RE: Antarvasna kahani माया की कामुकता
वाइट ने बिना किसी दिलचस्पी के पेपर लिए और उन्हे देखने लगा, लेकिन जैसे जैसे उसने पेपर्स घुमाए,. उसकी दिलचस्पी और उसकी हैरानगी बढ़ने लगी. उसके हाथ में थी जेपीएम इंडिया की सेल्स रिपोर्ट. यह सेल्स रिपोर्ट आज तक जेपीएम ने पब्लिश नहीं की थी क्यूँ कि जेपीएम इंडिया में लिस्टेड नहीं थी... और उस में भी, जेपीएम ने इंडिया के फिगर्स दिखाए थे, लेकिन वो केवल फिगर्स थे.. भारत ने उसे डीटेल्ड रिपोर्ट दी थी.. इंडिया की किस सिटी में जेपीएम का कितना बिज़्नेस है, उसका क्लाइंट बेस, और कहाँ कहाँ वो पिछड़ रही है उसके कॉंपिटिटर्स से.. यह सब उस पेपर में था.. वाइट ने करीब 15 मिनट तक पेपर्स देखे.. पेपर्स देख के वाइट ने अपना चश्मा उतारा और पास में रखी पानी की बॉटल उठा के पानी पीने लगा... पहली बार वाइट किसी इंटरव्यू कॅंडिडेट के आगे कमज़ोर दिखा... कम से कम आधी पानी की बॉटल ख़तम की और वाइट अपनी साँसें जोड़ने लगा... एक लंबी साँस लेके कहा
"व्हेअर दा हेल डिड यू गेट दिस फ्रॉम" वाइट ने अपने दाँत पीसते हुए कहा
"थ्ट्स नोट दा क्वेस्चन मिस्टर वाइट... क्वेस्चन ईज़ व्हाट कॅन यू डू टू इंप्रूव दा नंबर्स... वन हू कॅन गेट दिस इन्फो फ्रॉम जेपीएम इंडिया, इमॅजिन व्हाट कॅन ही डू व्हेन ही वर्क्स फॉर दा कंपनी.. प्लीज़ सॉर्ट आउट दा क्वेस्चन मिस्टर वाइट... सी या सून.. हॅव आ गुड डे अहेड..." कहके भारत अपनी चेर से उठा और वाइट की कॅबिन के बाहर..
भारत के जाते ही वाइट ने उस सेल्स हेड को बुलाया और उसके थ्रू इंडिया फोन किया... इंडिया में करीब रात के 9 बजे, विक्रम कोहली अपने घर पे बैठे बैठे ड्रिंक्स ही ले रहा था के उसके फोन पे यूएस का नंबर देख उसकी हलक सूखने लगी..
"हाई जेम्ज़.. गुड मॉर्निंग" विक्रम ने उस के वक़्त के हिसाब से कहा
"विक्रम.. देअर ईज़ क्राइसिस..." सेल्स हेड जेम्ज़ ने कहा और एक एक कर विक्रम को सारी बात बता दी... जेम्ज़ की बात सुन के विक्रम के चेहरे पे पसीना आने लगा..
"जेम्ज़. थ्ट्स नोट पासिबल..." विक्रम ने इतना ही कहा कि जेम्ज़ ने उसे बीच में काटा
"डोंट टेल मी दिस विक्रम... नंबर्स आर वेरिफाइड, आंड हॅव कम स्ट्रेट अंडर युवर नोज.. नाउ हियर दिस... वी आर हाइरिंग दिस गाइ नोट बिकॉज़ ही हॅज़ गुड इंटेलेक्चुयल्स, बट वी आर स्केर्ड.. वन हू कॅन स्क्रू अस बाइ नोट बीयिंग अमॉंग्स्ट अस, ही विल बी हेल प्रॉफिटबल व्हेन ही जाय्न्स अस.. आंड बी प्रिपेर्ड विक्रम.. ही विल बी वर्किंग अंडर यू, बट जस्ट टू शो टू इंडिया ऑफीस... ही विल बी रिपोर्टिंग डाइरेक्ट्ली टू मी, आंड वाइट विल बी अपरेज़िंग हिम.. इन शॉर्ट ही विल वर्क फॉर यूएस, फ्रॉम इंडिया ऑफीस.... आंड सेंड मी इन राइटिंग एक्शप्लैइंग व्हाट हॅज़ जस्ट हॅपंड विद दा नंबर्स आंड हाउ डिड ही गॉट दिस.. इन 15 मिन्स ओके...." कहके जेम्ज़ ने फोन कट किया और सामने बैठे वाइट से कहा
"कॉल हिम नाउ , आइ वान्ट टू सी हिम प्लीज़..." कहके जेम्ज़ तूफान की तरह वाइट की कॅबिन से निकला... वाइट ने शॅरन के थ्रू भारत को फिर बुलाया और जेम्ज़ से मिलवाया...
