RE: Antarvasna kahani ज़िन्दगी एक सफ़र है बेगा...
15 मिनट धुआधार चुदाई के बाद हम तीनों ही एक साथ झड गये.. और पालग पर लेट कर सुसताने लगे..
रात काफ़ी हो चुकी थी, सो कुछ देर के बाद आईशा ने फ्रेश होकर अपने कपड़े पहने और बोली – शुक्रिया अशफ़ाक़ साब ! अब आप दोनो मज़े करो मे चलती हूँ, और हम दोनो को किस देकर चली गयी.
मे बेडशीट लपेट कर गेट बंद करने के बाद फिर अपनी जान शाकीना के पहलू में आकर लेट गया.
शाकीना – अशफ़ाक़ ! क्या वाकई में आप हिन्दुस्तान की हुकूमत से तालुकात बनाए हुए हैं..? क्या वो हमारी वाकई मदद करेंगे..?
मे – हां ! और कर भी रहे हैं..! क्या तुम्हें नही लगता कि मे अदना सा आदमी तुम सब लोगों की मदद केवल अपने दम पर कैसे कर सकता था..
लेकिन मेरी जान ! इस बात को अपने तक ही रखना..! अपनी अम्मी के सामने भी जिकर मत करना…!
उसने हामी भरी और फिर से हम दोनो एक दूसरे को किस करते हुए एक दूसरे में समाते चले गये. सारी रात शाकीना ना खुद सोई और ना मुझे सोने दिया.
मात्र 3 घंटे की नींद लेकर 7 बजे वो मेरे पास से उठ कर अपने घर चली गयी, और मे फ्रेश होने बाथरूम में घुस गया….!!!
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आज़मगढ़ यूपी का एक छोटा सा शहर, लेकिन बदनामी में सबसे आगे, यहाँ की अधिकतर आबादी मुस्लिम समुदाय है,
देश को बड़े बड़े नामी गिरामी गॅंग्स्टर इस शहर ने ही दिए हैं.
मुंबई अंडरवर्ल्ड को फलने फूलने में हमेशा ही इस शहर का बड़ा योगदान रहा है…!
फिर चाहे वो अबू सलेम हो, छोटा राजन हो या फिर दाऊद का दाहिना हाथ छोटा शकील.
शहर के एक सस्ते से होटेल के रूम नंबर. 204 में एक कपल रात के 11 बजे एक दूसरे की बाहों में जिंदगी का मज़ा लूट रहे हैं.
23-24 साल की निहायत खूबसूरत लड़की, जो इस समय मात्र ब्रा और पेंटी में थी, अपने प्रेमी की गोद में मचल रही थी,
उसकी गदराई हुई जवानी, जो किसी मुर्दे में भी जान डाल दे, अपने प्रेमी के होठों से रस निकालने में लगी हुई थी.
उसकी आँखें वासना के कारण लाल सुर्ख हो चुकी थी, मध्यम कद काठी और रंगत वाला ये युवक जो इस समय मात्र अपने अंडरवेर में था उस लड़की के गदराए यौवन से खेल रहा था.
लड़की की दोनो टाँगें सोफे पर बैठे उसके साथी की कमर में लिपटी हुई थी और मादक सिसकियाँ लेती हुई वो अपनी गान्ड उसके लंड के उपर रगड़ रही थी, मानो वो अपनी गान्ड से उसके लंड की मालिस कर रही हो.
जब युवक ने उसके होठों को चुसते हुए अपनी जीभ उसके मुँह में ठूंस दी, तो उसने उसकी ज़ीँभ को अपने दाँतों के बीच दबा लिया और खुद भी उसकी जीभ को अपनी जीभ के साथ भिड़ाने लगी.
लड़की का साथी अब उसको गोद में उठाए हुए पलंग की ओर चल दिया और पलग के पास पहुँच उसे उपर से ही पटक दिया, और खुद उसके उपर चढ़ गया,
पहले उसने उसके ब्रा को पकड़ के खींच दिया, चर्र्र्र्र्ररर.. की आवाज़ के साथ उसके ब्रा के हुक उसकी ब्रा की बॅक को फाड़ते चले गये, उसने उसके चार अंगुल से भी छोटे ब्रा को कमरे के एक कोने में उछाल दिया.
उसके 34डी साइज़ के गोरे-चिट्टे सुडौल बूब्स उच्छल कर थर-थराते हुए जैसे ही उसके सामने आए, वो उनपर भूके कुत्ते की तरह टूट पड़ा और अपने मुँह में भरके चूसने लगा,
कभी उसकी निपल्स को दाँतों से काट लेता तो वो जोरदार चीख के साथ उच्छल पड़ती.
