RE: Kamukta Kahani दामिनी
ये दूसरा दौर चुदाई का था ...बड़ा हसीन और संगीतमय ..मम्मी कराह रही थी , पापा चिल्ला रहे थे ....मैं मस्ती में रो रही थी ....गान्ड और चूत दोनों की खूजली मिटा रही थी ....
और फिर सब शांत हो गया .....जैसे तूफान के बाद ...इस तूफ़ानी चुदाई के बाद ...पापा मम्मी की गहने के स्पर्श से बुरी तरह सिहरते हुए झाड़ते जा रहे थे और मम्मी अपनी चूत धंसाए उन से चिपकी थी ....मैं भी भैया से चिपकी थी और चूतड़ उछाले जा रही थी और पायल आंटी सोफे पर टाँगें फैलाए झड़ती जा रही थी ...सोफे पर नदी बह रही थी उनकी चूत से ...
कमरा वीर्य और चूत रस की सोंधी सोंधी महक से भर उठा था ...हमारी तेज़ साँसों से हमारे अंदर समाए जा रहा था....
हम सब मदहोश थे....
क्या समा था ड्रॉयिंग रूम में ...मम्मी और पापा एक दूसरे पर नीचे कालीन पर पड़े थे ..मम्मी ,पापा के सीने से चिपकी थी ...और आँखें बंद किए पापा के सीने की गर्मी का मज़ा ले रहीं थी ..उनके चेहरे पर हमेशा की तरह एक मदभरी मुस्कान थी ...और मुँह खुला ...
और बड़े सोफे पर पायल आंटी और मैं भैया के दोनों ओर अपनी अपनी टाँगें सामने रखी टेबल पर फैल्लाए उन से चिपके थे और भैया हम दोनों को अपने बाहों में लिए अपना होंठ कभी मेरे गालों पर रख देते तो कभी पायल आंटी के गालों पर ...दोनों का स्वाद ले रहे थे ...
सब का चेहरा कितना रिलॅक्स्ड था ...इतनी मस्त चुदाई और चूत की घिसाई हुई थी ...
जहाँ प्यार से चुदाई होती है वहाँ का माहौल भी बड़ा प्यारा होता है..आज का माहौल इसका जीता जागता उदाहरण था .
तभी मम्मी ने अपनी आँखें खोलीं और अपने चारों ओर निघाहे दौड़ते हुए हम सब को देखा ...और उनके चेहरा और भी खील उठा ..खास कर पायल आंटी को देख ....पायल आंटी अपनी टाँगें और चूत फैलाए अपने आप को भैया की बाहों में छोड़ दिया था ..जैसे उन्होने अपनी पूरी जिस्म उनके हवाले कर दी हो ....और ये कहना चाहती हों के जो जी चाहे कर लो ...जैसे भी चाहे चोद लो ....."
'"क्यूँ पायल सब ठीक तो है ना ..? कैसी लगी आज की चुदाई ..??"
" मत पूछ कामिनी ..तुम ने क्या माहौल बनाया है अपने घर का ..बाहर वाले भी यहाँ घरवाले बन जाते हैं...उफफफफफ्फ़ ..मत पूछ बस इतनी मस्ती और मज़ा मुझे कभी नहीं आया ..मन करता है ..इन दो लौन्डो को अपने अंदर हमेशा के लिए रख लूँ ....क्या लंड है और क्या चुदाई ... "
" रोका किस ने है मेरी रानी ...घुसा ले ना दोनों लंड एक साथ अपनी चूत और गान्ड में ....और ले ले मज़ा ...."
" हाई ..हाई ..क्या आइडिया है कामिनी .....एक साथ दो दो लंड .....उईईईईईईईईईईईईईईई ..मैं तो सिर्फ़ सोचते ही लगता है झाड़ जाउन्गि ...मान ना पड़ेगा कामिनी ...तुम सही में सेक्स की देवी ही नहीं ..सेक्स की पुजारन भी हो ...."पायल आंटी ने भैया को चूमते हुए मम्मी से कहा ..
" हे हे हे हे....पर अभी तेरी ये सेक्स की पुजारन पेट की पुजारन बन ने वाली है ...भाई इतनी मस्त चुदाई के बाद मुझे तो भूख लग रही है ..मैं कुछ खाने पीने का इंतज़ाम करती हूँ ..."मम्मी ने हंसते हुए कहा .
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