RE: Incest Porn Kahani चुदासी फैमिली
रोहित ने डॉरबेल बजाई और सामने से संगीता ने दरवाजा खोला और सोनू और रोहित को देख कर खुस होते हुए रोहित के गाल खींचे और सोनू को अपने गले से लगा लिया और उनकी खातिरदारी करने लगी, सोनू भी किचन में चली गई और भाभी से बाते करने लगी
संगीता : हँसते हुए क्या बात है सोनू तेरा फिगर तो बहुत निखार आया है और काफ़ी बोल्ड नज़र आने लगी है लगता है रोहित तुझे फ्री छोड़ता ही नही है
सोनू : मुस्कुराते हुए अरे भाभी में तो वैसी ही हूँ और फिर आपके मुक़ाबले में कहाँ आपका तो फिगर किसी भी मर्द को पागल कर दे
संगीता : हँसते हुए कहने लगी क्यो ज़्यादा मोटी हो गई हूँ क्या
सोनू: हँसते हुए कहने लगी भाभी इसे मोटा होना नही कहते है औरतो का मोटा होना गदराना कहते है और आप पहले से काफ़ी गदरा गई है
संगीता : मंद मंद मुस्कुराते हुए कहने लगी बड़ी कामुक बाते करने लगी है तू पहले से ही इतनी बिगड़ी हुई थी या रोहित ने तुझे बिगाड़ दिया है
सोनू : कुछ भी समझ लो भाभी मर्द बिगड़ा हो तो औरत बिगड़ जाती है और अगर औरत बिगड़ी हो तो मर्द
संगीता : और अगर दोनो बिगड़े हो तो संगीता ने हँसते हुए कहा
तब सोनू ने कहा भाभी अगर दोनो बिगड़े हो तो फिर मस्ती का मज़ा ही आ जाता है
संगीता और सोनू वापस हॉल में आ गई थोड़ी देर बाद रोहित के भैया भी आ गये और रोहित और सोनू को देख कर खुश हो गये उसके बाद रोहित और उसके भैया आपस में बाते करने लगे और सोनू और संगीता किचन में खाना बनाने में जुट गई किचन कुछ ऐसा था कि हॉल से साफ नज़र आ रहा था और रोहित के भैया बार बार किचन की ओर देख रहे थे,
ना जाने कैसे सोनू को अपनी मोटी गान्ड में किसी की नज़रे चुभती हुई महसूस हुई और उसने किचन से जब हॉल में देखा तो भैया आँखे फाडे फाडे उसके भारी चुतड़ों को खा जाने वाली नज़रो से घूर रहे थे, सोनू ने साड़ी पहनी हुई थी और उसकी गान्ड का पूरा चौड़ा शेप भैया की नज़रो के सामने था, सोनू ने वापस जल्दी से अपनी गरदन घुमा कर कम करने लगी लेकिन उसके होंठो पर एक कुटिल मुस्कान फैल गई
कुछ देर बाद संगीता एक प्लेट में चिप्स और पापड लेकर आई और जब उसने झुकते हुए रोहित के सामने की टेबल पर रखने लगी तब उसकी ढीली ढाली बिना ब्रा की टीशर्ट में से उसके मोटे मोटे पके आमो के जैसे बोबे रोहित की नज़रो के सामने आ गये और रोहित के मुँह में अपनी भाभी के रसीले आमो को देख कर पानी भर आया, सीन कुछ ऐसा था कि दोनो भाइयो के लंड खड़े हो चुके थे,
कुछ देर बाद रोहित को पेशाब लगी और वह बाथरूम में गया जहाँ मुतते हुए उसकी नज़र अपनी भाभी की रेड कलर की पैंटी पर पड़ी और उसने हॅंगर से उस पैंटी को उतार लिया और अपनी भाभी की मोटी गान्ड और चिकनी फूली चूत की कल्पना करके पैंटी को सूंघने लगा और उसका लंड पत्थर की तरह सख़्त हो गया,
कुछ देर तक उसने अपने लंड को सहलाया और फिर बाहर आ गया, खाना लग चुका था और सभी लोग बैठ कर खाना खाने लगे, भैया के आने के बाद सोनू कुछ चुप चुप थी तब भैया ने कहा संगीता यह सोनू बोलती नही है क्या, मैं जब से आया हूँ इसकी आवाज़ तक नही सुना हूँ