"सो यंग मॅन... प्रेटी शार्प हाँ.. हाउ डिड यू डू दट.." जेम्ज़ ने अपनी टाइ लूस करके कहा
"मिस्टर जेम्ज़... बीयिंग आ सेल्स हेड आइ गेस यू शुड बी जस्ट फोकसिंग ऑन दा वर्क राइट.. आइ मीन हू दा हेल इन सेल्स केर्स फॉर दा मेथोलॉजी.. आंड प्लीज़ रिलॅक्स.... वॉटेवर आइ डिड, वाज़ जस्ट टू प्रेज़ेंट माइ केस.. आंड गेट आ जॉब हियर.... आइ वोंट लीक दीज़ नंबर्स टू एनी ऑफ युवर कॉंपिटिटर्स..." भारत ने एक दम हल्के से कहा
"आंड व्हाट इफ़ यू डिड दिस... हाउ डू आइ ट्रस्ट यू" जेम्ज़ ने गर्मी में कहा
"जेम्ज़.... यू हॅव नो अदर ऑप्षन" भारत ने उतना ही ठंड से जवाब दिया
जैसे ही जेम्ज़ ने उसकी बात सुनी, उसकी हालत खराब होने लगी... भारत ने कल रात को ही यह पढ़ा था, कि जो भी यूएस कंपनी उस के अलावा बाहर किसी देश में मौजूद है, उसे वहाँ के सेल्स आँकड़े सेक में रिपोर्ट करने थे.. जेपीएम इंडिया के आँकड़े इतने खराब थे, कि अगर वो पब्लिश हो जाते तो उनकी रेप्युटेशन और शेर प्राइस पे काफ़ी दबाव आ सकता था.... जब तक जेपीएम को वक़्त मिलता आँकड़े बदलने का, तब तक तो भारत ने असली आँकड़े निकाल भी लिए.. अब अगर जेपीएम अपने ग़लत आँकड़े पब्लिश करती तो भारत के पास सही आँकड़े थे और वो कुछ भी कर सकता था..
"यू विल गेट दा कॉल बाइ ईव्निंग.. हॅव आ नाइस डे" कहके जेम्ज़ ने आगे हाथ बढ़ाया और भारत ने भी उसे हंस के स्वीकारा.. इधर भारत के एक बार फिर से जाते ही, जेम्ज़ ने अपने बॉस को कॉल किया और उससे मिलने का टाइम माँगा... करीब एक घंटे में जेम्ज़ अपने बॉस से मिला और उसे सारी बातें बताई...
"हाहाहा... नाउ दट व्हाट यू कॉल आ बस्टर्ड सेल्स मॅन.. नोज हिज़ कस्टमर्स आंड कॉंपिटिटर्स.. हाइयर हिम, गो अहेड विद युवर विश.. जस्ट पुट वन क्लॉज़ इन हिज़ कांट्रॅक्ट...
"बीयिंग इन इंडिया ओर एनिवेर इन दा वर्ल्ड, ही ओर हिज़ रिलेटिव्स, कन्नोट इनवेस्ट इन जे पी एम आंड इफ़ एनिटाइम ही ईज़ फाउंड ऑफ एनी थिंग विच मे बी टार्निशिंग जप्म'स रेप्युटेशन, ही विल बी फाइयर्ड इमीडीयेट्ली..."
"आंड वन मोर थिंग.. अस्क हिम टू सब्मिट दा लॅपटॉप ओर पीसी व्हेअर ही गॉट दिस इन्फ़ॉर्मेशन टू अस...नाउ प्लीज़ लीव, नीड टू फिनिश माइ गेम ऑफ गोल्फ...." कहके जेम्ज़ के बॉस ने उसे डोर किया और गोल्फ खेलने लगा
अपने बॉस के हिसाब से जेम्ज़ आगे बढ़ा और वाइट के द्वारा भारत का अपायंटमेंट लेटर बनवाया..
"वन लास्ट थिंग, यू नीड टू सब्मिट टू मे दा लॅपटॉप ओर डेस्कटॉप, व्हेअर यू गेट दिस इन्फो..." जेम्ज़ ने अपायंटमेंट लेटर दिखाते हुए कहा
"दट वाज़ ऑफ दा होटेल.. व्हाट शल वी डू नाउ.." भारत ने सही जवाब दिया इस बार
"नो प्राब्लम , माइ मॅन फ्रॉम इट विल कम विद यू, टेक दा थिंग अगेन फ्रॉम होटेल आंड हॅंड इट ओवर टू हिम.." कहके जेम्ज़ ने आइटी से किसी को बुलाया और उसे भारत के साथ उसके होटेल भेजा.. होटेल जाके भारत ने फिर उसी लॅपटॉप की माँग की. और 15 मिनट के बाद उसे वो लॅपटॉप मिला.. सोफा कॉर्नर में जाके भारत काम करने की आक्टिंग करने लगा, लेकिन हक़ीकत में उस आइटी वाले ने सब चेक किया और हिस्टरी से लेके कुकीस तक, सब डेलीट कर दी.. डेस्कटॉप पे जो भी नोट्स थे सब एक एक कर चेक किया और डेलीट मारता गया.. सब डेलीट मार के उसने फिर चेक किया और इतमीनान से वो लॅपटॉप वापस किया होटेल में..
