RE: Incest Porn Kahani अनौखा रिश्ता
रीत न्ड प्राची को रेहान रोज़ गार्डेन से बाहर लाकर उसके साथ ही बने एक और पार्क शांति कुंज में ले गया था. शांति कुंज पार्क काफ़ी घना था पेड़ो से भरा हुआ और उसके अंदर पहुचते ही रीत को अंदाज़ा हो गया था रेहान उसे यहाँ पे क्यूँ लेकर आया है. मगर उसके अंदर एक डर था कि क्या रेहान प्राची के सामने ही उसके साथ छेड़ छाड़ करेगा. और अगर ऐसा हुआ तो प्राची तो हॉस्टिल में जाकर उसकी बुरी हालत कर देगी. रेहान का चेहरा भी मुरझाया सा था क्योंकि प्राची उसे कबाब में हड्डी लग रही थी. ये बात प्राची ने भी नोटीस की थी रेहान के चेहरे आए मुरझाए पन को देखकर. उसने कुछ सोचा और सामने बैठने के लिए बने एक बेंच पे बैठती हुई बोली.
प्राची-रीत दीदी आप लोग आगे घूम आओ मैं तो यहीं बैठूँगी मेरी तो टाँगें दर्द करने लगी हैं.
रेहान की आँखें प्राची की बात सुनकर चमक उठी और उसने सोचा कि उसकी साली तो बड़ी समझदार है.
रीत ने जैसे ही रेहान के साथ अकेले आगे जाने के बारे में सोचा तो उसकी धड़कन तेज़ हो गई और वो बोली.
रीत-अरे कूटी चल ना हम थोड़ी दूर तक ही तो घूमेंगे बस.
प्राची-नही दीदी प्लीज़ आप दोनो जाओ ना.
रेहान-अरे चलो ना रीत हम बस थोड़ी दूर तक जाएँगे और फिर वापिस आ जाएँगे तब तक कूटी यहाँ बैठ कर आराम कर लेगी.
प्राची-बिल्कुल दीदी सही कहा जीजू ने.
रीत-ओके मगर यही बैठना और अगर कोई शरारत की तो मुझसे बुरा कोई नही होगा.
प्राची-ऑफ हो दीदी अब जाओ भी हर बार मुझे ऐसे डाँट ती रहती हो जैसे मैं कोई बच्ची हूँ.
रेहान और रीत उसकी बात सुनकर मुस्कुराए और आगे निकल गये.
प्राची बेंच पे बैठी थी तभी उसकी नज़र सामने बैठे एक प्रेमी जोड़े के उपर पड़ी. प्राची बेंच पे बैठी थी और उस से कुछ दूरी पे एक छोटी सी नहर बनाई हुई थी जिसमे पानी था और उसके किनारों पे पेड़ लगे हुए थे जो कि बहुत घने थे और प्राची के बिल्कुल सामने नहर की दूसरी ओर वो प्रेमी जोड़ा एक दूसरे से लिपट रहा था. प्राची और वो दोनो बिल्कुल आमने सामने थे बस उनके बीच एक छोटी सी नहर थी. लड़का कोई कॉलेज बॉय लग रहा था जबकि लड़की ने एक स्कूल की ड्रेस पहनी हुई थी और उसका स्कूल बॅग भी उनके पास ही पड़ा था. प्राची ने उनके काम में खलल डालने की सोची और कुछ पत्थर उठा कर अपने पास रख लिए और एक पत्थर धडाम से पानी में दे मारा और उसकी काफ़ी आवाज़ आई. वो दोनो झट से एकदुसरे के अलग हो गये. उन्होने प्राची की तरफ देखा तो प्राची दूसरी तरफ देखने लगी जैसे उसने कुछ किया ही ना हो.
कुछ देर के बाद वो फिरसे एक दूसरे को लिपटने को हुए तो प्राची ने एक और पत्थर उठा कर पानी में फेंक दिया और वो फिरसे अलग हो गये. ऐसे ही 5 बार प्राची ने उनको लिपटने से रोका और वो बेचारे परेशान होकर वहाँ से उठ कर चले गये.
