RE: Desi Sex Kahani पहली नज़र की प्यास
निशि को अब थोड़ा दर्द भी हो रहा था, क्योंकि अंदर की दीवारे बाहर के मुक़ाबले थोड़ी ज़्यादा ही संकरी थी...
पर अंदर की गुफा में पहली बार किसी के एहसास को महसूस करके उसके पूरे बदन में सुरसुराहट सी हो रही थी...
वो अपनी आँखे मूंदे उस दर्द को नरंदाज करके सिर्फ़ मज़े को महसूस कर रही थी...
वो सिसकारते हुए बोली ''अहह..... मेरी जान..... निखिल्ल....... ज़ोर से चोदो अब मुझे.....पूरा ज़ोर लगाकर चोदो ....मैं आज पूरी तरह से तुम्हारी होना चाहती हूँ .....अहह''
कुणाल को किसी और इन्विटेशन की ज़रूरत नही थी अब....
उसने उसके सिर को दोनों तरफ से अपने हाथो से पकड़कर अपनी कोहनिया उसके कंधे पर टिकाई और उसके नर्म मम्मों पर लेटकर अपने लंड को पूरा अंदर बाहर करने लगा...
और इस बार वो ऐसे कर रहा था जैसे मोटर चला दी हो उसने अपने लंड की...
वो चूत के रस में भीगा हुआ सा अंदर बाहर हो रहा था...
किसी पिस्टन की तरह..
''अहह मरररर गयी रे.....अहह.......उम्म्म्मममम......आअज पता चला .....चुदाई क्या होती है.....अहह....इतने साल निकाल दिए....इसे महसूस करने में .......आह.....मजा अआ गया यार........आई लव यू कुणाल....... उम्म्म्मममम....चोदो मुझे ....ज़ोर से चोदो .....मुझे हमेशा के लिए अपनी बना लो कुणाल......निकाल दो अपना सारा रस मेरे अंदर......चोदो मुझे.....''
कुणाल तो उसकी बदहवासी देखकर खुद पागल सा हो रहा था...
अपने से भी ज़्यादा ठरकी लड़की अगर नीचे लेटकर चुदवाने के लिए बोले तो यही होता है....
कुणाल का लंड उसकी गर्म चूत और गर्म बातों के सामने जल्द ही जवाब दे गया और उसके लंड ने गरमा गरम सूजी का हलवा निशु की चूत में उड़ेलना शुरू कर दिया...
''आआआआआआअहह....ये ले मेरी जानन्....अहह.......यू आअर सो हॉट......आई लव यू टूऊssssss ....''
और गहरी साँसे लेता हुआ कुणाल उसके पसीने से भीगे बदन के उपर लेटकर हाँफने लगा...
निशु ने बड़े प्यार से उसके चेहरे को पकड़ा और उसके होंठो को चूमकर बोली : "अभी भी सोच लो....उससे शादी करनी ज़रूरी है क्या.....''
ये सुनकर एक बार फिर से कुणाल के चेहरे पर उलझन भरे भाव आ गये...
वो कुछ बोल पाता इससे पहले ही वो हँसती हुई बोली : "हा हा.....अरे पागल , मज़ाक कर रही हूँ .....ज़्यादा परेशान मत हो....पर हाँ, एक बात ज़रूर कहूँगी, मेरा पहला और आख़िरी प्यार हमेशा तुम ही रहोगे...और मेरे इस जिस्म पर भी हमेशा तुम्हारा ही पहला हक होगा...चाहे मेरी शादी हो जाए , उसके बाद भी, तुम जब बोलॉगे, जहां बोलॉगे, तुम्हारे लिए आ जाउंगी ....आई लव यू सो मच...''
और एक बार फिर से वो दोनो एक गहरी स्मूच में डूब गये...
कुणाल का लंड उसकी चूत से फिसल कर बाहर आ गया और पीछे से निकला ढेर सारा गाड़ा रस...
जो हल्का लाल रंग लिए ये भी बयान कर रहा था की आज चूत के अंदर कैसा कहर बरपा है.
यहां तो सब कुछ हो चुका था, वहीं दूसरे कमरे में बहुत कुछ होने वाला था....
अंकल जी की आँखे बंद हो गयी जब कामिनी ने उनकी बॉल्स को अपने हाथो में लेकर होले -2 मसला....
अकेले रहने के कारण उनके पास दुनिया भर का समय रहता था अपने लंड को सजाने संवारने का, और उसी वजह से वो कामिनी को इतना खूबसूरत दिख रहा था...
बाल का तो कामिनीन तक नही था, मालिश के बाद सुगंधित शेंपू से रोज रगड़कर उसकी सफाई करते थे वो, इसलिए महक भी रहा था,
ऐसे में तो कामिनी के मन में कोई चोर ना भी होता तो इस मौके को हाथ से जाने नही देती वो ..
अंकल जी तो किसी और ही दुनिया में खो चुके थे...
आज तक उनकी बीबी ने उनके लंड को मुँह में नही लिया था, उसके जाने के बाद एक दो बार अकेले में उन्होने अपने मोबाइल में कुछ मूवीस देखी थी, जिसमें लड़की बड़े चाव से लंड को चूसती है और फिर उसी लंड से चुदाई भी करवाती है...
बस उनके मन में इस वक़्त वही पिक्चर चल रही थी...
और वो ऐसा सोचते-2 खुद ही बुदबुदा उठे...
''चूस ले ......ले ले ना मुँह में ....आह.....डाल ले अंदर.....डाल ना...''
हालाँकि वो काफ़ी धीरे -2 बुदबुदा रहे थे पर उनकी आवाज़ कामिनी को सॉफ सुनाई दे रही थी और मज़े की बात ये थी की ऐसा ही कुछ उसका दिल भी बोल रहा था...
''चूस ले कामिनी...चूस ले इसे...देख ना , कितना चमकीला लॅंड है...है...मुँह में जाने के बाद कैसा फील होगा...''
और आख़िरकार उसने मन बना ही लिया उसे चूसने का..
पर साथ ही उसके शातिर दिमाग़ ने एक तरकीब भी बना ली ताकि जैसा वो कर रही है वैसा ही कुछ वो अंकल से भी करवा ले..
इसलिए उसने तुरंत उस खुश्बुदार लंड को अपने मुँह में लिया और एक जोरदार चुप्पा लेकर उसे चूस डाला..
''अहह ओह........ मररर्ररर गया......... क्या मजेदार मुँह है तुम्हारा.....''
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