RE: Incest Porn Kahani अनौखा रिश्ता
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नेक्स्ट डे पूरे टाइम पे रेहान करण न्ड हॅरी हॉस्टिल में रीत एंड पार्टी को लेने अपनी स्कॉर्पियो में पहुच गये. वो गाड़ी में ही बैठ कर उनका वेट कर रहे थे. सामने से उन्हे रीत एंड पार्टी आती हुई दिखाई दी और उन्हे देखकर उनके मूह खुले के खुले ही रह गये.
रीत ने आज एक वाइट टाइट फिटिंग की शर्ट के साथ टाइट ब्लू जीन्स पहनी थी. रीत को देखकर ही रेहान का लंड सलामी देने लगा था. उसने आज पहली बार रीत को जीन्स पहने देखा था.
करुणा ने भी आज आग लगा रखी थी उसने रेड टॉप के साथ घुटनो से थोड़ी उची वाइट स्कर्ट पहनी थी और उसकी मांसल और गोरी जांघे थोड़ी थोड़ी दिखाई दे रही थी जो कि उन तीनो लड़को की होश उड़ाने के लिए काफ़ी थी.
करुणा न्ड रीत ने अगर आग लगाने का काम किया था तो नीतू भी कहाँ पीछे रहने वाली थी. उसने टाइट ऑरेंज चुरिदार के साथ एक टाइट वाइट कमीज़ पहना था. नीतू का चुरिदार उसके चुतड़ों पे इतना टाइट था कि उसके नीचे पहनी ब्लॅक पैंटी भी दिखाई दे रही थी.
प्राची भी किसी से पीछे रहने वाली नही थी उसने एक ग्रीन टॉप के साथ घुटनो से काफ़ी उची ब्लॅक स्कर्ट पहनी थी उसकी जाँघो सॉफ तौर पर दिखाई दे रही थी.
रेहान एंड पार्टी के लंड तो उन्हे देखकर ही पॅंट फाड़ने पे उतारू हो रहे थे.
रीत आकर सबसे आगे बैठ गई क्यूंकी रेहान ड्राइव कर रहा था इसलिए रीत को तो आगे ही बैठना था.
प्राची, करुणा न्ड नीतू बीच वाली सीट पे बैठ गई और हॅरी न्ड कारण पीछे डिग्गी में जाकर बैठ गये और गाड़ी चल पड़ी. रेहान ने पूछा.
रेहान-रीत बताओ आप लोगो को कहाँ चले.
रीत-कहीं भी चलो.
रेहान-ओके पहले रोज़ गार्डन चलते हैं फिर लेक पे चलेंगे फिर लंच देन मूवी देखेंगे न्ड देन हॉस्टिल.
करुणा-नही जीजू मूवी रहने दो लेट हो जाएँगे तो हॉस्टिल में एंट्री नही मिलेगी.
रेहान-ओके जी जैसा आप चाहो.
वो सभी रोज़ गार्डेन पहुच चुके थे. रेहान इसलिए उन्हे रोज़ गार्डेन लेकर आया था क्यूंकी आज उसने करण और हॅरी को बता दिया था कि नीतू और करुणा रेडी है इसलिए आज उन्हे प्रपोज करने के लिए कहा था और रोज़ गार्डेन तरह तरह के रोज़स वाली जगह थी और प्यार का इज़हार करने के लिए पर्फेक्ट प्लेस थी. वो सभी रोज़ गार्डेन के अंदर पहुच गये और घूम घूम कर देखने लगे. कुछ लोग और भी थे जिनमे से कुछ टेबल'स के उपर बैठे थे और कुछ घूम फिर रहे थे और कुछ ऐसे भी थे जो पेड़ और झाड़ियों में छिपे हुए एक दूसरे से लिपट रहे थे. वो सभी जाकर एक टेबल पे बैठ गये और बातें करने लगे. रेहान ने आँखों ही आँखों में रीत को इशारा किया और रीत उसका इशारा समझती हुई बोली.
