RE: Kamukta Kahani दामिनी
दामिनी--23
गतान्क से आगे…………………..
पापा कुछ देर बाद उठ गये ...मैं लेटी ही थी ..
" बेटी तू लेटी रह आराम कर .. " और वे बातरूम के अंदर थे ..उन्हें किसी क्लाइंट से मिलना था ..तैयार हो कर बाहर आए..
" मैं जा रहा हूँ दामिनी...शाम तक आ जाऊँगा ..तुम रिलॅक्स करो ..कुछ भी ज़रूरत हो रूम सर्विस को रिंग कर देना ...और कहीं बाहर जाने का मूड करे ..उन्हें कार के लिए बोल देना ... ओके ..??'
"डॉन'ट वरी पापा ..वैसे भी आज मेरा कहीं जाने का मूड नहीं ..आज तो बस सिर्फ़ रिलॅक्स करूँगी ... "
" हाँ खूब रिलॅक्स कर लो ....आज रात हम लोग सुहाग रात मनाएँगे ना....हा हाहा हा ..! "और उन्होने मुझे चूम लिया
" ऊऊओ पापा ..एसस्स्स्सस्स.....मैं आपकी नयी नवेली दुल्हन और आप मेरे दूल्हे राजा ...उफफफफफ्फ़ कितना मज़ा आएगा ....आप जल्दी आ जाना प्लज़्ज़्ज़्ज़..."
" यस बेटी , आइ विल ट्राइ ...ठीक है मैं जा रहा हूँ ..बाइ ..अपना ख़याल रखना..."
" यस पापा ..आप भी अपना ख़याल रखना , " और फिर पापा बाहर निकल गये ...
दरवाज़ा लगा मैं फिर से लेट गयी .... रात के सुहाग रात की कल्पना से सिहर उठी थी मैं ...तभी मुझे ख्याल आया क्यूँ ना घर की खबर ली जाए ...भैया और मम्मी के हनी-मून का क्या हाल है..मेरे होंठों पर एक शरारत भरी मुस्कान थी ..मैने घर का नंबर डाइयल किया ...रिंग जा रहा था ..कोई उठा नहीं रहा था....लगता है दोनों हनिमून के मूड में कुछ ज़्यादा ही बिज़ी थे ....मैने दुबारा रिंग की ..... उधर से भरराई आवाज़ में भैया ने " हे-ए-ल्लो .." कहा
" ह्म्म्म लगता है भैया और मम्मी घर पहुँचते ही चालू हैं..ही ..ही .."
" उफफफफ्फ़ ..दामिनी तुम भी ना ..हाँ दामिनी ..मम्मी तो एक दम नयी नवेली दुल्हन बनी हैं ... काश तुम यहाँ होती उनका ये रूप देखने को...'" मुझे पीछे से मम्मी के सिसकारियों की आवाज़ आ रही थी ..लगता है भैया उनकी चूत यह चूची मसल रहे थे..
तभी मेरे दिमाग़ में एक बात आई और मैं मुस्कुरा उठी
" भैया ..वो तो मैं अभी भी कर सकती हूँ .."
" वो कैसे ..." भैया ने पूछा ..पर उनका हाथ कमाल दीखा ही रहा था ..मम्मी की सिसकारियाँ ज़ोर पकड़ रही थी
" वो ऐसे के आप फ़ौरन इंटरनेट ऑन करो ...याहू मेसेंजर लोग ऑन करो और वीडियो चाट ऑन करो....मैं भी ऑन कर रही हूँ होटेल का कंप्यूटर ...यहाँ भी वेब कॅम है ...उफ्फ भैया जल्दी करो ..प्ल्ज़्ज़ ..मैं मरी जा रही हूँ तुम दोनों को देखने को.."
और मैने फ़ौरन यहाँ का क्म्प्यूटर ऑन कर याहू मेसेन्जर लोग ऑन कर के अपना व्यू अड्जस्ट किया ..मैने अपने कपड़े पूरे उतार दिए थे...
थोड़ी देर बाद उनका रिक्वेस्ट आया वीडियो के लिए , मेरे आक्सेप्ट करते ही जो मैने कम्प्यूटर स्क्रीन पर देखा ..उफ़फ्फ़ क्या सीन था ..
मम्मी की मॅक्सी का सामने का हिस्सा पूरा उघ्ड़ा था और नीचे घुटनो तक उघ्ड़ा था ..आधी नंगी ..और वे भैया के एक हाथ पर पीठ लगाए अढ़लेटी पोज़िशन में उनके गोद पर बैठी थी इस तरह के भैया को मैं देख सकती थी ..और उन्हें भी ...मम्मी ने हाथ हिला कर हाई किया ..पर उनके चेहरे से लग रहा था वो कितनी मस्ती में थी ..वोई खुला मुँह ...
भैया ने मुझे हवा में किस किया ..मैने भी जोरदार किस किया अपने होंठों को गोल गोल कर ..
मैने टाइप किया " मम्मी टाँगें थोड़ी और फैलाओ ना .तुम्हारी चूत देखनी है .."
