RE: Indian Sex Story ब्रा वाली दुकान
फिर मैंने लैला मैम को ऐसे ही उठाकर 2 कदम गड्ढे की दीवार की तरफ बढ़ाए और फिर गड्ढे दीवार पर पैर रखकर एक जोरदार उछाल लगाई जिससे लैला मैम मेरी गोद में ही ऊपर उठती चली गईं और जिससे मेरी महज नीचे वाली टांग पानी में रह गई तो मैंने पीछे की ओर अपना वजन डाल दिया जिससे लैला मैम और हवा में उड़ते हुए वापस पानी में आ गई, और इस दौरान लैला मैम ने मुझे गिर जाने के डर से कसकर पकड़ लिया था। हम दोनों वापस पानी में आकर गिरे और फिर पानी की गहराई तक गए तो लैला मैम ने मुझे छोड़ कर अपने हाथ पांव मारे और तैरती हुईं ट्यूबवेल के पाइप की तरफ जाने लगीं, इस स्थिति में लैला मैम का पहले पेट मेरे चेहरे से होता हुआ गुज़रा और फिर उनकी चूत और उसके बाद उनके पैर मेरे चेहरे पर लगते हुए गुजर गये जब लैला मैम की चूत मेरे चेहरे के बिल्कुल ऊपर हुई तो मैंने हाथ बढ़ा कर उनका वह दुपट्टा पकड़ लिया था जिसे उन्होंने अपनी पैन्टी के ऊपर से बांध रखा था। दुपट्टा बहुत ज़्यादा मजबूती से नहीं बांधा गया था इसलिए वह तुरंत ही खुल गया और मेरे हाथ में आ गया। ट्यूबवेल के पाइप के पास जाकर लैला मैम जब पानी से बाहर निकली और मेरी तरफ देखा तो उनका दुपट्टा मेरे हाथ में लहरा रहा था, मेरे हाथ में दुपट्टा देखकर लैला मैम ने बनावटी गुस्सा व्यक्त किया और बोलीं यह क्या हरकत है ??? जबकि वह इस बात से गुस्से का इजहार कर बोल रही थीं मगर उनके चेहरे पर खुशी भी काफी थी। और मैं जानता था कि लैला मैम को शरीर के साथ मेरी छेड़छाड़ उन्हें अच्छी लग रही है।
लैला मैम की बात पर मैंने मुस्कुराते हुए कहा कुछ नहीं मैम, बस ऐसे ही यह दुपट्टा आपके शरीर पर अच्छा नहीं लग रहा था, आपकी सुंदरता को छिपा रहा था इसलिए मैंने उसे उतार दिया। मेरी बात सुनकर लैला मैम बोलीं ऐसे तो तुम्हारा अंडर वेअर भी तुम्हारे सौंदर्य को छिपा रहा है। उनकी यह बात सुनकर मैंने तुरंत कहा तो कोई बात नहीं आप उतार दें मेरा अंडर वेअर। मेरी बात सुनकर लैला मैम मुस्कुराई और बोलीं, नहीं मुझे उसकी कोई जरूरत नहीं। मैंने नहीं देखना आपका सौंदर्य। मैंने कहा ठीक है आप नहीं उतार रही तो मैं उतार देता हूँ। यह कह कर मैं नीचे झुका तो लैला मैम तुरंत पानी में तैरते हुए मेरे पास आ गई और मेरे हाथ को पकड़ कर रोक दिया और बोलीं नहीं ऐसी हरकत मत करो। मैं तो ऐसे ही मजाक कर रही थी। मैं एक ठहाका लगाया और कहा तो मैं कौन सा सच में उतारने वाला था मैं भी तो मज़ाक कर रहा हूँ। यह कह कर मैंने लैला मैम की कमर में हाथ डाला और उन्हें ट्यूबवेल के पाइप की ओर ले जाने लगा। वहां जाकर लीला मैम के पीछे आ गया और उन्हें पेट में हाथ डाल कर पकड़ लिया और उन्हें थोड़ा आगे धक्का देकर पानी के नीचे किया तो लैला मैम अपनी गाण्ड बाहर निकाल कर झुक गई और ट्यूबवेल से निकलता हुआ तेज पानी उनके सिर पर गिरने लगा जबकि लैला मैम की बाहर निकली हुई गाण्ड मेरे लोड़े के बिल्कुल ऊपर थी और उसको छू रही थी।