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रीत न्ड रेहान एक पेड़ के नीचे बैठे थे उनके आस पास कई पेड़ थे जिनकी वजह से वहाँ पे घूम फिर रहे लोगों की नज़र उन के उपर नही पड़ रही थी. वो आमने सामने बैठे थे और रेहान की नज़र रीत की वाइट शर्ट में क़ैद उसके मम्मों के उपर थी. उसके मम्मे शर्ट को फाड़कर बाहर निकलने को हो रहे थे. और टाइट शर्ट में ये अंदाज़ा लगाया जा सकता था कि उसके मम्मे काफ़ी बड़े बड़े हैं. रेहान को अपनी छातियों को घूरता देख रीत का दिल ज़ोर से धड़कने लगा और वो अपने घुटनो को मोड़ कर बैठ गई ताकि अपनी छातियों को रेहान की तीखी नज़र से बचा सके. लेकिन ऐसे करने से उसने अपनी छातियों को तो रेहान की नज़र से बचा लिया मगर घुटनो के मूड जाने से उसकी जीन्स मे क़ैद उसके गोल गोल चूतड़ उसकी दोनो टाँगों के साइड से दिखने लगे जिन्हे देखते ही रेहान के लंड ने सलामी देनी शुरू कर दी. रेहान ने अपना लंड मसल्ते हुए कहा.
रेहान-रीत डार्लिंग पास आओ ना.
रीत-क्यू यहाँ पे कोई प्रॉब्लम. है क्या.
रेहान-आओ ना डार्लिंग.
रीत-मैं नही आने वाली.
रेहान ने अपने दोनो हाथों से रीत के पैरों के पास उसकी दोनो टाँगें पकड़ ली.
रीत-क्या कर रहे हो रेहान छोड़ो प्लीज़.
रेहान घुटनो के बल बैठ गया और उसको उसी तरह से पकड़े हुए बोला.
रेहान-आख़िरी बार कह रहा हूँ प्लीज़ पास आओ ना.
रीत जीभ निकालकर उसको चिड़ाते हुए.
रीत-मैं नही आने वाली.
रीत की बात सुनते ही रेहान ने उसकी दोनो टाँगों को अलग किया और उसे ज़ोर से अपनी तरफ खीच लिया. इस तरह करने से रीत के चूतड़ ज़मीन पे रगड़ गये और उसके मूह से एक दर्द भरी आहह निकली. अब रेहान घुटनो के बल बैठा था और रीत की दोनो टाँगें उसकी कमर के इर्द-गिर्द थी और वो ज़मीन पे तक़रीबन लेटी हुई थी. रेहान का लंड और रीत की चूत एक दूसरे से सटे हुए थे बस उनके बीच सिर्फ़ कपड़े थे. रीत ने 3-4 मुक्के रेहान की छाती पे मारे और रेहान ने उसकी बाहें पकड़ कर अपने होंठ रीत के होंठों पे टिका दिए और उन्हे चूसने लगा रीत कुछ देर नीचे तड़पति रही मगर फिर वो शांत हो गई. रेहान ने उसके होंठ छोड़ दिए और थोड़ा नीचे होकर उसकी शर्ट के बटन खोलने लगा. रीत ने उसके हाथ पकड़ कर कहा.
रीत-प्लीज़ रेहान रहने दो अगर किसी ने देख लिए तो.
मगर तब तक रेहान 3 बटन खोल चुका था और उसने बिना रीत की बात का जवाब दिए उसकी शर्ट को बीच में से पकड़ कर साइड पे किया तो नीचे रीत के गोरे गोरे मम्मे रेड ब्रा में क़ैद उसे दिखाई दिए. तभी वहाँ कुछ आहट हुई और रीत को 2 लड़के उस तरफ आते दिखे रीत ने रेहान को अपने उपर से टा दिया और खड़ी होकर बटन बंद किए और रेहान को लेकर प्राची की तरफ चल पड़ी.
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