RE: Incest Porn Kahani चुदासी फैमिली
मेरी गान्ड आह आह सिई सिई उई माँ कितना मस्त लंड है पापा आपका और कस कस कर चोदिये पापा, सोनू लगातार चिल्ला रही थी और सुधा उसकी बर अपने हाथो से सहला रही थी और फिर मनोहर ने एक कस कर धक्का मारा और सोनू की चूत से पानी की फुहार बह निकली और मनोहर के लंड से मलाई सोनू की पूरी गान्ड में भर गई और सोनू धम्म से मनोहर के उपर गिर गई और सुधा सोनू और मनोहर से चिपक कर गहरी गहरी साँसे लेने लगी और फिर कुछ समय बाद उनकी साँसे नॉर्मल हुई.
लेकिन दूसरी ओर कार चली जा रही थी और रोहित अपनी मम्मी नीलम से पूछता है मम्मी एक बात कहूँ तब नीलम ने कहा क्या तब रोहित ने कहा आप इस रेड साड़ी में बहुत खूबसूरत सुर सेक्सी लग रही हो ऐसा लग रहा है जैसे आप कोई नई नवेली दुल्हन हो
नीलम : मुस्कुराते हुए अच्छा बड़ी तारीफ कर रहा है कहीं तू मुझ पर डोरे तो नही डाल रहा है,
रोहित :मम्मी में तो कब से आप पर डोरे डाल रहा हूँ लेकिन आप है की फँसती ही नही
नीलम : मुस्कुराते हुए कहने लगी बेटे फँसती तो सभी है बस फसाना आना चाहिए
रोहित : मम्मी आप मुझसे फस जाओ ना
नीलम : मुस्कुराते हुए कहने लगी मुझे फसा कर क्या करेगा
रोहित : वही जो एक मस्त औरत के साथ किया जाता है
नीलम : क्या मतलब है तेरा नीलम ने आँखे दिखाते हुए कहा लेकिन अपनी मंद मंद मुस्कान को नही रोक सकी
रोहित : मम्मी आप जान बुझ कर भोली मत बनिये में सब जानता हूँ आपका भी खूब मन करता है बस आप नखरे दिखाती है
नीलम : क्या मन करता है मेरा
रोहित : यही कि में आपको चोदु
नीलम : आँखे दिखाती हुई कहने लगी तुझे शर्म नही आती अपनी मम्मी से ऐसी बाते करते हुए
रोहित : मम्मी प्लीज़ मान जाओ ना
नीलम : मुस्कुराते हुए कहने लगी नही मुझे यह सब अच्छा नही लगता और वैसे भी तू मेरा बेटा है में तुझसे कैसे चुद सकती हूँ, नीलम ने साफ लफ़जो में चोदने की बात जान बुझ कर की
रोहित : तो मम्मी में क्या करू मेरा लंड आपको देख देख कर खूब तबीयत से खड़ा होता है
नीलम ; मुस्कुराते हुए कहने लगी तो संभाल कर रख अपने लंड को, किसी का लंड अपनी मम्मी को देख कर भी खड़ा होता है क्या
रोहित : क्यो नही खड़ा होता है जिसकी मम्मी के चूतड़ आपके जैसे भारी और मोटे मोटे होंगे उसका लंड अपनी मम्मी की मोटी गान्ड देख कर ज़रूर खड़ा होता होगा
नीलम : बेशरम में सब जानती हूँ तू उस शेखर की संगति में रह रह कर बिगड़ गया है, अब फालतू की बाते बंद कर और कार चलाने में ध्यान दे
रोहित : अच्छा मम्मी एक बात बताओ आपने पैंटी पहनी है
नीलम : मुस्कुराते हुए कहने लगी तुझे क्या करना है
रोहित : प्लीज़ मम्मी बताओ ना
नीलम : हाँ पहनी है
रोहित : फिर एक बार आज दिन के उजाले में मुझे अपनी साड़ी उठा कर दिखा दो
