RE: Incest Porn Kahani अनौखा रिश्ता
जोत मॅम को आज फिरसे एक फाइल देने विकी सर के पास जाना था उसने इस बार भी किसी लड़की को ही भेजना सही समझा. वो किसी लड़की को ढूंड रही थी कि उसे रीत एंड पार्टी कॉलेज से हॉस्टिल की तरफ जाती दिखाई दी.
मॅम ने उन्हे आवाज़ देकर पास बुलाया और करुणा के हाथ में एक फाइल पकड़ा दी और उसे सर को जाकर देने के लिए कहा. करुणा मॅम से फाइल लेकर वो सर के कॅबिन की ओर चल पड़ी.
करुणा-मे आइ कम इन सर.
विकी ने एक बार करुणा की ओर देखा करुणा ने एक टाइट जीन्स पहनी थी और उसके साथ टाइट ब्लॅक टी-शर्ट पहनी थी. करुणा को देखते ही विकी का लंड हरकत करने लगा उसने पॅंट के उपर से ही लंड मसल्ते हुए कहा.
सर-यस कम इन.
करुणा ने फाइल सर के टेबल पे रखते हुए कहा.
करुणा-सर ये फाइल दी है मॅम ने और आपको देने के लिए कहा था.
सर-अच्छा तो तुम मुझे देने आई हो.
करुणा-जी सर.
करुणा ठर्की विकी की बात को नही समझ पाई और जब उसे समझ आई तो वो शरम से लाल हो गई.
सर-तो दो ना मैं तो कब का बैठा हूँ लेने के लिए.
करुणा-जी वो मैने दे तो दी.
करुणा के मूह से दूसरी बार ग़लत शब्द निकल पड़े.
सर-अरे मेरे पास आकर मुझे दो ना यहाँ से कैसे दोगि.
करुणा ने टेबल के उपर से फाइल उठाई और डरते डरते सर की कुर्सी के पास पहुच कर फाइल उन्हे पकड़ा दी.
विकी ने फाइल टेबल पे रखते हुए कहा.
सर-फाइल तो दे दी मगर मैं तो कुछ और भी लेना चाहता हूँ.
करुणा एकदम सकपका गई और बोली.
करुणा-जी मैं समझी नही.
सर ने अपना हाथ अपने पास खड़ी करुणा के चुतड़ों पे रखा और जीन्स के उपर से ज़ोर से मसल्ते हुए कहा.
सर-अब तो समझ गई ना आ जाओ अब गोद में.
करुणा की आँखें गुस्से से लाल हो गई और उसने सर का हाथ झटकते हुए एक जोरदार तमाचा उनकी गाल पे जड़ दिया. तमाचा इतना जोरदार था कि विकी सर ने आँखों पे जो चश्मा पहना था वो खिसक कर उनके होंठों के पास आ गया. करुणा जल्दी से कॅबिन से बाहर निकल गई. विकी सर ने अपना चश्मा ठीक किया और तमाचे के दर्द ने उन्हे ये सोचने पे मज़बूर कर दिया कि उसे ठर्की पना छोड़ देना चाहिए.
हॉस्टिल रूम में पहुच कर वो तीनो रीत के इर्द-गिर्द बैठ गई.
प्राची-दीदी बताओ ना आज क्या किया जीजू ने.
रीत-अरे तुम्हे क्या मैं इतनी शरीफ लगती हूँ कि पहली मुलाक़ात में ही तेरे जीजू को सब कुछ दे दूँगी.
नीतू-दीदी सब कुछ ना सही कुछ तो दिया ही होगा.
करुणा-तेरी गालों की लाली साफ बता रही है रीत कि आज कुछ ना कुछ तो हुआ है.
रीत-करू तुम भी इनके साथ मिल गई.
करुणा-तुम बात को घूमाओ मत सीधी तरह बताओ कि आज क्या क्या हुया.
रीत-अरे यार हमने सिर्फ़ किस किया बस और कुछ नही.
प्राची रीत के होंठों पे उंगली फिरते हुए.
प्राची-अरे वाह क्या किस्मत है जीजू की जिन्होने इन होंठों को चूसा होगा आआहह.
रीत ने उसका हाथ दूर झटक दिया और बोली.
रीत-ज़्यादा मज़े मत ले इतनी ही गरम है तो पटा ले किसी को फिर लेना उसके होंठों का मज़ा.
प्राची-अरे मेरे होंठों पे तो सिर्फ़ मेरे पातिदेव का ही हक होगा.
रीत-बस बस चलो अब डिन्नर करने चले.
और वो डिन्नर करने चली गई.
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उधर फ्लॅट में हाल हॉस्टिल रूम के जैसा ही था.
करण-अरे रेहान यार तो तो यार छुपा रुरतम निकला रीत को पटा भी लिया.
हॅरी-अरे पटाया क्या चूस भी दिया.
रेहान-केवल चूसा ही नही उसकी नरम नरम गान्ड भी मसली. आअहह क्या क्या मस्त चूतड़ है साली के. इसकी तो मैं बहुत जल्द ले लूँगा अगर नही मानी तो साली की ज़बरदस्ती ले लूँगा.
करण-यार तेरा तो काम अब सेट है कुछ हमारा भी सोच यार.
हॅरी-हाँ यार तू बात कर ना रीत से.
रेहान-करूँगा यार आज ही करूँगा बस.
करण-अरे वाह अब तो सबर नही होता.
हॅरी-सही बात है करण अब तो दिल चाहता है कि करुणा को ज़ोर से अपनी बाहों में जाकड़ लू और चूस चूस कर उसको लाल कर दू.
रेहान-बस साले ज़्यादा सपने मत देख क्या पता तुझसे पहले कितनो ने उसे लाल किया होगा. देखा नही कितनी बड़ी गान्ड है साली कि मुझे तो लगता है कि ज़रूर चुदवाती रही होगी स्कूल में.
हॅरी बुरा सा मूह बनाकर.
हॅरी-यार वो ऐसी लड़की नही है वो बहुत शरीफ है.
करण-कुछ भी हो मेरे वाली तो फ्रेश पीस है.
रेहान-वो नीतू. साले एक नंबर. की चालू है उसकी नज़र देखी है कैसे हवस से भरी रहती है.
करण को रेहान की बात पे गुस्सा आ जाता है.
करण-साले तेरी वाली कोन्सि सती सावित्री है जिसने पहले दिन ही तुम जैसे से अपनी गान्ड मसलवा ली वो क्या शरीफ होगी.
रेहान उसकी बात सुनकर हँसने लगा.
रेहान-सालो मैं मज़ाक कर रहा था मगर तुम तो सीरीयस हुए बैठे हो.
करण और हॅरी भी उसकी बात सुनकर हँसने लगते हैं.
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