RE: Antarvasna kahani माया की कामुकता
रीना ने तुरंत टिकेट्स कॅन्सल करवाई और टॅक्सी लेके पास के माल में कुछ शॉपिंग करने चली गयी...
"शायद अब वो हो, जो मैं चाहती थी.." रीना ने खुद से हँस के कहा.. खैर कुछ शॉपिंग करके रीना ने रिसेप्षन पे चेक किया और उनकी पोर्ट ब्लेर की टिकेट्स और होटेल बुकिंग हो गयी थी... 2 दिन से भारत और रीना ऑफीस में ही थे, रात भर की मीटिंग्स और प्रेज़ेंटेशन्स से रीना ऑलमोस्ट जैसे मरने वाली थी.. पर भारत 2 दिन से बिना सोए बस काम में ही उलझा हुआ था... वैसे तो रीना ने बस एक कमरा ही बुक किया था, पर 2 दिन से ऑफीस में रहके आज वो काफ़ी एग्ज़ाइटेड थी.. भारत के साथ अकेली रूम में, यह सोच सोच के उसकी चूत पनियाने लगी थी... जैसे जैसे रीना रूम के करीब पहुँच रही थी, वैसे वैसे उसके दिल की धड़कन बढ़ती जाती... रूम के करीब पहुँच के, जैसे ही उसने बेल पे हाथ रखना चाहा, उसी वक़्त भारत ने दरवाज़ा खोला..
"हाई.. कहाँ थी इतनी देर.." भारत ने अपने कपड़े बदल लिए थे, अब वो एक ट्रॅक और अपनी टीशर्ट में था...
"उः.. बस थोड़ी शॉपिंग, आंड यह रहे टिकेट्स कल के" रीना ने अपने हाथ हवा में उठा के कहा
"कूल... अच्छा तुम 2 दिन से सोई नहीं हो, तुम प्लीज़ आराम कर लो, मैं लॉबी में जा रहा हूँ.. आंड स्लीप वेल ओके.." कहके भारत वहाँ से लॉबी की तरफ निकल गया अपना लॅपटॉप लेके
भारत के जाते ही, रीना गुस्से में कमरे के अंदर गयी और दरवाज़े को पटक के बंद किया..
"भैनचोद, खुद को समझता क्या है... " रीना ने गुस्से में बस इतना ही कहा और बाथरूम में फ्रेश होने चली गयी... नहा के अच्छी तरह जब रीना का दिमाग़ ठंडा हुआ तब उसने सोचा
"दरवाज़ा खुला रखती हूँ, शायद रात को लंड खड़ा हो तो इस फुद्दि को छोड़ने आ जाए.." रीना ने अपनी उंगलियाँ दातों के बीच दबा के कहा, और दरवाज़े को अनलॉक करके एक सेक्सी नाइटी पहेन के बेड पे लेट गयी.. इंतेज़ार करते करते रीना की आँख लग गयी, पर भारत पूरी रात कमरे में नहीं आया... लॉबी में सोफा पे बैठे बैठे भारत ने कुछ देर शालिनी से बातें की
"अरे नो बेबी.. लिक्विड डाइयेट पे हूँ, 3 दिन से बस कॉफी पी रहा हूँ, खाना तक नहीं खाया यार.." भारत ने शालिनी से कहा
"रब्बिश.. जल्दी खाना खाओ पहले फिर बात करो..." शालिनी ने गुस्से में कहा
"यस स्वीटी.. कॉलिंग यू बॅक सून.." कहके भारत ने फोने कट किया और रिसेप्षनिस्ट से वेटर को भेजने के लिए कहा
"व्हाट विल यू लाइक टू हॅव सर.." वेटर ने मेनू आगे बढ़ा के कहा
"इतना बड़ा मेनू यार.. कौन देखेगा अब... प्लीज़ सेंड मे आ कप ऑफ कॉफी.. एस्प्रेसो..." भारत ने मेनू वापस देके कहा और जेम्ज़ को कॉल करके वीक्ली रिव्यू करने लगा.. रात के 12 बजे, और यूएस में दोपहर के 12... जेम्ज़ के साथ मार्श भी था इस बार कॉल में... 12 बजे शुरू हुआ कॉल करीब 3 घंटे चला.. कितनी प्रेज़ेंटेशन्स, नंबर्स और ग्रॅफ्स... यह सब देख के अर्श ने भारत से कहा
"लिसन... यू आर मूविंग वेरी फास्ट नाउ... गुड फॉर दा कंपनी, बट नोट फॉर यू पर्सनली हाँ.."
