RE: Antarvasna kahani माया की कामुकता
अगली सुबह...
"मोम, कितने बजे मिलने जाना है उस लड़की से.." भारत ने नाश्ता करते हुए कहा
'बेटा वहाँ तो शाम को जाना है.. आंड तुम अकेले नहीं, हम सब साथ में चलेंगे... वहाँ से उनके भी कुछ लोग होंगे... " सीमी ने भारत को जूस देके कहा
"ओके मोम.. थॅंक्स, सच आ स्वीट जूस... चलिए, मैं शाम को डाइरेक्ट आ जाउन्गा वहाँ.. अभी कुछ काम निपटाना है. और हां मेरी जाय्निंग अब परसो ही है.. तो कुछ फ़ॉर्माल्स भी लेने हैं मुझे.. मैं शॉपिंग करके डाइरेक्ट आउन्गा वहाँ.. ओके ना " भारत ने सीमी को एक पॅकेट पकड़ाते हुए कहा
"ओके.. बट यह क्या है.." सीमी ने पॅकेट लेके कहा
"मोम.. ओमेगा की वाच है.. आपके लिए.. जॉब मिली, उस खुशी में गिफ्ट.." भारत ने चेअर से खड़े होके कहा.. "आंड हां आज शाम को आप यही पहनना , ओके ना.. चलो बाइ नाउ" कहके भारत वहाँ से निकल गया. घर से निकल के भारत ने एक लो कॉस्ट मोबाइल और एक न्यू सिम कार्ड लिया..
"हां, मैं मिलना चाहता हूँ आपसे... ठीक है" भारत ने मेहुल से बात की और चल पड़ा उससे मिलने.. करीब एक घंटे में भारत मेहुल के पास पहुँचा
"बोलो.. इतनी जल्दी मैं क्यूँ बुलाया" मेहुल ने भारत से कहा
"कुछ नहीं.. मैं बॅंक अब परसो ही जाय्न करूँगा.. और हां यह फोन लीजिए, अब से हम इस्पे ही बात करेंगे.. मेरा न्यू नंबर भी लिख लीजिए... मेरा पुराना नंबर बंद हो गया है, और हां, जब मैं फोन करूँ तब ही बात करेंगे.. आप मुझे सामने से कॉल करेंगे तो बहुत प्राब्लम हो सकती है..."
"पर क्यूँ.." मेहुल ने जैसे ही यह कहा, एक चोर उनके पास आया और मेहुल के हाथ से उसका पुराना फोन छीन के भाग गया... मेहुल उसके पीछे काफ़ी दौड़ा लेकिन उसे वो चोर नहीं मिला
"इतना पीछे क्यूँ भागे.. फोन तो दिया है मैने, और कंप्लेंट लिखवाने मत जाना, पोलीस की नज़रों में एक बार आ गये तो फस सकते हो.. क्यूँ कि आप एक बहुत बड़े कांड में इन्वॉल्व होने वाले हो" भारत ने मेहुल से कहा
"ठीक है.. पर मुझे कॉल कब करोगे..." मेहुल ने भारत से कहा
"चिंता नही कीजिए.. जहाँ 2 साल, वहाँ बस 2 महीने और.. आपकी सब तकलीफ़ों से मैं आज़ाद कर दूँगा आपको.." भारत ने अपने ग्लासस पहेन के कहा और गाड़ी में निकल गया.. थोड़ा आगे जाके भारत को वो चोर दिखा जिसने कुछ देर पहले मेहुल का मोबाइल चुराया था
"मुन्ना... मोबाइल के साथ कुछ और भी कहा था तुझे.." भारत ने उसे कहा.. यह वोही मुन्ना था, जो भारत के लिए कॉलेज की पार्टी अरेंज कर चुका था
"हां साब.. यह लीजिए मोबाइल, और यह लीजिए सीसीटीवी का कॅमरा... इसके सब पुराने टेप्स और सब सामान ये है.." मुन्ना ने भारत को एक मोबाइल और एक बॅग पकड़ाते हुए कहा
"किसी को शक तो नहीं हुआ..." भारत ने मुन्ना को 10,000 पकड़ाते कहा
"नहीं साब.. कॅमरा निकालने से पहले मैन स्विच ऑफ कर दिया था, और इसकी जगह दूसरी कॅमरा फिट कर दिया है.. वहाँ के मालिक को पता भी नहीं चलेगा कि कॅमरा कौनसा है... पर साब इसमे खर्चा हुआ है.. सिर्फ़ 10,,000 से क्या होगा"
"तेरी लालच ही तुझे मारेगी मुना.." भारत ने 10000 और पकड़ते हुए कहा
"शुक्रिया साब.. कुछ और काम हो तो याद करना अपुन को.." कहके मुन्ना वहाँ से निकल गया
"हाई मोम.... बस 10 मिनिट्स में पहुँच रहा हूँ मैं... आइ नो मोम आइ आम लेट.. बस 10 मिन्स ओके.... बाय" कहके भारत ने फोन रखा और चल पड़ा उस लड़की को देखने जिसपे सीमी फिदा सी हो गयी थी... ऐसा क्या है उस लड़की में, ना तो वो रिच है, ना तो शी ईज़ फेमस... तो फिर मोम उसपे इतनी फ्लॅट क्यूँ हुई.. यही सब सोचते सोचते भारत बढ़ता जा रहा था उस जगह जहाँ उसे उसकी मोम ने बुलाया था.. करीब 15 मिनट में भारत वहाँ पहुँच गया.. नीचे काफ़ी सारी गाड़ियाँ खड़ी थी.