अब उस लड़के ने अपनी साथी लड़की की पेंटी भी फाड़ दी और उसे भी दूर उछाल दिया.
लड़की भी कहाँ पीछे रहने वाली थी, झट से बैठी और उसने भी उसके अंडरवेर को फाड़ डाला, उसका 8” का तगड़ा मोटा सोटा सा लंड देखते ही वो उस पर भूखी बिल्ली की तरह टूट पड़ी और उसे अपने मुँह में भर लिया.
लड़के का थोबड़ा उपर को उठता चला गया और आँखें बंद करके उसने उस लड़की के मुँह को अपने लंड पर दबा दिया…
आअहह…. नुसरत….मेरी जानन्न….चूस इसको हरम्जादि…कुतिया.. खाजा मेरे लंड को साली रंडी…
वो लड़की उपर को मुँह करके लड़के की आँखों में आँखें डालते हुए पूरे लंड को मुँह में भरने की कोशिश कर रही थी, लाख कोशिशों के बबजूद भी वो उसका 3/4 लंड ही मुँह में ले पा रही थी.
थोड़ी ही देर में उस लड़के की कमर ने जोरदार झटका खाया और उसने अपने हाथ से उसका मुँह अपने लंड पर दबा दिया जिससे उसका टोपा उसके गले में फँस गया और सीधी पिचकारी उसके पेट में उतार दी.
जबतक वो पूरी तरह निपट नही गया उसने उसका सर नही छोड़ा, नुसरत की आँखें उबल पड़ने को तैयार थी,
जैसे ही उसने उसके सर से अपना दबाब हटाया, वो लड़की खो-खो करके खांसने लगी और लंबी-2 साँसें लेकर बोली-
ओह शकीब तुमने तो मुझे मार ही डाला था, ऐसे भी कोई करता है..? पूरे जंगली हो तुम तो.
शकीब ने उसके होठ चूस कर उसको सॉरी बोला, और उसे कंधे पकड़ कर पलंग पर धकेल दिया, अब उसकी बारी थी, तो वो उसको चूमते चाटते हुए नीचे तक आया और फिर उसने भी उसकी चूत पर हमला बोल दिया.
जैसे ही उसने उसकी चूत को जीभ से चाटा नुसरत की सिसकियाँ फ़िज़ा में गूंजने लगी, अब वो उसके चूत के उपरी भाग को जीभ से चाट रहा था और अपनी उंगली से उसके छेद में डाल कर अंदर बाहर करने लगा.
नुसरत अपनी कमर हवा में झुलाते हुए सिसकिया ले रही थी..अब शकीब ने एक की वजाय दो उंगलिया उसकी चूत में डाल दी और तेज़ी से अंदर बाहर करने लगा, साथ ही अपनी जीभ और होठ के बीच उसके भज्नासा को पकड़ कर चूसने लगा.
5 मिनट में ही वो एक जोरदार किल्कारी मारती हुई उसके मुँह पर झड़ने लगी और अपना सारा रस उसको चटा दिया.
थोड़ी देर वो दोनो एक दूसरे के बगल में लेट कर एक दूसरे को चूमते-चाटते रहे,
उसके बाद शकीब उसकी टाँगों के बीच बैठा और अपने मूसल जैसे लंड को उसकी रस से सनी चूत पर रख कर रगड़ने लगा.
आहह… शकीब अब डाल भी दो इसे और कितना घिसोगे… तो उसने अपने लंड का सुपाडा उसके छेद पर रखा और एक तगड़ा सा झटका अपनी कमर को दिया..
सर्र्र्ररर…. से उसका तीन-चौथाई मूसल उसकी चूत में समा गया… नुसरत के फरिस्ते कून्च कर गये और उसके मुँह से एक लंबीईइ…सी चीख निकल गयी…
आईईई…….अम्मिईीई…. माररर डाला… भोसड़ी के धीरे से नही डाल सकता था, मदर्चोद….
उसके मुँह से गाली सुन कर शकीब ने एक और जोरदार झटका मारा और पूरा लंड उसकी चूत में चेंप कर बोला…
साली रंडी की औलाद गाली देती है मदर्चोद ले मेरा लॉडा खा… अब देख भेनचोद साली रंडी, कैसे मे तेरी चूत को आज फाड़ कर भोसड़ा बनाता हूँ..
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