RE: Incest Porn Kahani अनौखा रिश्ता
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हॉस्टिल रूम में रीत एंड पार्टी बैठी थी और करुणा, नीतू न्ड प्राची रीत को छेड़ रही थी.
करुणा-रेहान जीजू तो बड़े फास्ट निकले कूटी मोबाइल. नंबर. भी माँग लिया.
प्राची-करुणा दीदी आप देखती जाओ आज मॉब. नंबर. माँगा है कल को ब्रा आंड पैंटी का नंबर. भी माँग लेंगे जीजू.
नीतू-अरे कूटी अब ब्रा और पैंटी का नंबर. माँगने की क्या ज़रूरत है. अब तो जीजू खुद ही अपने हाथों से नाप लेंगे कि कितने नंबर. की ब्रा और पैंटी दीदी पहनती हैं.
रीत चुप चाप बेड पे टेक लगाए बैठी थी और उनकी बातें सुनकर मंद मंद मुस्कुरा रही थी.
नीतू और करुणा रीत के बेड के उपर ही उसके दोनो तरफ बैठी थी. और प्राची उनके बेड पे लेटी हुई थी और उसने अपना सिर रीत की गोद में रखा हुआ था.
करुणा-यार नीतू रीत की किस्मत तो अच्छी है क्यूंकी रेहान पहल तो कर रहा है रीत से बात करने में अपने वाले घून्चु तो कुछ बोलते ही नही.
नीतू-सही कहा करू दीदी मेरे वाला तो बस घूरता ही रहता है मुझे.
करुणा-तेरे वाला घूरता तो है मगर मेरे वाला बुढ़ू तो घूरता तक नही.
प्राची-वैसे करू दीदी अगर आप दोनो कहो तो क्या मैं आपकी तरफ से सीधा पूछ लू उनको.
करुणा-अरे नही नही पागल लड़की.
उधर रीत अपने ही ख्यालों में खोई हुई थी उसे अब करुणा, प्राची और नीतू की बातें सुनाई तक नही दे रही थी.
प्राची ने जब देखा कि रीत तो उनकी बातों पे कोई रेस्पॉन्स नही दे रही है तो उसने कहा.
प्राची-अरे वाह ज़रा इधर देखो करुणा दीदी मेडम अभी से गुम शुदा हो गई.
उसने रीत को हिलाया तो रीत ख़यालों की दुनिया से वापिस लौटी.
प्राची-मेडम हम कब से बकवास कर रहे है मगर आप पता नही कहाँ खोई बैठी थी.
रीत-अरे यार पता नही मुझे आज क्या हो गया है. अच्छा एक बात बताओ तुम तीनो. 'क्या रेहान सच में मुझे चाहता है'
नीतू- दीदी चाहता ही नही तुमपे मरा फिरता है.
प्राची-बिल्कुल सही कहा नीतू ने. दीदी अगर आप अभी भी उसको फोन करके कुछ काम बोलोगि देखना सिर के बल आएगा मजनू.
करुणा-रीत यार तू हमसे क्यूँ पूछ रही है तुम तो बेहतर जानती होगी कि रेहान तुम्हे चाहता है या नही.
रीत-हां मुझे तो ऐसा लगता है कि वो मुझे चाहता है.
करुणा-तो बस फिर अब क्या प्रॉब्लम. है.
रीत-प्रॉब्लम. तो कुछ नही मैं तो बस ऐसे ही पूछ रही थी.
करुणा-ओके अब 11 बज गये है हमे सोना चाहिए.
रीत ने लाइट ऑफ की और सभी अपने अपने बेड पे जाकर लेट गई.
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उधर रेहान वेट कर रहा था करण और हॅरी के सो जाने का ताकि उनके सोने के बाद वो रीत को फोन कर सके वो आज ही अपने दिल की बात रीत को बताना चाहता था.
