RE: Antarvasna kahani माया की कामुकता
करीब 5 मिनट उस पोज़िशन में चोदने के बाद, जब भारत ने महसूस किया उसका पानी निकलने वाला है. उसने तुरंत लंड निधि की चूत से बाहर निकाला और निधि को नीचे बिठा के पूरा पानी उसके मूह पे चोदने लगा...
"उम्म अहहहहा.. यम्मी अहहहहाहा" कहके निधि भारत के पानी को अंदर गटाकने लगी और उसके लंड को चाट के सॉफ करने लगी.... जब भारत को हल्का महसूस होने लगा, वो बेड पे जाके लेट गया और आँखें बंद करके कुछ सोचने लगा.... सोचते सोचते ही उसकी आँख लग गयी और उसे पता नहीं चला कब उसे नींद आ गयी... रात के करीब 2 बजे जब उसकी नींद खुली, तब उसने देखा, रूम की गॅलरी में शालिनी अकेली खड़ी सिगर्रेट पी रही थी... भारत ने अपना हुलिया ठीक किया, और शालिनी के पास जाके खड़ा हुआ और उसके हाथ से सिगर्रेट लेके कश लेने लगा...
"यह करने की क्या ज़रूरत थी तुम्हे.." भारत ने 5 मिनट बाद शांति को भंग करते हुए कहा
"मुझे आज के बाद निधि का नाम नहीं सुनाई देना चाहिए.. ना तुम्हारे दिमाग़ में, ना तुम्हारे ख़यालों में... और ना ही तुम्हारी गाड़ी में" कहके शालिनी ने भारत की डाइयरी को लिया और उसके सामने उसे जला दिया....
"चलो, मुझे घर छोड़ आओ... " कहके शालिनी ने अपना समान लिया और रूम से बाहर निकली.. भारत भी दबे कदमों के साथ उसके पीछे गया और गाड़ी में जाके शालिनी को पुणे की ओर ले गया.. कुछ देर तक दोनो खामोश बैठे रहे , भारत ने चुप्पी तोड़नी चाही, पर उसे शब्द नहीं मिल रहे थे....
"यह सब क्यूँ किया.... तुमने ही मुझे याद दिलाई, अब तुम ही गुस्सा हो रही हो.." भारत ने फाइनली कहा
"मैने क्या किया.. मैं बस यह चाहती थी, कि तुम उसे भूल जाओ... मुझे यह रास्ता ठीक लगा इसलिए किया.. क्या तुम उसे कभी नहीं भूल पाओगे, मेरी इतनी कोशिशों के बावजूद" शालिनी ने भारत से हल्की आवाज़ में पूछा
यह सुन भारत ने साइड में गाड़ी रोकी और शालिनी की आँखों में आँखें डाल के देखा और कहा
"मुझे बस शालिनी चाहिए.. और कोई नहीं..." कहके भारत ने शालिनी को गले लगाया और उसके फोर्हेड पे चूमने लगा...
"ह्म्म... चलो अब घर, कल हमारी शादी है और हम यूँ बाहर हैं.." कहके शालिनी भारत से अलग हुई और कुछ एक घंटे में दोनो पुणे पहुँच गये... शालिनी के घर ड्रॉप करके भारत अपने घर निकला और शालिनी भी अपनी ड्यूप्लिकेट चाबी से घर जाके सोने लगी... उधर मुंबई पहुँच के भारत पूरी रात सो नहीं पाया.. कुछ घंटे पहले हुए किस्से उसके दिमाग़ में दौड़ने लगे.... भारत अपनी बाल्कनी में जाके सिगर्रेट पीते पीते शहर को देखने लगा....
"ऐसे क्या देख रहे हो, शहर क्या तुम्हारे बाप का है" पीछे से प्रीति ने भारत के रूम में आते कहा
"उह... मेरे बाप का नहीं तो क्या हुआ... देख तो सकता हूँ ना... " कहके भारत ने अपनी सिगर्रेट प्रीति को दी
"अब आगे का क्या प्लान है... मेहुल को तूने सॉर्ट आउट किया, निधि को शालिनी ने.... अब क्या ?" प्रीति ने भारत की आँखों में देख कहा
"अब क्या.. अब कुछ नहीं .. " भारत ने आँखें चुरा के प्रीति को कहा
"तू इतना सीधा नहीं है... बता क्या प्लान है...."
