antervasna फैमिली में मोहब्बत और सेक्स
12-01-2018, 01:13 AM,
#27
RE: antervasna फैमिली में मोहब्बत और सेक्स
ये एक ऐसी सिचुयेशन थी जिसको शब्दो मे तो बयान किया ही नही जा सकता. पंकज ने अपने दोनो लिप्स आराधना के लिप्स पर टिकाए और जैसे आराधना तो बेहोश ही हो गयी. उसके जुवैसी लिप्स को टच करते ही तो पुछो मत कि पंकज की क्या हालत थी. बहुत सॉफ्ट्ली ही वो उसके उपर के होठ को ऐसे चूसने लगा जैसे कोई बहुत ही आराम से ऑरेंज खा रहा हो. ऐसे टाइम मे कंट्रोल करना बेहद मुश्किल होता है लेकिन पंकज अपनी सीमाए नही तोड़ सकता था. आराधना अपनी जवानी के फुल शबाब पर थी, आज उसकी लाइफ का एक खास दिन था- पहली बार इतनी शॉर्ट नाइटी, पहली बार अपने बाथरूम मे किसी मर्द के साथ और पहली बार उसके अनटच लिप्स को किसी ने छुआ था. उसकी आँखे बंद हो चुकी थी लेकिन उसके लिप्स मे अभी तक कोई मूव्मेंट नही थी, वो भी मजबूर थी. जवानी का ये दिन भी आया तो अपने फादर ही साथ. अभी तक उसको ना तो आइडिया था और ना ही उसे कोई गाइड करने वाला था कि आख़िर वो कैसा रिएक्ट करे.

आराधना धीरे धीरे और करीब जाती जा रही थी पंकज के. लेकिन एक चीज़ ऐसी थी जो उनके बीच की दूरी को मेनटेन किए हुए थी - पंकज का तना हुआ लंड जो की आराधना के पेट से टच हो रहा था. पंकज ने बहुत कोशिश की रोकने की लेकिन धीरे धीरे उसके दोनो हाथ आराधना के चेहरे पर पहुँच गये थे और अब उसने आराधना का चेहरा अपने दोनो हाथो मे पकड़ लिया था. पंकज धीरे धीरे उसके होंठो को चूसने की स्पीड बढ़ा रहा था. और अब उसने आराधना के नीचे वाले लिप्स को भी चूसना शुरू कर दिया था. आराधना के बूब्स ऐसे उपर नीचे हो रहे थे जैसे पता नही उसे कितना साँस चढ़ रहा हो. आराधना ने भी लास्ट टाइम तक वेट किया लेकिन एक जवान उमर की लड़की कब तक वेट करे, आराधना ने भी अब पंकज को सपोर्ट करना शुरू कर दिया. दोनो के होंठो का बेहद ही गहरा मंथन चल रहा है.

" ऊन्ह..... ऊन्न्नह की आवाज़े आराधना के मूँह से आनी शुरू हो गयी थी. पंकज अपना एक हाथ आराधना के चेहरे से हटाता है और बाथरूम के डोर को धक्का दे देता है. बाथरूम का गेट धड़क से बंद हो जाता है और अब वो दोनो एक ही रूम मे और बाथरूम मे बंद थे. आराधना ने भी वो आवाज़ सुनी लेकिन कोई ऑब्जेक्षन नही किया. पंकज वापिस अपना हाथ ले जाकर उसके चेहरे पर रख लेता है. पंकज अब उसके होंठो को बहुत मजबूती से चूस रहा था और आराधना भी फुल सपोर्ट कर रही थी. किस करते करते ही पंकज अपना एक हाथ नीचे की तरफ ले जाने लगता है और ले जाकर सीधा आराधना के बूब्स पे रख देता है. आराधना को जैसे 440 वॉल्ट का करेंट लग गया हो. वो एक झटके के साथ पंकज से अलग हो जाती है. और उससे थोड़ी दूरी पर खड़ी हो जाती है.

उसकी साँसे बहुत तेज चल रही थी और बूब्स उपर नीचे हो रहे थे. वो इसी हालत मे पंकज से नज़रे मिलाती है और नीचे की तरफ ले जाती है. पंकज का लंड अब और भी बाहर आ गया था. पॅंट की ज़िप मे भी जितनी ताक़त थी उतनी ताक़त वो लगा चुकी थी. आराधना आइडिया लगा भी और नही भी कि आख़िर क्या साइज़ होगा उसका. पंकज की भी हालत खराब होती जा रही थी और ज़्यादा खराब आराधना के हार्ड, सॉलिड बूब्स को टच करने से हो गयी थी.

" आराधना तुम वाकई मे बड़ी हो चुकी हो" पंकज ने बहुत स्लो वाय्स मे आराधना के बूब्स की ओर देखते हुए कहा.

