरफ देखा तो उसने मुझे इतना ज़्यादा घूर कर देखा कि
मेरी नज़रे मानो ज़मीन मे धसती जा रही थी,,,,,
कुछ नही सोनिया मैं तो बस तुझे तलाश करने आई थी,,तो सन्नी मिल गया तो यहाँ बैठ गई,,,
अब तो मैं मिल गई ना तुझे ऑर तुझे पता है मैं बेकार लोगो की तरह कॅंटीन मे नही लाइब्रेरी मे होती
हूँ,,,,,,,चल अब उठ जल्दी ऑर चल यहाँ से,,,,
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