RE: Porn Hindi Kahani दिल दोस्ती और दारू
"तुम लोग दफ़ा हो जाओ, वरना वॉर्डन से चुदवा दूँगा...."
"तू साले अपना मुँह बंद रख अरमान,नही तो लवडा फेक कर मारूँगा...बोसे ड्के,चोदु समझ रखा है क्या..."अरुण मेरे पास आया और मेरी आँखो मे आँखे डालकर बोला.
"क्या तुझे मुझसे डर नही लगता..."
"नही.."
"फिर ठीक है, तुम सब भी उसपर ट्राइ करना...लेकिन पहले मुझे जाने दो..."
"ह्म..अब आया ना लाइन पर..जा पहले तू ट्राइ मारकर आ ,हम लोग पीछे जाते है..."
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"अच्छा हुआ गये साले...कुत्ते कही के."उन सबको पीछे जाता हुआ देख मैं बड़बड़ाया और आगे से आ रही तीन लड़कियो के ठीक सामने जागार उनका रास्ता रोक लिया....
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"एनी प्राब्लम..."बीच वाली ने मुझे देखकर कहा.
" दिस टाइम, देयर आर ओन्ली थ्री प्रॉब्लम्स.."अंग्री यंग मॅन का रूप धारण करते हुए मैं आंजेलीना(बीच वाली) के लेफ्ट साइड मे खड़ी लड़की को देखकर कहा"फर्स्ट प्राब्लम ईज़ यू"फिर आंजेलीना के राइट साइड मे खड़ी लड़की को देखकर कहा"सेकेंड ईज़ यू"और सबसे आख़िरी मे मैने आंजेलीना की तरफ देखा और गॉगल के अंदर से ही उसकी आँखो मे आँखे डालकर बोला"आंड थर्ड ईज़ यू..."
"आंड हू आर यू..."आंजेलीना थोड़ा झल्लाते हुए बोली.
"मैं अरमान और मैं इस जगह का मॅनेजर हूँ,बोले तो इस जगह का अरेंज्मेंट मैं ही देखता हूँ..."
"तो, इसका मतलब ये नही कि..."
"इस समय मतलब ना तो इसका है और ना ही उसका..."आंजेलीना को बात को बीच मे ही काटकर मैने कहा"मतलब इसका है कि अभी मतलब किसका है , आइ होप कि तुम लोगो को सब समझ आ गया होगा "
"तो हम लोग आगे जाए..."मेरे इतने भारी भरकम डाइलॉग को पूरी तरह से इग्नोर करते हुए आंजेलीना बोली.
"तुम लोग आगे नही जा सकते..."
"क्यूँ...आगे कोई धमाका होने वाला है क्या..."
"धमाका तो नही होने वाला,लेकिन यदि तुम आगे जाओगी तो बहुत बड़े-बड़े धमाके होंगे..."थोड़ा सा मुस्कुराते हुए मैने कहा..."आक्च्युयली ,हमारे रूल्स के अनुसार कॅमपिंग के लिए आए कॉलेज के स्टूडेंट्स को शाम के 6 बजे के बाद डॅम के आस-पास भटकने की कोई अनुमति नही है, इसलिए बेहतर यही होगा कि तुम लोग वापस अपने कॅंप मे जाओ..."
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मेरी धमकी सुनकर आंजेलीना के अगल-बगल खड़ी लड़कियो ने तुरंत अपना सड़ा सा मुँह बना लिया और मुझे समझते देर नही लगी कि वो दोनो अंदर ही अंदर मुझे गालियाँ दे रही थी.आंजेलीना इस वक़्त शांत खड़ी होकर कुच्छ सोच रही थी .
"तुम्हारा नाम क्या है..."उसकी सोच मे रुकावट डालते हुए मैने उससे पुछा...
"आंजेलीना..."
"जौली "उसका आगे का नाम जानकार पीछे का नाम मैने अपने से फिट कर दिया....
"जौली नही सिल्वा...आंजेलीना सिल्वा "इसके बाद उसने अपने कॉलेज का नाम बताया जिसके बाद मुझे मालूम चला कि वो उस समय म्बबस की पढ़ाई कर रही थी...उसकी खूबसूरती का तो मैं उसे देखते ही कायल हो गया था और अब जब मुझे पता चला कि वो म्बबस की स्टूडेंट है तो उसका लेवेल मेरे लिए थोड़ा और बढ़ गया....
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"तुम्हारा नाम अरमान है क्या...."आंजेलीना ने अपनी फिंगर मुझ पर पॉइंट आउट करते हुए कहा.
"ओह तेरी "उसके मुँह से अपना करेक्ट नाम सुनकर एक पल के लिए मेरे मुँह के साथ-साथ मेरा सब कुच्छ फट गया....
