RE: Antarvasna kahani माया की कामुकता
"आआहहमम्म्ममम.... तू मज़े ले ना मेरी रानी अहहहहाः.... अहहहहहाः...... थप्प ठप्प्प्प ठप्प्प्प तःप्प्प्प... अहहहहाः उम्म्म्म एआष्ह अहहहहहहा... ओह माइ गॉड अहहहहहहहहा यआःहाः यहहहा. और ज़ोर से चोद भारत अजहाहहहहा..." रूबी के कमरे में इन आवाज़ों के अलावा कुछ सुनाई नही दे रहा था... ऐसा लग रहा था कि कोई पॉर्न मूवी चल रही हो.. पॉर्न मूवी भी इतनी लंबी नहीं चलती... इन दोनो के जिस्म की प्यास एक घंटे तक भी नहीं भुजी थी.. यह प्यास बस बढ़ती जा रही थी... यही है जिस्म की माया....
चुदाई करते करते, रूबी ने यका यक, भारत के लंड को अपनी चूत से निकाल दिया और बेड पे खड़ी हो गयी... जब तक भारत कुछ बोलता, तब तक रूबी बेड पे फिर लेट गयी लेकिन इस बार पीठ के बल और अपनी दोनो टाँगों को मोड़ दिया, जिससे उसकी चूत और गान्ड हवा में आ गये.. रूबी ने अपना एक हाथ अपनी गान्ड पे रखा और चूत को हल्का सा खोल दिया.. यह देख भारत भी रूबी के पास गया और अपनी दोनो टाँगें खोल के अपने लंड को रूबी की चूत में घुसाने लगा.. ऐसी पोज़िशन में चुदाई शायद ही किसी ने देखी हो...
"आहहहहहाहा एआहहहहहः इट्स फक्किंग हार्ड अहहहहा... हननणना और दे ना आज़ज्जजज्जजाजा... मेरा राजजज्जज्जजज्ज्ज्ज्ज जीिइईईईईई और चोदो मुझे अहहहहहहा...." रूबी चुदाई में पागल सी हो गयी थी...
"आहहहहा मेरी रंडी अहहहहहा.. यह पोज़िशन कहाँ अहहहहहहहहा देखी तूने ओह अहहहहाहहहा...." भारत खड़े खड़े ही उपर नीचे होके धक्के मार रहा था....
"अहहहहाहाः पॉर्न सिर्फ़ तू ही नहीं अहहहहहाः देखता अहहहहहहः मेरे राजाजा अहहहहहहहः. मैं आ रही हूँ अहहहहहहहाहा.. और चोद ना अहहहहाहा मैं गयी अहाआहहा...ओह माइ गोद्द्द्दद्ड अहहहहहहहहाआ......."
"आआहहहहहाअ मैं भी आ रहा हूँ अहहहहहहहाहा.. यह मैं गयया ाओफफूऊऊऊओ....." कहके भारत और रूबी दोनो एक साथ झड़ने लगे.... उन दोनो का पानी दोनो के शरीर से होके पूरी चादर पे बहने लगा था... पूरे रूम में सिर्फ़ पसीने और उनके स्पर्म्ज़ की एक महक आ रही थी... जैसे ही दोनो अलग हुए...
"क्ञॉकककककक क्ञॉकककक....." रूबी के कमरे पे किसी ने दस्तक दी
"ओह शिट... कौन होगा...." रूबी ने दरवाज़े पे दस्तक सुन के भारत से कहा... भारत ने उसे शांत रहने का इशारा किया और बेड से उठ के अपने कपड़े लिए और रूबी के हाथ में उसके कपड़े फेंके, जिसे पकड़ के रूबी अपने कपड़े पहनने लगी... भारत ने जल्दी से बेड पे बिछी हुई बेड शीट उतार दी और अपने कपड़ों के साथ बाथरूम में घुस गया... भारत का इशारा पाते ही रूबी दरवाज़ा खोलने गयी और सामने शालिनी को खड़ी हुई पाया...