आराधना शरमा कर अपना चेहरा दूसरी तरफ घुमा लेती है और थोड़ी देर बाद घूमी हुई सिचुयेशन मे ही पंकज के लंड की तरफ तीर्छि निगाहो से देखती हुई बोलती है -" शायद इतनी बड़ी नही हुई हू". उसकी साँसे बहुत तेज चल रही थी. बहुत सॉफ्ट वाय्स मे पंकज को ये मेसेज देना चाहती थी कि वो शायद तैयार नही पंकज का लंड लेने के लिए.

पंकज -" कुच्छ चीज़े ऐसी होती है खुद अपनी जगह बना लेती है". पंकज का हाथ अपने लंड पर पहुँच चुका था और उसका इशारा अपने लंड की तरफ ही था . आराधना खड़ी खड़ी तीर्छि निगाहो से ये सब देख रही थी

आराधना -" मुझे नही लगता कि जगह बनेगी. जगह बिगड़ने के ज़्यादा आसार लग रहे है". आराधना ने फिर से लो वाय्स मे पंकज को समझाना चाहा.

पंकज -" आराधना अगर तुम बुरा ना मानो तो क्या मे एक काम कर सकता हू?"

आराधना -" क्या?" आराधना बहुत घबराई हुई थी

पंकज -" मुझे पॅंट मे बहुत परेशानी हो रही है. क्या मे इसे उतार लू?"

आराधना की पीठ अभी अपनी डॅडी की तरफ थी. लेकिन जब उसने अपने डॅडी के मूँह से ये बाते सुनी तो बिना कुच्छ सोचे हुए ही आराधना के मूँह से " यस" निकल गया. फिर से उसकी आँखे बंद हो गयी थी. पंकज टाइम ना वेस्ट करते हुए अपनी पॅंट की ज़िप खोलता है और उपर से खोल कर उतार देता है. अब वो बस एक फ्रेंची मे था, एक डॅशिंग हॉट मॅन लग रहा था वो. आराधना फिर से तीर्छि निगाहो से देखती है और - " ऊऊऊऊऊओ". उसका मूँह आश्चर्य से खुला रहा जाता है क्यूंकी लंड का फ्रंट हिस्सा फ्रेंची से बाहर आ चुका था. वो इतना भयानक लग था जैसे किसी मिज़ाइल का फ्रंट हिस्सा हो. " क्या ये रियल है" वो अपने मन मे सोचती है.

" क्या....... क्या आप कपड़े भी सही साइज़ के नही पहनते है". आराधना ने शिकायत करते हुए कहा. उसका इशारा पंकज की फ्रेंची की तरफ था

पंकज -" आराधना, बहुत से मौको पर कोई भी साइज़ छोटा पड़ जाता है." ये बात बोल कर पंकज आराधना की तरफ कदम बढ़ाता है. आराधना की तो जैसे साँसे रुक जाती है. लेकिन हिम्मत करके वो अपनी जगह से हट जाती है और डोर के पास पहुँच कर खड़ी हो जाती है. अब पंकज के सामने आराधना नही मिरर था जिसमे वो खुद भी अपने विकराल लंड को देख सकता था.

पंकज अपनी नज़रे मिरर से हटा कर आराधना पे डालता है. जो कि उसके साइड मे ही खड़ी थी, पंकज की भी हालत खराब थी. उसके चेहरे पे लस्टी भाव अब क्लियर थे, आराधना की नज़रे भी लस्टी थी.

पंकज -" आराधना, अब तुम बच्ची नही हो सब समझती हो. प्लीज़ अब मेरा और इम्तिहान मत लो". पंकज ज़्यादा टाइम नही लगाना चाहता था और वैसे भी उसकी हालत बहुत खराब होती जा रही थी.

आराधना -" डॅड, ऐसी बाते ना करो प्लीज़.......". वो एक लंबी सी साँस लेती है.

पंकज आराधना की तरफ दोबारा बढ़ता है लेकिन आराधना बाथरूम के डोर की तरफ अपना फेस कर लेती है और अब उसकी पीठ पंकज की तरफ थी. पंकज ठीक उसके पीछे जाकर खड़ा हो जाता है और उसी कमर पे हाथ रखता है. -" आआहह......." एक बहुत बड़ी सिसकारी के साथ आराधना पंकज की तरफ घूम जाती है. अब पंकज उसके इतने करीब था की आराधना के बूब्स पंकज के सीने से टच हो रहे थे.
दोनो की नज़रे मिलती है और जैसे एक दूसरे के होंठो से लिपट जाते है. बाथरूम मे फिर से लव गेम स्टार्ट हो जाता है. आराधना भी अपनी पूरी जान लगा कर पंकज के होठ चूस रही थी. पंकज अपने हाथ को बढ़ा कर आराधना के बूब्स तक ले जाता है. और धीरे से दबा देता है. वाउ क्या फीलिंग थी दोनो के लिए, आराधना किस करने मे लगी हुई थी लेकिन अपने एक हाथ को ले जाकर पंकज का हाथ अपने बूब्स से हटा देती है.