मम्मी के टाँगों की हरकत दीखी ..पर जो मैने देखा ..ऊवू ...मम्मी की चूत नही दीखी ..दीखा तो भैया का तननाया हुआ लौडा ..जो नीचे से उनकी चूत के अंदर डाला हुआ था ...और वे धीरे धीरे अपनी कमर उठा उठा कर लौडा उनकी चूत के अंदर ही अंदर घूमा रहे थे ...मम्मी की चूत और उनके लंड के बीच से पानी रीस रहा था ...मम्मी आँखें बंद किए , मुँह खोले मस्ती में थी और एक नयी नवेली दुल्हन की तरह भैया के सीने मे सर रखे शर्मा रहीं थी ..
मैं पागल हो उठी और अपनी चूत और टाँगों को फैलाया और एक उंगली वहाँ अपनी चूत में डाल कर घिसने लगी .
भैया भी आज पूरे मूड में थे और मम्मी को एक दुल्हन की तरह ट्रीट कर रहे थे ..उन्होने उनका चेहरा अपने दूसरे हाथ से उपर किया ... और उनके होंठ को चूम लिया धीरे से ...मम्मी का सिहरन मुझे साफ साफ दीख रहा था ..उन्होने अपने हाथ से भैया को अलग करने की नाकाम कोशिश की .एक दम जैसे कोई दुल्हन करे ...भैया ने उन्हें और जोरों से जाकड़ लिया और फिर जोरदार तरीके से होंठ चूसने लगे ....मम्मी ने अपना मुँह अलग करने की कोशिश की ..पर धीरे धीरे उनका विरोध ठंडा पड गया .उन्होने अपने आप को भैया के हवाले कर दिया था ..अपने दूल्हे राजा के हवाले ...और अब तो दुल्हन ने भी दूल्हे का सर अपनी तरेफ खींच अपने होंठों से भी उनके होंठों का साथ दे रहीं थे ..दोनों एक दूसरे को चूस रहे थे ...एक दूसरे के मुँह में घुस जाने की कोशिश में थे ...और इधर भैया का लंड भी उनकी चूत के अंदर हल्के हल्के अंदर बाहर हो रहा था ...पानी का रिसाव भी बढ़ता जा रहा था ...
मम्मी की चुचियाँ उछल रहीं थी ..काफ़ी कड़ी थी ...गुलाबी निपल्स एक दम कड़े कड़े ..सीधे उपर की ओर ...
भैया ने उनके होंठों से अपने होंठ अलग किए ..पर उनके मुँह में मम्मी के मुँह का थूक और लार भरा था ..उन्होने अपना मुँह उनकी कड़ी चूची पर लगाया और अंदर के थूक और लार चूचियो पर उगल दी और चूसने लगे बुरी तरह ...मम्मी की चूचिया जैसे भैया खा जाएँगे ...मैने देखा मम्मी उछल पडी उनकी गोद में ...उनका मुँह और खूल गया .... उफफफफ्फ़ कितनी सेक्सी लग रहीं थी मम्मी ...उनके हाव भाव बिल्कुल नयी नवेली दुल्हन की तरह थे ...
भैया का चूसना लगातार जारी था ....एक चूची उनके मुँह में थी और दूसरी उनकी हथेली के बीच ..एक चूची वह चूस रहे थे ..चाट रहे थे ..और कभी कभी हल्का दाँत भी गढ़ा देते ..मम्मी की आँखें बंद थी और मुँह खुला ...देख कर लग रहा था सिसकारियाँ ले रहीं थी..आहें भर रहीं थी ...और भैया ने अपनी हाथों का कमाल दीखया ..मम्मी एक दम से उछल पडी ..उन्होने अपनी हथेली से मम्मी के कड़े निपल को दबाया बड़े हल्के से और हथेली घूमाने लगे निपल के उपर ...निपल कड़ी होने की वाज़ेह से मम्मी के पूरे बदन में सनसनी छ्छा गयी थी ..मैने देखा उनका बदन कांप रहा था ...और साथ में भैया का लंड तो चूत को पूरी तरह मथ रहा था ..चूत को अंदर ही अंदर घिस रहा था ...दुल्हन के लिए अब सहन करना शायद मुश्किल हो रहा था ...
मैने देखा मम्मी की चूतदों में उछाल धीरे धीरे ज़ोर पकड़ रही थी और बदन भी कांप रहा था ..फिर उन्होने भैया को बुरी तरह जाकड़ लिया ..भैया ने भी उन्हें अपने सीने से चिपका लिया ...उनकी चुचियाँ भैया के सीने से दब कर एक दम फ्लॅट हो गयी थी ..इतने जोरों से भैया ने उन्हें जाकड़ रखा था ..
उफफफफफ्फ़ मैं भी अपनी उंगलियों से चूत घिसाई ज़ोर और जोरों से किए जा रही थी .
