RE: Antarvasna kahani माया की कामुकता
"शालिनी.. आइ वाज़ मिस्सिंग यू आ लॉट बेबी.,, मैं तुम्हारे लिए कुछ लाया हूँ" कहके भारत ने उसे कपड़े और ज्यूयलरी दिखाई. शालिनी खुश तो थी वो सब देख के, लेकिन उससे ज़्यादा उसको इस बात की खुशी थी कि भारत उससे मिलने आया इतना दूर.. दोनो बातें करने बैठे, और शालिनी एक बार जाके अपनी मोम से भी कह के आई कि प्लीज़ कोई डिस्टर्ब ना करे, और ना ही किसी को पता चले.. ऋतु भी खुश थी इससे, तो उसने शालिनी की हां में हां भरी... शालिनी जैसे ही अपने रूम में आई, उसकी खुशी और बढ़ गयी.. भारत ने रूम की सब लाइट्स डिम कर ली थी, और कुछ कॅंडल्स जला दिए थे.. जैसे ही शालिनी ने यह सब देखा, तो दरवाज़ा बंद करके दौड़ के भारत से गले लगी, और उसे बेतहाशा चूमने लगी... भारत ने भी बखूबी उसका साथ दिया और दोनो चूमते चूमते ज़मीन पे गिर गये.. शालिनी आज रुकना नहीं चाहती थी, भारत के उपर चढ़ के बस उसके गालों को, होठों को, माथे को चूमती जा रही थी...
"बाय, रिलॅक्स.. रिलॅक्स...." भारत ने बीच में साँस लेके कहा " मैं तुम्हारे लिए कुछ लाया हूँ, पहेन के दिखाओ प्लीज़" भारत ने उसकी लाइनाये दिखाते हुए कहा.. लाइनाये में 32 साइज़ की ब्रा थी जिसका हुक आगे से था, और निपल्स की जगह पे जाली थी जिसमे से शालिनी के चॉक्लेट जैसे निपल्स सॉफ दिख सकते थे.. पैंटी में उसकी चूत को ढके बस इतना छोटा एक कपड़ा था जिसकी स्ट्रिंग कमर की साइड से बँधी थी और उससे जुड़ा था एक मोतियों का छोटा चैन...
"मेरे सैयाँ.. तुम ही पहनाओ ना आज मुझे कपड़े.. ब्रा तो छोटी लाए हो.. कसे हुए चुचे देख के लंड लोहे जैसा करना, आज की रात तुम्हारी यह रांड़ तुम्हे छोड़ने वाली नहीं" शालिनी ने खड़ा होके कहा, और साथ ही भारत को भी खड़ा कर दिया.. जैसे ही दोनो खड़े हुए, शालिनी ने अपना हाथ उपर को उठा लिए.. भारत ने धीरे से उसका टॉप उतारा और उसकी ब्रा को एक्सपोज़ किया.. शालिनी की ब्रा की चाय्स काफ़ी अच्छी थी, नॉर्मल ब्रा में भी आदमी का लंड तन जाए ऐसे पहनती थी...फिर भारत ने उसे अपने से गले लगाया और उसके होंठ चूमने लगा
"उम्म्म्म अहहहहहः उम्म्म्मममम उम्म्म्म अहहहहा सीसीईईईईईई यॅ सक हार्ड बेबी आहहाहा ओमम्म्ममममम" इस आवाज़ के बीच में ही ब्रा के हुक खुलने की आवाज़ आई और शालिनी के 34 के कबूतर भी आज़ाद कर दिए भारत ने. जैसे ही शालिनी के चुचे आज़ाद हुए, भारत ने एक चुचे को अपने हाथ में दबोचा और दूसरे को अपने मूह में लेके सक करने लगा.. जैसे ही एक चुचा भारत ने मूह में लिया, शालिनी की सिसकारी निकल गयी..
"उम्म्म्म अहहहहहहा माआआआ...." इस सिसक से भारत को अंदाज़ा आ गया के शालिनी कितनी प्यासी थी... भारत ने धीरे धीरे चुचे पे ज़ोर लगाया और शालिनी के होंठों को एक बार फिर अपने मूह के पिंजरे में गिरफ्तार कर लिया.. शालिनी को हमेशा से किस करना भारत के साथ पसंद था, क्यूँ कि भारत सिगरेट पीने के बाद किस करता था, शालिनी को अब सिगरेट की स्मेल भी अच्छी लगी थी और खुद भी भारत की वजह से ही सिगरेट पीना स्टार्ट किया था....
