Porn Hindi Kahani रश्मि एक सेक्स मशीन
12-10-2018, 02:40 PM,
RE: Porn Hindi Kahani रश्मि एक सेक्स मशीन
रश्मि एक सेक्स मशीन पार्ट -75 

गतान्क से आगे... 

दोनो अपनी भाषा मे कुच्छ कह कर हंस रहे थे. दोनो हबशियों का लंड ऐसा लग रहा था मानो आज हम को मार कर ही दम लेने वाले हैं. मेरे साथ वाला हंसते हुए और बुरा लगता था. उसने मुझे दिशा की बगल मे चौपाया बनाया. 



ब्लॅक ने मेरी योनि को अपनी उंगलियों से चौड़ा किया. मैने एक नज़र दिशा पर डाली. दिशा की आँखें उल्टी हुई थी और उसका मुँह खुला हुआ था. मैने देखा की मिचेल का लंड तीन चौथाई उसकी योनि मे घुस चुक्का था. मिचेल बहुत ही आराम से एक एक इंच करके अपने लंड को उसकी योनि मे सरकता जा रहा था. 



तभी ब्लॅक के सूपदे का स्पर्श अपने नितंबों के बीच पाकर मैं अपनी आँखें बंद कर और अपने जबड़ों को भींच कर अपनी बारी का इंतेज़ार करने लगी, जैसे ही उसके लंड ने मेरी योनि को च्छुआ “हा” की आवाज़ मेरे मुँह से निकली और मैं उसके अगली हरकत के बारे मे सोच कर सिहर उठी. 



तभी ब्लॅक ने अपनी उंगलियों से मेरी योनि की फांको को फैला कर उसके बीच अपने लंड को फँसा कर मेरी कमर को अपने दोनो हाथों से थामा और एक झटके से अपनी कमर को आगे की ओर धकेला. उसके लंड ने एक ज़ोर की चोट मेरी योनि पर किया. मेरे मुँह से एक “आअहह” निकल गयी मगर उसका लंड आगे बढ़ने मे नाकामयाब होकर वो नीचे की ओर फिसल गया. 



ब्लॅक ने वापस अपनी दोनो हथेलियों की दो-दो मोटी मोटी उंगलियाँ मेरी चूत मे डाल कर उन्हे मेरे योनि रस से भिगो लिया और उन उंगलियों से वो चिकना रस कुच्छ अपने लंड पर और कुच्छ मेरी चूत के होंठों पर लगा दिया. उसने अपनी हथेली पर थूक कर उससे भी अपने लंड को गीला किया. 



उसने अपनी उंगलियों से मेरी क्लाइटॉरिस को छेड़ना शुरू किया तो मेरे बदन मे करेंट सा दौड़ने लगा. पूरे बदन मे सेक्स की आग सी लग गयी थी. वो जितना मेरे क्लाइटॉरिस को छेड़ता जाता मेरे बदन मे सेक्स की भूख उतनी ही बढ़ती जा रही थी. मैं पूरी तरह सेक्स मे पागल हो रही थी. मेरी चूत मे एक अजीब से सिहरन हो रही थी. लग रहा था बस कोई मेरी योनि को रगड़ रगड़ कर मेरी खुजली को शांत कर दे. 



“आआआअहह….एम्म….ऊऊऊ…..” मैं जो अब तक दर्द से छॅट्पाटा रही थी अब उत्तेजना से छॅट्पाटेने लगी. 



“ऊऊओह….फुउककककक…..मीईए…..फुक्ककककक….मीईए……हाआअर्द” मैं उत्तेजना मे पागल हो रही थी. 



उसे मेरी हालत देख कर मज़ा आ रहा था. वो और भी तेज़ी से मेरी क्लाइटॉरिस को मसल्ने लगा. मैं उसके हाथ को वहाँ से हटाना चाहती थी मगर उसके आगे मेरी क्या चलती. मुझे पूरी तरह उत्तेजित कर वो वापस मेरी योनि को चौड़ा कर उसके मुँह पर अपने लंड को सेट कर एक ज़ोर दार धक्का मारा. 



“ आआअहह……माआआ……माआर गइईए….” एक दर्द भरी चीख मेरे होंठों से निकली और मैं भरभरा कर कालीन पर गिर गयी. कोई कितना भी उत्तेजित हो लेकिन जब उसे किसी आरी से काटा जाता है तब वो उस दर्द के आगे सब भूल जाता है. कुच्छ वैसी हालत मेरी भी थी. 



ब्लॅक ने मेरे कमर के इर्दगिर्द अपनी बाँहों का घेरा डाला और मुझे कमर से पकड़ कर उपने लिंग से हटने नही दिया. मेरी कमर उसके लंड से सटी हुई थी और बाकी का पूरा बदन नीचे कालीन पर पसरा हुया था. मैने सोफे से एक कुशन खींच कर अपने सिर के नीचे दबा रखा था. मेरा चेहरा कुशन मे घुसा हुआ था और मैने अपनी योनि से उठ रहे दर्द को बर्दास्त करने के लिए उस कुशन को अपने दाँतों से भींच रखा था. 