निश्चित रूप से लैला मैम को भी अपनी गाण्ड पर मेरे लंड का दबाव महसूस हुआ होगा, मगर वह लगातार एक ही स्थिति में रही और पानी का मज़ा लेती रहीं। कुछ देर बाद उन्होंने अपना सिर पानी के नीचे से निकाल लिया मगर वह लगातार एक ही स्थिति में रही, फिर कुछ देर सांस लेने के बाद लैला मैम ने फिर से अपना सिर पानी के नीचे कर दिया, और मैंने अपने लंड का दबाव लैला मैम की गाण्ड बढ़ा दिया, इस बार लैला मैम ने भी अपनी गाण्ड को थोड़ा घुमा कर मेरे लोड़े ऊपर मसला। अगर बाहर से कोई इस समय हम दोनों इस पोज़ीशन में देख लेता तो वह यही समझता कि मेरा लंड लैला मैम की गाण्ड में जा चुका है। मैंने लैला मैम की कमर पर हाथ रखा हुआ था और उनको मज़बूती से पकड़ रखा था और अपने लंड को 2 झटके मे लैला मैम की गाण्ड में लगा दिया था 2 धक्के खाने के बाद लैला मैम ने अपना सिर फिर से पानी के नीचे से निकाल लिया और सीधी खड़ी हो गईं, तो वे वापस मूडी और हंसते हुए कहा बहुत मज़ा आया। वो पानी की बात कर रही थीं कि पानी के नीचे आकर मज़ा आया, लेकिन इस दौरान उन्होंने चोर नज़रों से मेरे लंड की ओर भी देखना चाहा, लेकिन पानी के नीचे होने के कारण उन्हें वहां कुछ नजर नहीं आया। मैंने द्विअर्थी ज़ुबान से लैला मैम से पूछा मैम सच में मज़ा आया आपको ??? मैम मेरी बात समझ गईं मगर एक अंजान बनते हुए बोलीं, हाँ बहुत मज़ा आया .... मैंने कहा तो एक बार फिर से होजाय ??? तो लैला मैम बोलीं, नहीं अभी नहीं। बल्कि अब तुम आओ पानी के सामने देखते हैं तुम पानी का कितना दबाव सहन कर सकते हैं ...
मैंने कहा क्या मतलब ??? लैला मैम बोलीं मतलब यह कि तुम्हे पानी के सामने आना है और झुकना नहीं बल्कि अपने सीने पर पानी के दबाव को सहन करते हुए आगे बढ़ना है। देखते हैं आप कितना आगे बढ़ सकते हैं। यह सुनकर मैंने कहा ठीक है आज यह अनुभव भी कर लेते हैं। यह कह कर हाथ फैलाकर पानी के सामने आ गया और धीरे धीरे आगे बढ़ने लगा। पानी का दबाव बहुत तेज था और पानी मेरे सीने से टकरा कर साइड में फैल रहा था और बहुत सारा पानी ट्यूबवेल के गड्ढे से बाहर भी गिर रहा था। धीरे धीरे आगे बढ़ते हुए एक जगह पर जाकर रुक गया। लैला मैम ने कहा क्या हुआ और आगे नहीं जा सकते ??? मैंने कहा नहीं मैम दबाव ज़्यादा है और आगे नहीं जा सकता। लैला मैम ने एक ठहाका लगाया और बोलीं, यह तो कुछ भी नहीं, मेरे पति तो बिल्कुल पाइप के पास पहुंच जाते थे और जितना आगे तुम गए हो उतना तो आगे तो मैं भी जा सकती हूँ।
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