RE: Incest Porn Kahani अनौखा रिश्ता
(अब जाकर करुणा और नीतू को थोड़ा सकून मिला)
करुणा-कुछ भी हो ये लड़की है बहुत क्यूट.
रीत-ये तो है वैसे इसका नेम प्राची है पर मैं इसे प्यार से कूटी ही बुलाती हूँ.
फिर रीत ने नीतू की तरफ देखा और मुस्कुरा कर बोली.
रीत-अरे पगली अब तो अपने ये वस्त्र उतार दे ऐसे ही खड़ी है.
फिर वो तीनो हँसने लगी और नीतू ने अपनी ब्रा और पैंटी उतार कर बॅग में डाल दी.
प्राची भी नहा कर फ्रेश हो गई और फिर करुणा और नीतू भी फ्रेश होकर अपना समान सेट करने लगी. कमरे में 4 अलमारी बनी हुई थी उन्होने अपने अपने कपड़े अलमारी'स में सेट कर दिए.
अब उन्हे अपने सोने के लिए बेड सेट्टिंग करनी थी. पूरे रूम में 4 बेड थे मतलब हर एक का अलग अलग बेड था. रीत प्राची को देखती हुई बोली.
रीत-कूटी बता तू अपना बेड कहाँ सेट करना चाहती है क्योंकि सब से ज़्यादा प्रॉब्लम तू ही क्रियेट करने वाली है.
प्राची-अरे मैं रीत दीदी के पास ही अपना बिस्तेर रखूँगी. दीदी हम ऐसा करते हैं कि इस कॉर्नर में हम अपने बेड लगा लेते है और दूसरे कॉर्नर में करुणा दीदी और नीतू अपना बेड सेट कर लेंगी. क्यू करुणा दीदी सही कहा ना मैने.
प्राची ने दोनो कॉर्नर'स में इशारा करते हुए कहा.
रीत-पहली बार तूने अकल्मंदी की बात की.
वो सब हँसने लगे और सब ने मिलकर बेड सेट्टिंग करते हुए सोने का इंतज़ाम कर लिया. सब काम निपटा कर प्राची बोली.
प्राची-मुझे अब भूख लग रही है कब से पेट में चूहे छलांगे लगाते फिर रहे हैं.
रीत-भूख तो हमे भी लग रही है चलो पहले सब खाना खाकर आते है.
वो सब हॉस्टिल की कॅंटीन में खाना खाने गयी और फिर आकर अपने रूम में आराम करने लगी. अब रूम में सारा समान सेट हो चुका था. और वो चारो बैठकर बातें कर रही थी.
रीत-रूम सेट्टिंग के चक्कर में तो हम ने एक दूसरे के बारे में भी कुछ नही जाना. पहले मैं ही बता देती हूँ. ये है प्राची और मैं नवरीत हम दोनो का गाओं एक ही है और हमने साथ साथ ही स्कूल की स्टडी कंप्लीट की है और अब साथ साथ यहाँ पे आई हैं.
प्राची-और सबसे बड़ी बात मैं अपनी रीत दीदी को बहुत प्यार करती हूँ और दीदी भी मुझसे बहुत प्यार करती हैं भले हम सग़ी बहने नही है मगर सग़ी से कम भी नही.
रीत-बिल्कुल कूटी सही कहा तुमने. मैं हमेशा इसे कूटी ही बुलाती हूँ और ये मुझे दीदी ही बुलाती है क्योंकि मैं इस से एक साल बड़ी हूँ. मैं 21य्र्स की हूँ और ये 20 की है.
करुणा और नीतू ध्यान से उनकी बातें सुन रही थी और जब वो चुप हुई तो करुणा बोली.
करुणा-आप दोनो को तो अपने प्यार के बारे में बताने की ज़रूरत नही है वो तो दिख ही रहा है. जहाँ तक मेरी बात है तो मैं हरियाणा के एक गाओं से हूँ और वही से अपनी पिछली स्टडी कंप्लीट की है. और अब यहाँ पे आपके साथ आ गई हूँ और मेरी एज भी रीत आपके जितनी ही है मतलब अब ये प्राची मुझे भी दीदी बुलाएगी.
प्राची-बिल्कुल करुणा दीदी. और आप नीतू मेडम आप भी बताओ कुछ या फिर फिर से रॅगिंग शुरू करू.
नीतू ने उसकी पीठ पे एक थप्पड़ मारा और बोली.
नीतू-अब मैं तुम्हारी बातों में नही आने वाली बड़ी आई सीनियर.
वो सब हँसने लगे और फिर नीतू ने अपनी बात शुरू की.
नीतू-मैं देल्ही से हूँ और स्कूल की स्टडी वही एक स्कूल में पूरी की और अब यहाँ चंडीगढ़ आई हूँ नयी शुरुआत के लिए और यहाँ पे आपका साथ पाकर मुझे बेहद खुशी हो रही है. यहाँ तक एज का सवाल है तो मैं भी प्राची की एज यानी कि 20साल की हूँ अब इसके साथ तो मेरी खूब दाल गलेगी और आप दोनो को मैं इस कूटी की तरह दीदी ही बुलाउन्गि.
रीत-ज़रूर नीतू मैं तो खुश हूँ कि मुझे एक और छोटी सिस्टर मिल गई. और तुम दोनो को संभालने के लिए एक दीदी करुणा. ये कूटी तो मुझे दिन भर परेशान करती रहती है अब तो मैं और करुणा मिलकर इसे अच्छे से ठीक करेंगी.
प्राची-मुझे ठीक करने के सपने मत देखो दीदी आप कहीं मैं और नीतू मिलकर आप को ही ना बिगाड़ दें.
रीत-बस बस बड़ी आई बिगड़ने वाली चलो अब रात बहुत हो गई है मुझे तो नींद आ रही है.
करुणा-हां रीत नींद तो मुझे भी आ रही है.
रीत-चल कूटी उठ अब बिस्तेर पे चल सुबह उठ कर कॉलेज भी जाना है जल्दी सो जा नही तो मुझे ही पता है कि तुम्हे सुबह उठाने के लिए कितना कष्ट उठाना पड़ेगा.
प्राची-अच्छा दीदी आप देखना मैं सबसे पहले रेडी हो जाउन्गि उठ कर.
रीत-देखूँगी जब रेडी हो जाओगी अब चुप चाप सो जा वैसे भी सारा दिन काम करने की वजह से थक गई हूँ मैं तो.
और रीत ने करुणा को लाइट ऑफ करने को कहा और करुणा ने लाइट ऑफ की और वो चारों अपनी आज से शुरू हुई नयी लाइफ के बारे में सोचती हुई नींद के आगोश में खो गई.
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