मैने अपनी एक हथेली को उसके लंड पर लगा कर स्थिति का जाएजा लिया तो पाया कि अभी उसके लंड के उपर का सूपड़ा ही अंदर घुस पाया है. मैने महसूस किया कि मेरी योनि का मुँह और दीवारें बड़े ही ख़तरनाक हद तक फैल चुकी थी. पता नही नीग्रो महिलयाएँ इनके लंड को किस तरह झेलती होंगी मगर हम नाज़ुक भारतिया महिलाओं के लिए तो चूत का भरता बनवाने से कम काम नही था. 



मेरी बगल मे दिशा भी लूटी पिटी हालत मे बेजान सी कालीन पर पसरी हुई थी. मिचेल पूरे जोश से उसकी चूत मे अपने मूसल लंड से ठोक रहा था. दिशा के चेहरे पर दर्द की रेखाएँ सॉफ दिख रही थी. इस तरह का संभोग हम औरतों के लिए तो किसी रेप से कम नही होता है. इसमे सिर्फ़ मर्द एंजाय करता है और हमारे लिए नीचे पड़े पड़े अपने बदन की दुर्गति बनवाने के अलावा कुच्छ नही बचता है. 



मिचेल पूरे जोश के साथ दिशा की चूत मे धक्के लगा रहा था. दिशा के मुँह से “ आअहह….आआहह…एम्म्म..आआ…न्‍न्‍णणन्” जैसी दर्द भरी सिसकारियाँ निकल रही थी. 



ब्लॅक ने भी धीरे धीरे अपने लिंग को मेरी योनि के अंदर सरकाना शुरू कर दिया. उसके लंड का आकार इतना बड़ा था की मेरी योनि के अंदर की दीवारों को बुरी तरह रगड़ता हुया वो एक एक मिल्लिमेटेर बड़ी मुश्किल से आगे सरक पा रहा था. हर धक्के के साथ उसका लंड मेरी योनि मे अपना रास्ता बनाता हुया कुच्छ अंदर सरक जाता. 



लगभग एक चौथाई लंड अंदर डालने के बाद वो रुका. फिर उसने अपने लंड को बाहर खींचना शुरू किया तो ऐसा लगा मानो मेरी कोख को भी अपने साथ हो बाहर खींच लेगा. मैं दर्द से च्चटपटा उठी. 



“ अयाया…. ब्लॅक…..डियर….प्लीईएसए….प्ल्ीआसए गूऊ स्लूव्व…….प्लीईआसीए आह दीएआर ….. लिट्टली मोर टेंडरलीयी…..ऊऊओह माआ…..ौउुउउ आआर….गूऊंग तूओ तीएआर मईए इंटो हाअलफ……वित थाआत पोले ऊफ़ यूऔरर्स” मैने अपनी एक हथेली उसके सीने पर रख कर उसे धीरे धीरे करने को कहा. 



“ यू…..लाइक….मी….टूल?” ब्लॅक ने मुझसे पूछा. 



“ईएआआह….बट…बट इट ईईईीीसस टूऊ बीईईइग…..टूऊओ हुगी. इट इस गोननाअ कीईल्ल्ल मीई” मैने उसे अपनी तकलीफ़ बताई. 



उसका लंड लगभग बाहर निकल आया था सिर्फ़ उसके आगे का टोपा ही अब मेरी योनि के अंदर फँसा हुआ था. उसने वापस मेरी क्लाइटॉरिस को छेड़ना शुरू किया. 



“ नूऊओ….ब्लाअक्क…..नूऊ…..ंूओत तेरे…..” मैने उसकी उंगलियों को वहाँ से हटाने की एक और असफल कोशिश की मगर वो तो मुझे सेक्स मे पागल कर देना चाहता था जिससे मैं उसके उस तगड़े लंड की अभ्यस्त हो जाऊ.



तभी उन्हों ने पूरी ताक़त से एक ज़ोर दार झटका मारा तो मैं दर्द से लगभग रोने लगी. 



“आआअहह….” मैं चीख उठी थी, “माआआ……आआआआः……..हाााई माअर गइईए………” 



मैने उसके लंड को अपनी उंगलियों से छ्छूना चाहा तो पाया कि उसका लंड लगभग जड़ तक मेरी योनि के अंदर घुस चुक्का था. उसकी झाँते मेरे काम रस से भीगी हुई थी. वो उसी अवस्था मे कुच्छ देर तक रुका जिससे मैं उसके उस मोटे खंबे समान लंड की अभ्यस्त हो जाऊ. 



मेरा पूरा बदन झटके खा रहा था. मैं उसकी पकड़ से निकल जाना चाहती थी. मगर मैं उसकी मजबूत पकड़ से छ्छूटना तो दूर हिल भी नही पा रही थी.