पंकज फिर से अपना हाथ उसके बूब्स पे रख देता और इस बार फिर से आराधना उसके हाथो को हटा देती है. लेकिन फिर भी वो पंकज के होंठो को चूसने मे पूरी एनर्जी के साथ लगी हुई थी. पंकज फिर से एक बार ट्राइ करता है और अपना हाथ उसके बूब्स तक ले जाता है लेकिन सेम रिज़ल्ट.

पंकज अपना एक हाथ नीचे ले जाकर फ्रेंची नीचे कर देता है और इसका अहसास आराधना को नही होने देता. इस बार पंकज आराधना का हाथ पकड़ता है और सीधा अपने लंड पे रख देता है. आराधना तो जैसे बेहोश ही हो गयी, उसे लगा कि जैसे उसने अपना हाथ किसी जलती हुई रोड पे रखा दिया हो. वो फिर से अपना हाथ हटा लेती है और इस बार अपना कनेक्षन किस से भी तोड़ लेती है. और फिर से दूसरी तरफ घूम जाती है. सांसो की स्पीड बहुत तेज हो चुकी थी.

पंकज -" आराधना क्या हुआ?"

आराधना -" आपके साथ मे ये सब नही कर सकती". वो खुल के बोल ही गयी आख़िर

पंकज -" लेकिन हम ने क्या किया है आराधना. दो जवान बॉडी मिली और दोनो को ही प्यार की ज़रूरत थी सो हमारे बीच हो गया. तुम घबरा क्यू रही हो".

आराधना -" आप क्या चाहते है कि अपनी वर्जिनिटी मे आपके साथ खो दू. अपने शरीर को आपको सोन्प दू. जज़्बात मेरे अंदर भी है और मे भी चाहती हू कि अब मे.... लेकिन ये सब मे आपक्से साथ नही कर सकती".

पंकज -" किसने कहा कि तुम अपनी वर्जिनिटी खो दोगि. वी अरे हॅविंग फन ओन्ली. "

आराधना अब पंकज की तरफ घूम जाती है

आराधना -" आपका ये अपने अंडरवेर से बाहर आ गया है. मे भी काफ़ी आगे जा चुकी हू आपके साथ तो अब वर्जिनिटी खोने मे कितना टाइम लगेगा. क्या पता मे खुद ही सारा कंट्रोल खो दू इसीलिए प्लीज़ ये सही नही है." आराधना की नज़रे पंकज की लंड की तरफ थी.

पंकज -" इसे टच करना चाहोगी?".

आराधना -" मेरे सब्र का इम्तिहान मत लो. मे भी जवान हू लेकिन आप समझो.". पंकज ने अब आब देखा ना ताव आराधना का हाथ पकड़ा और उसे अपने लंड पे रख दिया.

आराधना -" आइ आम आ वर्जिन गर्ल. ये मॉन्स्टर है और मुझे इससे डर लग रहा है".

पंकज -" ये तेरी पुसी मे नही जाएगा. बस ऐसे ही थोड़ी शांति मिल जाएगी". अपने डॅड के मूँह से पुसी जैसे शब्द सुन कर आराधना शॉक्ड हो गयी लकिन वो समझ भी सकती थी कि वो अभी एग्ज़ाइटेड भी है तो ऐसी बाते मूँह से निकल रही है.

पंकज -" इस ब्यूटिफुल नाइटी मे तेरा बदन वैसे भी कुच्छ खास छुप नही पा रहा क्यूँ तू इसे अपने शरीर से अलग ही कर दे. जैसे मुझे आराम मिला है अपने कॉक के आज़ाद होने के बाद तो तुझे भी तेरे बूब्स आज़ाद होने से बहुत चैन मिलेगा".

आराधना -" आआअहह.... वैसे ही इतनी छोटी नाइटी है. इसे उतार कर मे रिस्क नही लेना चाहती."


बातो बातो मे पता भी नही चला कि कब आराधना पंकज के लंड को खिलाने मे बिज़ी हो गयी थी. सच तो ये था कि उसकी चूत इतना पानी छोड़ रही थी कि बॉटल भर जाए लेकिन वो शो नही कर रही थी.

" अब तू इतनी जवान हो चुकी है कि इसका टेस्ट चख सकती है" पंकज ने इशारा किया अपने लंड की तरफ.

