RE: Incest Porn Kahani चुदासी फैमिली
नीलम : मंद मंद मुस्कुराते हुए उसके हाथ से पैंटी छुड़ा कर कहती है पगले कही के अपनी मम्मी की पैंटी सूंघ रहा है, आज नही में फिर कभी तुझे इसे पहन कर दिखा दूँगी,
रोहित ; खुस होते हुए मम्मी कब दिखाओगी
नीलम : रात को छत पर आ जाना में तुझे वही दिखा दूँगी
रोहित : नही मम्मी छत पर तो रात को अंधेरा होता है मुझे कुछ दिखाई नही देगा
नीलम ; अच्छा तो कल मोका देख कर तुझे दिखा दूँगी
रोहित : नही मम्मी में रात भर कैसे कल का इंतजार करूँगा
नीलम : हँसते हुए बेटा तू तो मुझे पैंटी में देखने के लिए पागल हुआ जा रहा है, सोनू को देखता ही होगा ना रोज पैंटी में फिर ऐसे क्यो मरा जा रहा है
रोहित : नही मम्मी मुझे तो आपको पैंटी में देखना है सोनू को देखने में मुझे उतना मज़ा नही आता है
नीलम; क्यो सोनू अच्छी नही लगती तुझे पैंटी में
रोहित : अच्छी लगती है पर आप की बात कुछ और है, मुझे आपके जैसा भरा हुआ बदन अच्छा लगता है
नीलम : हुन्न में सब जानती हूँ तुझे मेरे चुतड़ों का साइज़ कुछ ज़्यादा ही अच्छा लगता है इसीलये मेरे चुतड़ों को दिन भर घूरता रहता है
रोहित : मम्मी आपके चूतड़ है ही इतने मोटे मोटे की में इन्हे देख देख कर पागल हो जाता हूँ
नीलम : जानती हूँ तभी तो तेरा यह इतना डंडे जैसा कड़क हो रहा है, नीलम ने रोहित के लंड को पाजामे के उपर से पकड़ कर दबाते हुए कहा और रोहित के मुँह से सिसकारी निकल पड़ी अया मम्मी क्या कर रही है तभी नीलम ने उसके लंड को अच्छे से मुट्ठी में पकड़ कर दबाते हुए अपनी आँखे फाड़ कर देखते हुए कहा बाप रे तेरा लंड तो बहुत मोटा और बड़ा है,
रोहित : आ स छोड़िए ना मम्मी आप तो ऐसे कह रही है जैसे पापा का मुझसे छोटा हो
नीलम ; पगले यह तो तेरे पापा के बराबर ही मोटा और लंबा है पूरा अपने बाप पर गया है, पता नही सोनू कैसे लेती होगी इसे, उसकी तो जान ही ले लेता होगा तू
रोहित : अरे नही मम्मी वह तो बड़े आराम से ले लेती है, वह कोई कुँवारी थोड़ी है जो उसे दिक्कत होगी
नीलम : अरे इतने मोटे डंडे से तो मेरी जैसी तंदुरुस्त औरत भी पस्त हो जाए, तू सोनू की तो हालत बिगाड़ देता होगा, मुझे तो लगता है यह तेरे पापा से भी मोटा है
रोहित ; मुस्कुराते हुए मम्मी देख लो ना पापा से मोटा है या नही और रोहित अपने पाजामे की एलास्टिक को खींच कर अपने मोटे लंड को जैसे ही बाहर निकालता है उसके मोटे लंड और फूले हुए गुलाबी सुपाडे को देख कर नीलम की आँखे फटी की फटी रह जाती है और वह एक दम से उसके हाथ को हटा कर उसके पाजामे के एलास्टिक को छुड़ा देती है और लंड वापस पाजामे में छुप जाता है और नीलम कहती है पागल है क्या रोहित कोई आ जाएगा
रोहित ; मम्मी एक बार इसे हाथ में लेकर दबा कर तो देखो कितना मोटा है
नीलम का चेहरा पूरा लाल पड़ गया था और उसने कहा नही बेटे बाद में देखूँगी अभी में जा रही हूँ,
रोहित : अच्छा मम्मी रात को छत में आ जाइए वही आप इसे दबा कर देख लेना और में भी मोबाइल की टॉर्च से आपको इस पैंटी में देख लूँगा
नीलम ; मुस्कुराते हुए तू बहुत बिगड़ गया है में जानती हूँ तू मानेगा नही, एक काम करना सोनू को सुला कर आना में भी तेरे पापा के सो जाने के बाद आउन्गि
रोहित : ठीक है मम्मी
नीलम : चल अब नीचे आ जा में भी सोनू और सुधा को बुलाती हूँ खाना लगाने के लिए और फिर नीलम मुस्कुराते हुए वहाँ से चली जाती है
सभी लोग खाने की टेबल पर बैठे थे और खाना खा रहे थे मनोहर नज़रे बचाते हुए सोनू को मुस्कुरा कर देख रहा था और सोनू भी स्माइल कर रही थी उधर नीलम और रोहित की नज़रे इशारो में आपस में बाते कर रही थी, पर साथ ही रोहित सुधा पर भी नज़रे मार रहा था और जब सुधा उसकी ओर देखने लगती तब रोहित उसके मोटे मोटे बोबो को खा जाने वाली नज़रो से देखने लगता था,
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