RE: Antarvasna kahani माया की कामुकता
उधर कुछ दिन में ही भारत ने कस्टमर सर्विस को लूप में लेके अपने टारगेट क्लाइंट्स को कॉल किया, उनसे मीटिंग की और उन्हे अपने प्रोग्राम में इन्वाइट किया... काफ़ी कस्टमर्स बहुत खुश हुए, क्यूँ कि आज तक उन्हे ऐसी कोई पार्टी का इन्वाइट नहीं आया था.. काफ़ी लोग तो यह सोच सोच के चौड़े हो रहे थे कि उनके पैसे की वजह से आज उन्हे यह आहेमियत मिली है.. काफ़ी क्लाइंट्स को भारत ने पर्सनली कन्विन्स किया न्यू कार्ड के लिए... कुछ लोग नहीं माने और कुछ लोग न्यू कार्ड के लिए मान गये.. भारत ने प्रीति को भी लूप में लिया और इंश्योर किया के जितने भी डेबिट कार्ड्स न्यू इश्यू होते हैं, वो उनकी विड्रोल लिमिट हटा दे..
"भारत.. इट्स वेरी टफ.. मैं तो आइटी सिस्टम्स में जाके कर दूं.. पर जो फ्रंट एंड से प्रोसेसिंग होगी, जब तक वो नहीं करते, तब तक सिस्टम मुझे यह नहीं करने देगा"
"मतलब.. मैं कुछ समझा नहीं"
"देखो.. यह जो क्लाइंट्स हैं, दीज़ आर एचएनआइ'स.. तो इनके लिए बॅंक ने डबल फिल्टर सिस्टम अप्लाइ किया है.. इसका मतलब यह है, कि इनकी लिमिट में कोई भी चेंज करने के लिए मुझे सिस्टम में चेंज करने से पहले, मुझे बक्केंड में जाना पड़ेगा.. और इसके लिए हमारे आरपीसी मॅनेजर के अप्रूवल चाहिए.. और मैं अब तक उसे पटा नहीं पाई हूँ यार.. "
"प्रीति तुम मज़ाक कर रही हो.. अब कल हम उन सब क्लाइंट्स को मिलने वाले हैं और तुम मुझे यह सब अभी बता रही हो.. पहले बताती तो मैं कुछ और सोचता.. " भारत गुस्सा करने लगा था
"भारत चिल्लाओ मत... मैं अब तक कोशिश ही कर रही थी.. और मैं सिस्टम में चेंज करने वाली थी, वो मैं कर रही हूँ.. अब यह डबल फिल्टर वाला सिस्टम कहाँ से आया, हाउ डू आइ नो..."
"प्रीति तुम समझ नहीं रही हो.. जब तक हम लिमिट नहीं बढ़ाएँगे तब तक विड्रोल नहीं होगा.. और वी आर टॉकिंग 50 करोड़.. मुझे अगर इंडेफिनेट लिमिट नहीं मिलेगी तो क्या घंटा मैं कुछ करूँगा.. फिर भूल जाना तुम भी अपना कुछ हिस्सा. और सडती रहना इधर ही.." कहके भारत वहाँ से गुस्से में निकल गया
"वैसे तुम्हारे आरपीसी मॅनेजर का नाम क्या है.. मैं उससे मिला था, बट नाम पूछना ही भूल गया.." भारत ने जाते जाते पूछा
"उः.. समीर. समीर अरोरा" प्रीति के मूह से यह सुन भारत वहाँ से तेज़ी से निकला
रात के 8 बजे.. समीर का फोने रिन्ग हुआ
"हेलो"
"मिस्टर समीर.. भारत हियर.. हम उस दिन मिले थे, आदित्य के साथ"
"ओह यस.. बोलिए, मैं आपके काम में ही बिज़ी हूँ.."
"आप जानते हैं कल हमारी पार्टी है.. और 3 दिन में आपको न्यू डेबिट कार्ड्स निकालने हैं.. आइ होप एवेरितिंग विल बी ऑन टाइम"
"डोंट वरी सर.. वी आर ऑन इट.. आंड उसके लिए प्रीति ईज़ कोवोर्डिनेटिंग ऐज वेल.."