"शालिनी तुम... इतनी रात को.. कम इन प्लीज़" रूबी ने दरवाज़े के सामने से हट के कहा..
"रूबी.. भारत इधर है क्या... काफ़ी देर हो गयी, वो ना ही अपना कॉल उठा रहा है, ना ही कोई मसेज किया है.." शालिनी ने चिंतित होते हुए रूबी से कहा.. इससे पहले रूबी कुछ जवाब देती, सामने से उसे जवाब मिला
"हां मैं इधर ही हूँ डियर... क्यूँ चिंता कर रही है... वॉशरूम में था... अभी थोड़ी देर पहले रूबी और मैं तेरे कल के इंटरव्यू के बारे में बात कर रहे थे.. कल आइ वान्ट यू टू क्रॅक इट... मैं नहीं चाहता मेरी जान किसी भी चीज़ में पीछे हो समझी... चल नाउ गिव मी आ डार्लिंग हग ओके..." कहके भारत ने शालिनी को कस के गले लगाया और उसकी पीठ से रूबी को कुछ इशारे में बोल रहा था... कुछ सेकेंड्स में जब शालिनी अलग हुई
"अछा सुन अब.. मैं जाता हूँ मेरे रूम में... तू और रूबी एक साथ ही रहो आज की रात, दोपहर का इंटरव्यू है... रूबी, तू इसकी मदद कर, आंड जो भी करना पड़े वो कर, बस इसका इंटरव्यू क्रॅक होना चाहिए , ओके ना.." भारत ने रूबी को देख कहा
"डोंट वरी भारत.. मैं कोशिश करूँगी..." रूबी ने शालिनी के कंधे पकड़ के कहा
"थॅंक्स गाइस... वैसे भारत, तुम इधर इतनी रात को..." शालिनी ने धीमी सी आवाज़ में पूछा... शालिनी का यह सवाल सुनके रूबी झेंप गयी और मन ही मन में कुछ सोचने लगी.. पर भारत, झूठ की फॅक्टरी से बना हुआ इंसान.. उसे बिल्कुल वक़्त नही लगा झूठा जवाब बनाने में
"ऐसे ही डार्लिंग... मुझे सिगरेट पीने की दिल थी, तेरी नींद नहीं खराब करना चाहता था, इसलिए यहाँ आ गया. राहुल भी बाहर है.." भारत ने अपने जेब से सिगरेट निकाल के कहा
"नींद ही नहीं आ रही यार... मेरे बाप की वजह से क्या कुछ सहना पड़ रहा है.. एनीवेस, चल तू रूम में जा अपने, मैं और रूबी यहीं रह के इंटरव्यू की प्रेपरेशन करेंगे.." शालिनी ने भारत से कहा और एक नज़र रूबी पे भी मारी..
"ओके बेब.. चल बाय.. कल मिलते हैं.." कहके भारत अपने रूम में गया. अपने रूम में जाके भारत चेंज करने लगा और सोचने लगा आगे के बारे में...
"रूबी रूबी... बस एक बार यूएस पहुँचने दे.. फिर मेरे और पैसों के बीच में कोई नहीं आ पाएगा... शादी.. हुह......" भारत खुद से बोलने लगा और सो गया..
भारत तो सो गया, लेकिन उसने तीन लोगों की नींद खराब कर रखी थी, या यूँ कहा जाए कि भारत एक साथ तीन लोगों के साथ खेल रहा था..
