RE: antervasna फैमिली में मोहब्बत और सेक्स
पंकज को अपनी चूत के सपने दिखाकर सिमरन सीधा उपर आराधना के कमरे में चली गई, आराधना उस समय अपने मोबाइल में कुछ काम कर रही थी, जैसे ही उसने सिमरन को देखा वो भागकर उसके गले लग गई,
सिमरन – क्या बात है आरू मैडम, आज बड़ा प्यार आ रहा है मुझ पर
आराधना – क्या यार, एक तो इतने दिनों बाद तुझे देखा है, और तू बोलती है.........
सिमरन – अच्छा नाराज़ क्यों होती है, मैं तो मजाक कर रही थी,
आराधना – चल ठीक है, आजा बेड पर बैठ कर बात करते है,
आराधना ने सिमरन को अंदर लिया और दरवाजे को अंदर से लॉक कर लिया और दोनों सहेलियाँ आकर बिस्तर पर बैठ गइ
सिमरन – अच्छा अब बता ना, क्या रहा दिल्ली में, जो काम करने गई थी, वो किया या खाली हाथ ही वापस आ गई...
आराधना – क्यूँ कमीनी, तुझे बड़ी जल्दी है जानने की... क्या करेगी जानकर
सिमरन – अरे आरू बता ना प्लीज़.... जब से प्रीती ने मुझे फ़ोन पर बताया है कि तू वापस आ गई है तब से मेरे दिल में बैचैनी सी हो रही है जानने की
आरू – अरे वाह, आजकल प्रीती से जयादा ही नजदीकियां बढ़ गयी है तेरी.... क्या चक्कर है???
आराधना जानना चाहती थी कि उसकी बेस्ट फ्रेंड उससे सच बोलती है या झूट, पर सिमरन ने भी उसे निराश नही किया
सिमरन – देख आरू, अब तुझसे क्या छुपाना, सच तो ये है कि प्रीती भी अब जवान हो चुकी है, बेचारी को जवानी के मजे लेने थे, सो मैंने भी उसे जवानी का अलग मजा चखा दिया
आरू – “कैसा मजा???” आराधना अनजान बनती हुई बोली
सिमरन – वो ही मजा जो दो लडकियाँ आपस में लेती है... समझी
आरू – मतलब... तुम दोनों ने लेस्बियन रिलेशन बनाये...???
सिमरन – और नही तो क्या.... पर तू प्लीज़ गुस्सा मत होना उस पर ... और मुझ पर भी....
सिमरन की बात सुनकर आरू हंसने लगी.....
सिमरन – अरे तू हंस क्यों रही है.... मैंने तो सोचा था तू मुझसे गुस्सा हो जाएगी... उस दिन वो कंडोम वाली बात के लिए कितनी नाराज़ हुई थी...
आरू – पर अब मैं वो आरू नही रही,, अब मैं तुझसे गुस्सा हो ही नही सकती... दरअसल बात ये है कि.....
सिमरन – क्या बात है.. बता ना.......
आरू – दरअसल बात ये है कि मैंने भी प्रीती के साथ.....
सिमरन – प्रीती के साथ क्या....????
आरू – तुझे पता है क्या......
सिमरन – OMG.... मतलब तूने भी प्रीती की चूत का स्वाद चख लिया
आरू – ह्म्म्म.......
सिमरन – वाह... तू तो बड़ी ही तेज़ निकली... ये सब कब हुआ....
आरू – कल हम दिल्ली से वापस आये थे ना, उसके बाद ही ये सब कुछ हो गया.. अब तो प्रीती तेरी तरह ही मेरी बेस्ट फ्रेंड बन चुकी है... पर वो मुझे सब कुछ बताती है... तेरी तरह कुछ छुपाती नही...
सिमरन – क्यों, मैंने क्या छुपाया तुझसे????
आरू – यही कि तेरा बॉयफ्रेंड कोन है... कौन है वो जिसके साथ तू हमारे घर में मस्त रंगरेलिया मना कर गयी थी.....
सिमरन – मतलब... तुझे प्रीती ने सब कुछ बता दिया.......
आरू – हम्म्म्म......... पर मुझे लगा था कि तू मुझे बताएगी... खास कर जब मैंने तुझे अपने और पापा के बारे में इतना कुछ बता दिया....” आरू थोड़ी नाराज़गी से बोली....