मेरी हालत इस वक़्त ऐसी थी जैसे कि किसी ने मुझे बगल मे बह रही नदी मे डुबो-डुबो कर खूब पिटा हो....मैने अपना गॉगल उतारा ,जो मेरे हाथ से फिसल कर ज़मीन पर गिर गया. मैं आंजेलीना को बहुत देर तक देखता रहा और उसे पहचानने की कोशिश करने लगा..
"नही..इसको तो आज से पहले कही नही देखा...फिर ये अपुन का नाम कैसे जानती है..."
बहुत सोचने के बाद भी जब मुझे कही से आंजेलीना के बारे मे कोई क्लू नही मिला तो मैने आंजेलीना से ही पुछा कि उसे मेरा नाम कैसे मालूम चला....
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"मेरी बात सुनकर तुम्हे थोड़ा अजीब लगेगा...शायद ये भी हो कि तुम्हे मुझपर यकीन ना आए..."
" ये पज़्ज़ील-पज़्ज़ील का गेम खेलना बंद करो और सब कुच्छ बताओ..."
"सबसे पहले मैं तुम्हे ये बताना चाहूँगी कि तुम मॅनेजर बिल्कुल नही दिखते और ना ही तुम किसी मॅनेजर के उम्र के हो और दूसरी बात ये कि मैं ऑलरेडी उस शक्स को जानती हूँ ,जो यहाँ सभी अरेंज्मेंट की देख रेख करता है "आंजेलीना ने मुझ पर पहला बॉम्ब फोड़ा और फिर आगे बोली"जब हम तीनो अपने कॅंप से आ रहे थे तो सामने दूसरे कॉलेज का ग्रूप,जो कि अभी कुच्छ देर पहले ही यहाँ आया है,उनके कॅंप के बाहर अच्छी ख़ासी भीड़ थी...हम तीनो उस भीड़ से थोड़ी दूर ,कुच्छ देर के लिए खड़े रहे जिससे हमे ये मालूम चला कि कुच्छ लड़के अपने कॅंप से मिस्सिंग है और तभी तुम्हारे केर्टेकर ने एक नाम गुस्से से लिया'अरमान, उसकी तो मैं आज जान ले लूँगा...' "
"थॅंक्स फॉर दा इन्फर्मेशन...लेकिन मैं अभी तक ये नही समझा कि ,मैं ही अरमान हूँ,तुम्हे ये कैसे मालूम हुआ..."
मेरे इस सवाल पर वो थोड़ा मुस्कुराइ और बोली"हम लोग यहाँ दो दिन पहले से है,इसलिए हमे मालूम है कि कौन किस वक़्त कहाँ होता है और जिस जगह तुम खड़े हो या फिर ये कहे कि जिस जगह हम चारो और तुम्हारे पीछे तुम्हारे दोस्त खड़े है, वहाँ दिन के समय भी कोई नही आता सिवाय उन स्टूडेंट्स के जिनके कॅंप उपर लगे हुए है...तो फिर भला रात मे कौन आएगा....मेरे कॉलेज के तो तुम हो नही तो बचा दूसरा कॉलेज और उनके इस वक़्त कॅंप से मिस्सिंग लड़को का ग्रूप...सो अंदाज़ा लगाना मुश्किल नही हुआ ,दूसरे शब्दो मे कहे तो मैने अंधेरे मे दिए की रोशनी मे एक तीर चलाया जो एक दम सही निशाने पर जाकर लगा..."
"क्या कयामत है यार,साली ने तो भेजा घुमा कर रख दिया..."लूटा-पिटा सा मैं आंजेलीना को देखता रहा ,सिर्फ़ देखता रहा क्यूंकी कहने के लिए मेरे पास इस समय कुच्छ नही था.
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"मैं समझ सकती हूँ तुम्हारी हालत.."अपने होंठो पर हल्की सी स्माइल लाते हुए वो बोली"अक्सर मेरे फॅक्ट्स सुनकर लोगो का सर चकरा जाता है,.."
"मुझे यकीन हो गया,क्यूंकी अक्सर मैं भी ऐसा ही कुच्छ एक्सपेरिमेंट करता रहता हूँ..."
"सर दर्द की दवाई खा लेना,वरना ब्रेन डॅमेज हो सकता है..."मेरा मज़ाक उड़ाते हुए वो वहाँ से आगे जाने लगी और बोली"गुडबाइ मॅनेजर..."
"तू बाद मे मिल मुझे,फिर तुझे मैं अपने 1400 ग्राम के ब्रेन की पॉवर दिखाता हूँ, साली को....."बोलते हुए मैं बीच मे रुक गया...
पता नही क्यूँ पर मेरा दिल नही किया कि मैं उस लड़की को गाली दूं...
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