रोहित : अच्छा है भैया कम से कम आपके सामने तो चुप है कहीं आप से भी खुल गई तो फिर आपको पता चलेगा कि हमारे घर में सबसे ज़्यादा यही बोलती है रोहित ने मज़े वाले अंदाज में कहा तब सोनू बोल पड़ी रहने दो जी इतना भी बड़बड़ नही करती हूँ में वो तो खाना भाभी ने इतना स्वादिष्ट बनाया है कि मेरा मन बस खाने में लगा हुआ है और इसीलिए आप सब की बाते सुनते हुए में खाना खाने में ध्यान दे रही हूँ, उसकी बात सुनने के बाद एक पल के लिए सब चुप होकर सोनू को देखने लगे और फिर सभी ठहाका लगाकर हँसने लगे,
खाना खाने के बाद संगीता ने एक रूम में रोहित और सोनू के लिए सोने की व्यवस्था जमा दी और फिर वह अपने पति अजय के साथ छत पर आ गई और दोनो रलिंग पर कोहनी टिका कर बाते करने लगे, ठंडी हवा चल रही थी और अजय ने सिगरेट सुलगाते हुए संगीता की ओर देखा और कहा डार्लिंग क्या प्लान है और फिर अजय ने एक गहरा कश लिया और संगीता की स्कर्ट में हाथ डाल कर उसकी गुलाबी फूली चूत को मुट्ठी में भर कर दबा लिया, तब संगीता ने अजय की लूँगी में हाथ डाल कर उसके खड़े लंड को अपनी मुट्ठी में भर कर दबाते हुए कहा, बहुत तड़प रहे हो सोनू को नंगी देखने के लिए
अजय : संगीता की चूत की फांको में उंगली सहलाते हुए कहने लगा क्यो तुम नही तड़प रही हो रोहित के लंड के दर्शन करने के लिए,
तब संगीता ने एक सिसकारी लेते हुए कहा तड़प रही हूँ तभी तो उनकी लाइव चुदाई देखने की पूरी व्यवस्था जमा आई हूँ उनके रूम की बॅक साइड वाली खिड़की खोल कर आई हूँ जिस पर उनकी नज़र भी नही जाएगी और तुम पीछे से मेरी चूत मारते हुए अपने भाई और बहू की चुदाई देख सकते हो,
अजय ; तुम्हे यकीन है वह दोनो चुदाई करेगे
संगीता : 100 पर्सेंट क्यो कि जब भी इंसान नई जगह जाकर रात गुज़ारता है तो उसका मन चुदाई करने का ज़रूर होता है
अजय : तो चलो ना नीचे अब तो 10 बज रहा है, कहीं उन्होने गेम शुरू ना कर दिया हो
संगीता ; अजय के मोटे लंड को मसल्ते हुए कहने लगी रुक जाओ मैं सब जानती हूँ तुम्हारा मूसल क्यो इतने झटके ले रहा है, अपने भाई की बीबी की मोटी गान्ड और चूत देखने के लिए मरे जा रहे हो और उसकी गान्ड और चूत को सोच सोच कर ही यह इतना मोटा और लंबा हो गया है,
अजय : अच्छा जी मेरे बारे में तो कह दिया पर यह नही कहोगी कि तुम्हारी यह चूत इतना फूल क्यो गई है और इतना रस क्यो छोड़ रही है, लगता है अपने देवर के लंड को तुम अपनी चूत में महसूस कर रही हो तभी तो इतनी रसीली हो रही है, अब चलो भी और फिर दोनो नीचे आ गये और रोहित के रूम की पीछे साइड वाली खिड़की के पास जाकर खड़े हो गये उस जगह अंधेरा था इसलिए अंदर से बाहर की झलक तक नही मिल रही थी और फिर संगीता आगे आ गई खिड़की के पास और अजय उसकी मोटी गान्ड के पीछे आ गया और जैसे ही दोनो ने अंदर झाँका दोनो की चूत और लंड पूरे ताव में आ गये और अजय ने आगे हाथ लेजा कर संगीता के मोटे मोटे बोबो को पकड़ कर दबोच लिया, अंदर रोहित पूरा नंगा लेटा हुआ था और उसका विकराल खड़ा लंड पूरी तरह संगीता और अजय की आँखो के सामने था और सोनू पूरी नंगी होकर रोहित के मुँह की ओर अपनी चूत खोल कर रोहित के मुँह के उपर अपनी चूत फैला कर बैठी थी उसकी नंगी गान्ड संगीता और अजय के सामने थी और रोहित सोनू की मोटी गान्ड को अपने हाथो से फैलाए हुए दबोच दबोच कर सोनू की रसीली चूत को चाट रहा था,
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