RE: Bhabhi Sex Kahani हर ख्वाहिश पूरी की भाभी �...
भाभी ऐसे ही पोज़िशन में आ गई मैंने और भाभी के मिलके भाभी के मम्मो को थूक से तैयार किया... पहले तो मैंने भाभी के मम्मो को निप्पल से खीच के मेरे लण्ड को एडजस्ट किया... और फिर में धना धन भाभी के मम्मो को चोदने लगा...
भाभी: अरे इसमें तू गांड हिलायेगा तो मैं तेरी गांड कैसे चाटूंगी?
मैं: मैं कुछ नहीं जानता... तेरा खाना आज तेरे मम्मो पर ही मिलेगा... खा लेना...
भाभी: ठीक है... चल लग जा मेरा खाना बनाने में...
मैं भाभी के मुह पर आ गया था, मेरी गांड उसके मुँहमे आये वैसे... और फिर वापस मम्मे चोदने लगा... मुझे ये बहोत पसन्द आया मैं १० मिनिट मैं जड़ गया... तब भाभी के मम्मो को एकदम भींचा था.. और जब होने को आया तो दोनों निप्पल पर मैंने अपना वीर्य उगल दिया...
भाभी से मैं हटा तो भाभी ने वही पड़े पड़े उसे चाट के निगल गई... जो थोड़ा पेट पर पड़ा पिचकारी निकली तो... वो मैंने अपने लौड़े को चमच बनाकर उसे मुह में दे के अपना लौड़ा भी साफ़ करवाया... तब मुझे एक और खुराफाती सूजी...
मैं: भाभी मैं तो थक गया हूँ... चल अब मैं तुजे एक और सरप्राइज़ का बताता हूँ... जो तेरे बदन से मिलने वाला पहला सुख है...
भाभी: वो क्या भला... अब और क्या बाकी है?
मैं: तू मेरी गांड तेरे निप्पल से चोद...
भाभी: वाह चल ट्राई करते है..
मैंने अपनी गांड फैलाई जरूर थी... पर भाभी का कोई जवाब नहीं था... मुझे ऑनलाइन आपके लिये जो चाहिए था नहीं मिला पर ये मिला इससे समझ जाइएगा....
आहहह... क्या मज़ा आ रहा था.... सच में मज़ा आ रहा था... चार पांच मिनिट के बाद मैं फिर सीधा हुआ और उसे अपने पर लाया...
मैं: तू भोसडीकि मज़ा बहोत देती है...
भाभी: मेरा क्या... तू तो खली हो गया... दो बार और मैं प्यासी की प्यासी...
मैं: हां तो बहनचोद मैं कितना करू? पहले ही बोला के तुजे बहोत सारे लंड चाहिए...
भाभी: तो इंतज़ाम भी तो नहीं करता...
मैं: बोलुं क्या मेरे फ्रेंड्स को? तेरे साथ बिस्तर गर्म करवाने सब आ जायेगे...
भाभी: मैं कुछ नहीं जानती... बुला जितनो को बुलाना चाहता है... मैं प्यासी हु... चल चूस चूस के या ऊँगली करकर ठंडी करदे...
मैं: नहीं... अभी तू वासना में है... इसिलए तू जो बात कहूँगा मानेगी... चल करू मेरे दोस्तों से बात?
भाभी: हा प्लीज़ कर दे तुजे जो करना है...
भाभी को कोई भी बात मनवानी है तो उसे प्यासी रखो... ये मैं थोड़ी देर में समजा... पर चलो कोई बात नहीं.. अभी भी देरी नहीं हुई थी...
मैं: नहीं चल अगले महीने तेरा बर्थडे है... तब कुछ प्लान करते है...
भाभी: साले... उतनी देरी क्यों? दस दिन में तेरा बर्थडे है वो भूल गया? और मेरे बर्थडे पर आप सब एन्जॉय करोगे...
मैं: हा हा हा... भोसडीकि... सब तुजे चोदेंगे तुजे मज़ा नहीं आएगा?
भाभी: पर गिफ्ट तो तुम लोगो का हुआ न? १० दिन देती हूँ.... चल अब मुझे प्लीज़ ठंडी कर....