"उम्म्म्म अहहहहा लीयक्ककककाहहहहहहहहा उम्म्म्म यूम्मम हाहहहहओऊएययाममम्ममम अहहहहहहहहहहहा" ऐसी आवाज़ों से शालिनी के रूम में गूँज शुरू हुई जो बाहर खड़ी ऋतु भी सुन रही थी.. रात के करीब 12 बज रहे थे, जिससे सब मेहमान चले गये थे और शालिनी का बाप भी अभी तक लौटा नहीं था.. चुचे हाथ में और ज़बान भारत के मूह में, शालिनी से कंट्रोल नहीं हुआ और उसने अंदर ही पानी छोड़ दिया... जब भारत ने यह भाँपा, तो उसने सब कुछ छोड़ के, नीचे का रुख़ अपनाया.. नीचे घुटनो पे बैठ के भारत ने शालिनी की जीन्स का बटन खोला और हल्के से नीचे उतारा.. जीन्स के उतरते ही, शालिनी की मखमली गीली पैंटी भारत की आँखों के सामने आ गयी... शालिनी जैसी लड़की पाकर भारत बहुत खुश हुआ, क्यूँ कि अमूमन लड़कियाँ ब्रा पैंटी मॅच नहीं करती, लेकिन शालिनी हमेशा ही ध्यान रखती थी कि सब मॅचिंग हो.. और भारत को ख़ास करके यह पसंद था, या यूँ कहे, जितनी सेक्सी लाइनाये होती थी भारत उतना ही ज़्यादा गरम होता था..... सब कुछ दिमाग़ से निकाल के, भारत ने अपनी नाक शालिनी की चूत पे रखी और उसके नमकीन पानी की सूंघ लेने लगा.. शालिनी इससे ज़्यादा गरम काफ़ी टाइम में नहीं हुई थी, उसने तुरंत भारत के माथे को पीछे से पकड़ा, और भारत के मूह को अपनी चूत में दबाते चली गयी, भारत भी किसी पालतू कुत्ते की तरह शालिनी की चूत की सूंघ ले रहा था, और एक हाथ पीछे ले जाके उसके चूतड़ दबाने लगा
"उम्म्म्म अहहहहाअ यआः बेबी.. स्पॅंक युवर स्लट बेबी अहहहहहा.." शालिनी ने भारत को न्योता दिया और भारत ने स्वीकारा.. भारत अपने एक हाथ को काफ़ी पीछे ले गया उसकी चूत से नाक हटाए बिना, और "तपाकककक" करके शालिनी के चूतड़ पे थप्पड़ मारा
"आहहहहा... यस बेबी.. मोर प्लीज़ अहहहहहहहा" और यह सुनते ही भारत ने एक और थप्पड़ जड दिया
"आहहह.... यॅ हनी अहहहहा..." कहके शालिनी ने भारत के बाल पकड़ के उसे उपर उठाया और उसे ज़ोरों से चूमने लगी... चूमते चूमते शालिनी ने भारत के पॅंट को उतारा और उसके लंड को हाथ में पकड़ के हिलाने लगी... शालिनी इतनी गरम थी कि भारत की शर्ट खोलने के बदले , उसने उसकी शर्ट फाड़ दी थी और एक कोने में फेंक दी... जैसे ही भारत नंगा हुआ, भारत ने भी शालिनी की मखमली कच्छे को उतारा और उसकी चूत रगड़ना शुरू किया.. दोनो प्रेमी, एक दूसरे को बेतहाशा चूमे जा रहे थे.. शालिनी भारत के लंड को आज छोड़ना ही नहीं चाहती थी..
"अहहाहा यॅ बेबी फक मी हार्ड अहहहहा... यॅ फक मी अहहहहः" शालिनी चिल्ला चिल्ला के कह रही थी, उसे बिल्कुल परवाह नहीं थी की ऋतु बाहर खड़ी ना ही उनकी बातें सिर्फ़ सुन रही हैं, पर खुद भी एक दम नंगी होके अपनी चूत में उंगली घुस्सा रखी है
"धीरे बेबी, बाहर मम्मी होगी शायद.." भारत ने शालिनी से कहा
"फक हर ऑल्सो बेबी... वो भी रंडी ही है तेरी आहहाहहा.. तेरी माँ, मेरी माँ और मैं तेरी रंडिया ही हैं ना अहहहहा.. कम ना फक मी नाउ यआःहः." कहके शालिनी ने अपना एक हाथ और पेर सोफा पे रखा, और एक हाथ और पेर ज़मीन पे. इससे उसकी चूत सही पोज़िशन में मिल गयी भारत को.. शालिनी आज कुतिया बनके चुदवाना चहिती थी.. भारत ने भी जल्दी से अपने तपते हुए लंड को उसकी चूत पे सेट किया और धीरे से अंदर घुसाया
"अहहहहा फास्टर यू मदर्चोद अहाहहा.. सीमी की चूत है यह भेन के लोड्े अहहहा. ज़ोर से चोद ना बेटे अहहहहहा... " कहके शालिनी एक हाथ से अपनी चूत खुजाने लगी और फिर अपनी पोज़िशन में आ गयी
"अहहाहा मोम येआः आज चुदोगि तुम अहहहा. यह लो..." कहके भारत ने ज़ोर से अपने लंड को बाहर निकाला, और दुगनी स्पीड से वापस लंड अंदर डाला
|