RE: antervasna फैमिली में मोहब्बत और सेक्स
[b][b][b][b][b]ये सोचते ही कुशल के लंड ने प्रिया मेम की चुत के अंदर ही एक और ठुमकी ली, और अब कुशल के धक्को की रफ्तार और ताकत और भी ज्यादा तेज़ हो गये
प्रिया मेम से ये धक्के बर्दास्त ना हुए और कुछ ही मिनटों में वो आह्ह्ह्हह्ह्म मेरे बेटे चोद दे मुझे .......इइइइइइइइइइइइ आऽऽऽऽऽऽऽऽऽ करके जोरदार तरीके से झड़ने लगी
कुशल भी अपना लौड़ा उछालकर उसकी बुर में झड़ गया, अब प्रिया मेम जब उसके लौड़े के ऊपर से उठी तो उसकी जाँघों से उसका और कुशल का काम रस बह रहा था,
अब कुशल और प्रिया मेम बेड पर लेट कर सुस्ताने लगे
कुशल –“तो मेम, आखिर कार आपने मान ही लिया कि आप अपने बेटे से चुदना चाहती है,क्यों?”
प्रिया मेम –“ह्म्म्म.....तू बड़ा ही शैतान है रे....आखिर कार मेरे मुंह से निकलवा ही लिया सब कुछ.....मुझे तो लगता है कि तूने अपनी मोम को भी नही छोड़ा होगा, देखा नही कैसे मुझे मम्मी मम्मी बोल कर मस्ती से चोद दिया”
कुशल –“सच कहूँ तो मेम, मुझे तो अपनी मोम भी बड़ी पसंद है, अगर मोका मिला तो मैं तो उन्हें भी चोद दूंगा” कुशल ने आधा ही सच प्रिया मेम को बताया, वो सोच रहा था कि एक बार करण प्रिया मेम को चोद ले उसके बाद ही बताना सही रहेगा
प्रिया मेम –“सच में तू बड़ा ही हरामी है रे, पर तेरा लंड सच में बड़ा मस्त है, एक बार अपनी मोम को दिखा दे, फिर देखना वो भी सारा दिन इसे अपनी चुत में लेने के लिए तडपेगी”
कुशल –“कोशिश जारी है मेम”
प्रिया मेम-“सही है बेटा लगा रह, पर एक बार अपनी मोम की चुत मिलने के बाद मुझे मत भूल जाना”
कुशल –“अरे मेम भूल तो आप जाओगी एक बार करण का लंड अपनी चूत में लेने के बाद, फिर तो बस वो और आप दिन रात दंगल करोगे बेड पर...हा हा हा...”
प्रिया मेम –“काश तेरा कहना सच हो जाये पर मुझे तो ये नामुमकिन लगता है”
कुशल –“अरे मेम, आप चिंता क्यूँ करती है, मैं करण को अपने आप सम्भाल लूँगा, देखना कुछ ही दिनों में उसका लंड आपकी फुद्दी की गहराइयों में जा चूका होगा, पर मुझे उसका क्या इनाम मिलेगा”
प्रिया मेम –“अरे मैं तुझे और क्या दूँ, मैंने तो अपना पूरा जिस्म ही तुझे सोंप दिया पगले, चल तू ही बता क्या चाहता है, मैं प्रॉमिस करती हूँ कि तू जो मांगेगा मैं पूरा करूंगी चाहे तू कभी भी अपना इनाम मांग लेना, पर ...”
कुशल –“पर क्या....”
प्रिया मेम –“पर तुझे भी अपना वादा पूरा करना होगा”
कुशल –“कोनसा वादा” कुशल मजाक करते हुए बोला
प्रिया मेम –“अरे करण और मेरा....”
कुशल –“क्या करण और आपका क्या.....” कुशल मुस्कुराते हुआ बोला
प्रिया मेम –“तू मेरे साथ मजाक मत कर, तू सब जानता है ....” प्रिया शर्माती हुई बोली
कुशल –“अरे मेम आप बताओ ना प्लीज़, मुझे आपके मुंह से सुनना है”
प्रिया मेम –“क्या कुशल, प्लीज़.....मुझे शर्म आती है.....तू सब जानता है” ये कहकर प्रिया मेम ने अपने सर को कुशल की बाँहों में डाल लिया
कुशल –“प्लीज़ मेम बता दो न एक बार”
प्रिया मेम –“लगता है तू मुझे आज पूरा बेशर्म बना कर ही छोड़ेगा, तो सुन, प्लीज़ मेरा और मेरे बेटे का टांका भिड़ा दे, कुछ ऐसा चक्कर चला कि उसका लंड मेरी चुत को नसीब हो जाये.....अब खुश...अब तो करेगा न पूरी मेरी शर्त”
कुशल –“हम्म्म्म...आप चिंता मत करो आंटी...अब तो मैं कुछ भी करके आपकी इस प्यारी सी चुत का मिलन आपके बेटे के लंड से करवा कर ही दम लूँगा” ये कहकर कुशल ने अपनी एक ऊँगली प्रिया मेम की चुत में डाल दी
कुशल की इस हरकत से प्रिया मेम चिहुंक उठी, पर बोली
प्रिया मेम –“अब नही कुशल, करण आने वाला ही होगा...”
कुशल को भी प्रिया मेम की बात सही लगी,
थोड़ी देर बाद उन दोनों ने अपने कपड़े पहने और बाहर आकर नार्मल तरीके से बैठ गये क्यूंकि उन्हें पता था कि अब करण के आने का समय हो चूका है और तभी कुछ देर में डोर बेल बजी [/b][/b][/b][/b][/b]
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