" क्यूँ मोम से टेस्ट करा के मन नही भरा". आराधना ने नखरीले अंदाज़ मे कहा

" काश इस कॉक को तेरे जैसे ब्यूटिफुल और जवान लिप्स नसीब हो पायें". पंकज तो जैसे फ़ैसला कर चुका है था कि ऐसी बातो को बंद नही करेगा.

" आपको मैं कब से ब्यूटिफुल लगने लगी. आपको तो मोम और सिमरन ही अच्छी लगती है". आराधना ने पंकज के लंड को खिलाते खिलाते बोला

" बेटे अब मे तुझे कैसे बताऊ?". पंकज ने भी फिर से आराधना को पास खींचते हुए कहा. आराधना ने अपने हाथ पंकज के लंड से नही हटाए

" क्या मुझे और भी फ्रॅंक होना पड़ेगा. अब तो शायद आप हर बात शेर कर सकते है". आराधना ने पंकज की आँखो मे झाँकते हुए कहा

" बेटे सिमरन मे तो एक बात है. लेकिन तेरी मों के साथ अब वो बात नही है. मैं उसको फक करता हू लेकिन वो पहले वाला टेस्ट नही है". पंकज ने अब फक जैसे शब्द यूज़ करने शुरू कर दिए थे

" तो क्या आप सिमरन को भी.....". आराधना बीच मे रुक जाती है

" सिमरन को भी क्या?". पंकज ने उससे पुछा

" मेरा मतलब है कि क्या सिमरन और आपके बीच फिज़िकल रीलेशन बने है. क्यूंकी आप कह रहे है कि सिमरन मे एक बात है".

" अब तुझसे क्या छुपाना. सिमरन एक बार मुझे ब्लो जॉब दे चुकी है. लड़की स्टाइलिश है". पंकज ने कहा

" ओह...... तो वो मेरे डॅड को ब्लो जॉब दे रही थी और मुझे कुच्छ आइडिया भी नही था."

" सब अचानक हो गया था एक दिन. उसके बाद कभी चान्स ही नही मिला. बेटा नाराज़ मत होना लेकिन तुम भी ट्राइ करो ना" पंकज ने प्यार से कहा

आराधना -" क्या ट्राइ करना है"

पंकज -" ब्लो जॉब"

आराधना -" आपको इसे देख के समझ नही आता कि ये पासिबल नही है". आराधना का इशारा लंड की तरफ था. पंकज थोड़ा सा हॅपी भी था क्यूंकी आराधना का इशारा साइज़ की तरफ था. अगर यानी साइज़ इश्यू ना हो तो वो अग्री हो जाएगी.

फिर पंकज के माइंड मे एक अलग प्लान ने जनम लिया

पंकज -" लेकिन पता है कि सिमरन की एक चीज़ बहुत मस्त है?"

आराधना -" क्या????"

पंकज -" उसकी पुसी??"

आराधना -" ओह्ह्ह्ह, तो आप देख चुके है......."

पंकज -" नही उस दिन ही मेने भी उसके साथ ओरल सेक्स किया था तो देखी थी".

आराधना -" क्य्ाआआ...... आपने उसकी पुसी को..... "

पंकज -" क्या गजब की पुसी है उसकी बता नही सकता"

आराधना -" ऐसा क्या खास है उस सेकेंड हॅंड पुसी मे"

पंकज -" सेकेंड हॅंड? नही नही तुम्हे कुच्छ ग़लत फ़हमी हुई है. उसकी तो एक दम फ्रेश है".

आराधना -" लगता है आपको पता ही नही कि फ्रेश होती क्या है. आपने तो मोम और सिमरन की ही देखी है और मुझे तो पूरा यकीन है कि दोनो ही सेकेंड हॅंड है. " आराधना अब अपनी जेलासी अपनी मोम पे भी निकाल रही थी.
पंकज -" आराधना ज़रूर तुम्हे कुच्छ ग़लत फ़हमी हुई है. सिमरन जैसी पुसी तो किस्मत से दिखती है" पंकज अपने सारे हथियार यूज़ कर रहा था

आराधना -" मुझे तो पहले से ही शक था कि वो बिच आप पे कुच्छ ऐसा जादू करेगी कि थाउज़ंड टाइम सेकेंड हो चुकी पुसी भी फ्रेश लगने लगेगी". आराधना ने गुस्सा सा दिखाते हुए कहा.

पंकज -" तुम्हारा क्या मतलब है थाउज़ंड टाइम सेकेंड हॅंड हो चुकी पुसी से".

आराधना -" थाउज़ंड टाइम फक्ड पुसी. अब तो समझ आ गया होगा अगर नही आया तो इससे ज़्यादा मे समझा नही सकती".

पंकज - "सिमरन और फक्ड.... ज़रूर तुम्हे कुच्छ ग़लत डाउट्स है. वो फ्रेश है और मैं एक एक्सपीरियेन्स्ड मेन हू. मेने खुद देखा है उसकी ब्यूटिफुल पुसी को. ऐसी पुसी है जो वन्स इन आ लाइफ टाइम दिखती है.".