"इतनी गाड़ियाँ... मोम ने पूरे खानदान को बुलाया है... मेरी लंका लग जाएगी आज तो... " भारत खुद से कहके उपर चला गया जहाँ सब लोग उसका वेट कर रहे थे.. उपर पहुँचते ही वहाँ का नज़ारा देख के तो जैसे भारत की फट के हाथ में आ गयी... कम से कम 50 लोग थे उपर.. उसके रिलेटिव्स, लड़की वालों की तरफ से.... यह सब देख भारत को ऐसा लगा जैसे वो किसी ज़ू में आ गया है.. दूर से ही खड़े रहके उसने सीमी को तलाशने की कोशिश की, लेकिन सीमी उसे कहीं नहीं दिखी... सब लोगों की नज़र, सिर्फ़ भारत पे ही थी उस वक़्त.. आपस में काना फूसी होने लगी..
"ऊह सॉरी.. मैं शायद ग़लत जगह पे आ गया हूँ." कहके भारत जैसे ही मुड़ा, पीछे से सीमी ने आवाज़ दी
"बेटा, क्या हुआ" सीमी की आवाज़ सुन भारत पीछे मुड़ा तो सीमी उसे दिखाई दी.. सब को इग्नोर करके भारत तेज़ी से चलके सीमी के पास पहुँचा
"मोम इतने लोग.. इट वाज़ सपोज़्ड टू बी आ क्लोज़ फॅमिली अफेर राइट.. " भारत ने अपने धीमी बट तीखी आवाज़ में कहा. नज़र घुमा के भारत ने देखा तो राकेश कुछ दूरी पे किसी दूसरे आदमी से बात कर रहा था.. सब लोगों से दूर जाके भारत खड़ा हो गया और अपने मोबाइल में गेम खेलने लगा.. करीब 10 मिनट में दो लड़कियाँ एक साथ उधर आई और दो तीन लोग उठके उनके पास चले गये और उनके पास बैठ गये..
"यही लड़की होगी... एक तो क्या बात करूँगा इन सब के सामने समझ नहीं आ रहा" भारत ने खुद से कहा और वापस मोबाइल में गेम खेलने लगा.
"भारत.. बेटा आ जाओ इधर..." सीमी ने आवाज़ दी और राकेश के साथ भारत भी वहाँ चला गया... खैर, परिचय का दॉर चला और पता चला इतने लोगों में सबसे ज़्यादा रिलेटिव्स भारत के ही थे... कुछ देर बाद
"उः.. प्लीज़ डोंट माइंड... क्या हम कुछ देर अकेले में बाहर जाके बात कर सकते हैं.. " भारत ने सामने बैठी एक औरत से कहा जो शायद उस लड़की की माँ थी
"हां हां बेटे प्लीज़ जाओ.. फील कंफर्टबल" सीमी ने जवाब दिया और भारत और वो लड़की वहाँ से निकल गये.. नज़दीकी कॉफी शॉप में जाके भारत और वो लड़की बैठ गये.. भारत को समझ नहीं आ रहा था क्या बात करे... इसकी जगह कोई दूसरी होती तो भारत हॅंडल कर लेता.. पर यह लड़की दूर दूर तक भारत के टाइप की नहीं लग रही थी..
