RE: Kamukta Kahani दामिनी
शाम को घर वापस आ कर मैं पापा और मम्मी सब बैठे चाइ पी रहे थे ...भैया अभी तक नहीं आए थे ..और मम्मी बड़ी मस्ती में गुनगुनाए जा रही थी ...मैने मन ही मन कहा ""ह्म्म्म ..लगता है आज पापा के साथ दिन में जम कर चुदाई हुई है ..."और मम्मी की तरेफ देख कर मुस्कुराने लगी..
'"पापा .." मैने पापा की ओर देखते हुए कहा " देखो ना आप जब भी टूर से आते हो मम्मी कितना खुश रहती हैं ..इनके होंठों पे हमेशा गीत रहता है ...आप क्या जादू करते हो ..बताओ ना ..प्ल्ज़्ज़ बताओ.."
"हा ! हा! जादू...अरे मैं कोई जादूगर थोड़ी हूँ ..आब तुम इन्ही से पूछ लो ना...मेरी प्यारी प्यारी बेटी ..."
और उन्होने मुझे अपनी ओर खींचते हुए अपने सीने से चिपका लिया ..मेरी पीठ उनके सीने से चिपकी थी और उनके हाथ मेरे पेट के गिर्द था ...मेरे मुलायम पेट को सहलाता हुआ ...और मैं अपने दोनों हाथ उपर किए उनके गाल सहला रही थी...
"देख खुद तो अपने पापा से चिपकी जा रही है ..तू क्या खुश नहीं रहती इनके आने से दामिनी..?? सिर्फ़ मुझे क्यूँ बोलती है..??"
मैने पापा के गालों को उंगलियों से हल्के से कचोट ते हुए कहा
"हाँ मम्मी बात तो सही है ...पापा हैं ही ऐसे ...ऊवू पापा अब आप टूर पर मत जाइए ..हमेशा हमारे साथ रहिए ना ..."
"बेटी मैं खुशी से थोड़ी जाता हूँ ..अब काम ही ऐसा है क्या करूँ ...ठीक है एक काम करते हैं.जब नेक्स्ट टाइम तेरे कॉलेज की छुट्टी रहेगी मैं तुझे भी साथ ले चलूँगा ,,चलेगी ना ...?"
"ओओओओओओओओह्ह्ह दट विल बी जस्ट ग्रेट ....पापा ऊओह पापा....आप ने मेरे दिल की बात कह दी .ऊऊह्ह्ह्ह्ह्ह्ह आइ लव यू ..." और मैने उनके होंठ चूम लिए ....
मम्मी भी लगातार बाप-बेटी का प्यार देख हँसे जा रही थी.
क्रमशः……………………..
कर बाहर ही आनेवाला हो...
कॉलेज जाते जाते मैने भैया को एक बार गले से लगाया :
"भैया ....आज रात को ...उफफफ्फ़ ..मैं अब और रुक नहीं सकती ..मेरी चूत फाड़ देना ..हाँ ..?? " और ये कहते बाहर निकल गयी..
भैया ने भी थंब्स अप कर दिया ....और हँसने लगे ....
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