आराधना का पारा अब बहुत हाइ हो चुका था. उसने गुस्से मे अपने हाथ पंकज के लंड से हटा लिए. और फिर से दूसरी साइड घूम जाती है. "मेरी ही ग़लती है कि मेने उसे घर आने दिया. पता नही कौन सा मेक अप करती है अपनी पुसी का जो मेरे डॅड को मेरी बात का यकीन ही नही हो रहा. या फिर मेरे डॅड को पता ही नही है कि फ्रेश पुसी होती क्या है. वैसे भी आज तक आपने सिमरन और मोम की पुसी को देखा है और मुझे तो पूरा यकीन है कि दोनो ही सेकेंड हॅंड है". आराधना अपनी फ्रस्ट्रेशन को मिटाते हुए बोलती है.

पंकज -" बेटी ऐसा तो चलता ही रहता है. लड़कियो मे ये जेलस तो चलती ही रहती है, तभी तो सिमरन भी मुझे कह रही थी कि आराधना भी अब वर्जिन नही है.". पंकज अपना आख़िरी दाव खेल चुका था

आराधना के तो जैसे पाँव तले ज़मीन ही खिसक गयी. उसका चेहरा लाल पड़ गया गुस्से से. " अभी फोन मिलाती हू उस कुतिया को. उसकी हिम्मत कैसे हुई मेरे डॅड को ये झूठ बोलने की. पूरा कॉलेज जानता है कि आइ आम स्टिल वर्जिन, लेकिन ये तो मेरी इज़्ज़त की धज्जिया उड़ाने मे लगी हुई है". आराधना गुस्से मे बाथरूम का गेट खोलने लगती है लेकिन पंकज उसका हाथ पकड़ लेता है.

पंकज -" क्या कहोगी उससे कि तूने मेरे डॅडी से ऐसी बात क्यू कही. पता है वो सबसे पहली बात ये बोलेगी कि तुझे किसने बोला. सोच क्या इज़्ज़त रह जाएगी तुम्हारी और मेरी." पंकज ने उसे समझाते हुए कहा

आराधना को ये बात समझ आती है तो वो थोड़ा शांत हो जाती है. लेकिन तभी पंकज के मूँह से जो शब्द निकलते है उनसे आराधना की गुस्से की सीमा टूट जाती है.

पंकज -" तुम रिलॅक्स रहो बेटा. किसी से लड़ने की ज़रूरत नही है. और मे सच कह रहा हू कि अगर तुमने किसी के साथ कुच्छ कर भी लिया है तो इसमे बुराई क्या है. ओल्ड टाइम ख़तम हो चुका है, आज कल शादी तक कौन वेट करता है. फिज़िकल नीड्स हर किसी की होती है, लेकिन प्लीज़ मुझे तो बता दो कि वो कौन खुश नसीब है जिसने तुम्हे चखा है". पंकज अपने एमोशनल टॉर्चर से आराधना को और एग्ज़ाइटेड कर चुका था.

आराधना ने ऐसा रिएक्ट किया जिसकी कभी पंकज ने उम्मीद भी नही की थी. वो गुस्से मे बाथटब की तरफ चलती है और वहाँ पहुँच कर अपने दोनो हाथ अपनी पैंटी पे ले जाती है और एक झटके मे उसे उतार देती है. उस छोटी सी और कोमल सी पैंटी को वो पंकज के चेहरे पर फेंक कर मारती है. पंकज ये सब बहुत मासूमियत के साथ देख रहा था, उसे अपना प्लान सक्सेस्फुल होता नज़र आ रहा था.

अब आराधना बिना पैंटी के थी. वो गुस्से मे पता नही क्या कर चुकी थी. वो बाथटब के एक कॉर्नर पे बैठती है और दोनो गोरी गोरी और स्लिम टाँगो को खोल देती है. अपनी आखे बंद करके और चेहरा साइड मे करके वो पंकज से कहती है-

आराधना -" आओ, देखो इसे. क्या आपको लगता है कि ये फक्ड है, सेकेंड हॅंड है. क्या आपको लगता है कि मेरा कोई बॉय फ्रेंड डेली मुझे कॉंडम लगा के फक करता है जैसे वो बिच खुद करती है. खड़े क्यू है, आइए देखिए. आपको तो एक्सपीरियेन्स है ना पहचान करने का कि कौन सी पुसी फ्रेश है और कौन सी नही". आराधना गुस्से मे सब बोल देती है.
आराधना की दोनो टाँगो के बीच, उसकी कोमल, मुलायम, कुँवारी, अनटच पुसी थी. मामूली से बाल भी थे उस पर, पंकज ये सब देख रहा था और उसे पूरा यकीन था कि उसने कभी ऐसी टाइट पुसी नही देखी है. अपनी लेग फैलाए हुए आराधना सूपर सेक्सी लग रही थी.

