RE: Kamukta Kahani दामिनी
आज पायल आंटी ने दीखा दिया वो भी सेक्स की देवी ना सही तो सेक्स की बहुत ही जानी मानी पुजारन तो थी ही ...
उस रात हम सब एक अजीब ही मस्ती , आनंद और मदहोशी के सागर में गोते लगा रहे थे . एक दूसरे के नशे में चूर ..वहाँ कौन किस के साथ था , किसके साथ क्या कर रह था किसी को कोई होश नहीं था ..बस एक दूसरे के बदन से खेल रहे थे ...मज़ा ले रहे थे ....
पायल आंटी तो आज इतनी मस्त हो गयीं थी , दो दो राउंड चुदाई के बाद एक दम ढीली और मस्त थी ....टाँगें फैलाए , हाथ फैलाए नीचे कालीन पर आँखें बंद किए मंद मंद मुस्कुरा रहीं थी ...उनकी चूत और गान्ड से वीर्य , वाइन और चूत रस रीस रहे थे ..
पापा और भैया अब तक फिर से वापस अपने रंग में आ चूके थे .....पापा सोफे पर बैठे थे और भैया नीचे कालीन पर .
पापा ने मुझे अपनी गोद में उठा लिया ...मैं भी अपनी टाँगें उनकी कमर के गिर्द रखते हुए उनसे चिपक गयी ... उन्होने मुझे अपने और करीब कर लिया और मेरे होंठ चूसने लगे ....चुचियाँ मसल्ने लगे ..और मैने उनके मुरझाए लौडे से खेलना चालू कर दिया ....
और भैया मम्मी के उपर लेट गये उनको अपने सीने से चिपका लिया और उनके भरे भरे मुलायम होंठों को चूसना शुरू कर दिया ...उनका लौडा मम्मी की कमरबन्द से टकरा रहा था ..उनके बदन में सिहरन उठ जाती .और लौडा कड़क होता जा रहा था ... मम्मी के गहने भी कम सेक्सी नहीं थे ....उन्होने अपनी बाहें भैया के पीठ पर रख अपनी चूड़ियों से उन्ँके पीठ रगड रही थी और कमरबन्द उनके लौडे को ..भैया मस्ती में थे ...और उनका होंठ चूसना और तेज़ होता जाता ....पीठ और लौडे में गुदगुदी होती थी ...भैया इतनी मस्ती में आ गये थे उन्होने मम्मी के मुँह को बुरी तरह अपने मुँह से लगाया , जैसे उनका मुँह खा जाएँगे ...और पूरा मुँह चूस रहे थे.... जीभ चूस रहे थे ..मम्मी का थूक और लार अंदर लिए जा रहे थे ...
क्रमशः……………………..
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