"तू जानती है, इस शहर को चलाने के लिए क्या चाहिए..." भारत ने अजीब सवाल पूछा प्रीति से
"सरकार.. और क्या" प्रीति ने उतने ही अजीब लुक्स देके जवाब दिया
"ताक़त... खैर, मेरे पास इतनी ताक़त नहीं कि मैं इस शहर को चला पाऊ, पर हां... मैं इतनी ताक़त चाहता हूँ, कि एक फॉरिन इनवेस्टमेंट बॅंक, इंडिया में मेरे हिसाब से चले.. क्या यह पासिबल है" भारत ने सिगर्रेट के धुएँ का छल्ला बना के कहा
"तू खुराफाती है बहुत, बता क्या प्लान है.. " प्रीति ने जवाब में कहा
"मैं जेपीएम में इंटरव्यू देने जाउन्गा एक हफ्ते में.. वहाँ क्या क्या पोज़िशन्स ऑफर्ड है, मुझे वो जानना है... और इंडिया में वेल्त का हेड कौन है, मुझे वो भी जानना है.. तू क्या कर पाएगी इसमे" भारत ने अपनी बात पे आके कहा
"कल तेरी शादी है, यह सब सोच रहा है इस वक़्त ? "
"तू कर पाएगी क्या वो बता ना" भारत ने एक और सिगर्रेट जला के कहा
"उस में क्या है, वो बता सकती हूँ, कौनसी पोज़िशन्स ओपन है.... अभी कॉल कर देती हूँ मेरी कोलीग को , जेपीएम ईज़ इन सेम बिल्डिंग.. पर यहाँ इंडिया में क्या सीन है आइ डोंट नो.. वो तुझे जानना पड़ेगा..." कहके प्रीति ने कुछ कॉल्स किए और भारत को गुड नाइट बोलके अपने रूम में निकल गयी... भारत वहीं बैठे बैठे सोचने लगा इस मौके को कैसे इस्तेमाल किया जाए.. उसके सोचते सोचते सुबह होने लगी, और घर में काम काज का माहॉल चालू हो गया...
आज भारत और शालिनी की शादी थी... बारात सुबह 11 बजे निकलने वाली थी, 8 बजे तक तो भारत इसी बात में लगा रहा कि कैसे बना जाए इंडिया जेपीएम का वेल्त मॅनेज्मेंट हेड... जब उसने घड़ी देखी तो कुछ देर में वो फ्रेश हुआ और तैयार होने लगा... भारत के काफ़ी दोस्त आए हुए थे उसके घर पे, पर कोई भी उसके कमरे में नहीं जाता...
"भारत, जल्दी करो, कितनी देर बेटा" सीमी और राकेश ने कमरे के बाहर से आवाज़ लगाई
"10 मिनट मोम... " कहके भारत अपने कपड़े पहनने लगा... "आइ जस्ट हेट दीज़ ग्लॉरिफाइड थिंग्स... सिंपल कोर्ट मॅरेज करने में क्या दिक्कत है.. इतना शो शा, और उपर से गर्मी में यह इंडो वेस्टर्न सूट... " भारत खुद से कहने लगा और तैयार हो गया.. तैयार होके वो जैसे ही बाहर आया, सब लोग उसे देखने लगे
"कभी देखा नही क्या, हटाओ ना अपनी नज़रें यहाँ से" भारत अपने मन में सोचने लगा और सीमी को ढूँढने लगा..
"मोम.. चलो, लेट्स गो...गर्मी हो रही है एक तो" कहके भारत सीमी के पास गया और कुछ रस्में शुरू करके सब लोग बारात लेके निकले....