पंकज थोड़ा सा बढ़ता है और आराधना की पुसी के करीब आकर रुक जाता है. आराधना की आँखे बंद थी लेकिन वो फील कर सकती थी कि पंकज उसकी तरफ बढ़ रहा है. पंकज थोड़ा सा आगे बढ़ता है और अपना हाथ उसकी फुल टाइट पुसी पे रख देता है.

"आाऐययईईईईईईईईई.......... ये क्या कर रहे है..........." आराधना ने आँखे बंद रखते हुए ही कहा

" फील कर रहा हू, लेकिन दिखने मे तो सब पुसी एक जैसी होती है. मुझे इसकी गहराई और चौड़ाई नापनी पड़ेगी". ये बात बोलते ही पंकज अपनी एक उंगली उसकी चूत मे घुसा देता है. फुचह...... उसकी चूत पूरी तरीके से भीगी हुई थी, पंकज एक मजबूत इंसान था और उसकी फिंगर भी मोटी थी. आराधना की चूत पे ये पहला मर्दाना टच था, वो तो जैसे पागल हो गयी लेकिन अपने आप को कंट्रोल किए हुई थी.

" आआईयईईई.......ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ज..... डॅड..... क्या कर रहे है....... मुझे पेन हो रहा है". आराधना ने आँख बंद करते हुए शिकायत करी

" एक फिंगर से ही तुम्हारी ये हालत है तो शादी कैसे करोगी. हज़्बेंड बहुत डेंजर होते है, हर पोज़िशन और हर जगह मंथन करते है वो अपनी वाइफ के साथ... वैसे मान गया कि तुम्हारी पुसी बहुत टाइट और फ्रेश है".

" तो....... प्लीज़ अब बाहर निकाल....... लीजिए...... इसे...... आअहह"

पंकज इस मौके को खोना नही चाहता था. उसने आराधना की दोनो टाँगो को कस कर पकड़ा और अपने मूँह को उसकी पुसी वाली जगह पर लगा दिया. उसने आराधना की पुसी को ऐसे मूँह मे भर लिया जैसे उसे खा जाएगा.

" दद्द्द्डदयययययी....... आआईयईईईईईईई.............. आआहह..... ये..... क्या कर...... रहे है. मुझे छोड़ दीजिए........ ओह......" आराधना का चेहरा जैसे उत्तेजना से भर गया था. लेकिन पंकज नही हटा और उसकी चूत को चाटने लगा ही रहा. बीच बीच मे अपना मूँह हटा कर वो अपनी एक फिंगर को अंदर फक घुसा देता था और फिर बुरी तरीके से उसकी चूत का मंथन करता था.

" आआआआ........ प्लीज़.......... औहह........". आराधना तो जैसे धरती पे थी ही नही.

पंकज उसकी चूत को दीवानो की तरह चाट रहा था. साथ ही पंकज खुद भी बहुत एग्ज़ाइटेड हो रहा था. वो किसी भी चीज़ मे टाइम वेस्ट नही करना चाहता था तो एक हाथ से अपने मोटे लंड को खुद भी हिलाने लगता है. आराधना की चूत मे बेहद ज़्यादा कम्पन्न्न्न्न आने लगी थी. पंकज अपनी जीभ को ऐसे हीला रहा था उसकी चूत मे जैसे कोई बच्चा अपनी मा का दूध पीता है.

" प्लीज़....... स्टॉप इट..... मर जाउन्गि......... आअहह........ डर्टी मॅन प्लीज़ स्टॉप........." आराधना की चूत से पानी की नादिया बह रही थी. वो सूख की चरम सीमा पे थी और पंकज भी अपने लंड को खुद ही हिलाने मे लगा हुआ था.

आराधना का एक हाथ ऑटोमॅटिकली अब अपने लेफ्ट बूब्स पर पहुँच गया था. वो धीरे धीरे उसे दबाने लगती है. पंकज को पता चल चुका था कि वो पूरी गरमा चुकी है. पंकज भी अपने लंड को हिलाने मे और उसकी चूत को चाटने मे बिल्कुल पीछे नही हट रहा था. ना जाने क्या हुआ कि आराधना अपना एक हाथ बढ़ाकर पंकज का एक हाथ पकड़ लेती है और सीधा ले जाकर अपने बूब्स पे रख देती है. पंकज ने तो जैसे पता नही क्या सोच रखा था और तुरंत ही हाथ उसके बूब्स से हटा लेता है. आराधना की बॉडी मे तो जैसे आग लगी हुई थी और वो फिर पंकज का हाथ पकड़ती है और फिर से अपने बूब्स पे रखती है लेकिन सेम रिज़ल्ट.

