RE: Maa ki Chudai मा बेटा और बहन
फिर मेने उसे गोद मे उठाया और बाथरूम मे गया. फिर उसकी चूत और अपना
लंड धोकर सॉफ किया और वापस आया. मे बेड पर लेटा तो वह मेरी बगल मे
लेट मुझसे चिपकती मेरे होंठो को चूम बोली, "भाई जान आप बहुत अच्छे हैं."
"तू भी बहुत अच्छी है मेरी जान."
"भाई जान अब मे अपने रूम मे जाती हूँ."
"हाई अभी तो 2 बजे है अभी और रूको ना."
"भाई जान आज नही. कल फिर आउन्गि."
"कल दिन मे तो तुम कॉलेज जाओगी ना?"
"जी तभी तो अभी जा रही हूँ. भाई जान कल पूरी रात अपने भाई जान के पास
रहूंगी."
"सच?"
"और क्या मे अपने भाई जान से झूठ बोलूँगी? भाई जान कल आपकी बहन रातभर
आपके बेड पर आपकी बाँहों मे रहेगी."
"रातभर बिना कड़ों के पूरी नंगी अपने नंगे भाई जान की बाँहों मे रहना
होगा और लंड को चाटकार चूत चटवानी होगी?"
"जी भाई जान जो जी मे आए करिएगा पर अब आज नही, कल."
"ओके."
फिर उसे अपने से अलग किया तो उसने अपना कुर्ता पहना और ब्रा लेकर पैंटी उठाने
लगी तो मे बोला, "इसे छ्चोड़ दो यही हाई रात भर यह तुम्हारी याद दिलाएगी."
वह मुस्काराई फिर बिना पैंटी पहने नीचे से नंगी अपनी गांद मुझे दिखाती
दरवाज़े तक गयी और पलट कर मुझे देखा और मुस्काराकार मुझे देखा और
दरवाज़ा खोला और फिर बाहर देखा फिर चुपके से निकल गयी.
अगले दिन सुबह मे देर से उठा. शुमैला कॉलेज जा चुकी थी. मेने फ्रेश होकर
नाश्ता किया. कुच्छ देर बाद मम्मी आई और मुस्काराकर बोली, "क्यों बेटा खूब
मज़ा लिया रात भर नये माल का?"
"मम्मी आप भी."
"मेने उसे तुम्हारे रूम मे जाते और वापस आते देखा था."
"जी मम्मी पर चोदा नही है."
"क्या क्या किया?"
"अभी चूचियों को चूस्कर चूत को चाटा और उंगली से चोदा है."
"अपना माल दिखाया या नही?"
"दिखाया अरे मम्मी अपना उसके मुँह मे दे दिया है."
"अरे तुम दोनो तो एक दिन मे ही बहुत आगे तक जा चुके हो."
"हां मम्मी अब आप उसे चुद्वा दीजिए. वह चुद जाएगी, कह रही थी कि उसे
शरम आती है. ओह्ह मम्मी उसकी चूत इतनी प्यारी है कि क्या बताऊ."
"अरे बेटा 17 साल का कसा माल है, अन्छुआ भी है. मज़ा तो आएगा ही. आज ही
कोशिश करूँगी तेरा काम बनाने की."
"मम्मी उसकी पैंटी मेरे रूम मे है."
"बस बन गया काम, तू पैंटी मेरे रूम मे रख दे."
मेने पैंटी मम्मी के रूम मे रख दी और यूनिवर्सिटी चला गया.
दिन मे जब शुमैला वापस आई तो मम्मी ने उसे बुलाया और उसे घूरने लगी.
वह डर गयी और चुप रही. मम्मी ने उसे घूरने के बाद कहा, "शुमैला."
"ज्जजई मम्मी."
"यह तुम्हारी है ना?" मम्मी ने उसकी ब्लॅक पैंटी उसे दिखाते कहा.
वह पैंटी देख घबरा गयी और हकलाने लगी. तब मम्मी ने उसका हाथ पकड़ा और
अपने रूम मे ला उसे बैठा खुद उसके पास बैठती बोली, "बेटी यह तेरे भाई के
रूम से मिली है."
"मम्मी मुझे नही पता वहाँ कैसे गयी."
"ऐसा तो नही तुम गयी हो भाई के रूम मे?"
"न्न्न नही मम्मी."
"ओह्ह मुझे लगता है तुम्हारा भाई ही इसे ले गया होगा अपने रूम मे. मुझे लगता
है वह च्छूप च्छूप कर तुमको देखता भी है."
"ज्ज्ज मम्मी."
"बेचारा वह भी क्या करे तू है ही इतनी खूबसूरत की कोई भी लड़का तुमको
देखना चाहेगा."
वह शरमाई तो मम्मी ने आगे कहा, "क्यों बेटी कॉलेज मे लड़के तुमको देखते
होंगे."
क्रमशः………………………..
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