नीलम : पागल हो गया है क्या यहाँ बीच रोड में में तुझे साड़ी उठा कर दिखाऊ
रोहित : मम्मी में गाड़ी किसी सुनसान जगह की ओर ले लेता हूँ, नीलम कुछ कहती इससे पहले ही रोहित ने गाड़ी को एक कच्चे रास्ते की ओर घुमा दिया और नीलम कहने लगी रोहित तू पागल हो गया है लेकिन रोहित कहाँ मानने वाला था आगे जाकर एक आम का बगीचा आ गया जहाँ दूर दूर तक कोई नज़र नही आ रहा था और रोहित ने गाड़ी रोक दी और नीचे उतर आया,
रोहित दूसरी साइड का गेट खोलते हुए कहने लगा आओ ना मम्मी
नीलम : रोहित तू पागल तो नही है यहाँ वीराने में कहाँ ले आया
रोहित : मुस्कुराते हुए कहने लगा मम्मी ऐसी जगह ही तो तुम साड़ी उठा सकती हो जहाँ तुम्हे मेरे अलावा और कोई ना देख सके
नीलम : मंद मंद मुस्कुराते हुए आँखे दिखाती हुई कहने लगी रोहित तू बहुत बदमाश हो गया है तुझे मेरी पैंटी ही देखना है ना ये ले देख और नीलम ने दोनो हाथो से अपनी साड़ी उठा कर कमर तक कर ली, रोहित के सामने उसकी मम्मी की गदराई मोटी मोटी गोरी जांघे पूरे दिन के उजाले में नज़र आ गई और वह अपनी मम्मी की मोटी और गोरी जाँघो को देख कर दंग रह गया उसने इतनी गुदाज और गदराई चिकनी जांघे आज तक नही देखी थी, उसके उपर रेड कलर की नेट वाली झीनी सी पैंटी जो सिर्फ़ पान के आकर की चूत को ही कवर किए हुए थी और चूत का उभार बहुत फूला नज़र आ रहा था, तभी नीलम ने साड़ी नीचे कर दी और कहने लगी ले देख चुका अब चल यहाँ से
रोहित : बिगड़ते हुए क्या मम्मी इतनी जल्दी साड़ी नीचे कर दी आप ने में तो अच्छे से देख ही नही पाया प्लीज़ उपर उठाओ ना
नीलम ; बस रोहित बहुत हो गया कोई इधर उधर से आ ना जाए
रोहित : मम्मी कोई नही आएगा प्लीज़ मम्मी दिखाओ ना
नीलम : मुस्कुराते हुए कहने लगी अच्छा ठीक है और नीलम ने एक बार फिर से अपनी साड़ी उपर उठाई और रोहित का हाथ इस बार अपने पॅंट के उपर से लंड पर चला गया और वह लंड को दबाते हुए अपनी मम्मी की गदराई जाँघो और फूली चूत के उभार को देखने लगा, कुछ देर बाद ही नीलम ने फिर से साड़ी नीचे कर दी और कहा अब चले तब रोहित ने कहा मम्मी आपने पीछे से तो दिखाया ही नही, सबसे ज़्यादा अच्छे तो मुझे आपके भारी भरकम चूतड़ लगते है, प्लीज़ एक बार पीछे से भी दिखा दीजिए ना
नीलम : मुस्कुराते हुए, तू बहुत बदमाश है तुझे यह सब चीज़े नही देखना चाहिए इन्हे देखने का हक़ सिर्फ़ तेरे पापा को है
रोहित : नही मम्मी सबसे पहला हक़ तो मेरा ही है चलिए अब जल्दी से पीछे घूम जाइए और मुझे देखने दीजिए
नीलम : मुस्कुराते हुए कहने लगी क्या देखना चाहता है तू
रोहित : आपकी मोटी गुदाज गान्ड
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