RE: Antarvasna kahani चुदाई का घमासान
फातिमा ने गहरी सांस लेते हुए कहा- ये सच में डिल्डो के मुकाबले कुछ ज्यादा ही है और इसे देखने में भी कितना मजा आ रहा है. लंड के ऊपर की नसें कैसे चमक रही हैं. सच में यह बहुत सुंदर है.
मैं भी अपने रूम में बैठा उत्तेजित होता जा रहा था यह सोच कर कि फातिमा और शबाना मुझे दूसरे रूम से देख रही हैं. मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी और जब मैं झड़ने वाला था तो थोड़ा सा घूम कर अलमारी की तरफ हो गया और खड़े होकर अपनी धारें मारनी शुरू कर दी.
यह देखकर दूसरे रूम में फातिमा आश्चर्यचकित रह गई और वो बोली- हाय… वो तो खड़ा हो गया है और अब उसका लंड मेरे बिल्कुल सामने है… वाव… अब उसके लंड में से रस निकल रहा है… कितना सुन्दर दृश्य है… मजा आ गया.
मैंने गहरी साँसें लेते हुए झड़ना बंद किया और बेड पर लेट गया और सोचने लगा ‘काश फातिमा मेरे सामने होती तो मैं उसके चेहरे के भाव देख सकता!’
दूसरे रूम में फातिमा ने उछलते हुए शबाना को गले से लगा लिया और उसके होंठों को चूम लिया और बोली- मैंने इससे ज्यादा सुन्दर चीज आज तक नहीं देखी, मेरी तो योनि से पानी निकलने लगा है, निप्पल खड़े हो गए हैं… ये देख!
और उसने शबाना का एक हाथ अपनी चूची पर और दूसरा सीधे अपनी योनि पर टिका दिया।
शबाना दोनों चीजें अपने हाथ में लेकर दबाने लगी और फातिमा से पूछा- मतलब तुम मानती हो न कि यह शो एक हजार रूपए का था.
फातिमा कुछ नहीं बोली और सीधे अपने पर्स में से एक हजार रूपए निकाल कर शबाना को दे दिए और बोली- बिल्कुल था… ये लो!
और आगे बोली- काश! ये सब मुझे बिल्कुल मेरे सामने देखने को मिल जाए तो मजा ही आ जाए.
शबाना- तो चलो चल कर समीर से ही पूछ लेती हैं… देखें वो क्या कहता है?
और फिर हँसने लगी.
फातिमा- पागल हो गई है क्या… मैं तो सिर्फ बात कर रही हूँ. इसका मतलब यह नहीं कि मैं उससे जाकर बोलूँ कि वो मेरे सामने मुठ मार सकता है या नहीं.
शबाना- तुम मत जाओ, मैं जाकर उसको बोलती हूँ तुम्हारी तरफ से.. अगर तुम चाहो तो?
फातिमा- वो कभी भी नहीं तैयार होगा इस पागलपन के लिए… ये सिर्फ मेरे मन के विचार हैं और कुछ नहीं इन्हें ज्यादा गंभीरता से मत लो.
शबाना- अरे कोशिश तो करते हैं ना… वो या तो हाँ करेगा या ना… और वो ये बात मोम डैड को भी नहीं बता पायेगा क्योंकि उसे ये बातें उन्हें बताने में बड़ी शर्म आएगी… मैं तो यह सोच रही हूँ कि उसको क्या देना पड़ेगा ये सब करवाने के लिए?
फातिमा- क्या मतलब?
शबाना- मतलब कि वो शायद कर सकता है अगर बदले में हम उसे कुछ ऐसा दें जिसकी उसे जरूरत है.
फातिमा- जैसे कि?
शबाना- मुझे नहीं पता…कुछ भी हो सकता है. ये तो सिर्फ मेरा आईडिया है. चलो एक काम करते हैं, मैं जाकर उससे पूछती हूँ कि क्या वो हमारे सामने मुठ मारने को तैयार है और उसके बदले में क्या चाहिए.
फातिमा- तुझ में इतनी हिम्मत ही नहीं है कि अपने सगे भाई से इस तरह की बात पूछ सके और अगर पूछती भी है तो वो तैयार नहीं होगा.
शबाना- अगर ऐसी बात है तो मैं अभी जाकर पूछती हूँ!
और यह बोल कर वो दरवाजे की तरफ चल पड़ी.
जाते जाते उसने फातिमा से कहा- अगर तुम भी आना चाहो तो आ सकती हो, या फिर छेद में से देख सकती हो.
फातिमा- ना बाबा ना..मुझे तो बड़ी शर्म आएगी इस सबमें… तुम ही जाओ.
शबाना ने आकर मेरे रूम का दरवाजा खड़काया और अन्दर आ गई. मैंने बड़ी हैरानी से उसे देखा.
वो जल्दी से मेरे पास आई और मेरे मुंह पर उंगली रख कर मुझे चुप रहने के लिए कहा और फुसफुसा कर बात करने लगी.
दूसरे रूम से फातिमा बड़ी बेसब्री से ये सब देख रही थी. उसने देखा कि शबाना ने मुझ से कुछ कहा और कुछ मिनट बात करने के बाद शबाना का भाई झटके से अलग हुआ और अपने हाथ हवा में उठाकर मना करने के स्टाइल में कुछ बोलने लगा.
फातिमा सांस रोके ये सब देख रही थी फिर शबाना दुबारा अपने भाई के पास गई और उसे कुछ और बोला. फिर भाई ने भी आगे से कुछ कहा और शबाना सोचने के अंदाज में सर खुजाने लगी और फिर कुछ और बातें करने के बाद दोनों एक दूसरे के गले लग गए और शबाना बाहर निकल गई.
अन्दर आते ही फातिमा ने शबाना से बड़ी अधीरता से पूछा- तुमने उससे क्या कहा? कैसे पूछा?
शबाना- वही जो हमने तय किया था.
मैंने पूछा- क्या वो हमारे सामने हस्तमैथुन कर सकता है क्योंकि हमने कभी भी असली में ऐसा नहीं देखा.
फातिमा- और उसने क्या कहा?
शबाना- वो तो यह सुनकर काफी भड़क गया था.
फातिमा- देखा… मैंने कहा था ना!
शबाना- पर जब मैंने उससे कहा कि हम इसके लिए उसे कुछ पैसे देंगे या फिर कुछ और भी जो वो चाहे तो बात आगे बढ़ी.
फातिमा ने उत्तेजित होकर पूछा- तो उसने क्या कहा?
शबाना- वो तैयार है और वो इसके लिए दो हज़ार रूपए मांग रहा है.
फातिमा ने आश्चर्य के भाव दिए और बोली- क्या सच में… वो सब हमारे सामने करने को तैयार है और उसे सिर्फ रूपए चाहियें?
शबाना ने धीरे से कहा- हाँ… और साथ ही साथ वो चाहता है कि हमें भी उसके सामने नंगी होना पड़ेगा.
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