उधर शालिनी के घर वाले और दूसरे काफ़ी मेहमान भी होटेल पहुँच चुके थे.. बारात के स्वागत में खड़े थे... शादी ओबेरोई'स में रखी गयी थी... हर मेहमान के लिए शालिनी के पिता ने ख़ास इंतेज़ार किए थे, उनकी एक लौति बेटी की शादी में किसी की शिकायत ना हो उसका ख़याल रखा गया था... खाने में लज़ीज़ पकवान, हर मेहमान के लिए अलग अलग गाड़ियों का प्रबंध.. शालिनी के बाद पे भी कोई कसर नहीं छोड़ी अपने पैसों की नुमाइश दिखाने के लिए.. खैर एक घंटे में बारात ओबेरोई'स पहुँची और बारात का स्वागत धूम धाम से किया गया.. जितनी ज़्यादा देर लग रही थी अंदर जाने में, भारत उतना ही इरिटेट हो रहा था, लेकिन वो कुछ कह नहीं पा रहा था... काफ़ी सारे नाच गाने और नाटकों के बाद, दूल्हे को अंदर ले जाया गया और उसकी जगह पे बिठाया गया... 10 मिनट में शालिनी भी अपनी जगह पे आने लगी...
"ग्रेशियस...." भारत का पहले शब्द था शालिनी को देख.. शालिनी धीरे धीरे अपनी जगह पे आई और भारत के पास वाली जगह पे बैठ गयी
"मुझे नहीं पता था तुम इतनी सुंदर हो...और कोई राज़" भारत ने हँस के कहा
"ह्म्म.. इसका राज़ तुम ही हो स्वीटहार्ट..हहेहेः" शालिनी ने भी प्यार से जवाब दिया
"और शेविंग क्यूँ नहीं करवाई.. एक दम गुंडे लग रहे हो...." शालिनी की यह बात सुन भारत की हँसी छूट गयी और दोनो आपस में बातें करने लगे...
कुछ देर में शादी की रसम हुई, और करीब 2 घंटे चले मंत्रों के बाद, भारत ने शालिनी को मन्गल्सुत्र पहनाया...
"आज से तुम अफीशियली मेरी.." भारत ने मन्गल्सुत्र पहनाते शालिनी के कान में कहा
शादी ख़तम होते ही भारत और शालिनी भी अपनी जगह पे बैठ गये और खाने का दौर चालू हुआ..
"लुकिंग गुड माइ बॉय... हाउ आर यू हाँ" आदित्या की आवाज़ से भारत और शालिनी चौंके..
"हे आदि... आइम गुड, हाउ आर यू" भारत ने कहा और आदित्य के गले लगा
"शी ईज़ माइ वाइफ, "आदित्य ने उनका इंट्रो करवाया और शालिनी और आदि की वाइफ अपनी औरतों की बातों में लग गये
"हे आदि... एक बहुत ही अजीब बात सुनी.. वो जेपीएम का हेड है ना... इंडिया वेल्त मॅनेजर.. व्हाट्स हिज़ नेम आइ कॅंट रीकॉल.." कहके भारत आक्टिंग करने लगा सोचने कि
"यस.. विक्रम कोहली.. क्या हुआ उसे" आदित्य ने भारत को जेपीएम इंडिया वेल्त मॅनेजर का नाम कहा
"यस.. विक्रम कोहली.... हॅव हेअर्ड ही ईज़ लीविंग..." भारत ने झूठ कहा
"कम ऑन.. तुम यह सब छोड़ो,, और यह लो आप लोगों का गिफ्ट... फ्लाइट परसो है, आंड एंजाय युवरसेल्फ ..." कहके आदि फिर भारत से गले मिला और अपनी वाइफ के साथ शादी एंजाय करने लगा..
शादी निपटा के कुछ ही देर में शालिनी और भारत राकेश और सीमी के साथ अपने घर को निकले... घर पहुँच के काफ़ी रस्में हुई जिनमें भारत नहीं, शालिनी का इन्वॉल्व्मेंट था... धीरे धीरे कर, भारत के घर से मेहमान कम हुए और सब रस्में निपट गयी... रात के करीब 10 बजे शालिनी और सीमी किचन में खाना बना रहे थे.. खाना बनाते बनाते शालिनी सीमी के पीछे आई और उसकी स्लिक नाइटी से अपने बदन को धीरे धीरे रगड़ने लगी...
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