"सो वेलकम अबोर्ड... यू विल बी रिपोर्टिंग टू मी.. आंड यू आर रेस्पॉन्सिबल नाउ फॉर दा नंबर्स ऑफ जेपीएम इंडिया... डू वॉटेवर यू वान्ट टू, हवेवर यू वान्ट टू.. जस्ट गिव मी दा नंबर्स.. आंड आइ वान्ट यू टू जाय्न एयेसेप..... ईज़ दट क्लियर..." जेम्ज़ अब पूरे ताव में आ गया था.
"45 डेज़ जेम्ज़.. विल जाय्न देन... आंड रेस्ट अश्यूवर्ड, यू हॅव नोट हाइयर्ड मी अबव विक्रम... आइ विल मेक श्योर आइ गो देअर...हॅव आ नाइस डे" कहके भारत वहाँ से निकल गया सीधा होटेल के लिए.. लेकिन जेम्ज़ ने भारत की आँखों को देख लिया था, उसकी आँखों में था वो दर्द जो उसे मिला था विक्रम की पोज़िशन ना मिलने से
समुंदर का नीला पानी, ढलती हुई शाम.. पानी के उपर से कुछ सफेद पक्षी उड़ते हुए, और एक दम गरम रेत.. भारत और शालिनी बहामास के सबसे फेमस बीच अबकोस की रेत पे लेटे हुए थे पेट के बल.. जहाँ भारत ने सिर्फ़ शॉर्ट्स पहने थे, वहीं शालिनी ने एक वाय्लेट कलर की बिकिनी पहनी थी.. लेटे लेटे दोनो बियर पी रहे थे और बीच के नज़ारे का मज़ा ले रहे थे....
"कितनी शांति है ना इधर.. जी करता है यहीं बस जायें, कोई मुसीबत नहीं, बस तुम , मैं और यह बियर " शालिनी ने कहा और भारत की आँखों में देखा.... भारत को जो चाहिए था वो नहीं मिला, इसलिए वो अभी तक दुखी था और शांत भी
"ह्म्म्मा..." उसने बस शालिनी की बात का इतनी ही जवाब दिया और फिर आगे देखने लगा
भारत के इस मूड ने शालिनी को थोड़ा अपसेट किया, पर अगले ही पल शालिनी ने कहा
"चलो, बीच में घूमने चलते हैं..." कहके शालिनी उठी और भारत को भी उठा के आगे चल दी.. भारत काफ़ी शांत था, और वो बस आगे चल रहा था... आगे जाके शालिनी ने एक बोट हाइयर की.. एक छोटी सी बोट थी जो बीच की सेर कराती थी... बोट में उन दोनो के अलावा बस उस बोट का सेलर था.... भारत और शालिनी उस बोट में बैठे और समुंदर की सेर के लिए निकल गये.... धीरे धीरे भारत को भी एहसास हुआ कि उसके मूड की वजह से शालिनी की ट्रिप भी खराब हो रही है....
"सॉरी बेबी, मेरी परेशानी अब तुम्हे बिल्कुल तंग नहीं करेगी..." भारत ने शालिनी से कहा और धीरे से उसके निचले होंठ को सक किया....
"उम्म्म्म अहहहा....." शालिनी ने भी उसका साथ दिया और धीरे धीरे दोनो एक किस में डूब गये....
"चलो उपर.... उपर से नज़ारा अच्छा है.." कहके शालिनी ने किस तोड़ी और दोनो बोट के उपर वाले हिस्से में गये... शाम के करीब 6 बज रहे थे, बोट अपनी गति में चल रही थी.. समुंदर के बीचो बीच बोट में दोनो एक दूसरे का हाथ पकड़े कोने में आए..
"चलो, मेरे कुछ पिक्स तो लो..." कहके शालिनी भारत से दूर हुई और दूसरे कोने में जाके एक पिक्स के लिए शालिनी ने अपने बालों को बाँधा और हंसते हंसते पोज़ देने लगी..
भारत ने भी कॅमरा ऑन किया और शालिनी की पिक्स लेने लगा.... कभी सेल्फी , कभी अकेले में दोनो एक दूसरे की पिक्स निकालने लगे...
"मज़ा कम आ रहा है यार, तुम क्या सिर्फ़ एक ही बिकिनी लाई हो" भारत ने शालिनी से कहा.. भारत की बात सुनते ही, शालिनी के चेहरे पे एक शैतानी मुस्कान आई, और उसने धीरे धीरे सिड्यूसिंग अंदाज़ में अपनी पहनी हुई बिकिनी निकाली और बॅग से दूसरी बिकिनी निकाली और फिर भारत के आगे पोज़ किया
"यह कैसी है..." शालिनी ने भारत से पूछा
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