RE: Incest Porn Kahani अनौखा रिश्ता
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रीत दर्द की वजह से सिकुड कर लेटी हुई थी और धीरे धीरे सूबक रही थी. रेहान के उपर से जब हवस का नशा उतरा तो उसने देखा कि वाकई उसने रीत का बहुत बुरा हाल कर दिया था. रीत की चूत और गान्ड दोनो छेड़ो में से खून निकला हुआ था. रेहान ने रीत को पकड़ कर अपनी तरफ खीचना चाहा मगर रीत ने उसका हाथ झटक दिया और थोड़ा और ज़ोर से सुबकने लगी. रीत करवट लेकर रेहान की तरफ पीठ किए लेटी हुई थी. रेहान ने पीछे से उसे जाकड़ लिया और अपनी एक टाँग उसकी दोनो टाँगों के उपर चढ़ा दी और उसके गाल चूमते हुए कहा.
रेहान-डार्लिंग सॉरी तुम्हारे जिस्म ने मुझे मदहोश कर दिया था.
रीत कुछ नही बोली और चुप चाप लेटी रही.
रेहान-रीत प्लीज़ कुछ बोलो ना मज़ा आया या नही.
रीत-मुझे नही आया कोई मज़ा-वज़ा. और ना ही आज के बाद तुम्हारे साथ आउन्गि कभी. तुम तो पूरे जंगली हो.
रेहान-अरे डार्लिंग ऐसे मत कहो तुम्हारे बिना तो मर जाउन्गा मैं तुम तो जान हो मेरी.
रीत-अपनी जान के साथ भी कोई इतनी बेदर्दी से पेश आता है क्या.
रेहान-अब गुस्सा छोड़ो और चलो बाथरूम में जाकर फ्रेश हो जाओ.
रीत उठी मगर उस से ठीक से चला नही गया और वो वापिस बेड के उपर बैठ गई. रेहान ने उठ कर रीत को गोद में उठाया और वॉशरूम में ले गया. रेहान ने रीत को बाथ टब में लिटा दिया और उसमे पानी छोड़ कर खुद भी रीत के साथ लेट गया और रीत को रगड़ रगड़ कर नहाने लगा. नहाते नहाते उनके होंठ जुड़ जाते और फिर अलग हो जाते. काफ़ी देर तक वो एकदुसरे को नहलाते रहे. फिर रेहान ने उसे उठाया और वापिस रूम में ले आया. रीत ने अपने कपड़े पहने और रेहान ने भी अपने कपड़े पहन लिए. रेहान ने फिरसे रीत को उठाया और गाड़ी तक उठाकर ही लेकर गया. गाड़ी में बिठाकर वो फ्लॅट की और रीत को छोड़ने के लिए निकल पड़ा. फ्लॅट पे पहुच कर रीत न्ड रेहान गाड़ी में से उतर गये. रेहान ने फिरसे रीत को उठा लिया. रीत उसकी गोद में से उतरने की कोशिश करती हुई बोली.
रीत-रेहान प्लीज़ उतारो मुझे मैं चली जाउन्गि.
रीत को डर था कि अगर कूटी ने उसे रेहान की गोद में देख लिया तो वो उसका बुरा हाल कर देगी. मगर रेहान ने उसकी ना सुनते हुए उसे गोद में से नही उतारा और ऐसे ही अंदर ले गया और सीधा उसी रूम में गया जहाँ प्राची, करुणा न्ड नीतू बैठी थी. रीत को रेहान की गोद में देखकर वो ज़ोर ज़ोर से हँसने लगी. रीत ने रेहान की छाती में मुक्का मारते हुए कहा.
रीत-देखा मैने कहा था ना मुझे उतार दो अब देखो इनको कैसे हंस रही हैं मेरी हालत पे ये कामिनियाँ.
करुणा-कामिनी हमे बोल रही हो और खुद ऐसी हालत करवा के आई हो कि चल कर रूम तक भी नही आ सकती.
