RE: Incest Porn Kahani चुदासी फैमिली
मनोहर ने उसके गालो को चूमते हुए कहा क्या बात है हमारी बेटी हमसे नाराज़ है क्या तब सुधा ने कहा पापा आपका बहुत मोटा है उस दिन का दर्द ही बाकी है अभी तक,
तब मनोहर ने कहा अच्छा अपने हाथ में पकड़ कर देखो क्या खूब मोटा है,
तब सुधा ने अपने हाथ में पूरा लंड पकड़ कर देखते हुए कहा बाप रे यह तो उस दिन से भी ज़्यादा मोटा है,
मनोहर ने कहा जानती हो यह इतना मोटा क्यो हो गया है
तब सुधा ने पूछा क्यो तब मनोहर ने उसके मोटे मोटे चुतड़ों को अपने हाथो में भर कर कहा तुम्हारे इतने मोटे मोटे चुतड़ों को देख देख कर यह इतना मोटा हुआ है तुम्हारे चूतड़ तो इस समय इतना गद्रा रहे है की तुम्हारी मम्मी की मोटी गान्ड भी इनके आयेज कम नज़र आती है, तब सुधा ने पापा के लंड को सहलाते हुए कहा पहले तो यह छ्होटे थे जब से आपने पीछे से अपने इस डंडे को डाला है तब से ही यह इतने मोटे हो गये है, तब मनोहर ने कहा अच्छा सच सच बताओ जब यह मोटा डंडा तुम्हारी गान्ड में घुसा था तब तुम्हे मज़ा आया था कि नही तब सुधा ने मुस्कुराते हुए कहा यह मोटा ज़रूर है लेकिन अंदर जाकर बहुत मज़ा देता है,
तब मनोहर ने कहा तुम्हारी चुचियाँ भी बहुत भर गई है लगता है इनमे बहुत दूध भरा हुआ है और मनोहर ने सुधा के बोबो को कस कस कर दबाना शुरू कर दिया तब सुधा ने कहा आह सीई पापा ऐसे मत दबाइए जब आपका डंडा अंदर घुसता है तब इन्हे कस कस कर दबवाने का मन होता है,
मनोहर; तो फिर आज हम तुम्हारे इन मोटे मोटे खरबूजो का रस अपने मोटे गन्ने को तुम्हारी गान्ड में डाल डाल कर चुसेगे और मनोहर ने सुधा को गोद में उठा लिया और अपने रूम की ओर बढ़ गया जैसे ही मनोहर रूम के अंदर हुआ सामने सोनू केवल ब्रा और पैंटी में ड्रेसिंग टेबल के साने खड़ी थी उसकी गुलाबी पैंटी उसकी गान्ड में फसि हुई थी और उसकी गान्ड बहुत मस्त नज़र आ रही थी.
मनोहर के अंदर पहुचते ही सोनू पलटी और कहने लगी लगता है सुधा बहुत नाराज़ है आपसे आ नही रही थी क्या तब मनोहर ने कहा
सोनू ज़रा सरसो का तेल ले आओ सुधा के पूरे बदन में दर्द है इसकी मालिश करना पड़ेगी, मनोहर की बात सुन कर सुधा और सोनू एक दूसरे को देख कर मुस्कुरा दी तब सोनू तेल की बोतल ले कर आई और कहने लगी पापा दर्द तो मेरे बदन में भी है तब मनोहर ने कहा ठीक है तुम दोनो की अच्छे से मालिश कर देता हू चलो सारे कपड़े उतार कर बेड पर पेट के बाल लेट जाओ और मनोहर ने अपनी लूँगी खोल दी और लूँगी खोलते ही उसका लोहे जैसा काला और मोटा लंड बाहर आ गया और उसके फूले सुपाडे और उभरी नसों को देख कर दोनो रंडिया अपने अपने मुँह का थूक गटकने लगी तभी सोनू ने अपनी ब्रा और पैंटी उतार दी और सुधा के पास जाकर उसकी टीशर्ट को उपर से निकाल दिया
जिससे सुधा के मोटे मोटे आम पूरे नंगे हो गये और फिर सोनू ने उसकी स्कर्ट नीचे खींच दी और अब दोनो रंडिया पूरी मदरजात नंगी हो गई और सोनू और सुधा एक दूसरे से चिपक गई तब मनोहर नंगा ही उनके पास गया और दोनो रंडिया पापा के नंगे बदन से चिपक गई अब मनोहर दोनो की मोटी गान्ड की गहराई में एक एक हाथ लेजा कर उनकी गान्ड की गुदा को सहलाने लगा और सोनू ने पापा के आंड को सहलाना शुरू कर दिया और सुधा पापा के लंड को सहलाने लगी,
मनोहर तो पागल हुआ जा रहा था दो दो जवान मस्तानी रंडिया उसके बदन से पूरी नंगी होकर चिपकी हुई थी और वह कभी उनके मोटे मोटे बड़े बड़े दूध को मसल रहा था और कभी उनकी मोटी गदराई गान्ड को दबोच रहा था,
सुधा : आह ससीई पापा आराम से दबाइए ना
मनोहर : बेटी तू तो बिल्कुल ऐसे सिसिया रही है जैसे पहले कभी जवानी में तेरी माँ सीसियाती थी
सोनू : तो क्या पापा अब मम्मी जी नही सिसियाती है, आपको तो खूब मज़ा आता होगा उनके साथ
मनोहर : हाँ लेकिन तुम जैसे कसी हुई लोंदियो को चोदने का अलग ही मज़ा है, तुम्हारी गान्ड और चूत में लंड बहुत कसा हुआ घुसता है
सुधा : पापा आपका मोटा भी तो इतना है यह कहते हुए सुधा ने उनके लंड को कस कर मुट्ठी में भर लिया, तभी मनोहर ने सुधा को अपनी गोद में उठा कर उसके रसीले होंठो को चूस्ते हुए उसकी चूत में एक उंगली पेल दी और सुधा कस कर मनोहर से चिपक गई, अब मनोहर ने अपने लंड के उपर सुधा को चढ़ा लिया और सुधा किसी बंदरिया की तरह अपने पापा की कमर के इर्द गिर्द पैर लपेट कर चढ़ कर
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