"आइ नो... इट्स जस्ट दा सर्वाइवल ऑफ फिटेस्ट.. आंड आइ आम केपबल एनफ टू टेक केर ऑफ माइसेल्फ.. थॅंक्स फॉर दिस क्न्सर्न.. सर" भारत ने मार्श से कहा
"आइ नो... लेट मी बी प्रिसाइस, यू हॅव कॉंकर्ड दा विक्रम'स टेरिटरी.. ही ईज़ नोट वन हू विल होल्ड हिज़ गन्स बॅक फॉर आ लोंग टाइम.. बी केर्फुल बॉय.. लेट मी नो इफ़ आइ कॅन बी ऑफ एनी हेल्प.. आंड नंबर्स आर फाइन टू मी.. गुड जॉब.." कहके मार्श चला गया जेम्ज़ और भारत को अकेला छोड़ के
"जेम्ज़.. कॅन यू प्लीज़ ब्रीफ मे ऑन दिस.." भारत ने मार्श की बातों के लिए कहा और सामने रिसेप्षन पे एक और कॉफी का इशारा किया
"डनो बडी... यू कॅन स्पीक टू हिम डाइरेक्ट्ली इफ़ यू वान्ट.. एनीवेस, सी या सून इन इंडिया. आइ विल बी देअर अलोनगविट मार्श नेक्स्ट मंथ... आंड कीप अप दा गुड जॉब... ईस्ट ईज़ दा ज़ोन नाउ माइ फ्रेंड... सी या.." कहके जेम्ज़ ने कॉल कट किया... लॅपटॉप बंद करते ही भारत के सामने रिसेप्षनिस्ट खड़ी थी कॉफी लेके
"अरे, थॅंक्स, बट वो वेटर कहाँ गया.." भारत ने कॉफी लेते हुए कहा
"सर, 2 दिन से आप होटेल में आए नहीं और आपकी आँखें देख के भी लग रहा है कि आप सोए नहीं.. और आप पिछले 5 घंटे में 12 कॉफी ले चुके हैं... आइ मस्ट से आइ हॅव नेवेर सीन आ मॅन लाइक यू.. बट प्लीज़ टेक केर ऑफ युवर हेल्त...." कहके रिसेप्षनिस्ट भी अपनी जगह पे वापस चली गयी.. भारत ने बस अपनी कॉफी ख़तम की और उसकी बात के बारे में सोचने लगा... अपनी कॉफी ख़तम करके भारत लॉबी में ही बैठ के लॅपटॉप में कुछ काम करने लगा... नेक्स्ट मंथ की ज़ोनल हेड्स की ईईटी की तैयारी.. भारत ने एक डीटेल्ड मैल भेजा सब ज़ोनल हेड्स को के कैसे प्रेज़ेंटेशन्स चाहिए और मार्श की प्रेज़ेन्स के बारे में भी उन्हे इनफॉर्म किया... सुबह के 7 बजे और भारत अभी तक लॉबी में बैठे बैठे लॅपटॉप पे काम कर रहा था
"सर.. गुड मॉर्निंग.." सामने से रिसेप्षनिस्ट ने कहा
"यस.. मॉर्निंग टू यू ऐज वेल." भारत ने हँस के कहा और लॅपटॉप बंद करके उस रिसेप्षनिस्ट के पास गया
"सर.. पार्डन मी फॉर माइ वर्ड्स.. इंसान को पैसा काम नहीं आता... आप इतना काम करके भी पैसे बनाते हैं, और मैं लिमिटेड काम करके भी... मैं 8 घंटे काम करती हूँ, खाना खाती हूँ, फॅमिली के साथ वक़्त बिताती हूँ और काफ़ी खुश हूँ.. आप मुझसे ज़्यादा पैसे कमाते हैं, पर खाना तक नहीं खा पाते, क्या फ़ायदा ऐसे पैसे का...." कहके उस रिसेप्षनिस्ट ने अपना बॅग उठाया और बाहर निकल गयी.. भारत ने उसकी बातों को हवा करके रूम की तरफ बढ़ने लगा.. रूम अनलॉक देख के वो समझ गया रीना के इशारे को, और अंदर जाते ही उसकी हँसी छूट गयी रीना की नाइटी देख के.. रीना को इग्नोर करके, भारत नहाने चला गया और आधे घंटे में तैयार होके उसने रीना को जगाया