जैसे ही उसे लगा कि कारण न्ड हॅरी सो चुके है तो वो अपने बेड से उठा और अपना मोबाइल. लेकर फ्लॅट की छत पे चला गया. उसने रीत का नंबर. डाइयल किया. रिंग जाती रही मगर रीत की तरफ से कोई आन्सर नही मिला. रेहान ने सोचा कि रीत सो चुकी होगी. क्यूंकी इस टाइम रात के 12 बज रहे थे. उसने एक दफ़ा और ट्राइ करने की सोची और नंबर. फिर से डाइयल किया.
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उधर रीत की आँख खुली तो उसने देखा उसके मोबाइल. पे किसी का कॉल आ रहा था. उसने आँखें मलते हुए देखा तो उसके मोबाइल की स्क्रीन पे रेहान लिखा आ रहा था. रेहान का नाम देखते ही उसका दिल धड़कने लगा. वो सोचने लगी कि रेहान ने इस वक़्त क्यूँ फोन किया. उसे लगा कि शायद वो किसी मुसीबत में ना हो. वो अपने बेड पे से उठी और पिछला दरवाज़ा खोल कर बाहर निकल गई. एक दरवाज़ा तो उनके रूम को आगे से लगा था जिस से वो रूम के अंदर आती जाती थी. और एक पीछे की तरफ था. सभी रूम्स के पीछे भी कुछ जगह थी ताकि सर्दियों में धूप में वहाँ निकलकर बैठा जा सके. रीत वहाँ आ गई और उसने कॉल रिसेव की.
रीत-हेलो रेहान.
रेहान-हाई रीत कैसी हो.
रीत-मेरा हाल पूछने के लिए इतनी रात को फोन किया.
रेहान-नही अपना हाल बताने के लिए किया रीत.
रीत-क्या हुआ तुम्हारे हाल को.
रेहान-पता नही यार बस कही दिल नही लग रहा.
रीत को अब सारा माजरा समझ आ चुका था और वो मुस्कुराती हुई बोली.
रीत-तो मैं क्या कर सकती हूँ इसमे.
रेहान-अरे आप तो बहुत कुछ कर सकती है.
रीत-तो बताओ क्या कर सकती हूँ.
रेहान-मुझे कुछ स्टडी ही करवा दो.
रीत-अब ये कोई टाइम है स्टडी करने का.
रेहान-तो और क्या करने का टाइम है.
रीत-सोने का टाइम है और मैं सोने लगी हूँ ओके बाइ.
रेहान-अरे रीत रीत सुनो तो.
रीत- हां बोलो क्या है.
रेहान-रीत यार तुम इतना भी नही समझ पा रही कि इतनी रात को एक लड़का एक लड़की से बात कर रहा है तो इसका क्या मतलब हो सकता है.
रीत ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया.
रीत-इसका मतलब है कि लड़के का मानसिक संतुलन खराब हो चुका है और लड़की का खराब करने के चक्कर में है.
रेहान-रीत प्लीज़ सीरीयस यार. मैं तुमसे प्यार करने लगा हूँ और तुम बताओ क्या मुझे पसंद करती हो.
रीत की तो धड़कन पूरी तेज़ हो चुकी थी रेहान की बात सुनकर उसे समझ नही आ रहा था कि वो क्या जवाब दे रेहान को.
रीत की तरफ से कोई जवाब ना आता देख रेहान बोला.
रेहान-रीत प्लीज़ यस ओर नो में मुझे जवाब दो या फिर तुम्हारी खामोशी का मतलब मैं ना समझू.
रीत ने अपनी धड़कने कंट्रोल की और बोली.
रीत-रेहान मुझे थोड़ा सोचने का वक़्त दो मैं कल तुम्हे बता दूँगी.
रेहान-इट'स ओके डियर. टेक युवर टाइम. ओके गुड नाइट.
रीत-गुड नाइट.
रीत ने फोन को अपने सीने से लगाकर चूम लिया और जैसे ही अंदर जाने के लिए घूमी तो चौंक गई.
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