अब तक सब कुच्छ डीहरे धीरे चल रहा था इसलिए मैं बदन मे उठते हुए दर्द को सह पाने मे समर्थ थी. वो लगता है औरतो के साथ संभोग करने मे एक्सपर्ट था इसलिए उसने मेरी योनि मे इतनी आग लगा दी थी की मैं अपने बदन मे उठ रहे दर्द की परवाह किए बिना उससे चुदवाने के लिए तैयार थी. उस वक़्त तो मेरी हालत ये थी की वो मेरी चुदाई के बदले अगर मेरे जिस्म की बोटी बोटी भी नोच देता तो भी मैं उफ्फ नही करती. 



उसने मेरी कमर को पकड़ कर अब धक्के देना शुरू कर दिया. उसके धक्कों की रफ़्तार धीरे धीरे बढ़ती जा रही थी. मैं उसके साथ संभोग करते हुए अपने सिर को बुरी तरह झटक रही थी. मेरी आँखों के आगे एक ढुंधह सी च्छा रही थी. मेरा बदन अचानक एन्थ्ने लगा और कुच्छ ही धक्कों मे मेरी योनि के भीतर रस की बरसात हो गयी. 



मेरा बदन झड़ने के बाद एक दम ढीला पद गया. मुझे आस्स पास कुच्छ भी नही दिख रहा था. लेकिन उसकी रफ़्तार बढ़ती ही जा रही थी. काफ़ी देर तक संभोग करवाने के बाद मैं नॉर्मल होने लगी. वापस मेरे जिस्म मे उत्तेजना फैलने लगी. अब दर्द भी कम हो चुक्का था. मुझे उसी पोज़ मे लगभग पंद्रह मिनिट तक चोद्ता रहा. 



काफ़ी देर बाद जब मैं नॉर्मल हुई तो मैने देखा कि मेरी बगल मे मिचेल नीचे कालीन पर पसरा हुया है और दिशा उसके लिंग पर चढ़ाई कर रही थी. वो मिचेल के लिंग पर उपर नीचे हो रही थी. उसकी हथेलिया मिचेल के सीने पर टिकी हुई थी. उसका चेहरा अब उत्तेजना मे तमतमा रहा था. जिससे लगता था कि अब वो मिचेल के उस बेस बॉल के बॅट जैसे लंड को लेने की अभ्यस्त हो चली थी. तभी वो चीखने लगी, 



“आआअहह…..फुउूउक्क….मीई….फुऊूक्ककक मीई हाआऐययईईईईई….आआआहह… क्य्ाआअ…..लुउउन्ड हाईईईई….. आअज्ज टूऊओ गलीई सी हिी निक्ाअल कार मानेगाआ… आज कीए बाद…भूसदाअ बान जाईगाआ…. ऊऊऊहह मिईियचीईएल्ल्ल्ल्ल…..ईईइ आमम्म कूम्म्म्मिईईईंगग…….” और वो झड़ने लगी. मिचेल ने अपनी कमर कालीन से एक फुट उपर उठा दी और दिशा के दोनो स्तनो को अपनी काली मोटी उंगलियों मे दबोच कर इतनी बुरी तरह मसल्ने लगा कि दोनो स्तन सुर्ख लाल हो गये. वो भी दिशा के साथ ही झाड़ गया. 



ब्लॅक ने मुझे किसी गुड़िया की तरह उठा कर कालीन पर पीठ के बल पटक दिया और मेरे दोनो टाँगों को अपने हाथों से थाम कर छत की ओर उठा दिया. मैने अपने हाथों से सोफे के पयों को पकड़ लिया. 



मुझे उस हालत मे थाम कर मेरी योनि के मुँह पर अपने लंड को सटा कर एक ही धक्के मे अपने पूरे लंड को अंदर पेल दिया. मैने अपनी टाँगों को जितना हो सकता था फैला दिया था. 



“आआआआहह…..क्य्ाआ करती हूऊऊ……..यूऔू आअरए गोयिंग तूओ किल्ल मीई” मैं दर्द से चीखते हुए उसके सीने पर मुक्के बरसाने लगी. मगर उस दैत्य के बदन पर तो वो फूलों सरीखे लग रहे थे. वो हंस रहा था और मेरी योनि को फाड़ डालने के लिए धक्के पर धक्के लगाता जा रहा था. मैं अपने बदन को राहत देने के लिए उसके अत्याचार से च्छुतकारा पाने के लिए च्चटपटाना चाहती थी मगर मेरी ये कोशिश उसे कुच्छ और इशारा कर रही थी. 



वो समझ रहा था कि मई उत्तेजना मे कसमसा रही हूँ. वो और जोश से मेरी योनि को रोन्दने लगता. मैने अपने आप को उपर वाले के हवाले छ्चोड़ दिया. जब बचने की कोई उम्मीद नही दिखी तो मैने अपने बदन को ढीला छ्चोड़ दिया. जिससे तूफान आकर गुजर जाए. 


क्रमशः............
Reply


Messages In This Thread
RE: Porn Hindi Kahani रश्मि एक सेक्स मशीन - by sexstories - 12-10-2018, 02:40 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,526,142 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 547,172 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,242,637 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 939,438 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,668,482 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,093,619 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,972,431 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 14,126,130 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 4,058,422 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 287,307 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 3 Guest(s)