रीत-ओके करू न्ड नीतू तुम दोनो बैठो और हॅरी और करण भी तुम्हारे साथ ही बैठे है हम ज़रा घूम फिर के आते हैं. और रेहान, रीत न्ड प्राची वहाँ से उठ कर चल पड़े.
अब टेबल पे सिर्फ़ वो चारो बैठे थे. एक तरफ हॅरी और करण न्ड दूसरी तरफ नीतू और करुणा.
कोई कुछ नही बोल रहा था. ऐसे ही 5 मिनट बीत चुके थे. जब कोई कुछ बोल ही नही रहा था तो करुणा हारकर बोली.
करुणा-हॅरी इन दोनो को बैठने दो चलो हम भी चलते है.
हॅरी तो जैसे इस बात का इंतेज़ार ही कर रहा था. वो उठा और करुणा के साथ चल पड़ा. अब टेबल पे सिर्फ़ नीतू न्ड करण थे. करण ने बात शुरू की.
करण-नीतू मैं काफ़ी दिन से आपको कुछ कहना चाहता था लेकिन कह नही पाया मगर आज ज़रूर कहूँगा.
नीतू-तो कहिए ना.
कारण-नीतू मैं तुम्हे पसंद करता हूँ क्या आप भी मुझे चाहती हैं.
नीतू शर्मा गई और नज़रे झुककर मुस्कुराने लगी.
कारण-प्लीज़ नीतू बताओ ना या फिर तुम्हारी मुस्कान को ही तुम्हारी हां समझू.
नीतू-यस करण मैं भी आपको पसंद करती हूँ न्ड........आइ लव यू.
कारण तो खुशी से झूम उठा और उसने नीतू के हाथ अपने हाथों में लेकर जवाब दिया.
कारण- आइ लव यू टू नीतू.
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हॅरी न्ड करुणा गार्डेन में बनी सड़को पे टहल रहे थे और आपस में बातें कर रहे थे मगर अपने दिल की बात एकदुसरे से करने की हिम्मत जुटा रहे थे. कुछ हिम्मत जुटाते हुए हॅरी ने बात शुरू की.
हॅरी-करुणा मैं आपको एक बात कहूँ.
करुणा-यस कहो प्लीज़.
हॅरी-करुणा आपने कभी लाइफ में किसी के साथ प्यार किया.
करुणा एकदम चौंक गई और कुछ सोचकर बोली.
करुणा-यस.
हॅरी का तो जैसे दिल ही बैठ गया करुणा की बात सुनकर. वो धीरे से बोला.
हॅरी-किसके साथ.
करुणा-है एक लड़का.
हॅरी-मतलब आप अब भी उसके साथ रीलेशन में हो.
करुणा-यस.
हॅरी को तो रोना आ रहा था मगर वो दिल को मज़बूत किए बात कर रहा था.
हॅरी-कोन है वो खुशनसीब.
करुणा-नाम भी जान ना चाहोगे.
हॅरी-अगर आप बताना चाहो.
करुणा-ओके तो सुनो उसका नाम है हॅरी.
हॅरी एक बार तो चौक गया मगर उसने सोचा कि क्या पता कोई और हॅरी हो.
हॅरी-क्या करता है वो.
करुणा-स्टडी कर रहा है यार.
हॅरी-ओके गुड.
करुणा-ये नही जान ना चाहोगे कि वो इस वक़्त कहाँ है.
हॅरी-सब ठीक तो है ना.
करुणा ने मुस्कुरकर हॅरी का हाथ पकड़कर कहा.
करुणा-सब ठीक है और वो इस वक़्त मेरे साथ रोज़ गार्डेन में टहल रहा है.
हॅरी का दिल तो जैसे खुशी के मारे नाचने लगा और उसने बिना सोचे समझे करुणा को गले लगा लिया न्ड करुणा भी उसके आगोश में समा गई. जब हॅरी को थोड़ा होश आया तो उसने तुरंत करुणा को छोड़ दिया और बोला.
हॅरी-सॉरी करुणा मुझे खुशी में पता ही नही चला.
करुणा-इट'स ओके हॅरी.
चलो अब वापिस चलते हैं.
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