शालिनी, जो अंधों की तरह भारत पे विश्वास कर रही थी.. उसे अंदाज़ा भी नहीं था कि यह सब जो हुआ है भारत की वजह से हुआ है.. उसे बिल्कुल पता नहीं था कि भारत ने उसके बाप से क्या कहा है. शालिनी ने अपने बाप को मसेज कर दिया कि वो शादी के लिए तैयार है पर वो सिर्फ़ इंटरव्यू के बाद ही जाएगी देल्ही लड़का देखने
रूबी, जिसका दिमाग़ तो उसे रोक रहा था भारत पे विश्वास करने को पर दिल नहीं मान रहा था.. भारत अगर ग़लत होता तो फिर मुझे यूएस क्यूँ ले जाता.. सिर्फ़ यह बात ही थी जो रूबी के दिल पे छाई हुई थी. भारत की सिर्फ़ इसी बात ने रूबी को जीत लिया था.. लेकिन यह तो बस शुरुआत थी, वो यह नहीं जानती थी कि भारत रूबी को किस तरह इस्तेमाल करने का सोच रहा है
भार्गव, बस यह सोच रहा था, कि सही में भारत डेलीट कर देगा वो क्लिप या नहीं.. उसके और शालिनी की क्लिप की वजह से भार्गव अपना दिमाग़ लगा ही नहीं पा रहा था और वो बस उसके इशारों पे नाच रहा था.. कॉलेज डीन का प्रबल दावेदार, भार्गव ने कभी नहीं सोचा था कि उसके साथ ऐसा कुछ होगा..
उस रात करीब 4 बजे तक कॉलेज के करेंट डीन और भार्गव की मीटिंग चली.. आख़िर प्लेसमेंट चेंज करना इतना आसान काम नहीं है.. भार्गव ने अपनी पूरी दिमागी ताक़त लगाई और कॉलेज के डीन को कन्विन्स किया इस बारे में... कॉलेज का डीन मान तो गया लेकिन बस उसके एक सवाल ने भार्गव को पसीना पसीना कर दिया
"भार्गव.. इन सब में तुम इतने पर्सनल क्यूँ हो रहे हो... कॉलेज की जवाबदारी है किसी को प्लेसमेंट दिलाने की. पर यह सब बदलाव, उपर से सब को प्लेसमेंट अपनी मर्ज़ी से चाहिए.. यह तीन स्टूडेंट्स, भारत, रूबी और शालिनी.. इन सब में तुम्हारी दिलचस्पी क्या है.. और जहाँ तक मेरा ख़याल है, भारत और सिद्धार्थ का रिज़ल्ट तो जीएस ही देगा.. उसमे तुम क्यूँ इतना ज़ोर लगा रहे हो कि वो जॉब भारत को ही मिले.. उपर से शालिनी जो ग्रेड्स के मामले में काफ़ी पीछे हैं, उसे पहले जीएस ने सेलेक्ट किया, अब वो आना नहीं चाहती.. और रूबी. वो तो ब्राइट स्टूडेंट है.. उसे खुद इतनी चिंता नहीं है, तो तुम क्यूँ इतना पर्सनल इंटेरेस्ट ले रहे हो..."
डीन के इस सवाल से भार्गव झेंप गया.. भार्गव के पास शब्द नहीं थे.. वो तो बस अपनी इज़्ज़त और पोज़िशन के लिए भारत की उंगलियों पे नाच रहा था... भार्गव को यूँ खामोश देख डीन ने फिर कहा
"भार्गव.. माइक को तुम कन्विन्स करोगे, उसमे कॉलेज का इंटरवेन्षन नहीं रहेगा.. कॉलेज की तरफ से तुम्हे गो अहेड है तुम जो चाहो करो.. तरीका तुम सोचो.. लेकिन बस इस बात का ख़याल रहे, अगर माइक कन्विन्स नहीं हुआ, तो सेलेक्टेड स्टूडेंट्स पे भी इसका असर दिख सकता है, साथ ही साथ कॉलेज की रेप्युटेशन खराब हो सकती है.. और तुम्हारे नेक्स्ट डीन बनने के चान्सस भी कम हो सकते हैं... गुड नाइट नाउ...
अगली सुबह रूबी और शालिनी काफ़ी तैयारियों में लगे हुए थे इंटरव्यू के लिए.. कपड़ों से लेके शालिनी के चलने के तरीके तक.. वो क्या बोले, क्या नहीं.. रूबी ने उस हर बात के लिए तैयार किया.. उधर भार्गव ने माइक के साथ और गोल्ड्मन की एचआर एग्ज़िक्युटिव के साथ मीटिंग फिक्स की... मीटिंग शुरू हुई और करीब आधे घंटे में काफ़ी डिस्कशन हुआ..