"प्रीति तो शायद आपकी आइटी इंफ़्रा में है. वो कैसे कोवोर्डैनेट कर रही है"
"नहीं.. आक्च्युयली जब तक उसका प्रोबेशन कन्फर्म नहीं होता, तब तक आइटी के साथ शी विल बी इन मल्टिपल थिंग्स ऐज वेल.. तो यह जो आपका एक छोटा प्रॉजेक्ट है, उसके आइटी से लेके कोवार्डिनेशन तक, प्रीति ही सब देख रही है.. यू डोंट वरी"
"आइम फाइन समीर.. आंड हां, वी विल बी वेरी ग्लॅड, अगर आप कल भी हमारी पार्टी में आ सकें.."
"उः... मे... आइ मीन.. ओफ़कौर्स.. श्योर, आइ विल बी देअर"
"डोंट बी तेरे समीर.. मैं आउन्गा आप को पिक करने.. आफ्टर ऑल, यू आर आ फ्रेंड आंड कोलीग.. सी यू टुमॉरो." कहके भारत ने फोन रख दिया.. समीर, सातवें आसमान पे था.. उसे समझ नहीं आ रहा था, बॅंक का क्लस्टर मॅनेजर उससे कितना इंप्रेस है.. आज तक बॅंक की कोई भी पार्टी थी, किसी भी आरपीसी मॅनेजर को इन्वाइट नहीं किया गया था, समीर पहला आरपीसी मॅनेजर था जो बॅंक की पार्टी में जा रहा था.. खुशी खुशी में वो काम छोड़ के आने वाली पार्टी की तैयारी करने लगा.. क्या पहनेगा, क्या नहीं... उसके लिए यह बहुत अच्छा मौका था, बॅंक के लोगों को इंप्रेस करके वो और बिज़्नेस ला सकता था अपने लिए..
"हाई आदि.. गुड ईव्निंग..." भारत ने आदित्य को कॉल किया
"हाई चॅंप.. टेल मी.. कल की सब तैयारियाँ हो गयी..." आदित्य ने भारत को जवाब दिया
"यस आदि.. कल मॅग्ज़िमम बिज़्नेस लाने के लिए रेडी.."
"हाहहः.. चॅंप, तुम्हारा नाम ही बिज़्नेस होना चाहिए था.. टेल मी, क्या हुआ अभी कॉल किया"
"आदि.. मैने हमारे आरपीसी मॅनेजर समीर अरोरा को भी इन्वाइट किया है कल.. होप थ्ट्स ओके"
"नो प्राब्लम भारत.. स्टेक होल्डर मॅनेज्मेंट भी एक आंगल है.. समीर ईज़ अवर वेंडर.. वेंडर खुश तो हम भी खुश.. गुड थॉट.."
"थॅंक्स आदि.. सी या टुमॉरो.. बाइ" कहके भारत ने फोन कट किया और फिर एक फोन घुमाया.. कुछ देर तक फोन पे बात करने के बाद., भारत घर के लिए निकला. आज शालिनी डाइरेक्ट जाने वाली थी घर, इसलिए भारत भी सीधा घर पहुँचा.. घर पहुँच के
"हाई डॅड.. हाउ आर यू" भारत ने राकेश से पूछा
"फाइन बेटा.. हाउ आर यू.. काफ़ी बिज़ी हो, तीन दिन से दिखे ही नहीं..." राकेश ने जवाब दिया
"हां दाद.. कल ऑफीस की पार्टी है क्लाइंट्स के साथ.. शालिनी और मोम कहाँ है"
"शालिनी शायद अपने रूम में है.. और मोम किचन में"..
"ओके डॅड..." कहके भारत निकला किचिन की तरफ.. किचन के दरवाज़े पे पहुँच के , उसकी आँखों में चमक आ गयी.. सीमी खाना बना रही थी, उसकी गान्ड भारत की तरफ थी.. सीमी की भरावदार गान्ड देख भारत के लंड में जान आने लगी.. 3 दिन से चुदाई तो छोड़ो, उसने ठीक से शालिनी और सीमी को देखा भी नहीं था... धीरे धीरे आगे बढ़ के भारत सीमी के पास पहुँचा, और धीरे से सीमी को पीछे से ही गले लगाया
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