RE: Kamukta Kahani दामिनी
मम्मी ने उनकी गर्दन अपने हाथों से जाकड़ ली ,अपनी ओर खींचते हुए कहा.." अभी ..आज तुम बिल्कुल अपने पापा के जवानी के दिनों की याद दिला रहे हो...लगता है ..तुम अभय ही हो ....हाँ तुम अभय ही हो.....हाँ अभय ..तुम से रहा नहीं गया ना ...आख़िर मेरी चूत ने तुम्हें वापस बुला ही लिया ...ऊवू आओ ना मुझे अपनी बाहों में ले लो .....अयाया मुझे प्यार करो ना मेरी जान..मुझे चोद डालो ....आआआः ...आओ ना ...रुक क्यूँ गये..."
उनकी बातें सुन हम दोनों मुस्कुरा रहे थे ..भैया की तो बस लॉटरी निकल गयी थी ...मम्मी उन्हें पापा समझ बैठी थी नशे में ....उनका काम आसान हो गया था..
" वाह भैया ..आज आप के तो मज़े हैं ..मम्मी आप में पापा देख रहीं हैं ...ऊ मस्त चुद्वायेन्गि आप से ...और मैं बाहर दरवाज़े से लग कर खड़ी हो गयी .. देखने लगी इस नायाब शो को
उस दिन मैने मम्मी का वो रूप देखा जो मैने आज तक नहीं देखा था...नशे में उनको भैया ,पापा लग रहे थे ..जवानी के दिनों के पापा ...उनको भी अपनी जवानी याद आ रही थी...
वो बार बार भैया से चिपकती जातीं उन्हें चूमती ..चाट ती ..और कुछ कुछ बड़बड़ाती जातीं ..
." मेरा सोना ...मेरे राजा ...ऊवू मेरा अभय कितना मस्त है.....ऊवू मेरा अभय जवान है..मैं भी जवान हूँ ...अया..देखो ना मेरी जवानी देखो ..देखो ना अभय मुझे नंगी देखो .." और उन्होने अपने कपड़े उतार दिए ...एक एक कर ...सारी ..ब्लाउस ..ब्रा पैंटी ...बिल्कुल नंगी उनके सामने घुटनो के बल बैठ गयीं .....नशे में उन्हें अभी और अभय दोनों एक जैसे लग रहे थे और भैया इस महसूस से के मम्मी उन्हें अपना पति समझ रही हैं ..एक अजीब रोमांच से सिहर रहे थे ..ये बात उन्होने मुझे बाद में बताई .
" अभय ..लो इन्हे चूसो ना ..." और अपनी चुचियाँ अपने हाथों से भाइय्या के मुँह में डाल डी ... '
" हाँ चूसो , चूसो ना ..और ज़ोर से ..और ज़ोर से ..आज तुम इतने शर्मा क्यूँ रहे हो अभय ..? " भैया ने भी उनकी चुचियाँ .पपीते के समान चूचियो को अपने हाथ से थामते हुए जोरों से चूसना शुरू कर दिया ...चप्प....चुउप्प की आवाज़ आ रही थी ...'
"हाँ बस ऐसे ही चूसो ....बस मेरी चूची खाली कर दो ..खा जाओ ....अयाया ...हाह....ऊवू लग रहा है मेरा सब कुछ चूची से तुम्हारे मुँह में जा रहा है......अयाया ..." भैया भी जोरों से चूसे जा रहे थे ... फिर भैया ने दूसरी चूची भी मुँह में ले ली ...उनकी निपल्स एक दम लाल पड गये थे ..भैया की चुसाइ से ..उनका चूसना इतना जोरदार होता ,,मम्मी के निपल्स सूख जाते ..भैया उन पर जीभ फिराते ..गीली करते ..फिर चूस्ते ...मम्मी अयाया...ऊवू ..अभय ..अभय आज तुम इतने बेचैन हो ....आह हाँ मेरे राजा ..चूस लो ...पूरे का पूरा मुझे ही चूस लो.....उफफफफफ्फ़ ......"
क्रमशः……………………..
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