उसकी आँखे अभी भी बंद थी. " लव....... मी..... डॅड प्लीज़......... आहह........ आाऐययईईईईईईईईईईई....... यू ........... आर वेरी ....... सेक्सी ............ आअहह......... उंह................". आराधना ने खुद भी अपना हाथ अपनी चूत पे पहुँचा दिया और खुद भी अपने भंगूर को हिलाने लगी. वो जितनी टांगे खोल सकती थी उतनी उसने खोल ली थी. लेकिन वो जितनी एग्ज़ाइटेड थी कि बताया नही जा सकता. पंकज खूद भी बहुत एग्ज़ाइटेड हो चुका था. और तेज़ी से अपने मोटे लंड को हिला रहा था.

" मे......... आअहह............ दड्दयययययययी........ फकक्क्क्क्क्क्क्क...... मी....................... आअहह. आअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह.... आअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ..... आहह ..... आ.... आअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ..... आअह ....." और आराधना को अपना स्वर्ग प्राप्त हो जाता है. उसकी टांगे कांप रही थी. पंकज अपने लंड को तेज़ी से हिलाने मे लगा हुआ और तभी... पिच्छ... पिच... पिचह.... पिचह. 5 शॉट्स मे सारा वीर्य आराधना के चेहरे पे गिर जाता है. लेकिन आराधना तो जैसे होश मे ही नही थी.

आराधना की साँसे तेज चल रही थी. लेकिन धीरे धीरे वो नॉर्मल हो रही थी. अब उसने अपनी आँखे खोली और पंकज के चेहरे की तरफ देखा और एक प्यारी सी स्माइल दी. पंकज अपनी फ्रेंची और पॅंट उपर कर चुका था.

आराधना उसकी तरफ सवालिया निगाहो से देखती है लेकिन कुच्छ बोलती नही. पंकज अपनी पॅंट को बाँध लेता है और अपने हॅंड वॉश करता है. हॅंड वॉश करके वो बाथरूम के गेट को खोलने लगता है. आराधना उसके एक हाथ को पकड़ती है लेकिन वो छुड़ा लेता है और बाथरूम के बाहर आ जाता है. आराधना बिना पैंटी के ही भाग कर बाहर आती है, जब तक पंकज मेन गेट तक पहुँच गया था. वो मूड कर आराधना की तरफ देखता है. आराधना बिना पैंटी के बिल्कुल शरमा नही रही थी और उसे एक सेक्सी स्माइल देती है. लेकिन पंकज गेट खोलता है और बाहर.

दोनो के दिलो मे हज़ारो सवाल के साथ ये रात कट जाती है. आराधना को समझ नही आ रहा था कि क्या कोई मर्द इतना भी शरीफ हो सकता है कि बस इतना ही करके छोड़ देता है. लेकिन आराधना को मर्दाना टच मिल चुका था.

नेक्स्ट मॉर्निंग - स्मृति सफाई कर रही है और उपर आराधना कॉलेज के लिए तैयार हो रही थी. उसके फेस पे एक शानदार ग्लो थी, पूरे मन के साथ वो कॉलेज के लिए तैयार हो रही थी. पंकज भी उठ कर हॉल मे आ जाता है और न्यूसपेपर पढ़ने लगता है.

आराधना नीचे उतर कर आने लगती है. उसने आज फिटिंग का येल्लो सूट आंड चुस्त पाजामी पहनी हुई थी उसे नीचे आता हुआ देख पंकज देखता है और आराधना उसे फिर से एक स्माइल के साथ इशारे मे गुड मॉर्निंग बोलती है. पंकज अपना चेहरा न्यूसपेपर की तरफ कर लेता है. आराधना को उसका ये बिहेवियर बड़ा अजीब लगा.

" बेटी ब्रेकफास्ट कर ले". स्मृति आराधना से कहती है.

" मुझे भूख नही है". आराधना गुस्से मे बोलती है. और मैन डोर की तरफ बढ़ने लगती है. वो एक दम से पीछे मूड कर देखती है तो पंकज की निगाहे उसके हिप्स पर ही थी. आराधना फिर से एक स्माइल दे कर बाहर जाते हुए बोलती है -" मोम, आज मे जल्दी आ जाउन्गि कॉलेज से". ये बोलते हुए उसकी निगाहे पंकज की तरफ ही थी. और आराधना कॉलेज चली जाती है

स्मृति सफाई करके अपने बेडरूम मे जाती है और नहाने की तैयारी करती है. जब वो वॉर्डरोब से कपड़े निकाल रही थी तो वैसे ही उसको फ़ेसबुक मसेज की टोन आती है. वो मेसेज चेक करती है तो ये उस लाइयन का ही था

लाइयन - सेक्सी, यू देअर?