"लिसन मिस्टर भार्गव.. आइ कन्नोट अंडरस्टॅंड दा चेंजस यू आर प्रपोज़िंग.. शालिनी वाज़ ऑलरेडी सेलेक्टेड... देन इफ़ शी ईज़ नोट रेडी फॉर इट नाउ, थ्ट्स फाइन.. बट व्हाई डू वी रीप्लेस हर विद सम अनदर स्टूडेंट.." भार्गव के सामने बैठी गोल्ड्मन की एचआर एक्स ने कहा.. माइक भी इस प्रपोज़ल से खुश नहीं लग रहा था.. शालिनी के बारे में जो उसने सोच रखा था, वो अब नहीं हो पाएगा...
" आइ अंडरस्टॅंड शॅरन... ईवन इफ़ यू डोंट सेलेक्ट, यू नीड टू हाइयर अनदर स्टूडेंट फ्रॉम एनी अदर कॅंपस ऐज वेल.. सो आइ जस्ट रिक्वेस्ट यू टू प्लीज़ कन्सिडर माइ प्रपोज़ल.. इफ़ यू डोंट फाइंड दिस अदर स्टूडेंट स्मार्ट एनफ, देन टेक माइ वर्ड.. जीएस ईज़ फ्री टू हाइयर फ्रॉम एनी अदर कॅंपस.. नो स्टूडेंट फ्रॉम दिस कॅंपस इन युवर कंपनी.." भार्गव ने एक जुआ लगाया
"मिस्टर भार्गव बी श्योर अबाउट दिस.. देअर आर टू स्टूडेंट्स ऑलरेडी इन कंटेन्षन फॉर इनवेस्टमेंट बॅंकर स्पॉट.. सिद्धार्ता आंड भारत.. इफ़ युवर रीप्लेस्मेंट फॉर शालिनी ईज़ नोट फिट एनफ, देन वन ऑफ दीज़ टू ऑल्सो विल सफर..." शॅरन, एचआर की बंदी ने भार्गव से कहा
"आइ आम इन शॅरन.. माइक यू फाइन विद दिस..." भार्गव ने अपनी छाती चौड़ी करके कहा
"वी आर ओके विद दिस... आंड देअर आर टू थिंग्स यू शुड नो अबाउट दिस नाउ... फर्स्ट, वी आर प्रेटी शॉर्ट ऑन टाइम.. वी नीड दा स्टूडेंट राइट नाउ फॉर इंटरव्यू.. टेल हर इन 15 मिन्स दट शी शुड बी रेडी फॉर इंटरव्यू... सेकेंड, जीएस ईज़ फाइन विद भारत आंड सिद्धार्ता बोथ.. हाउ-एवर बीयिंग दा फंक्षनल हेड आइ रेकमेंड भारत फॉर दिस पोस्ट.. बट माइ कोलीग हियर, शॅरन, शी ऑप्ट्स फॉर सिद्धार्ता.. वी हॅव रीच्ड ऑन आ म्यूचुयल कंक्लूषन... वी नीड दा कॉलेज कन्सेंट ऐज टू हू शुड वी सेलेक्ट... वी नीड युवर रेकमेंडेशन... यू टेक एनी क्राइटीरिया आंड फिल्टर दा रिज़ल्ट्स फॉर यूएस. ओफ़कौर्स विद डीन'स लेटर साइंड ड्यूली बाइ हिम.. ईज़ दट क्लियर ? " माइक ने सब एक साँस में उसे कहा
भार्गव की गान्ड फटने लगी थी.. एक तो वो श्योर नहीं था कि रूबी 15 मिनट में आ पाएगी कि नहीं इंटरव्यू के लिए.. और दूसरी बात, उसे फिर डीन के पास जाना पड़ेगा कन्विन्स करने के लिए कि भारत को रेकमेंड करे..
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