RE: Kamukta Kahani दामिनी
दामिनी--29
गतान्क से आगे…………………..
मैं भी उनसे और चिपक गया और चूची चूसना भी ज़ोर पकड़ लिया था....थोड़ी देर बाद उनके हाथ में मैं झट्के ख़ाता पूरे का पूरा लौड खाली कर दिया ,,उन्होने पूरा माल अपनी हथेली को चूल्लू की तरह कर उसमें ले लिया और पी गयीं ... चाट चाट कर हथेली सॉफ कर लिया ...
मैं भी शांत था और खूश भी ,पायल आंटी के यहाँ जाने की खबर से .. .
दामिनी , मम्मी सही में अपनी बॉडी और चूत का कितना ख़याल रहती हैं ...तभी तो स्वर्ग की अप्सरा हैं अभी तक ..
मैं तैयार हो कर सीधा पायल आंटी के यहाँ पहुँच गया ...
क्या बताऊ दामिनी ..आज उनका रूप बिल्कुल ही अलग था ...उस दीन खजुराहो की मूरत थी तो आज कॉलेज की छोकरी ..एक दम मस्त ...उन्होने एक मिनी स्कर्ट पहेन रखी थी और बहुत ही लो नेक वाला टॉप ...
स्कर्ट के अंदर उनकी सुडौल जंघें दीख रही थी और टॉप के अंदर से उनकी गोल गोल चुचियाँ बस बाहर उछाल पड्ने को तैयार..मैं बस देखता ही रहा ..
" अरे क्या देख रहे हो अभिजीत .आओ ना बैठो ...चलो सोफे पर ही बैठते हैं , आज हम ने अपना सारा अपायंटमेंट कॅन्सल कर दिया ,,,बस सिर्फ़ मैं और तुम ..."
और हम दोनों सोफे पर बैठ गये ..
बैठ ते ही उनकी स्कर्ट और उपर हो गयी और उनकी जांघों पर बिलकूल चूत तक पहॉंच गयी ..जंघें नंगी थी
मेरी जांघों से अपनी जंघें उन्होने चिपकाते हुए कहा
" अभिजीत ...उफफफफफ्फ़ उस दिन के बाद पता नहीं क्या हुआ मुझे ..मैं हमेशा तुम्हारे बारे ही सोचती थी .." उनका हाथ मेरे जांघों पर था और धीरे धीरे सहला रहीं थी " तुम्हारे जैसा लंड आज तक मैने अंदर नहीं लिया अभी......अयाया अभी भी मेरी चूत से पानी निकल जाता है ..उस दीं की चुदाई याद करते ही ..."
" अच्छा ..इतनी भी क्या ख़ासियत है आंटी ..?"
" इतना लंबा और मोटा उफफफफफ्फ़ ..और जिस तरह से तुम चोद ते हो ना राजा ...पूरा बदन हिल जाता है....जैसे सिर्फ़ चूत ही नहीं मेरे पूरे शरीर को चोद ते हो......कहाँ सीखी तुम ने इतनी मस्त चुदाई ..?? "
" अरे नहीं आंटी ..आप भी तो चूत और दिल खोल के चुद्वाती हो ना ..." ऐसी बातों से मेरा लौडा तो बस अंदर कड़क हो रहा था ..आंटी ने मेरे पॅंट के उपर ही से उसे सहलाना चालू कर दिया था ...
मैने भी उन्हें अपने से चिपका लिया ..आज उनके पर्फ्यूम की स्मेल भी अलग ही थी ...मैने उनका चेहरा अपनी ओर अपने हथेली से खींच लिया और उनकी आँखों मे देखता हुआ उनके होंठ पर अपनी उंगलियाँ फिराने लगा ...दामिनी उनके होंठ इतना सेक्सी है...इतना मुलायम ...अफ ... वो भी मेरी उंगलियों के स्पर्श से सिहर उठी ..फिर मैने अपनी उंगली उनके मुँह में डाल दी और उनके मुँह के अंदर जीभ ,,तालू पर धीरे धीरे फिराने लगा ...पायल आंटी भी मेरी उंगलियाँ चूसने लगीं ..मैने उन्हें बाहर निकाला .उनके थूक से सना था ,,मैं उनकी तरफ़ देखते हुए अपनी उंगली चाट गया ...