फिर जिस तरह मम्मी झड़ी .उफफफफफ्फ़ ..उन्होने भैया को जकड़े रखा ..कमर से उपर भैया से चिपका था और कमर से नीचे चूतड़ बार बार उछल रहा था , झट्के पे झटका खा रहा था ..भैया का लंड बाहर आ गया था और मम्मी की चूत से रस का फव्वारा भैया के पेट में जा रहा था ...रस की फुहार से भैया भी सिहर उठे ...थोड़ी देर बाद मम्मी भैया की गोद में शांत पड़ी थी...
भैया ने अपना लंड उनके हाथों में दे दिया ..उनका लंड बिल्कुल फूला ,फूला और कड़क तननाया था ..मम्मी ने ने उसे अपने हाथों से सहलाना चालू किया ..दो चार बार में ही भैया ने पिचकारी छोड़ दी ..मम्मी ने सारे का सारा वीर्य अपने मुँह में ले लिया...कुछ उनकी चूचियों पर भी गिरा ...
क्या सीन था ...मम्मी की चूचियो में वीर्य चमक रहा तहा ..उनके होंठों पर भी फैला था ..उन्होने अपनी जीभ से सब कुछ चाट चाट कर साफ कर दिया ..
मैं भी दूल्हे दुल्हन के खेल से मस्ती में आ गयी थी और लगातार पानी छोड़े जा रही थी ...
थोड़ी देर बाद मैं उठी , सीधे बाथरूम गयी ...शवर लिया ...बहुत हल्का फील हो रहा था मुझे ...मैं बेड पर लेट गयी .... मैं आज शाम के बारे सोच रही थी और सोचते सोचते मेरी आँख लग गयी ...
मैं काफ़ी देर तक सोती रही ... नींद खुली तो देखा शाम के 4 बजे थे ....इतनी गहरी और अच्छी नींद थी के मुझे भूख प्यास का भी होश नहीं था .... मुझे काफ़ी हल्का महसूस हो रहा था ..वेरी रिलॅक्स्ड ...और शायद इसलिए भूख भी जोरों की लगी थी ...दिन भर पेट के अंदर तो कुछ नहीं गया था ..हाँ चूत के रास्ते ज़रूर काफ़ी कुछ बह गया तहा ...ही ही..ही !!
मैने रूम सर्विस को रिंग कर खाने का ऑर्डर प्लेस किया ...थोड़ी देर में ही खाना आ गया ...मैं भूखी शेरनी की तरह टूट पड़ी खाने पर ..अब थोड़ी राहत महसूस हुई..
फिर मैं बाथरूम की ओर चल पड़ी , रात की तैयारी के लिए ...सारे होल्स की अच्छी तरह सफाई की...चूत , गान्ड , आर्म पिट्स कान के होल्स , सभी जागेह उंगलियाँ घुसा घुसा ,और चूत के चारों ओर थोड़े बाल उग आए थे , उन्हें भी पापा के सेफ्टी रेज़र से सॉफ कर दिया ..एक दम चीकनी थी चूत ..हाथ रखो तो फिसल जाए ...सुहाग रात जो थी आज .... मैं बस मन ही मन मुस्कुरा रही थी ....
मैं गाउन पहेन बाथरूम से बाहर निकली ...फोन की घंटी बज रही थी ..मैने फ़ौरन उठाया उधर से भैया की आवाज़ आई " दामिनी .कैसी है रे तू..??"
'' मत पूछो भैया .."
" क्यूँ क्या हुआ ..? " उन्होने कुछ घबडाइ सी आवाज़ में पूछा
" अरे ऐसा कुछ नहीं ..बस रात का इंतेज़ार है ...आज तो पापा सुहाग रात माननेवाले हैं ना ...अफ भैया मैं सोच सोच के ही मरी जा रही हूँ ..तुम्हारा क्या हाल है..??"
"बस यहाँ भी बुरा हाल है ..मम्मी ने अपनी वीडियो चॅट के बाद से ही अपनी चूत में ताला लगा दिया है ....छूने तक नहीं देती दामिनी...कहती है रात होने दो सुहागरात मनाएँगे ..और मेरा लंड तन तना रहा है ..उन्हें देखते ही कड़क हो जाता है...उफफफ्फ़ ...दामिनी ..क्या करूँ ..??"
" ही ही ही ही !! ठीक ही तो बोल रहीं हैं मम्मी ... अभी थोड़ा आराम दो अपने भोले महाराज को...फिर रात भर तो मेहनत करनी ही है ...उफफफफफफ्फ़ भैया मेरी चूत से भी खूब पानी छूट रहा है आज ...ऊवू .."
तभी कॉल बेल की आवाज़ आई ...
" भैया लगता है पापा आ गये हैं ...अच्छा तुम अपनी और मम्मी की सुहागरात का पूरा डीटेल कल ई-मैल ज़रूर करना ... ओके..?"
" हाँ बाबा करूँगा .."
मैं फोन रख दी और दरवाज़े के पास गयी और आवाज़ दी" कौन ..?"
" मैं हूँ दामिनी .." पापा की आवाज़ थी ..
पापा के अंदर आते ही मैने दरवाज़ा बोल्ट कर दिया ...
क्रमशः……………………..
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