RE: Nangi Sex Kahani नौकरी हो तो ऐसी
लंड अब मस्त चिकने और खूटे की तरह और मोटा बनके फूल गया…
कॉंट्रॅक्टर बाबू ने नलिनी को अपने तरफ खिचा और खड़े खड़े ही उसकी बुर के छेद को ढूँढ लिया
गुलाबी बुर के छेद पे लंड सटा कर कॉंट्रॅक्टर बाबू ने एक बड़ा झटका मारा… लंड आधे से अधिक अंदर चला गया…. नलिनी की उूुुुउउइईईईईई माआआआआआआअ……. करके आवाज़ निकल गयी … अब कॉंट्रॅक्टर बाबू ने ज़ोर ज़ोर से झटके मारना शुरू किया.
नलिनी के बड़े बड़े मस्त दूध दबाते दबाते उसे बोला रंडी तेरी मैं हर दिन लूँगा. गाली पे गाली देने लगा… नलिनी आगे पीछे हो रही थी फटाफट ….. कॉंट्रॅक्टर बाबू के धक्को की गति बहुत तेज़ थी…. लंड पूरा अंदर चला गया और अब नलिनी की ज़ोर्से आवाज़ निकलने लगी…. अगर कोई पहली मज़िल पे आ जाए तो उसे आराम से पता चले पर वक़्त बहुत ज़्यादा हुआ था इसलिए सब सोए थे…. जहाँ तक मुझे लग रहा था...
धक्को की गति तेज़ होने से कॉंट्रॅक्टर बाबू ने अपनी पिचकारी 10 मिनिट मे नलिनी की बुर के काफ़ी अंदर तक छोड़ दी… लंड बाहर निकाला तो वो सफेद पानी से चमक रहा था....
कॉंट्रॅक्टर बाबू ने नलिनी को घुटनो के बैठने को खिचा और उसके मूह मे वीर्य से भरा लंड घुसा दिया….
थोड़ी ही देर मे लंड फिर से अपनी पुरानी हालत मे आ गया
अब कॉंट्रॅक्टर बाबू बोले अब मैं तेरी गांद मारूँगा हाहहहः
नैलिनी: नही नही चाचा ….. नही उधर नही …. मुझ कल चलनेको नही होगा चाचा जी … बहुत दर्द होगा….
कॉंट्रॅक्टर बाबू ने कुछ नही सुना…. उन्होने नलिनी को घुमा के कुत्ति बन दिया…. और पीछेसे उसपे चढ़ गये….. उसकी गांद का छेद तो बहुत ही छोटा लग रहा था…. जाहिर है उसकी इसके पहले उधर किसीने नही ली होगी
कॉंट्रॅक्टर बाबू ने बहुत सारी थूक निकाली और नलिनी की गांद पे रगड़ दी… और अपना काला सूपड़ा उसकी गांद के छेद पे रख दिया…
और उसे अच्छे दबोच के लंड को अंदर घुसाया पर वो जा नही पाया … इतना बड़ा सुपाड़ा …. कॉंट्रॅक्टर बाबू ने और थूक लगाई और इस बार लंड को हाथ मे लेके छेद पे लगाया और पूरा दबाब डाल के अंदर घुसा दिया …..पचक ..पच….पुक करके आवाज़ आई….नलिने तो अपने हाथ पाव और पूरा बदन हिलाने लगी…
सुपाड़ा गांद के अंदर घुस गया… नलिनी बहुत ज़्यादा हिलने और अपने आपको छुड़ाने की कोशिश करने लगी पर कॉंट्रॅक्टर बाबू ने कुछ सोचे बिना फटाक से एक ज़ोर का झटका मारा और आधा लंड अंदर…. नलिनी नीचे गिर गयी उसने आपने आप को फर्श पर लिटा दिया…. ये उसकी सहन के बाहर था ….. इधर कॉंट्रॅक्टर बाबू ने अभी गति बढ़ा दी और ज़ोर्से झटके मारने लगे…. थोड़ी ही देर मे पूरा लंड नलिनी की कोमल गोरी गांद के अंदर समा गया और पचाककक पकच आवाज़ो से पूरा कमरा भर गया…. नलिनी के होश ही ठिकाने नही थे….. उसे कुछ भी समज़ नही रहा था कैसे करके भी वो अपने मूह से आवाज़ नही निकलने दे रही थी….. जाहिर सी बात थी कि उसे बहुत ज़्यादा दर्द हो रहा था….
इस बार धक्के रुक नही रहे थे…..
कॉंट्रॅक्टर बाबू: वाह मेरी रंडी क्या गांद है तेरी…. खुदा कसम ऐसा लग रहा है इसे रात दिन मारता रहू
15 मिनिट बाद कॉंट्रॅक्टर बाबू ने नलिनी की गांद मे अपना वीर्य छोड़ दिया
थोड़ी ही देर मे कॉंट्रॅक्टर बाबू ने अपनी पॅंट पहेन ली और दरवाजा खोल के अपने कमरे की तरफ चल पड़े…
नलिनी अभी भी वहीं पड़ी थी…. गांद से अभी भी खून निकल रहा था…गांद के छेद मे पूरा सफेद वीर्य रस और खून लगा था ….. उठने को भी नही हो रहा था…. कॉंट्रॅक्टर बाबू के लंड ने उसकी बहुत बुरी हालत कर दी थी….
जैसे तैसे वो बाजू मे पड़े समान को पकड़ के खड़ी हुई उसने फिर धीरे धीरे अपनी चड्डी और पॅंट पहेन ली और लंगड़ाते हुए अपने कमरे मे चली गयी…
दोनो के चले जाने के बाद मे धीरे से नीचे उतरा और जाके सो गया.
सबेरे उठ के तैय्यार होके नाश्ता पानी किया.
दीवानखाने मे सेठ जी बैठे थे मुझे देखकर बोले.
मुझे बोले तुम्हे आज गाव के स्कूल मे जाना होगा. दो तीन शिक्षक है जिन्होने मेरे पास से कुछ उधारी ली है… जाके देखो और उनको कहो कि आज के आज पैसा चाहिए नही तो हमे कुछ नया तरीका अपनाना पड़ेगा….
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