"उः.. आप कुछ लेंगी.. आइ मीन कॉफी ओर सम्तिंग.. वेट... 2 कॉफीस प्लीज़ कप्पूसिनो" भारत ने पास खड़े वेटर से कहा बिना उस लड़की के जवाब को सुनते हुए
"आपका नाम क्या है.. " भारत ने फाइनली सही तरीके से उस लड़की से पूछा
"दीपा.." उस लड़की ने अपनी सहमी हुई आवाज़ में कहा... कुछ देर तक दोनो ने कुछ बात चीत की.. जब उनके जाने का समय हुआ, तब भारत ने कहा
"दीपा.. आइ आम सॉरी, बट तुम्हारे लिए यह जानना बहुत ज़रूरी है.. मेरा एक पास्ट है... और मैं अब तक उस लड़की को भूल नहीं पाया हूँ.. हां यह सही है के शायद मैं कभी उसे फिर से ना मिल पाऊ, बट क्यूँ कि तुम शायद यह सोच रही हो के हम साथ में लाइफ स्पेंड करेंगे, तुम्हारे लिए यह जानना बहुत ज़रूरी है.." भारत ने एक साँस में सब बोल दिया.. वो जानता था कि यह सुनने के बाद कोई भी लड़की उसे मना कर देगी.. और वोई तो भारत चाहता था.. भारत की यह बात सुनके दीपा ने कुछ जवाब नहीं दिया.. उसके चेहरे पे कोई एक्सप्रेशन नहीं.. वो बस उसकी बात सुनके "ओके" कहके आगे बढ़ गयी
"व्हाट नॉनसेन्स.... सिर्फ़ ओके..." कहके भारत ने बिल भरा और वो दोनो फिर उसी जगह पहुँचे जहाँ सब उनका वेट कर रहे थे.... वहाँ पहुँचते ही दीपा को लेने एक लड़की आई.. उस लड़की को देख भारत ने सोचा
"यह लड़की कौन है यार.. कमाल की है... इसके चुचे तो उफ़फ्फ़ !!!!" भारत की इस सोच में सीमी के आवाज़ से खलल पड़ा
"तो बेटा..क्या सोचा तुमने" सीमी ने पास आके भारत से धीरे से पूछा
"किसके बारे में मोम.. आइ मीन, क्या एक घंटे में जवाब एक्सपेक्ट करते हो... थोड़ा टाइम दीजिए मुझे सोचने के लिए... आंड हां, सब से पहले आप वो दीपा से जवाब माँगना... फिर मैं जवाब दूँगा.. ओके... चलिए,आइ गॉट टू गो नाउ..." कहके भारत वहाँ से निकला और 5 मिनट में उसके पीछे राकेश और सीमी भी आ गये....
"भारत.. यह उम्मीद नहीं है मुझे तुमसे ओके.. आंड अगर किसी की इज़्ज़त नहीं कर सकते तो कम से कम बेइज़्ज़ती तो मत करो.. सब लोग क्या सोच रहे होंगे हाँ" सीमी बाहर आके भारत पे चिल्लाने लगी
"मोम चिल ओके.. आपने कहा था यहाँ कुछ लोग ही होंगे.. तो फिर यह सर्कस कैसी थी.. इतने सारे लोग, आइ मीन मेरी शादी की बात हो रही थी या राजश्री वाले फॅमिली मूवी बनाने आए थे" भारत ने गुस्से में कहा.. इस बात का जवाब दिए बिना सीमी फिर उपर चली गयी और भारत वहाँ से निकल गया... वहाँ से निकल के भारत ने प्रीति को फोन किया और उसे मिलने के लिए बुलाया.. करीब आधे घंटे में प्रीति और भारत मिले
"सो चॅंप.. कैसी थी लड़की" प्रीति ने भारत से कहा
"फर्गेट हर.. अगर वो मुझसे शादी करने के लिए हां बोलेगी तो मतलब शी विल बी इन बिग ट्रबल.. यू नो हाउ टफ आइ कॅन बी हाँ.. आंड मैने उसे सब बता दिया है निधि के बारे में.. अगर वो शादी करेगी तो निधि कहाँ जाएगी फिर.. आइ नो वो ना ही बोलने वाली है.. एनीवेस, तुम्हारी जॉब का क्या हुआ.. मैने पता लगाया है, जिस बॅंक में मैं जा रहा हूँ, वहाँ का जो क्रेडिट का काम है वो आउटसोर्स्ड है एक लोकल टेक कंपनी में. तुम वहाँ जॉब के लिए क्यूँ ट्राइ नहीं करती" भारत ने प्रीति से कहा
"हां करती हूँ यार.. बट कहीं से जवाब ही नहीं आ रहा... एनीवेस, तुम मुझे एसएमएस करो वहाँ की डीटेल्स, आइ विल ट्राइ.." प्रीति ने भारत से कहा और दोनो बातों में लग गये. करीब आधे घंटे में प्रीति ने भारत से कहा उसे कहीं ड्रॉप करने के लिए.. जैसे ही प्रीति भारत की कार में गयी, उसकी नज़र पीछे पड़े एक प्लास्टिक बॅग पे गयी
|