रेहान ने रीत को बेड पे लिटा दिया और खुद चेर पे बैठ गया.
प्राची-दीदी ऐसा क्या हो गया कि आप को जीजू की गोद में यहाँ तक आना पड़ा.
रीत-कुछ नही हुआ वो मेरा पैर दुखने लगा था दुबारा.
करुणा-अरे पैर तो चीख चीख कर कह रहा है की मैं ठीक हूँ.
रीत-बस बस अब ज़्यादा बक बक मत कर जा जाकर रेहान के लिए कॉफी लेकर आ.
करुणा-जीजू के लिए तो कॉफी ले ओंगी आपके लिए दूध में हल्दी डाल कर लाउ क्या थोड़ा पेट का दर्द कम हो जाएगा.
रीत-करुउुुउउ प्लीज़ यार कुछ तो शरम कर.
करुणा उठ कर किचॅन की तरफ चली गयी.
नीतू-रीत दीदी ये पैर का दर्द पेट में कैसे चला गया.
प्राची-अरे नीतू डॉक्टर. रेहान थे ना दीदी के इलाज़ के लिए उन्होने ही ऐसा किया होगा. है ना दीदी.
रीत उनकी बातों का कोई जवाब नही दे रही थी और चुपचाप पड़ी बस मुस्कुरा रही थी उनकी चटपटी बातें सुनकर.
रेहान ने उनसे विदा लेते हुए कहा.
रेहान-ओके रीत मैं चलता हूँ.
रीत-अरे रूको अब करू कॉफी लेकर आती होगी.
रेहान-नही रीत मुझे किसी काम से जाना है जल्दी. ओके बाइ. कूटी अपनी दीदी को दूध में हल्दी ज़रूर पिला देना.
रीत-रेहान मैं जान ले लूँगी तुम्हारी.
रेहान उसकी बात का जवाब ना देते हुए मुस्कुराता हुआ रूम से बाहर निकल गया.
बाहर आकर उसने देखा करुणा किचन में थी. उसने सोचा कि किउन ना करुणा को भी थोड़ा टेस्ट किया जाए ताकि पता चल सके कि ये कबूतरी हाथ आ सकती है या नही. वो किचन में घुस गया और करुणा के पास जाकर खड़ा हो गया.
करुणा-जीजू आप यहाँ आ गये चलो दीदी के पास मैं कॉफी लेकर आती हूँ.
रेहान-रहने दो कॉफी को करू मैं जा रहा हूँ. तुम अपनी दीदी को दूध में हल्दी डाल कर पिला देना. कुछ ज़्यादा ही खून निकाल दिया उसका मैने आज.
करू रेहान की बात सुनकर थोड़ा झेंप गई और कुछ नही बोली.
रेहान करू के नज़दीक होता हुआ बोला.
रेहान-तुम्हारा खून निकाला किसी ने या नही अभी तक.
करुणा घबराते हुए.
करू-क्या मतलब आपका.
रेहान ने अपना हाथ नीचे से करुणा की स्कर्ट में डाल कर उसके चुतडो को पैंटी के उपर से मसल्ते हुए कहा.
रेहान-मतलब किसी ने चोदा तुम्हे या फिर ये शुभ काम भी मुझे ही करना पड़ेगा.
करुणा ने उसका हाथ ज़ोर से झटकते हुए कहा.
करुणा-अपनी औकात में रहो समझे. ज़्यादा होशियार बन ने की कोशिश करोगे तो सारी हवा निकाल दूँगी. तुम्हे इसलिए छोड़ रही हूँ क्योंकि मेरी दीदी तुमसे प्यार करती हैं वरना ऐसा तमाचा लगाती कि सारी जिंदगी गाल के उपर से निशान नही जाता.
रेहान ने बुरा सा मूह बनाया और चुप चाप वहाँ से खिसक गया.
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