क्या टेस्ट था दामिनी उनके लार और थूक से साने मेरी उंगलियों का ....
पायल आंटी भी मस्ती में आ रही थी...उन्होने मेरे पॅंट की ज़िप खोल दी थी और मेरे लौडे को मुट्ठी से जाकड़ लिया था ..जैसे कभी छोड़ेंगी नहीं ...
मुझ से अब रहा नहीं जा रहा था ..मैने उनकी स्कर्ट की एलास्टिक खींचते हुए उनके पैरों से नीच उतार दिया ...वो नंगी थी ..उन्होने पैंटी नहीं पहनी थी ..उनकी सुडौल जंघें ...लंबे पैर और थोड़ी से काली चूत ....एक दम चीकनी उफफफफफ्फ़ ...मैने अपना पॅंट भी उतार दिया और उन्हें अपनी गोद के उपर लेते हुए सोफे पर बैठ गया ...उनकी चूत मेरे लंड पर थी ,, अयाया उनका मुलायम चूत ...
वे भी मेरे गले में हाथ डालते हुए मुझसे चिपक गयीं और मुझे बुरी तरह चूमने लगीं , मेरे होंठों को , मेरे गालों को ..मेरे गले को ..उफ़फ्फ़ मैं भी सिहर रहा था और मेरा लौडा फूँफ़कार रहा था ... उनके चूतदों के बीच उन्हें दस्तक दे रहा था ..मैं भी उंसके गले में बाहें डाल उन से चिपका था ...
उनकी चूचिया मेरे सीने से चिपकी थी ..मैने उनका टॉप भी उतार दिया और उन्होने मेरी शर्ट ..अब हम दोनों बिल्कुल नंगे थे ....एक दूसरे से चिपके , मेरी गोद में ,,एक दूसरे को खा जाने की कोशिश जारी थी ..मैं उनकी चूची अपने मुँह में डाले चूसे जा रहा था ....हाथ से बुरी तरह मसल रहा था ...गोल गोल चूची ....उनकी चूची मेरे थूक और लार से सनी थी और मेरा मुँह ..गाल ...गला सब उनके थूक और लार से ..हम दोनों हाँफ रहे थे , और एक दूसरे का स्वाद ले रहे थे
मेरे लौडे और उनकी चूत से लगातार पानी रीस रहा था ...
" उफफफफफफ्फ़.....अभी ..मेरे राजा ...ऊवू ...तुम ने क्या कर दिया ...मैं पागल हो जाउन्गि ......आहह " और वे मुझे चाटे जा रही थी , चूसे जा रहीं थी ...
फिर उन्हें पता नहीं क्या सूझा , थोड़ा सा अपनी चूतड़ उपर उठाया , और अपनी गीली चूत मेरे लंड पर रख दी और अपने हाथों से मेरे कंधों को थामते हुए धीरे धीरे मेरे लंड पर बैठने लगीं ....आआआआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ,,,दामिनी ..दामिनी ..मेरी तो जान निकल गयीं उनकी इस हरकत से ...मेरे लंड और कड़क हो गया उनकी चूत के अंदर ही ....धीरे धीरे पूरी चूत की जड़ तक बैठ गयीं और फिर लंड अंदर किए ही अपनी चूतड़ गोल गोल घूमाने लगीं ......
"आआआः आंटी ..आंटी मैं झाड़ जाऊँगा ,,,उफ़फ्फ़ " मैने मस्ती में चिल्लाते हुए कहा और अपने होंठों से उनको चूचियाँ जोरों से चूसने लगा ....पायल आंटी भी सिहर गयीं ....और चूत उपर उठा ली उन्होने ..और फिर एक झट्के में पूरी चूत फिर से अंदर डाल दी ......
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