"वेक अप.. फ्लाइट कब की है..." भारत ने रीना के चेहरे पे हाथ लगा के कहा.. कुछ कोशिश करने के बाद रीना उठी तो भारत को सामने देख डर गयी, और होश में आके उसने अपने बदन को ब्लंकेट से ढक लिया
"तैयार हो जाओ... और फ्लाइट कितने बजे की है.." भारत ने रीना से दूर होके कहा
"10 बजे की सर. मैं आधे घंटे में आती हूँ" रीना ने जवाब में कहा और भारत भी बाहर निकल गया.. रीना जल्दी से फ्रेश होने चली गयी और अच्छी तरह तैयार होके भारत के पास गयी.. रीना ने ब्लॅक पेन्सिल स्कर्ट और स्लीवेलेस्स टॉप पहना था और हल्का सा मेक अप किया था... होटेल की पेमेंट करके दोनो कॅब में बैठ के एरपोर्ट की तरफ बढ़ गये... रास्ते में भारत ने शालिनी को मेसेज किया
"विल बी लेट बाइ आ डे बेबी... क्लीनिंग दा मेस हियर.. प्लीज़ फर्गिव मी.."
सामने से शालिनी ने जवाब दिया
"डोंट कम बॅक ओके... बाइ"
शालिनी का जवाब पढ़ के भारत की हँसी निकली और उसके साथ चॅट करने लगा.. 3 घंटे बाद भारत और रीना पोर्ट ब्लेर के एरपोर्ट पे पहुँचे.. एरपोर्ट से रिज़ॉर्ट तक का सफ़र काफ़ी सुहाना था, रीना ने भारत के टेस्ट के मुताबिक ही रिज़ॉर्ट बुक किया था.. दा फॉर्चून बे... जैसे ही भारत और रीना कमरे में गये, रूम का व्यू देख के दोनो काफ़ी खुश हो गये..
"आइ मस्ट से, उ हॅव आ गुड टेस्ट हाँ" भारत ने अपनी टी शर्ट निकाल के कहा और अपना चौड़ा सीना रीना को दिखाने लगा.. रीना के मूह में पानी आने लगा ऐसा चौड़ा सीना देख के, और उसने जब भारत की जीन्स पे आँख डाली तो उसकी प्यास और बढ़ गयी... भारत ने यह सब इग्नोर कर के अपनी जीन्स भी उतारी और अब वो बस अपने अंडरवेर में था..
"ऑर्डर दा लंच प्लीज़... मैं स्वीमिंग कर लूँ थोड़ी" कहके भारत रूम के प्राइवेट पूल में कूद गया
रीना ने जल्दी से खाना मँगवाया और पूल साइड पे जाके भारत के शरीर को देख के आहें भरने लगी.. कुछ देर में जब खाना आया तो भारत पूल से निकला
"चलो खाना खा लेते हैं" भारत ने रीना से कहा
"आप खाइए, मैं प्यासी हूँ, भूखी नहीं" कहके रीना ने मूह फेर दिया
भारत खाना रिसीव करने गया और अकेला ही खाने बैठा.. खाना फिनिश करके उसने एक फोन किया और किसी को अपने कमरे में बुलाया... जब वो फिर पूल साइड पे गया तो रीना उसे कहीं दिखी नहीं.. कुछ ही सेकेंड्स में, एक स्प्लॅश की आवाज़ के साथ रीना पानी के अंदर से प्रगट हुई
ऑरेंज बिकिनी में रीना के आधे से ज़्यादा चुचे नंगे थे, उसके डार्क निपल्स भी उपर से सॉफ देखे जा सकते थे... "इतनी देर पानी में रहोगी तो कहीं पानी में ही आग ना लग जाए.." भारत ने पूल के अंदर डुबकी लेते हुए कहा
"अब मेरी प्यास भी एक आग का रूप लेने लगी है, शायद आग को आग ही बुझा पाए.." रीना ने भारत के पास जाते हुए कहा..
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