सिमरन – सोरी यार आरू... मेरा मन तो था कि मैं तुझे बता दूँ कि मैं अपने भाई के साथ ही चुदाई करती हूँ... पर फिर मुझे डर था कि कहीं तू गुस्सा ना हो जाये...
आरू – चल ठीक है इस बार तो मैं तुझे माफ़ करती हूँ, पर आगे से तू मुझसे कुछ नही छुपाएगी, ठीक है ना
सिमरन – प्रॉमिस, पक्का कुछ नही छुपाऊगी , पर एक मिनट, तूने बोला कि प्रीति ने तुझसे कुछ नही छुपाया, इसका मतलब उसने तुझे ये भी बताया क्या कि वो भी किसी के साथ चुदाई करती है
आरू – ह्म्म्म... ये भी बताया
सिमरन – सच में.....
आरू – हाँ सच में...
सिमरन – मुझे बिलीव नही हो रहा, पहले तू मुझे बता कि उसने तुझे क्या बताया... कि वो किससे अपनी चूत मराती है
आरू – तू ऐसे नही मानेगी, तो सुन, उसने मुझे बताया कि वो कुशल के साथ ही चुदाई करती है...अब खुश
सिमरन – ये प्रीती तो बड़ी कमाल की निकली यार, अच्छा इसका मतलब तूने भी उससे कुछ नही छुपाया
आरू – नही यार, अगर वो मुझे इतना कुछ बता सकती है, तो मेरा भी फ़र्ज़ बनता है ना कि मैं भी उससे कुछ ना छुपाऊ
सिमरन – मतलब तूने उसे अपने और अपने पापा के बारे में सब कुछ बता दिया
आरू – हाँ यार, बता दिया.... और ये भी बता दिया कि दिल्ली में किस तरह मैंने और पापा ने सुहागरात मनाई... और कैसे उन्होंने प्यार से मेरी इस चूत को चूसा था... सब कुछ बताया
सिमरन – इसका मतलब तूने आखिर तीर निशाने पर मार ही दिया... हा हा हा
आरू – ह्म्म्मम्म.....................हा हा हा
सिमरन – काश मेरी भी प्रीती जैसी ही कोई बहन होती
आरू – तो क्या मैं और प्रीती तेरी बहनों से कम है क्या
सिमरन – हम्म... सच यार अब तो तुम दोनों मुझे अपनी सगी बहनों जैसे ही लगती हो... पर क्या तुझे पता है कि कुशल प्रीती के अलावा और किसकी फुद्दी लेता है
आरू – हम्म्म्म...... मोम की ना....
सिमरन – यार तुझे तो सब पता है
आरू – हाँ, प्रीती ने मुझसे कुछ नही छुपाया...
सिमरन – वैसे तूने कुशल का लंड देखा है क्या.....
आरू – नही यार, वैसे प्रीती कह रही थी कि उसका लंड कम से कम 8 इंच लम्बा और 3.5 इंच मोटा है, यानि पापा से भी बहुत बड़ा और मोटा
सिमरन – लगता है तेरी भी इच्छा हो रही है कुशल का लंड अपनी चूत में लेने की
आरू – अब तुझसे क्या छुपाऊ यार, पर हाँ सच में मैं एक बार कुशल का लंड भी अपनी चूत में लेना चाहती हूँ...
सिमरन – सही कहा यार, जो लड़का अपने लंड से तेरी मोम जैसे मस्त घोड़ी की चूत शांत कर दे उसका लंड पक्का बड़ा ही तगड़ा होगा,
आरू – क्यूँ कमीनी, लगता है तेरा भी मन कर रहा है कुशल का लंड खाने का
सिमरन – हाँ यार, प्लीज़ कोई जुगाड़ कर ना
आरू – पहले मेरा तो होने दे, फिर तेरा भी करा दूंगी
सिमरन – चल फिर ठीक है, तू जल्द से जल्द तेरे पापा की तरह ही कुशल को अपने जाल में फंसा कर अपने हुस्न का दीदार करा दे, फिर मैं भी थोडा हाथ साफ कर ही लुंगी,...हा हा हा ...
आरू भी सिमरन की बात सुनकर हंसने लगी....
कुछ देर और दोनों सहेलियाँ ऐसे ही बात करती रही... फिर सिमरन अपने घर चली गई... और आरू ये सोचने लगी कि अब कुशल को कैसे अपने जाल में फंसाया जाए....
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