स्मृति - मेरे पास टाइम नही है, नहाने जा रही हू. जल्दी बको क्या बकना है.
लाइयन- क्या बात है मेडम बहुत गुस्से मे लग रही है?

स्मृति - तुमसे मतलब. जल्दी बोलो क्या बात है?

लाइयन - स्मृति जी. अब तो हमे चॅट करते हुए इतने दिन हो गये हैं लेकिन फिर भी आप हम से ऐसे बात करती है जैसे हम कोई अंजान है.

स्मृति - है तो अंजान ही. फ़ेसबुक प्रोफाइल भी ऐसा है जो फेक ही लगता है. मुझे क्या पता कि तुम कौन हो.

लाइयन- एक शरीफ लड़का हू.

स्मृति - वाह वाह!! शरीफ और तुम? भूल गये पार्टी मे अपनी भाभी वाली बात. शरीफ लोग ऐसा काम करते है?

लाइयन - स्मृति जी शरीफ हू इसीलिए तो उस भाभी का भला कर दिया. नही तो मुझे क्या शौक है समाज सेवा का.

स्मृति - बड़े आए समाज सेवा वाले. उस दिन चॅट के बीच से कहाँ गायब हो गये थे? यू आर आ फ्रॉड रियली. मेरे बारे मे सब जानते हो लेकिन अपने बारे मे कभी कोई हिंट नही देते.

लाइयन - पता है आपसे चॅट करने के लिए कितने पापड बेलता हू और आप है कि मुझे ही फ्रॉड कह रही है. क्या मैं कभी आप जान के कहीं जा सकता हू, उस दिन मेरी बॅटरी ख़तम हो गयी थी.

स्मृति - बहुत लो पॉवर है तुम्हारी बॅटरी मे.

स्मृति अक्सर ऐसी बाते करती नही है लेकिन आज थोड़े फन्नी मूड मे थी तो उसने ये टाइप कर दिया.

लाइयन - मेरी बॅटरी की पॉवर देखना चाहोगी?

स्मृति - मुझे कोई शौक नही है. मेरी खुद की बॅटरी भी बहुत स्ट्रॉंग है.

स्मृति उसकी डबल मीनिंग बातो को समझ रही थी.

लाइयन - आज कल तो सब दो दो बॅटरी रखते है, खास कर लॅडीस तो आप क्यू नही ट्राइ करती.

स्मृति - ज़रूरत नही है मुझे.

लाइयन - लो वोल्टेज रिक्वाइर्मेंट है तुम्हारी, तभी तो एक बॅटरी से ही काम चला लेती हो. मेरी जानकारी मे तो ऐसी ऐसी लॅडीस है जो होल नाइट मुझसे बॅटरी चार्ज करती है.

स्मृति - और तुम कर देते हो?

लाइयन - समाज सेवक हू ना. आप कहें तो आपकी बॅटरी भी फुल चार्ज कर दू. सच बोल रहा हू कि आपको ज़रूरत है.

स्मृति - किस की?

लाइयन - एक बड़े चारजर की जो आपकी मे फिट आ सके.

स्मृति - मुझे ज़रूरत नही है.

लाइयन - तो ऐसे ही स्केरी हाउस मे अपनी गान्ड रगड़ रही थी आप उसके लंड को हाथ मे लेकर.

स्मृति को ऐसे लगा जैसे कहीं बॉम्ब ब्लास्ट हो गया हो. उसके हाथ से मोबाइल छूट जाता है और वो अपने बेड पे ऐसे बैठ जाती है जैसे उसमे जान ही ना हो. एसी रूम मे उसे पसीने आने को हो जाता है. माइंड काम करना बंद कर देता है. उसके दिमाग़ मे बहुत सारे सवालो ने जनम ले लिया था जैसी कि -

1. इसको कैसे पता चला कि स्केरी हाउस मे क्या हुआ?

2. कहीं ये ही तो नही था वो जिसने मेरे साथ वो हरकत करी.

3. अगर ये मुझे जानता है तो कहीं हमारे घर मे ये किसी और को तो नही जानता.

4. कुशल भी स्केरी हाउस मे ही था. कहीं कुशल को इस लाइयन ने कुच्छ बता तो नही दिया.

5. अगर वो ये ही था तो ये कुच्छ बोला क्यू नही. क्या इसका टारगेट बस मास्टरबेशन करना था?
Reply


Messages In This Thread
RE: antervasna फैमिली में मोहब्बत और सेक्स - by sexstories - 12-01-2018, 01:13 AM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,552,372 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 550,212 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,254,312 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 948,360 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,683,514 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,105,713 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,993,959 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 14,197,110 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 4,083,932 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 289,901 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 5 Guest(s)