मैंने अपना मुख चूत पर लगा के भाभी को १० मिनिट मैं दो बार जाड़ा... भाभी को तब जाके संतोष मिला...
उस दिन भाभी में मेरा बहोत बार बिस्तर गरम किया... उस दिन एक पति पत्नी भी शरमाये या एक रण्डी भी थक जाए तो भी हम नहीं थके और भाभी मेरे काबू में आती रही... घर के हर कोने में मैंने उसे चोद छोड़ कर रंडी बनाया... खड़े खड़े चोदा, खड़े खड़े गांड मारी, बाँध कर रफ सेक्स भी किया... वादे के अनुसार एक बून्द वीर्य की वेस्ट नही होने दी... बहोत मज़े किये.. दोपहर का खाना भी नहीं खाया और फिर जब उठे तब हमारे पास भैया के आने में एक घण्टा था... भाभी को चलने में तकलीफ हो रही थी...
मैं: तुजे और बन्दे चाहिए... एक लण्ड तुजे संतुस्ट कर ही नहीं सकता... इतना चुद जाने जे बाद रात को भी तू चुदवायेगी...
भाभी: वो तेरे भैया जान खा जाते है...
मैं: अच्छा वर्ना तू नहीं चुदवाती?
भाभी: (वो हस पड़ी) तो रोका किसने है बुला ले तेरे बर्थडे पर तेरे दोस्तों को...
मैं: ह्म्म्म भाभी बटेगी तो सब मैं बटेगी...
हम दोनों हस पड़े...
भाभी: देख लेना थोड़ी शरारत महंगी न पड़ जाए...
मैं: मेरे दोस्त है... कुछ नहीं होगा... टेंशन मत ले... पहले तू बता तू टाइम में नहीं आएगी ना? तेरा २८ दिन वो दिनों में तो नहीं होगा न भोसडीकि...
भाभी: नहीं मेरा पीरियड उसके नेक्स्ट वीक से स्टार्ट होगा...
मैं: वरना पता चले के तेरा पीरियड चल रहा है..
भाभी: हा हा हा... उसका टेंशन मत ले.. मुझे बिस्तर गरम करना है सब का तो फिर वो दिन तो.... मुझे तैयार रहना पडेगा ना...
ये दस दिन में मेरे दोस्तों को तैयार करना था... तैयार क्या करना? पटा पटाया माल चोदना था... पर सव धीरे धीरे करना था.. सोच समझ के... अभी मेरे भाभी को चोदे हुए दो दिन हुए थे के और तैयारी आ गई... उस रात मैंने दोस्तों को मेसेज किया...
मैं: है....
केविन: भोसडीके फ्री हुआ तू? तू कर क्या रहा है साले दो दिन से कुछ अता पता नहीं है तेरा...
मैं: अरे दोस्तों बस काम निकल आया था.... वो छोडो दस दिन में मेरा बर्थडे है... याद है किसीको?
राजू: हा याद है...
कुमार: क्या गिफ्ट चाहिए?
मैं: वो सब छोडो मैंने रिटर्न गिफ्ट तैयार कर के रख्खी है...
सचिन: और वो क्या भला...
मैं: अभी बताऊ के सरप्राइज़ रख्खु?
सचिन: बोलना चुतये...
मेरे दिमाग में काफी कुछ चल रहा था.. सच में बताऊ? अगर हां तो अभी बोलुं या सरप्राइज़ रख्खु? पर मैंने सोचा भाभी पर चढ़ने वालो का पता भाभी को पता होना चाहिए... आखिर भाभी को जैलना है ये सब...
मैं: हा... अभी बताता हूँ...
केविन: बोल जल्दी...
मैं: मैंने भाभी को पटा लिया है...
राजू: ये तो तेरा फायदा है... बधाई हो हमारा क्या...?
मैं: अरे मादरचोद सब के लिए पटा लिया है...
कुमार: क्या बात कर रहा है...
सचिन: अरे शेंडी लगा रहा है, सो जाओ सब लोग... देर हो चुकी है... और ये तो घर के काम के बोज में पागल सा हो गया है...
सब मेरी बात को हसने में निकाल कर सो गए... अब इनको कैसे यकीन दिलाउ?
दूसरे दिन भाभी ने मुझे कुछ इस तरह उठाया....
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